तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
11 अप्रैल 2010
कोटा कलेक्ट्रेट में कर्मचारियों के फोटो परिचय पत्र
राजस्थान में एक जिला एसा भी हे जहां कोटा कलेक्टर की मर्जी के बगेर कलेक्ट्री में परिंदा भी पर नही मार सकता या तो अंग्रेजों के लाठ साहब का जमाना था जहां अँगरेज़ अधिकारी घुलाम देश के लोगों से अपनी मर्जी से मलते थे और कार्यालयों में आम जरूरतमन्द आदमी को घुसने पर भी पाबंदी थी कोटा में भी कुछ एसा ही हुआ हे यहाँ क्लीक्त्रेट की बाडेबंदी कर दी गई हे हालात यह हें के कोटा में अब कर्मचारियों के भी परिचय पत्र बनाये गये हें जो फोटो लगा कर उनके गले में डाल कर आने पर ही उन्हें कलेक्ट्रेट में प्रवेश दिया जाएगा यह सब उस पर हे जब यहा कोंग्रेस के दिग्गज मंत्री भा ज पा के तेज़ तर्रार निर्वाचित नेता हें। हे ना मजेदार बात के आज़ाद भारत के लोकतंत्र में एक जिला जो राजस्थान में हे वोह कोटा अब गुलामी मानसिकता की याद दिला रहा हे आप इस मामले को गिनीज़ रेकोर्ड में भी दर्ज करवाने के लियें भेज सकते हें वेसे यहाँ एक कलेक्टर आर एस गठाला इसे भी आये थे जो आम जनता के लियें हमेशा अपने चेम्बर का दरवाज़ा खोल कर रखते थे और नेताओं के लियें उनके दरवाज़े बंद थे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
राजस्थान में आज से सुबह सात बजे की अदालतें
जी हाँ भारत में एक राज्य राजस्थान एसा भी हे जहां लोगों को लू के थपेड़ों से बचाने के लियें राजस्थान हाईकोर्ट गर्मियों में दस से पांच बजे के बदले सुबह सात से बारह bjइ तक खोलने के आदेश होते हें और यहाँ जुलाई तक सुबह सात बजे से अदालतें खुलती हें वकील पक्षकार जज सभी टाइम पर आते हें और सभी कम वक्त पर शुरू हो जाता हे यहाँ हाईकोर्ट भी इसी वक्त खुलती हें और काम काज बदस्तूर चलता हे इन दिनों जेल से भी लोगों को छोड़ने का वक्त शाम से बदल क्र दोपहर का कर दिया जाता हे हे ना मजेदार बात के रेगिस्तानी राजस्थान में लोगों को लू से बचाने के लियें फार्मूला निकाल रहा हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
Firdaus's Diary: आज़ाद मुल्क की, ग़ुलाम औरतें...
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