आपका-अख्तर खान

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18 मई 2010

कोटा की पेयजल योजना शेतान की आँख

कोटा में राजस्थान सरकार नें पिछले पन्द्रह सालों में पेयजल व्यवस्था के नाम पर करोड़ों दरोद रूपये खर्च क्र दिए हें हालात यह हें के इतना रुपया खर्च होने के बाद भी चम्बल के तट पर बसे इस शेहर की कई बस्तियों में पिने का पानी नसीब नहीं हे हाल ही में यहाँ प्यासे लोग पुलिस के प्रकोप का शिकार हो चुके हें अब फिर से राजस्थान सरकार ने कोटा में करोड़ों की पेयजल योजना की घोषणा की हे लेकिन इसमें से काफी कुछ ओ भ्रष्टाचार की ही भेंट चढ़ेंगे और जनता हमेशां की तरह फिर प्यासी की प्यासी रह जायेगी अगर इसे रोकना हो तो इस कार्य की क्रयान्विती के लियें गेर सरकारी और गेर राजनितिक लोगों की निगरानी कमेटी बना कर उन्हें लेट लतीफ इंजीनियर और भ्रष्ट लोगों के खिलाफ अधिकार दिया जाए तो शायद कोटा में पानी का सपना जल्द साकार हो सकेगा । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

शट अप यु शट अप गाँधी की कोंग्रेस में

राजस्थान की कोंग्रेस में सत्ता की मदमस्ती में अब अनुशासन हीनता का बोलबाला हे हालात यह हें के कोटा बूंदी जयपुर नागोर अलवर जहां भी सन्गठन चुनाव की बैठकें हुईं वहां कोंग्रेसियों ने एक दुसरे के कपड़े फाड़े हें कल बीकानेर में कोंग्रेस के सांसद कर्नल सोनाराम और विधायक हरीश चोधरी में शट अप यु शट अप का गंदा खेल चला इससे गांधी से लेकर राहुल तक की कोंग्रेस शर्मसार हुई हे सत्ता के नशे में चूर कोंग्रेस राजस्थान में इन दिनों मनमानी पर उतर आई हे यहाँ प्रदेश कोंग्रेस में सी पी जोशी नें केंद्र में मंत्री बनने के बाद एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत नेतिकता के नाम पर इस्तीफा नहीं दिया और इसके बाद अनेक जिलों के जिला अध्यक्ष जो राज्य में मंत्री बने हें उन्होंने भी अपने पद नहीं चोदे इसी कारण एक ही आदमी के पास सत्ता और सन्गठन होने से कोंग्रेस आअज अनुशासन हीनता की तरफ बढ़ गयी हे कोंग्रेस की यह स्थिति वर्तमान परिस्थितियों में विस्फोटक हे और कुछ दिनों में अगर हालत नहीं सुधरे तो तू तडाक सडकों पर आ जायेगी वेसे भी हाल ही में जो छोटे मोटे पदों पर राजनितिक नियुक्तियां दी गयी हें उससे कार्यकर्ता असंतुष्ट हें और उम्मीद से कम मिलने पर वोह बगावत के स्वर तेज़ कर रहे हें ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री अशोक जी गहलोत , सी पी जोशी अगर सन्गठन को नहीं संभालते हे और सत्ता सन्गठन को अलग नहीं करते हें तो फिर कोंग्रेस की छवि का अल्लाह ही मालिक हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा की अदालतों का लापरवाह गवाहों के प्रति कड़ा रुख

कोटा में निजाम बदलने के बाद अदालतों ने मुकदमे में गवाहों की अनुपस्थिति के मामले में कड़ा रुख अपना क्र उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही जारी कर दी हे कोटा में सेकड़ों ऐसे मुकदमे हें जो प्रभावशाली और खासकर पुलिस के गवाहों के बार बार अनुपस्थित रहने के कारण बिना किसी वजह के लम्बे चलते हें बस इसी प्रवर्ति को देखते हुए कोटा की अदालतें अब गवाहों के खिलाफ सख्त हो गयी हें हाल ही में आई ऐ एस ,आई पी एस,चिकित्सक और अनेक वरिष्ट अधिकारियों के खिलाफ कोटा की अदालतों द्वारा गिरफ्तारी वारंट के साथ कारण बताओ नोटिस जारी करने से एस लापरवाह अधिकारियों में हडकम्प मचा हुआ हे लेकिन इससे अब मुकदमों का त्वरित निस्तारण होने लगेगा . अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आओ फतवा फतवा खेलें

अरे मेरे मुसलमान हिन्दू भाइयों आप कहां जा रहे हें प्लीज़ आइये बेठिये और मेरे साथ फतवा फतवा खेलियें । जी हाँ फतवा फतवे का मतलब आप जानते हें कोई भी इस्लामिक जानकार डिग्रीधारी विद्वान किसी पेचीदा मामले में इस्लामिक कानून को आधार बना कर अपनी सलाह देता हे तो वोह फतवा यानी इस्लामिक सलाह कहलाती हे ऐसी सलाह किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ देना इस्लाम के कानून के खिलाफ हे हमारे देश में अकबर,जहांगीर,शाहजहाँ, औरंगजेब जेसे लोगों के वक्त इस्लाम के सोदेबाज़ों ने मजहब स समझोता कर धर्म को रोज़गार बना लिया और मजहब धर्म और कुरान की आयतों का मोल कर अपना जीवन बसर करने लगे जहांगीर ने जब नूरजहाँ के पति द्वारा उसे तलाक दिए बगेर उसे रखा तो इस्लाम के जानकार फ्त्वागीरों को खरीदा गया इसके पहले अकबर नें जब कुरानी शिक्षा से अलग हट कर दिन ऐ इलाही च्ल्लाया और जोधा बाई को धर्म परिवर्तन करवाए बगेर पत्नी बना कर रखा तब फ्त्वागीरों को जागीरें और मोती रकम देकर अपने पक्ष में फतवे देने के लियें इन लोगों द्वारा खरीदा गया बस तब से ही हमारे देश में रूपये लेकर नमाज़ पढाना,तावीज़ गंडे के नाम पर पेसे एंठना, कुरान ख्वानी के रूपये लेना रूपये लेकर फातिहा देने का रिवाज शुरू हो गया और फिर इंदिरा जी के वक्त कोंग्रेस के पक्ष और विपक्ष में राज्यसभा के पद के लालच में या छोटे मोटे फायदे के बदले वोट डालने के एलान की फतवेबाजी का डोर शुरू हुआ आपको पता होगा करीब दो साल पहले स्टार टी वी चेनल पर स्ट्रिंग ओपरेशन के तहत रूपये लेकर फतवे देने वालों से रूपये लेकर फतवा देने के मामले में उनको टी वी पर दिखा कर बेनकाब किया था मेरे पास भी ऐसे पुख्ता फ्त्वागीरों के खिलाफ पुख्ता सुपुत हें जो रूपये लेकर फतवे देते हें और खुद तकवे से अलग रहते हें तक्वा तो दूर की बात अपने फायदे के लियें नेताओं के आगे पीछे सभी इस्लामिक मर्यादाएं ताक में रख कर घूमते रहते हें अआप जानते हें फतवा देने का हक केवल उसे हे जो इस्लाम का जानकार हो और तक्वा यानी कुरान के कानून पर चलने वाला हो आज हमारे देश में तकवे पर चलने वाला शायद एक भी मुसमान नहीं हे रहा फतवों की बात तो जब सोदेबाज़ी कर राजनितिक और निजी आधार पर कुरान के कानून के खिलाफ फतवे दिए जाने लगे हें तो फिर अब फ्र्वों की कीमत इस देश में क्या रह जाती हे दोस्तों जो फतवा दे रहा हे आप उसकी जासूसी करें की वेह तकवे यानी कुरान के कानून चल रहा हे या नहीं अगर नहीं तो फिर आप उसे बेनकाब करें दोस्तों आज इस्लाम इन धर्म को रोज़गार बनाकर रूपये एंठने वाले कठमुल्लाओं की वजह से खतरे में आ गया हे ऐसे में मेरी आप सभी देशवासी हिन्दू मुस्लिम भाइयों से गुजारिश हे के इन फ्त्वागीरों से बचो इसके पहले के यह आप लोगों की भीड़ बता कर खुद को राज्यसभा या किस अन्य पद पर बिठा कर पुरस्कार प्राप्त करें आप इन्हें बेनकाब करें इन धर्म को बदनाम करने वाले ठेकेदारों के पास आमदनी कहां से आ रही हे इसकी जांच करें और इन्हें सीधे सीधे समझाने के लियें आप खुद कुरान तर्जुमे के साथ पढ़ें कुरान इस्लाम का एक संविधान हे उसमें पैदा होने के पूर्व से मरने के बाद तक का फलसफा हे उसमें उठने, बेठने , चलने,फिरने ,खाने पिने,बीवी,माँ ,बाप ,नोकर, मालिक के साथ केसा सुलूक हो युद्ध केसे लड़ें पड़ोसी दोस्त दुश्मन के साथ केसा सुलूक करें इन सब का जवाब कुरान मजीद में हे तो दोस्तों अगर आप चाहते हें के यह देश खुश हाल रे यहाँ अमन रहे विकास हो और चारों तरफ भाई चारे सद्भावना की सुगंध हो अपना पन हो तरक्की हो ख़ुशी हो पढ़ाई का माहोल हो संम्पूर्ण साक्षरता हो तो फिर आज से ही शपथ लो के हिन्दू गीता और मुस्लिम कुरान को हिंदी अनुवाद के साथ पढ़ेंगे उसे समझेंगे उस पर अम्ल करेंगे और खुद जब धार्मिक रूप से साक्षर हो जायेंगे तो फिर यह फ्तवागीर सोदेबाज़ मनमाने अधर्मी फतवे जारी कर देश का माहोल गंदा नहीं कर पायेंगे इसलियें दोस्तों मस्जिद में गीता हो मन्दिर में कुरान और हर हिदुस्तानी के दिल में राष्ट्रभक्ति का ईमान हो ऐसे माहोल के लियें अपने अपने धर्म को खुद पढ़ें पंडों, मुल्लाओं की मोहताजी खत्म करें ताकि यह धर्म के नाम पर अधर्म फेलाने वाले फतवा फतवा खेलने वाले खेल का अंत हो सके। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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