आपका-अख्तर खान

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31 मई 2010

कोटा में जनसंख्या के अनुपात पर थाने चोकी नहीं

कोटा में जनसंख्या के अनुपात से बहुत कम थाने और चोकियां हें यहाँ एक नये थाने और तीन चोकियों की जरूरत हे इस मामले में कोटा के विधायक और ग्रहमंत्री ने भी प्रयास तेज़ कर दिए हें हाल में यहाँ तीन चोकियां कागजों में चल रही हें कोटा में एक तरफ तो शिक्षा की वजह से जनसंख्या में व्रद्धी हुई हे साथ ही अपराधों का ग्राफ और पुलिस की सम्मन तामिल सुरक्षा मंत्री कार्यक्रमों के झमेले हें और आवश्यकता से कई गुना पुलिस कर्मियों अधिकारीयों संसाधनों की कमी हे एक तरफ तो राजस्थान में जयपुर में कमिश्नर प्रणाली की बात अंतिम चरणों में हे तो दूसरी तरफ हमारे ग्र्ह्म्न्त्रिउ के कोटा शेहर में थानों चोकियों की कमी अखरने वाल बात हे आखिर सिमित पुलिस कर्मी बेचारे केसे अपराध नियन्त्रण करें। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा में चम्बल शुद्धिक्र्ण का काम शुरू

कोटा में चम्बल शुद्धिक्र्ण के नाम पर २०० करोड़ की योजना क्रियान्विति की शुरुआत हो गयी हे इसके लियें सो करोड़ रूपये पर्यावरण प्रदुषण की द्रष्टि से तो सो करोड़ रूपये नालों और सडक निर्माण की द्रष्टि से करवाए जाने की स्वीक्रति मिली हे कोटा में चम्बल को तीस से भी अधिक नालों और दैव्र्जं चेनल से कहता हे लेकिन इन दिनों कोटा थर्मल की राख कोटा के निवासियों और चम्बल के लियें मुसीबत बनी हे यहाँ चम्बल में रोज़ थर्मल का प्रदूषित पानी और सेकड़ों तन राख जा रही हे इसे रोकने के लियें राजस्थान या केंद्र सरकार ने कुछ खास नहीं किया हे गंगा शुद्धिक्र्ण योजना के तहत कोटा को दी जाने वाली इस राशि के खर्च पर निगरानी के लियें अगर स्वतंत्र जनसेवकों की निगरानी नहीं रही तो ये रकम यहाँ के इंजीनियर एद्ज्स्टमेंट के नाम पर छत कर जायेंगे और कोटा फिर वहीं गंदी चम्बल वाला कोटा रह जाएगा देखते हें निगरानी होती हे या इस नाम पर हमेशां की तरह भ्रष्टाचार होता हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

देश के अफसर नेताओं से परेशान

दोस्तों केंद्र सरकार ने एक सर्वे करवाया हे जिसमें कहते हें के अधिकारियों से राज नेताओं के बारे में बात की गयी और अधिकारियों ने खुद को नेताओं के रवय्ये से दुखी और परेशान बताया हे अधिकारियों नें तो सर्वे में यहाँ तक कह दिया बताते हें केवोह इस परेशानी से तंग आकर नोकरी तक छोड़ने को तय्यार हें , तो देखा दोस्तों एडा बनके पैदा खाने वाले यह अधिकारी जिनके निकम्मे और निठल्लेपन से देश असुरक्षा और भुकमरी के कगार पर ह जो अधिकारी देश को दीमक की तरह से चाट रहे हें आज वः अधिकारी देश की राजनीति को बदनाम कर रहे हें जनाब में कहता हूँ के अगर सरकारी सर्वे में अधिकारी नकरी छोड़ना चाहते हें तो उनसे तुरंत सरकार इस्तीफा लेले हमारे देश के नोजवान इस ज़िम्मेदारी को उनसे बेहतर तरीके से निभा लेंगे सब जानते हें खाने पीने वाली रूआबदार जगहों पर अपनी पोस्टिंग करवाने के लियें यह अधिकारी किस हद तक गिर कर नेताओं के तलवे चाटते हें कुल मिला कर सरकार का यह सर्वे और रिपोर्ट जिसमें अधिकारी राजनीति से तंग आकर नोकरी चोदना चाहते हें एक दम झुंट का पुलंदा हे इसके जांच के लियें सरकार सर्वे में इस तरह के विचार देने वाले अधिकारियों की अंतिम इच्छा नोकरी छोड़ने की उनसे जबरन इस्तीफा लेकर पूरी कर दे फिर देखो कितने अफसर च्प्दासी की तरह गिडगिडाते नजर आजायेंगे कितने ही अफसर यूनियन के नाम पर अपना दबाव बनायेंगे और कितने ही अफसर अदालतों का चक्कर लगायेंगे , सही बात तो यह हे के अधिकारी नेताओं और जनता को बेवकूफ बना कर अपनी ताकत बधा रहे हें और कुछ एक अपवादों को अगर छोड़ दें तो यह अफसर देश को दीमक की तरह से चाट रहे हें अब तो इन्हें बदल कर देश बचाने और नोजवानों को आगे लाने की जरूरत आन पढ़ी हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

इम्फाल देश में कहां हे

दोस्तों इम्फाल जिसके बारे में आप सभी जानते हें गरीब आदिवासी इलाका बता कर यहाँ के नेता योजनाओं के नाम पर मजे कर रहे हें लेकिन दोस्तों अब तो वहां निकम्मी सरकार की मिली भगत से कालाबाजारी और मुनाफ़ा खोर मजे ही क्या भुत ज़्यादा मजे करने लगे हें खबर हे के वहां इन दिनों पेट्रो १५० रूपये लिटर और २००० रूपये का एक गेस सिलेंडर खुलेआम आपूर्ति का क्रत्रिम अभाव बता कर बहा जा रहा हे अब आप देखिये जहां इस कीमत पर यह आवश्यक वस्तुएं बिक रही हें और इस कीमत पर वहां खरीददार हें तो केसे व्वहा घ्रिबे हे कहते हे जहां ऐसे खरीददार होते हें वहां व्ही देश के ग़द्दार होते हें अब देखना हे के सरकार वहां क्या गुल खिलाती हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान पुलिस के लियें जेल में बंद केदी सर दर्द बने

राजस्थान में जेल की सींखचों में बंद केदी राजस्थान पुलिस के लियें सर दर्द बन गये हें यहाँ जेल में बंद अधिकतम केदी जेल से ही मोबाइलों से अपनी हुकुमत और काला कारोबार चला रहे हें अभी हाल ही में कोटा , जयपुर,अजमेर पुलिस ने ऐसे वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश कर चोरी के वाहन बरामद किये हें जो जेल में बेठ कर हे अपने चेलों से वाहनों की चोरी करवाकर वाहनों की खरीद फरोख्त कर रहे हें । अब आप ही बताइए के जेल में मोबाइल पहुंचने से केदियों को केद खाने से काला कारोबार चलाने की सुविधा हो गयी हे तो पुलिस को इन लोगों को पकड़ कर सजा करवाने में दुविधा हो गयी हे कोटा पुलिस भी कुछ कम नहीं हे वाहन चोरी की शिकायतों से तंग आकर उसने नयापुरा अदालत चाराहे सही विभिन्न स्थानों पर सरकारी खर्च से चेतावनी लिखवाई हे के यह यह चोरी संभावित क्षेत्र हे अब आप ही बताओ के पुलिस को जब पता हे के उक्त स्थान से वाहन चोरी होते हें तो फिर वोह अपने सादी वर्दी के जासूस पुलिसकर्मियों को लगा कर ऐसे वाहन चोरों को क्यूँ नहीं पकडती लेकिन ऐसा नहीं पुलिस ने तो बीएस वाहन चोरी क्षेत्र लिख कर अपना कर्तव्य निभा लिया हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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