आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

29 मई 2010

रेल दुर्घटना पर भी ममता की राजनीति

देश में रेल प्रबन्धन संभाल पाने में पूरी तरह से असफल रहीं रेल मंत्री सुश्री ममता को अब रेल हादसों और आतंकी ह्म्लान में भी राजनीति नजर आने लगी हे आज रेल मंत्री ममता ने अपने बचकाने ब्यान में तो हद ही कर दी उन्होंने रेल हादसे में राहत कार्यों की तो बात नहीं की म्रत्कों श्रद्धांजली नहीं दी उलटे हादसे पर राजनितिक सवाल खड़े करते हुए कहा इस का ताल्लुक राजनीति से हे यानी बंगाल में होने वाले निकाय चुनाव से इस हादसे को ममता ने जोड़ दिया अब आप ही बताओ ऐसे लोगों को क्या देश के मंत्री मंडल में रहने का अधकार हे जो हर हादसे के पीछे अपनी निजी राजनितिक रोटिया सकते हों। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मेरी बेटी नें उसके जन्म दिन पर मुझे किया लाजवाब

मेरे ब्लोगर भाइयों , बहनों,बुज़ुर्ग मार्ग दर्शकों सबसे पहे तो में आपको यह बता दूँ के आज मेरी सबसे प्यारी ६ वर्षीय बेटी सदफ अख्तर का जन्म दिन हे आज से वोह सातवें वर्ष में लग जायेगी मेरे दो बेटियाँ और एक पुत्र हे , तो दोस्तों मेने मेरी बेटी सदफ अख्तर को जन्म दिन की बधाई देने के लियें गले लगाया बर्थडे वीश किया प्यार किया उसने भी मेरा शुक्रिया मेरे गाल पर प्यार करके अदा किया इसी बीच मेरी बढ़ी लडकी जवेरिया अख्तर जो १३ वर्ष की हे वोह और बढ़ा पुत्र शारुख खान जो १६ वर्ष का हे वोह भी आ गये मेने उन्हें देख कर छोटी बच्ची सदफ को गोदी से उतारा और दोना बढ़े बच्चों को गले लगा कर प्यार किया बीएस फिर किया था मेरी छोटी बच्ची सदफ अख्तर जिसका आज जन्म दिन हे उसने नाराज़ होकर पापा से मुंह चढ़ा लिया मेने जब उसका चढा मुंह देखा और वक्त को भांप कर के मिरी छोटी बच्ची को दोनों बढ़े बच्चों को प्यार करना नागवार गुजरा हे तो मुझ से रहा ना गया और मेने मेरी छोटी बच्ची सदफ अख्तर को फिर गोद में उठाया उसे प्यार किया समझाया के बेटा यह भी तुम्हारे भाई बहन हें पापा जेसे आपके हें इसीतर इनके भी हें तो इनको भी पापा तो प्यार करेंगे ना, बीएस फिर क्या था उसने रूहांसा मुंह बनाया और कहा के पापा आप ठीक कह रहे हो लेकिन मेरी बात भी सुनो उसने रुहांसी होकर कहा के देखो पापा मुझे अभी ६ साल हुए हें जवेरिया बाजी को १३ साल और शाहरुख भाईजान को १६ साल हो गये तो आपने बाजी को १३ साल और भाईजान को १६ प्यार किया हे मुझे तो अभी ६ साल का ही प्यार मिला हे उसने मासूमियत स कहा क अब आप ही बताओ पापा के इन दोनों बाजी भाईजान से तो आपके प्यार पर अब मेरा हक हे मेरी बेटी सदफ का यह जवाब सुनकर में सकते में आया गया और लाजवाब होकर सोचने लगा के मेरी मासूम सी बच्ची क्या सच कह रही हे ? या ग़लत प्यार में छोटे बढ़े के सालों की गणित का गुणा भाग खान तक श हे मुझे नहीं पता लेकिन प्लीज़ आप लोग भी बताएं की क्या मेरी बच्ची ने सच कहा ? अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सलमान राजस्थान होने लगे हें

जी हाँ फिल्म स्टार सलमान खान जिसने राजस्थान मी जेल में कई राते बिताई हें कई तकलीफें जिल्लत उठाई हे आज व्ही सलमान राजस्थान की एक मंत्री बिना काक के कारण राजस्थान होने लगे हें बिना काक जो कई फिल्मों में सलमान खान की मां का किरदार निभा चुकी हें कल जयपुर में उनकी बेटी की शादी थी बीएस बुलावा गया और सलमान अपने घर परिवार के साथ खुद और भाइयों को लेकर जयपुर के लियें रवाना हो गये उनके साथ केटरीना का तो आना ही था सलमान को राजस्थान के एक मंत्री दुर्रु मियाँ के बंगले पर ठहराया गया इसके पहले भी सलमान बिना काक के बेटे की शादी में आये थे जो कलाकार मुंबई में एक झलक के लाखों रूपये मिनट के हिसाब से मेहनताना लेते हों अगर वोह कलाकार मुफ्त में किसी के यहाँ मेहमान बन कर आयें और मुख्य रस्मों में हिस्सा लेकर पारिवारिक सदस्य की तरह उसे निभाएं तो समझ लेना चाहिए की जरुर दाल में कुछ काला हे और इन संबंधों के कारणों की जांच करवा कर जनता के सामने सच भी लाना चाहिए की आखिर राजस्थान के सजायाफ्ता अपराधी पर एक मंत्री इतनी मेहरबान क्यूँ हें और इस अभियुक्त अभिनेता की क्या मजबूरी हे जो वोह उस मंत्री के इशारे पर नाच रहे हें सोचने की और जांच करवाने की बात हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

न्यायालयों की कार्यवाही का सीधा प्रसारण

कोटा में आज देनिक राजस्थान पत्रिका ने मेरे पूर्व में भेजे गये विचार जिसमें न्यायालयों में सर्किट केमरे लगाया जाकर न्यायिक कार्यवाही पर वरिष्ट जजों द्वारा निगरानी की आवश्यकता बताई गयी थी उसे आगे बढाते हुए पत्रिका ने जजों की इस मामले राय ली हे की आखिर न्यायालयों की कार्यवाही का सीधा प्रसारण क्यूँ नहीं किया जासकता इस सवाल पर विचार आये हें की गोपनीयता से बुराइयां बढती हें और सार्वजनिकता से बुराइयों पर अंकुश लगता हे वेसे भी जनता को जान्ने का हक हे कि उनके देश कि न्यायपालिका क्या कर रही हे इस मामले में कुछ पूर्व न्यायधीशों ने इसे ग़लत भी बताया हे लेकिन आज मुझे ख़ुशी ह के मेरे विचार पर कुछ सरगर्मियां तो शुरू हुईं में तो इस कोशिश में लगातार लगा हुआ हूँ कि प्रत्येक न्यायालय में सर्किट केमरे लगें और उस पर वरिष्ट जजों कि निगरानी हो अगर आप भी इस विचार को क्रियान्वित कराने में मेरा साथ देंगे तो निश्चित तोर पर इस देश में एक बार यह क्रांतिकारी कार्य होकर रहेगा और जनता को मुकदमों कि लेटलतीफी सहित अनेक समस्याओं से मुक्ति मिल सकेगी। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पाकिस्तान के हिन्दू भाइयों को बचाने के लियें मुसलमान पहल करें

दोस्तों भाइयों और बहनों देश के लियें और देश मुसलमान भाइयों के लियें एक बुरी खबर हे पाकिस्तान में नापाक कार्यवाही करते हुए वहां हमारे हिन्दू भाइयों को मुसलमान बनने पर मजबूर किया जा रहा हे सुनते हें वहां एक हफ्ते में पचास हिन्दू भाइयों को विधि विरुद्ध तरीके से मुसलमान बनाया ज्ञ हे दोस्तों हम और पाकिस्तान अंतर राष्ट्रीय कानूनों से बंधें हें और किसी भी धर्म के व्यक्ति को उसकी मर्जी के खिलाफ धर्म बदलने के लियें मजबूर नहीं किया जा सकता इसके लियें हमारा विदेश मंत्रालय और हमारी सरकार कोई कार्यवाही करेगी ऐसा लगता नहीं हे इसलियें सरकार पर भरोसा कर हाथ पर हाथ धरे बेठे रहने का वक्त नही हे आज पाकिस्तान के हिन्दू भाइयों को हमारी जरूरत हे इसलियें हमे सब को पाकिस्तान सरकार और हिन्दुस्तान में बेठे पाकिस्तानी एजेंटों को घेर कर यह साफ़ कर देना होगा के अगर पाकिस्तान में हिन्दू भाइयों पर जोर जबरदस्ती हुई तो फिर हिन्दुस्तान का मुसलमान इसे बर्दाश्त नहीं करेगा नापाक इरादे वाले पाकिस्तानियों को यह भी बताना पढ़ेगा के अगर उन्हें धर्म निरपेक्षता का स्वर्ग देखना हे तो हिन्दुस्तान चले आयें केसे यहाँ हिन्दू मुस्लिम भाईचारे सद्भावना के साथ रहकर एक दुसरे के सुख दुःख में काम आते हें अनूठा पाकिस्तान को भारतीय मुस्लिमों का विरोध सहने के लियें तय्यार रहना चाहिए। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा जेल में केदियों की अकाल मोतें

कोटा जेल में जेल प्रबन्धन की लूटखसोट और कुप्रबंध लापरवाही के चलते जेल में आये दिन केदियों की अकाल मोतें हो रही हें , सब जानते हें के कोटा जेल राजस्थान की बड़ी जेलों में से एक हे यहाँ कुशल चिकित्सक और लम्बा चोडा स्टाफ तेनात हे साथ ही यह भी सुविधा हे के केदियों की ज़्यादा तबियत खराब होने पर उन्हें महाराव भीमसिंह अस्पताल में इलाज के लियें गार्ड पर्ची काट कर भेज दें लेकिन कोटा जेल में जो बीमार नहीं होता हे उसके प्रभावशाली होने पर या फीलगुड करवाने पर जेल प्रशासन उसे भर्ती करने के लियें बड़े होस्पिटल भेज देते हें लेकिन जो गरीब केदी गंभीर बीमार होता हे उसकी जरा भी सुध नही ली जाती हे कोटा में पिछले दो वर्षों का अगर इतिहास उठाकर देखें तो दर्जनों मोतें अकाल हुई हें जिसके पीछे केदियों की बिमारी से ज़्यादा जेल प्रशासन और चिकित्सकों की लापरवाही रही हे । वेसे कोटा जेल में क्षमता से अधिक केदी भर्ती हें यहाँ केदियों के उचित रख रखाव के लियें राजस्थान और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जेल प्रशासन और राजस्थान सरकार को कई बार विशेष दिशा निर्देश जारी किये हें । कोटा में अनेक केदी जो स्मेक या नशे के आदि होते हें उनके बारे में सरकार या जेल प्रशासन या पुलिस प्रशासन उन केदियों को नशामुक्ति वार्ड में भर्ती नहीं कराते हें नतीजन नशे के आदि जेल में बंद केदी जेल के नोसिखिये चिकित्सकों की लापरवाही का शिकार होकर बेमोत मर रहे हें इस मामले में हुमन रिलीफ सोसाईटी की शिकायत पर मानवाधिकार आयोग ने जेल प्रशासन को लताड़ भी पिलाई हे लेकिन सब बेकार हे अभी भी वक्त रहते अगर कोटा जेल में सुधार नहीं हुआ तो यहाँ केदियों की अकाल मोतों के बाद उनके परिजनों द्वारा हिंसा भडकाने की कार्यवाही की जा सकती हे इस लियें अब कोटा जेल और जिला प्रशासन को सुधरना चाहिए वेसे सुनील बत्रा वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कलेक्टरों को जिला स्तर पर जेल की त्रेमासिक जांच के लियें पाबन्द किया हे लेकिन सब बेकार हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा जेल में केदियों की अकाल मोतें

कोटा जेल में जेल प्रशासन के कुप्रबन्धों और अवेध चोथव्सुली की कार्यवाहियों के चलते yh

बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना

मेरे मामू जान की लडकी शिब्बी की शादी नजदीक आ रही हे आज वोह कार्ड पसंद करने गये थे एक कार्ड दस रूपये से तीन सो रूपये तक का था, शादी की जगह की त्य्यारियाँ भी देखीं वहां विवाह स्थल दो लाख रूपये का किराए पर मिला जहां तीन लाख का डेकोरेशन खाने की तो आप पूंछो मत जेसा खाना नेसी कीमत एक आदमी की प्लेट पर सो रूपये से पांच सो रूपये तक का खर्चा था बरात ठेराने और उनके नास्ते की तो बात ही अलग हे लेकिन गुप चुप लें दें जिसे दहेज़ नाम की बुराई से जाना जाता हे वोह लाखों का सोना चांदी आवश्यकता की चीजों का मामला अलग हे अब आप ही बताओ अपने लाडली जिसे लाखोबं रूपये खर्च कर पढाओ लिखाओ और फिर कलेजे के टुकड़े को अलग करने का इतना बधा जुर्माना हे ना इस समाज का दुखद रिवाज , इसी वजह से आज सामूहिक विवाह सम्मेलनों की तरफ समाज बढ़ गये हें सरकारें और समाज सेवक इस मामले में काफी मददगार हें तो मेरे ब्लोगर भाइयों आप भी सामूहिक विवाह समारोह जिनका नया आधुनिक रूप हो चाहे उनमें थोड़ी आधुनिकता हो ऐसे विवाह का कोई प्लान बताएं ताके कम खर्च में अच्छी शादियाँ होने लगें और लडके वाले बरात के इन्तिज़ाम को लेकर नाक भों सिंकोद्ना बंद करदें अगर ऐसी कोई दवा आपके पास हे तो क्रप्या बताएं इस समाज को में और आप मिलकर कम खर्चीला बनाएं अ। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...