आपका-अख्तर खान

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24 मार्च 2010

महंगाई क्यूँ हे सरकार के अलावा सब जानते हें

हमारे देश में जरूरी चीजों के बहाव सातवें आसमान पर हें भाव क्यूँ बढ़ रहे हें आप और हम सब जानते हें नहीं जानती तो केवल सरकार नहीं जानती । सटोरिये व्यापारी बड़े मोल वाले सब मिलकर फसल या फल किसान से खेत में ही खरीददारी कर लेते हें और किसानों को कम दामों में सभी चीजें खरीद कर फल या जो भी उपज होती हे उसे गोदामों में भर लेते हें सारे गोदाम सरकार की निगाह में हें कानून बना हे कि लाइसेंस के बगेर गोदाम में अधिक सामन नहीं रख सकते लेकिन यह व्यापारी सरकार के ख़ास हें इसलियें यह अपने गोदाम भरे रखते हें बाज़ार में क्रत्रिम कमी बताकर गोदामों में भरा माल कमी से निकालते हें और मनमाने भावों में बेच कर जनता को ठगते हें काश सरकार गोदामों पर छापे मारे और देश में मूल्य नियंत्रित करे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भारत में विदेशी वकील कबाड़ा करेंगे

हमारे देश में वकीलों को अनुशासित तरीके से वकालत करवाने के लियें एडवोकेट एक्ट के तहत बार कोंसिल ऑफ़ इंडिया बनी हूई हे और उसका सदस्य होने के बाद ही उसे भारत में वकालत की इजाजत मिलती हे लेकिन हमारी सरकार विदेशियों के दबाव में आकर विदेशी वकीलों को एडवोकेट एक्ट का उल्लंघन कर भारत में पेरवी करने की इजाजत देने जा रही हे इसे में उनके अनूशासंन को कंट्रोल कोण करेगा । देश के वकील इसी बात को लेकर आंदोलनरत हें सरकार अपनी मनमानी पर अदि हे देखें विदेशियों की पिछलग्गू बनी सरकार क्या करती हे ।

कोटा वक्फ सम्पत्ति खुर्द बुर्द हो रही हे

कोटा की वक्फ सम्पति जो अरबों में हे पहले आवासन मंडल फिर यु आई टी , नगर निगम ने वक्फ सम्पति दबाई फिर वक्फ के पधाधिकारियों और कुछ मुस्लिम लुटेरों ने सम्पत्ति को लुटा अब जो थोड़ी बहुत बची हे उस सम्पत्ति की छत ,खेती की जमीन जंगली शाह बाबा के पत्थर के प्लाट वहन के १८ प्लाट किराए के नाम पर बेचे जा रहे हें कोंग्रेस की सरकार हे भाजपा के ओग कुछ कोंग्रेसियों के साथ मिलकर अरबों की वक्फ सम्पत्ति हडपने में लगे हें आम मुसलमान देख क्र भी खामोश हे

शिक्षा नगरी में शिक्षा माफिया

राजस्थान शिक्षा नगरी कोटा में इन दिनों शिक्षा माफिया सक्रिय हें यहाँ कोचिंग,प्राइवेट स्कूल, प्राइवेट कोलेज लोगों को लुटने में लगे हें हालत यह हें के शिक्षा दलाल यहाँ अपना हुनर दिखा रहे हें फर्जी कोलेज,फर्जी डिग्री देनें की यहाँ पुराणी कहानियाँ आम हो गयी हें कोटा ओपन यूनिवर्सिटी यहाँ पहले से ही संदेह में हे बंसल टीपाता हुआ पकड़ा गया हे ऐसे में यहाँ इन गतिविधियों की जाँच जरूरी हे।

कोटा में मुस्लिम धर्म को रोज़गार बना क्र अधर्म फेला रहे हें

कोटा में इन दिनोंमुस्लिमों के नाम पर कुछ लोग नमाज़ पढ़ाने,तन्त्र मन्त्र विद्या,निकाह पढाने ,फतवे देने ओरत का मैहर माफ़ करवा कर उससे तलाक दिलवाने का गेर कानूनी फतवा देने के नाम पर लाखों कमा रहे हें और इस गेर कानूनी काम के खिलाफ आवाज़ न उठे इसके लियें गिरोह बनाकर यह लोग क़ाज़ी शेहर की घेराबंदी कर उन पर दबाव बन रहे हें । विज्ञाननगर,स्टेशन और एनी इलाकों में क़ाज़ी शेहर की मर्जी के बगेर खुद के न्काह नामे छपवाकर निकाह करवाने को धंधा बनाया गया हे ,मस्जिदों में नमाज़ पढ़ाने के लियें इमाम की इस्लाम के खिलाफ तनख्वाह ते कर नियुक्तियां की जा रही हें । विज्ञानं नगर मुफ्ती दारुलुलुम ने तो घ्ज्ब कर दिया वोह फतवों के नाम पर रूपये लेकर गेरकानूनी अदालतें चला रहे हें तलाक मैहर माफ़ी के नाम पर ओरतों का शोषण हो रहा हे यह सब क़ाज़ी साहब की मर्जी के खिलाफ हो रहा हे कोटा कलेक्टर.राजस्थान सरकार को इस गोरखधंधे को रोकना होगा वरना विधिविरुद्ध बने मोलाना और मुफ्ती अपने जाती फायदों के लियें कोटा के अमन पसंद मुस्लिमों का बंटवारा कर यहाँ की शांति भंग कर देंगे।

कोटा राजथान में निकाह,फतवों का दोर

कोटा में इन दिनों तनख्वाह तय करके नमाज़ पढ़ने के लियें इमामों की नियुक्तियों का व्यवसाय चल रहा हे जबकि क़ाज़ी एक्ट के खिलाफ विज्ञानं नगर . स्टेशन सहित कई इलाकों में निकाह नामे देने और पेसे कमाने को दोर शुरू हो गया हे सभी ने खेरात जकात का अलग फंड बना लिया हे लोगों को व्यक्तिगत फायदों के लियें फिरकों में बाँटना शुरू क्र दिया हे हद यह हे के दारुल उलूम विज्ञाननगर में तो विधि विरुद्ध शरीअत अदालतों के नाम पर चोट वसूली कर ओर्तों का शोषण हो रहा हे सुनत हें खुद मुफ्ती के पास कोई डिग्री नहीं हे मगर वोह मनमाने फतवे देते हें कोटा कलेक्टर,राजस्थान सरकार को इसकी जाँच करवा कर केवल शेहर क़ाज़ी के न्काहनामों के अलावा सभी दुसरे फर्जी विधिविरुद्ध निकाहनामों को बंद करवाना चाहिए और फर्जी मुफ्ती के विधिविरुद्ध फ़सलों पर रोक लगाना चाहिए । वरना धर्म को रोज़गार बना कर अधर्मी काम करने वाले शेहर में माहोल बिगाड़ कर शांतिभंग कर देंगे .
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