आपका-अख्तर खान

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02 जून 2010

राजस्थान के कोटा में चिकित्सा कर वसूली

राजस्थान के कोटा में पहले क्लेकित्री में आम आदमी का प्रवेश गेर लोकतान्त्रिक तरीके से निषिद्ध किया गया और अब संविधान की भावना के विपरीत सरकारी चिकित्सालय में भी मरीजों से २ रूपये दस रूपये की पर्चिया काट रहे हें ध्यान रहे के भाजपा शासन में जब इसे लागू किया था तो कोंग्रेस के नेताओं ने हंगामा खड़ा कर इस व्यवस्था को बंद करवा दीथी लेकिन अब हालात अजीब हें खुद कोंग्रेस काल में ही अवेध चोथ्व्सुली करना शुरू कर दी गये हे। वेसे कोंग्रेसी इस मामले में दबे शब्दों में विरोध कर रहे हें लेकिन ऐसी व्यवस्था से ग़रीबों और आम जनता को मुफ्त और त्वरित चिकित्सा देने की सरकार की मंशा असफल हो गयी हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आइफा अवार्ड से फ़िल्मी सितारे दूर

विश्व का सबसे बढा फ़िल्मी अवार्ड आइफा फिल्म एवार्ड श्रीलंका में प्रस्तावित हे यह कार्यक्रम श्रीलंका में होने के कारण दक्षिणी भारतीय इस अवार्ड के बहिष्कार के सभी प्रयास कर रहे हें सुनते हें के दक्षिणी भारत के रजनीकांत हीरो नें अमिताभ बच्चन , सलमान, आमिर, शारुख को फोन कर इस अवार्ड समारोह में दक्षिणी भारतीयों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए नहीं जाने की गुजारिश की हे पहले तो बिग बी इसके लियें नहीं माने थे लेकिन अब जब उनकी रामायण फिल्म रिलीज़ होना हे उसके भविष्य को देखते हुए उन्होंने रजनीकांत का प्रस्ताव स्वीकार किया हे देखो अब फिल्मों में भी लिट्टे समर्थकों की राजनीति हावी हे इस पर भी एक जीवंत फिल्म बनाना चाहिउये। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान में तबादला उद्योग शुरू

राजस्थान में तबादला उद्योग अभी ज़ोरों पर चल रहा हे अपने इच्छित स्थान पर लगने के प्रयासों में जुटे कर्मचारी मास्टर नेताओं के चक्कर काटने लगे हें हालात यह हे के नेता और मंत्रियों के बंगले कार्यकर्ताओं और जरुरतमंदों से भरे पड़े हें इस तरह कुल मिला कर इन दिनों राजस्थान सरकार में तबादला उद्योग तेज़ी से चल रहा हे और इसी मामले को लेकर कार्यकर्ताओं और नेताओं में मतदाताओं के साथ सर फुटव्वल जारी हे अब देखना हे के तबादला उद्योग का अंत कितना दुखद होता हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

अब वकालत के लियें भी पूर्व इम्तिहान

देश में अब वकालत करना आसान नहीं हे वकालत के पूर्व एल एल बी करने वाले छात्रों को बार कोंसिल ऑफ़ इंडिया का एक इम्तिहान पास करना होगा ,बार कोंसिल ऑफ़ इंडिया का यह अच्छा कदम हे लेकिन इसका तरीका अस्न्वेधानिक रखा गया हे इसमें पारदर्शिता का अभाव इसे बदनामी का कारण बना सकता हे एक तो यह परीक्षा खुद बार कोंसिल नहीं ले रहा हे दूसरी संस्था के माध्यम से परीक्षा करवाना बार कोंसिल की विश्वसनीयता को कम करता हे और आज जब सुचना का अधिकार कानून का बोलबाला हे तब रिजल्ट केवल पास फेल में देने की घोषणा नियत पर शक पैदा कर सकता हे इसलियें बार कोंसिल को यह प्रस्तावित रजिस्ट्रेशन इम्तिहान खुद अपने बल बूते पर लेना चाहिए साथ ही परिणाम में पारदर्शिता बरतते हुए छात्रों को उनके प्राप्त अंकों का विवरण और री चेकिंग की व्यवस्था रखना आवश्यक हे ताकि मेडिकल कोंसिल ऑफ़ इंडिया की तरह के घोटाले सामने नहीं आयें और बार कोंसिल ऑफ़ इंडिया की प्रतिष्टा बची रह सके। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोहिनूर हिना अब तो भारत लाओ

देश में ब्रिटेन की गुलामी की मानसिकता के चलते हमारे राजा महाराजाओं ने देश की शान कोहिनूर हीरा को क्वीन एलिजाबेथ को परोस दिया और उन्होंने इसे भारत की गुलामी की यादें ताज़ा रखने के लियें अपने ताज में लगवा लिया आज हमारे देश में सो कोल्ड राष्ट्रभक्तों यानी भाजपा का शासन भी रहा हे लेकिन उन्होंने देश की शान कोहिनूर हीरा ब्रिटेन से वापस देश में मंगाने के लियें कोई कूटनीति नहीं अपनाई हे आज हमारे देश को कोहिनूर की जरूरत हे लेकिन देश का कोई भी नेता इस काम के लियें सिरियस नहीं हे देखना यह हे के देश की शान आन बान की बात करने बाले राष्ट्रभक्त नेता देश के इस नायाब कोहिनूर हीरे को देश में लाने के लियें क्या राजनितिक प्रयास करते हें और या फिर गुलामी की मानसिकता को ताज़ा रखने के लियें कोहिनूर ब्रिटेन के कब्जे में ही रहने देते हें। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बंगाल में प्रणव जी को ममता की पटखनी

बंगाल में रेल हादसे को राजनीति से जोड़ कर नये सवाल खड़ा करने वाली ममता बनर्जी ने इस बार वहां निकाय चुनाव में अपना प्रचं लहरा दिया हे दिल्ली में कोंग्रेस की सरकार और फिर प्रणव जिसे जनता के दुःख दर्द का कोई भी अनुभव नहीं उन्हें चुनाव की कमान सोंपने के बाद तो तय था की जनता को महंगाई भुकमरी ग़रीबी जमाखोरी की सोगात देने वाले पर्ण की पार्टी को जनता मजा चखाएगी और चुनाव में ह़ा भी वही ममता के निति के आगे वामपंथी और कोंग्रेस सडक पर आ गये हें अब बंगाल में वामपंथियों का राज खत्म होने की और बढ़ गया हे शायद यह वामपंथियों का आखरी कार्यकाल हो / अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

गूगल की ग़लती अब सुधरेगी

गूगल ने इंटरनेट सर्च पर अलवर के भिवाड़ी को हरियाणा में ब्राया हे जबकि भिवाड़ी राजस्थान में हे इस मामले में हाल ही में इ टी वि राजस्थान ने एक खबर प्रसारित कर इस ग़लती को उजागर किया था गूगल में भिवाड़ी को राजस्थान के नक्शे में नहीं बलके हरियाणा के नक्शे में दर्शाया गया था जिससे काफी भ्रम की स्थिति बनी हुई हे लेकिन सुनते हें खबर प्रसारित होने के बाद में गूगल के इंडिया प्रभारी जब राजस्थान आये तो उन्होंने इ टी वी से जाकर इस ग़लती को जल्दी ही सुधार कर भिवाड़ी को राजस्थान के नक्शे में बता कर नया नक्शा जारी करने का आश्वासन दिया हे अब आप भी गूगल की कुछ ग़लतियाँ हों तो उसे जल्दी सुधरवा दें लेकिन इसके लियें गूगल पर भारत का नक्शा ग़ोर से देखना होगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

थप्पड़ तो अभी खाया ही हे ब्लोगर में खबर छप गयी

मेरे ब्लोगर दोस्तों एक शेर हार थक कर जंगल में एक पेड़ के नीचे आकर सुस्ताने लगा पढ़ पर बेठे बन्दर ने जब शेर को मदहोश हालत में देखा तो उसने सोचा के शेर जंगल का राजा होता हे क्यों ना इसके एक थप्पड़ मार कर इसे सबक सिखाया जाए बस बन्दर नीचे उतरा और उसने शेर के मुंह पर ज़ोरदार थप्पड़ जड़ दिया शेर थप्पड़ खा कर हडबडा कर उठा और जेसे ही उसने बन्दर को देखा वोह बन्दर पर लपका लेकिन बन्दर भागने लगा शेर ने सोचा के में तो जंगल का राजा हूँ अगर बन्दर ने यह बात अगर जंगल में फेला दी तो में खिन शक्ल दिखाने लायक नहीं रहूंगा इस लियें उसने बन्दर को लपक कर जान से मारने की ठान ली बन्दर आगे आगे शेर पीछे पीछे आखिर जंगल से बस्ती आ गयी लेकिन बन्दर शेर के हाथ नहीं आया बस्ती में एक सज्जन अखबार लेकर लेबटोप पर ब्लॉग लिख रहे थे लेकिन वोह बन्दर और शेर को देख कर भाग लिए बस फिर क्या था नकल में माहिर बन्दर जी लेबटोप पर अखबार मुंह पर लगा कर बेठ गये शेर जब आया तो वोह बन्दर को दूंधने लगा जब उसे बन्दर नहीं दिखा तो उसने लेबटोप पर मुंह छुपा कर बेठे बन्दर से पूंछा के ऐ आदमी तुने इधर से किसी बन्दर को जाते हुए देखा हे क्या इस पर बन्दर ने अखबार में मुंह छिपा कर ही आदमी की आवाज़ की नकल कर कहा के व्ही बन्दर जो अभी शेर के थप्पड़ मार कर भागा हे यह सुन हांफता कांपता शेर सर पकड़ कर नीचे बेठ गया और कहा हे राम थप्पड़ खाए हुए पांच मिनट भी नही हुए और इन ब्लोगर्स ने इसे ब्लॉग पर चाप भी दिया तो ब्लोगर दोस्तों आज हमारी ब्लोगर दुनिया की गति बहुत तेज़ हे और हालात यह हें के खबर सुचना विचार अआचार तेज़ी से आदान प्रदान हो रहे हें साथियों जब ब्लोगर की दुनिया कामयाबी की और हे तो फिर प्लीज़ इसे गंदा होने से बचाएं भाई चारा और सद्भावना की खुसबू और प्यार से इस ब्लोगर्स की फसल को लहरायें क्यूँ भाइयों बहनों आज से ऐसा ही कोरोगे ना । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

अजगर करे ना चाकरी जनता करे ना काम

दोस्तों पुरानी कहावत अजगर करे ना चाकरी अब नये रूप में अजगर करे ना चाकरी जनता करे ना काम के रूप में बदक गयी हे हमारे देश एन लोग हें के कुछ तो काम कर रहे हें तो काम ही कर रहे हें और कुछ हें के आराम कर रहे हें तो आराम ही कर रहे हें इस पर मुझे एक हास्य याद आता हे दो सुस्त लोग गार्डन में एक जामुन के पेड़ के नीचे लेटे थे के पास से में गुजरा एक सुस्त साहब ने मुझे रोका और कहा के भाई साहब यह जामुन जो पेड़ से गिरी हे मेरे मुंह में डाल दो मेने इस पर नाराज़ होते हुए उसे उपदेश देना शुरू किया के भाई इतनी सुस्ती भी किस काम की जामुन तुम्हारे पास पढ़ी हे उसे भी तुम उठा कर नहीं कहा सकते इस पर पडोस में पड़े सुस्त ने कहा के भाई साहब यह इतना बढा नालायक हे के कुत्ता मेरे मुंह पर पेशाब कर रहा था तो मेने इससे भगाने के लियें कहा लेकिन कुत्ते को इसने नहीं भगाया , में चकरा गया सोचा इन सुस्तों के मुंह क्या लगुन इसलियें मेने सुस्त के पास पढ़ी जामुन उठाई और सुस्त के मुंह में डाल कर जाने लगा सुस्त ने मुझे जाते हुए को रोका और जामुन चबाकर जब गुदा कहा लिया तो चिल्ला कर कहा के जामुन मुंह में डालकर कहां जाता हे मुंह में से गुठली क्या तेरा बाप निकालेगा। दोस्तों कहने को यह एक हास्य हे लेकिन आज हमारे देश में ऐसे परजीवी सुस्त लोगों की भरमार हे इसलियें हमारा देश पिछड़ रहा हे ऐसे हमारी ज़िम्मेदारी हे के हम ऐसे लोगों की पहचान करें उनके जमीर को जाग्रत करें उन्हें सोतो हों को जगाएं और इस देश की तरक्की में उन्हें भी शामिल कर इस देश को आगे बढाएं। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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