आपका-अख्तर खान

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27 मई 2010

अब सेनिक न्यायाधिक्र्ण में भी पक्षपात

देश की रक्षा में लगे सेनिकों को जिन्हें देश ही नहीं विश्व निष्पक्ष इमानदार मानता हे आज उसी सेना के न्यायाधिकर्ण पर जांच के मामले में पक्षपात के गंभीर आरोप लगे हें ऐसा कारगिल की बढ़ी लढाई की जांच के मामले में हुआ हे इस खुलासे के बाद तो देश को अब इस मामले में गंभीरता से सोचना होगा तब खिन जाकर ही देश में सुरक्षा मामलों के अनेक सच सामने आ सकेंगे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आपदा राहत मामले में कोटा में इन्तिज़ाम नहीं

आज मोसम के पूर्वानुमान के तहत मानसून तेज़ बरसने की संभावना हे लेला जेसे तूफानों के बाद नये तेज़ अंधड़ बिजली प्रकोप का कोटा को मुकाबला करना हे यहा नालों की सफाई वक्त पर नहीं होने से सडकों पर बाद की स्थिति पैदा होकर पानी घर में घुस जाता हे अनेक बस्तियां डूब में आ जाती हें अंधड़ से विज्ञापन बोर्डों से जान माल का नुकसान होता हे जबकि पेड़ गिरने से भी अकाल मोटे होती हें इतना ही नहीं कोटा पिकनिक स्पोट होने से यहाँ पिकनिक स्पोतों पर अनेक मनचले बच्चे लापरवाही के कर्ण दुर्घटना ग्रस्त हो जाते हें इसके अलावा भी कोटा में अनेक हालात आपदा दुर्घटना के बने हुए हें । इन सब क बावजूद भी कोटा में इस घटनाओं के निवारण के लियें जिला प्रशासन ने काक्ज़ी कार्यवाही के अलावा और कुछ विशेष प्रबंध नहीं किये हें । देखो कोटा को आने वाले आपदा खतरों से हुडा ही बचाए। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा के वकील चोबे जी बनने गये थे छब्बे जी बन गये

कोटा के वकील हडताल कर मुख्य मंत्री जी से कोटा में हाई कोर्ट खोलने,रेवेन्यु बोर्ड की डबल बेंच खोलने, उपभोक्ता स्टेट फॉर्म की सर्किट बेंच खोलने और वकीलों के लियें कोलोनी की मांग पर मिलने गये थे मुख्यमंत्री जी ने न्यायिक प्रक्रिया को विकेन्द्रित करने के लियें शिष्ट मंडल को आश्वस्त किया था लेकिन चार माह अब लगता हे की कोटा के वकील जो मुख्यमंत्री के पास चोबे जी बनने गये थे वोह अब छब्बे जी बन गये हें कोटा में हाईकोर्ट की बेंच स्थापना की तो दूर की बात हे यहा राजस्व मंडल की डबल बेंच भी स्थापित नहीं हुई हे इतना ही नहीं वकीलों को भडकाने के लियें नगरपालिका कानून की अपीलें,निग्रानियाँ जो संभागीय आयुक्त सुनते थे नगरपालिका पुराने कानून की धारा ३०० जो अब नये कानून में ३१७ हो गयी हे उसका सहारा लेकर नगरपालिका उप शासन सचिव ने एक अधिसूचना जारी करते हुए संभागीय स्तर पर अपीलों के अधिकार चीन कर केवल जयपुर शासन शिव में निहित कर दिए हें कोटा के संभागीय आयुक्त ने तो संभाग यानी कोटा बूंदी बारा झालावार की अपीलें जयपुर भेज दी हें अब बताओ हजारों हजार लोग पक्षकार वकील इस मामले में राजस्थान सरकार को कोस रहे हें देखना हे के इस मामले में अब वकीलों द्वारा और ह्यूमन रिलीफ सोसायटी कोटा द्वारा मुख्यमंत्री जी को आयना दीखान के बाद वोह किया सुधार करते हें। ललेकिन यह सच हे के कोटा के वकील चोबे जी बनने के चक्कर में छब्बे जी बन गये हें। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोचिंग किंग कोटा का ताज छीनने की साजिश नाकाम

देश भर में आई आई टी सहित सभी पढाई के कोर्सों का कोचिंग किंग का खिताब जीत कर विश्व भर में इंजीनियर,डोक्टर,सी ऐ देने वाले कोटा शेहर का ताज छीनने की राजनितिक कोशिशें नाकाम साबित हो गयी हें ध्यान रहे कोटा ही देश का एक ऐसा शिक्षा केंद्र हे जहां इंजीनियर डॉक्टर्स की फसल लहलहाती हे बीएस इसी मामे में राजनितिक नाराजगी रखने वाले नेताओं की कोटा से चिड हो गयी और हालात यहा तक पहुंच गये के कोटा के जबड़े में आई आई आई टी यहाँ से छीन कर जोधपुर मुख्यमंत्री गेलोत जी ले गये फिर मानव संसाधन मनरी ने कोचिंगों पर कहर धाया कोटा में निजी स्कोलों के कड़े नियम किये गये कोशिस की गयी की कोटा का कोचीन की सफलता का ताज इस बार कोटा से छीन जाए लेकिन कहते हें जानको राखे सैया मार सके ना कोई बस इस कारण कोटा इ लाज इस बार भी भगवान ने रख ली और कोटा कोचीन में पढने वाले छात्रों का ही आई आई टी में नम्बर आया हे जा सोचिये जहां आई आई टी के छात्रों की खेती होती हे वहां आई आई टी के इम्तेहान का केंद्र स्थापित जान बुझ कर नहीं किया जाता हे यह सब केंद्र सरकार द्वारा कोटा के विकास से गिन गिन कर बदला लेने के लियें किया जा रहा हे लेकिन वहा रे कोटा के गुरुओं के भी महा गुरुओं तुमने कोटा की लाज भा कर इस बार भी देश भर के छात्रों में से कोटा से ही आई आई टी के बच्चों की लेल्हाती फसल दी हे और आगे भी कोटा को इसीतरह गोरवान्वित किया जाता रहेगा काश केंद्र और राजस्थान सरकार इस मामले में कोटा से बदले की भावना भुलाकर सकारात्मक माहोल डी तो बस फिर तो कोटा देश का ही नहीं विश्व अग्र्तनी कोचीन सिटी बन जाए इश्वर केंद्र और राजस्थान सरकार को सद्बुद्धि दे। अख्तर खान अकेला कोटा राजथान

कोटा बारां के मामले में कोंग्रेसी में महाभारत

राजस्थान में कोटा बारां के दो गुरु चेले कहें जाने वाले मंत्रियों के बीच में इन दिनों ठन गयी हे प्रमोद भाया जो बारां के विधायक हें और राजस्थान सरकार में पी डब्ल्यू डी मंत्री हें वोह कभी कोटा के विधायक और राजस्थान सरकार में गढ़ मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल के चेले कहें जाते थे धारीवाल ने ही भाया को राजनीति में ऊँगली पकड़ कर चलना सिखाया निर्दलीय विधायक बना कर एक नया कीर्तिमान बनाया लेकिन अब भाया हें के धारीवाल जी गुरु मंत्री को ही आँखें दिखाने लगे हें हाल ही में भाया ने उनकी पत्नी के नाम से बनाये गये त्रस्त के माद्यम से सरकार के नियन्त्रण मन चल रही कोटा की एक संधि धर्मशाला को सस्ते दामों पर किराए पर लिया और फिर पी डब्ल्यू डी से गुप चुप लाखों के विलासिता भोग वाले काम करवा कर वहां ट्रस्ट का कार्यालय कायम किया शर्त यह रखी के धर्मशाला में बारां झालावाड के मरीजों को ठेराया जाएगा इसी बीच धारीवाल समर्थकों में से किसी की भाया के समर्थकों से तू तू में में हो गयी फिर किया था धारीवाल समर्थकों ने आनन फानन में फोन घनघना दिए और लोग अख्त्ते होकर कलेक्टर के पास भाया की कार गुजारियों की जांच करने पहुंच गये वेसे सम्बन्धित ट्रस्ट की आय और खर्च की भी जान्च्च होना जरुरु हे क्योंकि इसम भ्रष्टाचार का शिष्टाचार साफ़ तोर पर झलकता हे अब राजस्थान के मुख्यमंत्री जो इस मामले में कोटा आना चाहते थे पशोपेश में हें के विवादित धर्मशाला के उदघाटन कार्यक्रम में आकर वोह दुसरे मंत्री को केसे नाराज़ करें अब देखना हे के हाडोती के दो मंत्रियों की इस लढाई को केसे सुलझाई जा सकेगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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