आपका-अख्तर खान

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06 जून 2010

सफाई मामले में कोटा के पार्षद सडकों पर

कोटा में नगर निगम की सफाई निति के खिलाफ आज ४ पार्षद भूख हडताल पर बेठ गये हें paarshd रजिया पठान, पूजा राजवंशी, जसपाल अरोरा , गोपाल मंदा का आरोप हे की महापोर ने बदले की राजनीति के चलते उनके वार्डों के सफाई कर्मियों की गिनती कम कर दी हे जिससे वार्ड में गंदगी के अंबार आते पढ़े हें or इसी बात को लेकर यह पार्षद भूख हड़ताल पर हे ताज्जुब हे के इन पार्षदों की भूख हडताल से जनता प्रशासन और निगम महापोर को कोई फर्क नहीं पढ़ा हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पेट्रोलियम कीमत व्रद्धी का जिन्न

देश में मंत्रियों के भ्रस्टाचार और कुप्रबंध के चलते आये दिन पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में व्रद्धी का जिन देश को खोखला करता जा रहा हे यहाँ कोंग्रेस के काल में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अर्थशास्त्र निति में असफल होने के कारण देश को पेट्रोल की कीमतों का दर्द झेलना पढ़ रहा हे अगर देह मनमोहन जी और पेट्रोल मंत्री जी से नहीं संभल रहा हे तो देश कुच्दिनों के लियें हम और आप जेसे किसी पागल के हवाले कर दो ताके देश की सभी कीमतें जमीन पर लाकर पटक दी जाए भाई अगर मंत्रियों अधिकारियों पर अरबों खरबों की फ़िज़ूल खर्ची होगी तो उसे जमा करने के लियें तो देह की जनता का खून चुसना ही पढ़ेगा लेकिन नेताओं जान लो के जनता जब करवट बदलेगी तब यह सरकार कब्र में इतनी निचे दफन हो जायेगी के लोग इसे धुन्ध्ते रह जायेंगे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान नरेगा में खुला भ्रष्टाचार

केन्द्रीय पंचायत मंत्री सी पी जोशी के गढ़ राज्य राजस्थान में नरेगा कार्यों में भ्रस्ताचार की आम शिकायतें हो रही हें यहाँ हालात दिन बी दिन बिगड़ते जा रहे हें जयपुर कोटा बारां झालावाड बूंदी में दर्जनों मामले ऐसे हें जहां म्र्त्कों के नाम की मस्टरोल भर भुगतान उठाया गया हे ताज्जुब हे के केंद्र मंत्री और राजस्थान के मंत्री भरतसिंह के होते हुए यह सब खुले रूप में हो रहा हे होगा भी क्यूँ नहीं क्योंकि यह मंत्री कानून ताक में रख कर अफसरशाही को बढावा दे रहे हें नरेगा कानून में वकील,पत्रकार और समाजसेवकों अधिकारियों की जांच समिति बनाने का आवश्यक कानून हे लेकिन जनाब सी पी जोशी और भरत सिंह जी हें की जनता और कार्यकर्ताओं की इस मामले में भागीदारी ही नही चाह रहे हें यही कारण हे के जनता की निगरानी के अभाव में यहाँ खुला भ्रष्टाचार चल रहा हे आखिर आप खुद समझ लें के जब कानून में समितियों के गठन का प्रावधान हे तो समितिया गठन नहीं करने के पीछे मंत्रियों की किस नोकरशाह को फायदा पहुँचाने की मंशा हो सकती हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जेठमलानी का राजस्थान में हमला

सुप्रीम कोर्ट के वकील और राजनीति के बाज़ीगर रामजेठमलानी नें राजस्थान से भाजपा का राज्यसभा टिकिट लेकर भाजपा कोंग्रेस दोनों की गणित बिगाड़ दी हे भाजपा के अनेक लोग अफजल गुरु के मामले में जेठमलानी की तरफदारी से नाराज़ हें तो कोंग्रेस के कुछलोग जेठमलानी के हक में निर्द्लयोंकी क्रोस वोटिंग की आशंका से परेशान हें कल भाजपा के १५ विधायक जेठमलानी की उम्मीदवारी से खफा लगे ओ कोंगेस के वरिष्ट नेताओं के चेहरे पर क्रोस वोटिंग की आशंका का खोफ साफ़ देखने को मिला कुल मिला कर जेठमलानी की उम्मीदवारी ने राजस्थान राज्यसभा की राजनीति को भंग कर दिया हे अब अगर जेठमलानी हाते हें तो भाजपा के पास खोने और कोंग्रेस के पास पाने के लियें कुछ नहीं हे लेकिन अगर कोंग्रेस की ग़लती से जेठमलानी कुछ उलटा कर देते हें तो भाजपा हीरो और कोंग्रेस जीरो बन सकती हे खेर हार जीत किसी की भी हो लेकिन जेठमलानी अब इस चुनाव को अदालतों के चक्कर जरुर कटवा सकते हें वेसे तो जेठमलानी अफजल गुरु के वकील थे और उसके खिलाफ बयान देने के मामले में वकालत कानून के तहत वोह लगातार प्रोफेशनल के खिलाफ काम कर रहे हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भोपाल त्रासदी के गुनहगार

कई दशक पूर्व भोपाल में गेस त्रासदी के आरोपियों को आज कही जाकर मामूली सी सजा मिली हे सारा देश और सारा विश्व जानता हे के यह गेस त्रासदी मासूमियत और इंसानियत पर कलंक थी यहाँ आरोपियों ने खुद को बचाने के लियें सभी ओछे हथकंडे अपनाए कई लोगो ने इस मामले में राजनितिक रोटियाँ सेंकीं लेकिन कई लोग हें जो आज भी सिसक रहे हें कोई लूला कोई लंगड़ा कोई अंधा बेहरा हे तो कोई यतीम अपने मान बाप के प्यार को तरस रहा हे इन सब के बावजूद भी कुछ नेताओं और कानून के जानकारों की आरोपियों की तरफदारी श्रम की बात हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पत्रिका और भास्कर कोटा में तालाब बाबड़ी साफ़ कर रहे हें

बारिश के पूर्व गर्मी के दिनों में नदी नाले तालाब बावड़ियां साफ़ करने के नाम पर कोटा में नगरनिगम,नगर न्यास , सी ऐ डी ,सिंचाई विभाग , जलदाय विभाग,चम्बल शुद्धिक्र्ण विभाग करोड़ों का बजट आता हे और इस बजट को अधिकारी लोग चट कर जाते हें सफाई का बहाना होता हे अफसर मजे करते हें ऐसे में अखबार भ्रष्टाचार के खिलाफ निग्रान्कार होते हें और भ्रष्टाचार उजागर करने की ज़िम्मेदारी उनकी होती हे यकीन मानिए बढ़े बढ़े विज्ञापनों के बदले यह अखबार इसमामले में कोई भी खोज खबर कर खबर नहीं बनाते हें लेकिन खुद इस मामले में फर्जी वाह वाही लुटने के लियें विज्ञ्प्तिबाज़ों फोटो छपवाने के भूखों को पकड़ कर एक तगारी फावड़ा उठा कर तालाब बावड़ी सफाई का नाटक कर फर्जी खबरें बनाते हें यह अखबार पत्रिका भास्कर जितना वक्त लोगों को अख्ट्टा कर तगारी फावड़े चलाने में लगाते हे अगर इससे अधाव्क्त भी सरकारी भ्रष्टाचार जो इस मामले में फेलाया जा रहा हे उसे पकड़ने में लगायें तो यकीन मानिए करोड़ों के घोटाले तो उजागर होंगें साथ ही नदी,नाले,बावड़ियां,तालाब सब साफ़ हो जायेंगे और कोटा समस्या मुक्त हो जाएगा लेकिन इन अखबारों को कोटा समस्या मुक्त नहीं बलके खुद के लियें विज्ञापन और प्रचार चाहिए इसी लियें जनता के साथ इनकी भी ठगी चालु हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

इडियट थ्री और अवार्ड आठ

श्रीलंका आइफा अवार्ड में थ्री इडियट फिल्म को आइफा अवार्ड में कुल आठ पुरस्कार दिए हें भाई सोचने की बात हे के जब इडियट तीन थे तो आठ पुरस्कार केसे मेल सकते हें दोस्तों केवल एक क्षेत्र के लोगों की धमकी से डर करआइफा अवार्ड का बहिष्कार क्या कला और फिल्म के साथ ना इंसाफी नहीं अब आप ही देखिये नजरों और उपस्थिति से तो इस कार्यक्रम का बहिष्कार हे लेकिन दक्षिण के पत्रकार ही इस अवार्ड समारोह की रिपोर्टिंग कर रहे हें वहन के अधिकारी मंत्री इसमें शामिल हो रहे हें और गुपचुप मुम्ब्य्या छोटे बढ़े कलाकार वहां नहीं जाने के मामले में सफाइयां भी देते फिर रहे हें तो भाई या तो दक्षिण भारतीयों के कुछ ठेकेदारों से डर कर रह लो या फिर कला का सम्मान कर निष्पक्ष कार्यवाही कर डालो खेर भाई हमें किया हमारे तो तीन इडियट थे जिन्हें आठ अवार्ड मिले हें जो उनसे संभल नही रहे हे .अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हिंदी बेचारी हिंदी कहां गयी हिंदी ?

दोस्तों हम हिन्दुस्तान में रहते हें हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा हे लेकिन इसे राष्ट्रभाषा का संविधान का दर्जा मिलने के बाद भी अफ़सोस इस बात का हे के राजनितिक कारणों से इस राष्ट्रभाषा को राजभाषा नहीं बनाया गया हे हिंदी भाषी राज्यों को अगर हम छोड़ दें तो बाक़ी राज्यों में कहीं मराठी तो कहीं बंगाली तो कहीं कन्नड़ हे लेकिन नहीं हे तो बस हिंदी राष्ट्रभाषा नहीं हे । दोस्तों हमारे देश में सो कोल्ड देश भक्त हे सो कोल्ड देशभक्त सन्गठन हें और यह सभी राजनीति के नाम पर खुद को राष्ट्रभक्त बता कर वोट मांगते हें लेकिन जागो हिन्दू भाई, बजरंग दल भाई, आर एस एस भाई , हिन्दू परिषद भाई ,कोंग्रेस भाई,भाजपा भाई ,सपा,जद,को ख ,ग सभी तरह की पार्टियां हिन्दुमुस्लिम सन्गठन ,शिवसेना ,मनसे , तनसे,वगेरा वगेरा सभी दल पार्टियां अपनी खुद की भाषा राष्ट्रभाषा नहीं रखते नरेंद्र मोदी गुजराती की बात करते हें ठाकरे परिवार मराठी की बात करते हें वेंकय्या नायडू जयललिता , करुना निधि कन्नड़ तमिल की बात करते हें ममता , प्रणव बंगाली की बात करते हें तो दोस्तों बताओ ना हिंदी की बात कोण करता हे और हिंदी राष्ट्रभाषा की यह लोग अगर बात नही करते तो क्या इन्हें राष्ट्रभक्त कहलाने का अधिकार हे अगर नहीं तो दोस्तों इन सब के जमीर को झकझोर दो सोनिया जी से खड़ो अब तो स्क्रिप्ट छोड़ कर केवल हिंदी उच्चारण के साथ बोलो और सभी राज्यों को हिंदी राष्ट्र भाषा होने के कारण राजभाषा का फरमान भी जारी करो ताकि हिंदी को खुद को राष्ट्र भाषा साबित करवाने के लियें भाषा के नाम पर बवाल मचाने वालों के आगे हाथ नहीं गिडगिडाना पढ़े में समझता हूँ ब्लोगर्स मेरी भावना समझ गये होंगे भाई हिंदी हें हम हिदुस्तान हमारा फिर यह किया हम दुसरे राज्यों में अगर हिंदी बोलते हें तो हमे मारा जाता हे पीटा जाता हे रोज़गार नहीं दिया जाता अगर संविधान में लिखित हिंदी भाषा का आज़ादी के तिरेपन साल बाद भी यह हाल हे तो दोस्तों जो भी नेता राष्ट्रवादिता की बात करे और हिंदी के अलावा दूसरी भाषा में बोले तो बस उसे सबक सिखाने की ठान लो हिंदी को राष्ट्रभाषा का नाम दिलाने और इस भाषा को दूसरी भाषाओं की गुलामी से आज़ाद करने के लियें अगर एक जंग और लढना पढ़े तो फिर तयार हो जाओ हम किसी भी हद तक की जंग हिंद और हिंदी के लियें ल्धने के लियें तय्यार हें लेकिन भाषा,ज़ात,धर्म,क्षेत्रीयता के नाम पर नफरत और हिंसा फेलाने वालों को यह सब मंजूर नहीं होगा वोह तो बस मन्दिर मस्जिद, हिदू,मुसलमान,कोंग्रेस भाजपा के नाम पर लढ़ा कर अपनी राजनितिक रोटियाँ सेक रहे हें। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान हज कमेटी में कुप्रबंध

राजस्थान हज कमेटी में कुप्रबंध के चलते लोगों के नाम पते और कई अन्य जानकारियों में काफी ग़लतियाँ हो रही हें हालात यह हें के कोटा एक छेन्दीलाल के आगे बाप के नाम के बदले मां का नाम लिखा हे इता ही नही हज पर केवल इस्लाम धर्म से जुड़ा मुसलमान ही जा सकता हे लेकिन बूंदी के एक वकील वीरेंद्र जी नें जब हज का फ़ार्म भरा तो वोह प्रथम स्तर पर खारिज नहीं किया गया और उसे स्वीकार कर आर जे नम्बर आवंटित किया गया अब आप ही बताओ के राजस्थान हज कमेटी में फार्मों की छटनी किस तरह से हो रही हे वहां इसी कुप्रबंध के चलते हाजियों की इस बार भी परेशानी निश्चित हे राजस्थान में दो वर्षों से इतने महत्वपूर्ण पद पर सरकार नें हज कमेटी गठित नहीं की हे केवल एक जेबी अधिकारी को यह काम दे रखा हे जो मुसलमानों से ज़्यादा सरकार के प्रति वफादार हे और हज कमेटी के नियमों का उल्न्ग्घं कर लोगों की परेशान का कारण बने हें हालात यह हे की लाटरी में जिन हाजियों के नाम आये हें उन में से कई के पास पासपोर्ट नहीं हें और कुछ के खिलाफ आपराधिक मुकदमे होने से उनके पासपोर्ट बनना भी मुश्किल हें ऐसे में लाटरी में आने के बाद भी अगर उनका पासपोर्ट नहीं बना तो काफी पेचीदगियां आ जायेंगी। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा में अल्लामा लाइब्रेरी का उदघाटन

कोटा में मुस्लिम जरूरत मंद बच्चों के लियें एक अलग से लाइब्रेरी हो और उसमें आम मुसलमानों के लियें सारी जानकारियाँ उपलब्ध हों इसी मकसद से आज शेहर काजी हाजी अनवार अहमद ने कोटा में अल्लामा इकबाल लायब्रेरी के नाम से लाइब्रेरी और इन्फोर्मेशन सेंटर का उदघाटन किया आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित यह लाइब्रेरी आम मुसलमानों , बच्चो और बाहर से आने वाले बच्चों के लियें सुचना का केंद्र बिंदु साबित होगा लाइब्रेरी में एक स्थायी कर्मचारी की नियुक्ति की गयी हे जो सारे कामकाज को ज़िम्मेदारी से संभालेगा और जरूरत मंद बच्चों को उसमें जो भी जरूरत होगी वोह मुहय्या कराएगा वहां इंटरनेट फेक्स के अलावा सभी प्रकार की किताबें होंगी साथ ही मुस्लिम और उर्दू स्कोलर बच्चों के लियें जो रिसर्च करना चाहेंगे उनके लियें उपयोगी सामग्री उपलब्ध होगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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