आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

20 मार्च 2010

तीसरा मोर्चा राजस्थान में

राजस्थान में इन दिनों तीसरे मोर्चे की गुप्त खिचड़ी पक रही हे सोचने में तो असम्भव सा लगता हे लेकिन सच यही हे किरोड़ी मीणा , किरोड़ी सिंह बेसला , रब्बानी, मुस्लिम नेता , कोंग्रेस , भाजपा के असंतुष्ट नेता सब अंदर से मिल गये हें गुर्जर मीणा में समझोता हो गया हे की मीणाओं के साडेसात प्रतिशत में से गुर्जर आरक्षण की मांग नहीं करेंगे जबकि मीणा गुर्जरों को अन्य आरक्षण में से आरक्षण दिलवाने में मदद करेंगे इधर अन्य जाती बंजारे रेबारी मुस्लिम भी साथ हो रहे हें मुस्लिम रंगनाथ मिश्र की रिपोर्ट लागू कराने की मांग को लेकर आन्दोलन क्र रहे हें ऐसे में राजस्थान में तीसरे मोर्चे का गठन ते हे और इससे कोंग्रेस भाजपा को आने वाले चुनाव में खतरा होगा वेसे भी गठ्बन्धन सरकार का खतरा राजस्थान में अब मंडराने लगा हे।

बार कोंसिल वकीलों के लिएकुछ करो

आदरनीय बार कोंसिल सदस्यों आप लोग जित गये अच्छी बात हे लेकिन महरबानी करके वकील और अदालत के निजाम के लियें भी कुछ करेजिला और तेसिल अदालतों में वकीलों के लियें आवश्यक सुविधाएँ नहीं हें जज मजिस्ट्रेट नहीं हें कार्यपालक न्यायालयों की हालत तो और बदतर हे । वकील कोटे से ऐ डी जे नहीं बनाये जा रहे हें सभी पदों पर फास्ट ट्रेक के नाम पर न्यायिक अधिकारीयों को बिठा दिया हे वकीलों के ऐ डी जे के इम्तिहान हुए लेकिन रिजल्ट आये बगेर ही प्र्क्षाएं रद्द कर दी गयीं अदालतों में जजों की कार्यप्रणाली ठीक नहीं चल रही हे हमारे कोटा में दो अदालतें ऐसी हें जहाँ जाते ही स्वर्ग का सुख महसूस होता हे दो अदालतें मजबूत हें बाक़ी तो जरसा काम कर रही हें वेसा ही कर रही हें आंकड़ों का खेल चल रहा हे एक अदालत के पास कई अदालतों का चार्ज हे वेह भी बेचारे ऐसे में क्या करें।

बार कोंसिल ने वकीलों के लियें कुछ नहीं किया

राजस्थान में वकील कोटे से जजों की नियुक्तियां नहीं हुईं हें

हाईकोर्ट में भ्रटाचार की सफाई

हाईकोर्ट ने पिछले दिनों भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहीम चलाई २२२ जजों की कार्यप्रणाली की जाँच की लेकिन उनमे से केवल २४ लोगों को दोषी माना इसमें काफी कंजूसी की गयी हे । आप सब जानते हें अपर कोर्ट के फेसलों का सम्मान निचे कोर्ट वाले नहीं कर रहे हें हाल ही में जस्टिस महेश भगवती नें एक जमानत मामले में आर्म्स एक्ट की धारा ४/२५,३/२५ की व्याख्या कर उसे ४३६ सी आर पी सी और ३७ आर्म्स एक्ट में जमानती मान कर जमानत पर मुलजिमों को छोड़ने के आदेश दिए लेकिन कोटा की अदालतें उन फेसलों को नहीं मानती न्ययालय ऐ सी जे एम ५ कोटा ने इस आदेश को नहीं माना इतना ही नहीं कोट ड़ी जे हेब ने भी उसे हुई बरकरार रखा अब देखते हें क्या होता हे इसकी शिकायतें भी करो तो क्या होगा कुछ कह नहीं सकते ।

राजथान विधानसभा का जनता के साथ ड्रामा

दोस्तों आपने देखा मार्च के महीने में भाजपा कोंग्रेस नें विधानसभा में खुल क्र ड्रामा क्या हफ्ते भर काम नहीं क्या झगड़ा क्या और फिर हास्यास्पद तरीके से हाथ मिला कर जनता को बेवकूफ बना दया आखिर बेनीवाल , राजेन्द्र सिंह राठौर नें अपराध किया था उन्हें नियमों के तहत निष्कासित क्या था तो फिर उनके कृत्य को बिना दंड दिए कैसे माफ़ कर सकते हें और अगर निलम्बन ग़लत था तो फिर सरकार को गलती मान कर सम्बन्धित ज़िम्मेदार का इस्तीफा लेना चाहिए खेर जो हुआ सो हुआ अब तो हफ्ते भर की विधानसभा का भत्ता विधायकों को नहीं मिले पूरी विधानसभा का खर्च उनसे और उनकी पार्टी से वसूलें लेकिन भाई एसा खान हो सकेगा यहाँ तो चोर चोर मोसेरे भाई हें सब मिल के जनता को लुटने में लगे हें और लूट भी रहे हें।

भ्रष्टाचार कानून बना मजाक

हमारे देशमें भ्रष्टाचार शिष्टाचार बन गया हे हालत यह हे के गली चोपाल पंचायत विधानसभा लोकसभा न्यायालयों में तक भ्रष्टाचार ने अपनी जड़ें बना ली हें और इसे रोकने के स्थान पर यहाँ राजनितिक और अधिकारिक स्तर पर इसे हवा दी जा रही हे हमारे देश में भ्रष्टाचार करने पर इसके विरुद्ध अव्वल तो शिकायत लिखना टेडी खीर हे फिर पकड्वाना मुश्किल हे पकड़ा जाए तो कानून देखो के जिस मामले की सुनवाई जज लेवल के अधिकारी करते हें वहाँ जमानत थाने पर हो जाती हे हेना मजेदार बात देश में खूब करो भ्रष्टाचार फिर भी संसद नहीं हे इससे निपटने को तय्यार जनता में इसके खिलाफ लिखने वाला नहीं हे कोई अखबार. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

विधान सभा में लोकतंत्र का उदा रहें हें मजाक

मार्च का महिना विधानसभा में जनहित में अनेक मुद्दों पर बहस के लियें होता हे लेकिन इस बार कमजोर सरकार की वजह से तीन दिनों से विधानसभा सब्ज़िमंडी से भी बदतर बनी हुई हे विधानसभा की अखाड़ेबाजी के चलते सभी विधायकों के भत्ते वेतन कट कर बीपीएल लोगों के लियें धन सुरक्षित रखना चाहिए और विधायक हो या मंत्री उनकी सभी लोगों की सदस्यता खत्म कर देना ऐसे में राजस्थान विधानसभा के लियें अब विधान्प्रिश्द की ज्यादा जरूरत महसूस होने लगी हे अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...