आपका-अख्तर खान

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07 जून 2010

कोटा में तम्बाकू उत्पादों की धरपकड

कोटा में स्कूल,अदालत,कलेक्ट्री,बस स्टेंड,रेलवे स्टेशन सभी जगहों पर इन दिनों जिला कलेक्टर कोटा टी रविकांत के सख्त निर्देशों के चलते तम्बाकू उत्पाद बीडी सिगरेट गुटके व्घेरा की तलाशी ली जाकर धरपकड अभियान जारी हे कोटा पुलिस ने इस मामले में अलग स्थानों पर कार्यवाही कर हडकम्प मचा दिया हे कलेक्टर के निर्देशों पर पुलिस ने अदालत परिसर, कलेक्ट्री परिसर से हजारों हजार के तम्बाकू उत्पाद बरामद किये हें जबकि शिक्ष्ण संस्थाओं के आसपास भी यह अभियान जारी हे पिछले दिनों हयूमन रिलीफ सोसाइटी कोटा ने जिला कलेक्टर कोटा को इस मामले में लिखित शिकायत कर धरपकड की मांग की थी जिस पर कोटा कलेक्टर ने जनहित में यह कार्यवाही करवाई हे इसके लियें कोटा कलेक्टर धन्यवाद के पात्र हें ब्लोगर दोस्तों और बहनों आप लोग भी अपने अपने क्षेत्र के जिला कलेक्टरों से निवेदन कर इस तरह की कार्यवाही करवा कर देश को जहर से बचाने की महरबानी करें। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

रेगिस्तान में बाढ़ हे तो हरियाली में अकाल

दोस्तों यह कुदरत का ही निजाम हे के आज राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों में मुसलाधार बरसात के बाद बाढ़ की स्थित हे तो जहां हरियाली थी वहां अकाल की स्थिति बनी हुई हे बात साफ़ हे के कुदरत से लढ़ कर कोई जीत नही सका हे दोस्तों रेगिस्तानीलाका जेसलमेर बाड़मेर बीकानेर जहां रेट ही रेट हे वहां आज पानी ही पानी हो रहा हे क्योंकि वहां पक्की सदके नहीं हे ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति शहरीकरण के नाम पर बदली नहीं गयी हे वहां आज भी कच्ची जमीन कच्चे मकान मोजूद हें ठीक इसके विपरीत गेर रेगिस्तानी इलाकों में गाँव खत्म हो गये हें शहरीकरण के नाम पर सडकें,पक्के मकान,पक्की नालियां पक्की जमीन हो जाने से पढ़ तो सूख सूख कर गिर ही रहे हें साथ ही पक्की जमीन होने से वर्षा का पानी या रोज़ मर्रा वेस्टेज होने वाला पानी सडकों पक्की नालियों से बहकर सीधा नदी में जा जा रहा हे और नदी के रास्ते समुन्द्र में जा रहा हे अगर हमारी सडकों और पक्की जमीन की तकनीक कुछ ऐसी हो के वर्षा का पानी रोज़ वेस्ट निकलने वाला पानी नदी में जाने की जगह शहर की जमीन में ही पेवस्त हो जाए तो शहरों का जल स्तर खुद बा खुद बढ़ता जाएगा देश में शहरों में पानी की कमी की इस सच्चाई को सरकार और शोधकर्ता समझ नहीं रहे हें लेकिन यह सच हे के अगर शहर का पानी नालियों के जरिये या डाई वर्जन के जरिये सीधा नदी में जाकर दूर समुन्द्र में मिलने की जगह शहर में ही नई सडक और पक्के निर्माणों की तकनीक स्थापित कर शहर का पानी शहर की जमीन में ही पेवस्त किया जाए ओ शहर का जल स्तर घटने से बच जाएगा और जल स्तर अगर ऊँचा हो गया तो गर्मी भी कम और पानी भी खूब मिलेगा लेकिन यह बात सरकार और इंजीनियरों की समझ में आये तब ना। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

अदालतों की जवाबदेही विधेयक

अदालतों केलियें जवाब देही निर्धारित करने का कानून बनाने के लियें जवाबदेही विधेयक जल्द ही संसद में पारित होने की संभावना हे दोतों मेने पहले भी लिखा था कहा था कानून मंत्री को इस बारे में अनेक बार लिखा हे के अदालतों में खासकर जिला स्तर हाईकोर्ट स्तर की अदालतों में सी सी सर्किट कमरे होना चाहियें जो अदालत समय शुरू होने से अआल्ट समय खत्म होने तक चालु रहें और कमरा ट्रायल के अलावा सारी कार्यवाह मांगने पर पक्षकार को सशुल्क देने का प्रावधान हो इससे अदालतों में पीठासीन अधिकारी कुर्सी पर कब बेठा उसका वकीलों और पक्षकारों से केसा व्यवहार रहा वकील का अदालत के प्रति केसा व्यवहार रहा उसने उपस्थित होकर पेरवी की या नहीं कोर्ट के रीडर का क्या व्यवहार चल रहा हे और वकील जो बहस कर रहा हे जो कानून पेश कर रहा हे वोह जज लिख रहे हें या नही ,वकील को जज ने जो निर्देश दिए उसकी पालना हुई नहीं इस मामले का सारा कच्चा चट्ठा जब रोज़ सीधी कार्यवाही के तहत वरिष्ट अधिकारी देखेंगे तो न्यायिक कार्यों में त्वरितता,निष्पक्षता आएगी साथ ही वकील पक्षकार और पीठासीन अधिकारी के साथ साथ न्यायिक कर्मियों की भी जवाबदारी बनी रहेगी गवाही की प्रक्रिया भी वरिष्ट अधिकारियों के सामने होगी तो दोस्तों मेरा यह पैग़ाम अगर आप सही समझते हे तो अपने प्रयासों से अपने तरीकों से विधि मंत्री सुप्रीम कोर्ट प्रधान मंत्री और राष्ट्रपति महोदया तक पहुंचाए ताकि आम जनता को सीधा लाभ मिल सके और भारतीय न्यायिक व्यवस्था स्वर्ग के रूप में जानी पहचानी जाने लगे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कुपवाड़ा में फिर फर्जी एनकाऊँटर

कुपवाड़ा में एक फर्जी एनकाऊँटर के बाद फिर ज़िम्मेदार अधिकारी को सस्पेंड किया गया हे यह सब प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह की कश्मीर यात्रा के एक दिन पहले किया गया हे वेसे सरकार कोई बखेड़ा नहीं चाहती थी इस लियें उसने फर्जी एनकाऊँटर के ज़िम्मेदार अधिकारी को निलम्बित किया हे प्रधानमन्त्री की यात्रा के दोरान बंद बाज़ार कड़ी सुरक्षा इस बात का सबूत हे के वहां की जनता केंद्र और राज्यसरकार से किस हद तक त्रस्त हे प्रधानमन्त्री जो वहां कुछ देने गये थे लेकिन उन्हें वहां की जनता ने पसंद नहीं किया इससे अंदाजा लगाया जा सकता हे के कश्मीर में केंद्र और राज्यसरकार की निति बिलकुल असफल हे बस वहां आतंकवाद या फिर फर्जी एनकाऊँटर हें शायद इसीलियें अब जनता सरकार के भरोसे नहीं अल्लाह और भगवान भरोसे हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भोपाल गेस त्रासदी सरकार की भूमिका की जांच हो

भोपाल गेस त्रासदी मामले में मुकदमा दर्ज होने उसके अनुसन्धान और फिर पेरवी मामले में सरकार और सरकारी वकीलों की भूमिका की जांच होना आवश्यक हो गयी हे क्योंकि इस मामले में मफरुर मुख्य अभियुक्त को पकड़ने में सरकार और पुलिस की नाकामयाबी शर्मसार कर देने वाली हे जबकि इतने गम्भीर मामले में सरकार को मुकदमा ३०४ ऐ के स्थान पर ३०४ में दर्ज करना चाहिए था और अदालत ने अगर चार्ज ३०४ ऐ का लगा भी दिया था तो सरकारी वकील और सरकार को इस मामले में निगरानी याचिका पेश कर मामला ३०४ आई पी सी में होना बताकर पेर्वियो ज्क्र्वाना चाहिए थी कई दशक में मध्यप्रदेश और केंद्र में कोंग्रेस भाजपा और जनतादल की सरकारें रही हें ताज्जुब हे इतनी बढ़ी ग़लती पर यह सब सरकारें राजनितिक दल चुप केसे बेठे रहे और जिन अभियुक्तों को १० वर्ष की सजा होना चाहिए थी केवल २ वर्ष में ही उन्हें छोड़ दिया गया हे अब आप ही बताओ सभी विदेश में रहने वाले अपराधियों को पकड़ने के लियें सरकार रेड्कोर्नर नोटिस जारी करती रही हे लेकिन इस प्रकरण में मुख्य अभियुक्त को फरार रहने की छुट देने के पीछे सरकार का कोनसा फेक्टर रहा हे क्या भाजपा क्या कोंग्रेस सभी पार्टियों की सरकारें और नेता आज इस मामले में जनता की अदालत में कठघरे में खड़े हें लेकिन क्या करें यह तो बेशर्म हें इनका कुछ बिगड़ता ही नहीं। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

साइबर केफे के लियें बने नियमों की पालना नही

साइबर केफे में आने जाने वालों की फोटो आईडी लेकर उन्हें साइबर केफे में प्रवेश देने और फिर उनके नाम पते का रिकोर्ड रखने जेसे नियमों की पालना कोटा सहित राजस्थान और समूचे देश में नहीं होने से साइबर हमलावरों का खतरा बढ़ गया हे किसी भी साइबर पोस्ट को पकड़ने के लियें टेलेफोन नम्बर प्रथम साक्ष्य हे और साइबर से ही दुसरे शरारती तत्व शरारती संदेश डिस्प्ले करते हें लेकिन साइबर वालों के पास आने जाने वालों का रिकोर्ड नहीं होने से पुलिस उन शरारती तत्वों तक नहीं पहुंच पाती हे । आज हमारे देश में साइबर कानून लागू तो कर दिया हे लेकिन इसकी क्रयान्विती के लियें देश में अभी भुत कुछ करना हे देश में प्रशिक्षित तकनीकी जानकार पुली कर्मियों की जरूरत बढ़ गयी हे साथ ही इसके रजिस्ट्रेशन के लियें जो नियम बनाये गये हें उसके लियें जिला स्तर के अधिकारियों की सूचि अधिसूचना जारी कर प्रकाशित नही की गयी हे ऐसे आवेदक इधर उधर अनजान से भटकते रहते हें और अनेक लोग उन्हें ठग भी रहे हें देश में कानून मंत्री और इन्फोर्मेशन टेक्नोलोजी मंत्री को इस बारे में संयुक्त बैठक कर तुरंत कोई निन्य लेना चाहिए वरना देश में कुछ भी हो जाएगा तब भू हम हाथ ही मलते रह जायेंगे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आईजी ने दिए क्राइम कंट्रोल के गुर

कोटा रेंज में निरंतर बढ़ रहे अपराधों की रोकथाम के लियें कल कोटा रेंज के आई जी राजीव दासोत नें रेंज के एस पी और बढ़े अधिकारियों को बुला कर अपराध नियन्त्रण और जनता से तालमेल कर उनकी सुरक्षा करने के मामले में विशेष गुर सिखाये दासोत ने सभी अधिकारियों को पाबन्द किया हे घटना की तुरंत रिपोर्ट लिखें स्वस्थ अनुसन्धान करें वारंटियों को तत्काल पकड़ें जनता को परेशान ना करें सम्पत्ति अपराध के मामले में विशेष रूचि लेकर उसे तुरंत सुलझाएं ताकि बाद में फिर उसमे बधा खून खराबा ना हो इस मामले में दी गयी हिदायतों की समीक्षा के लियें तिन माह बाद आई जी ने रेंज के सभी अधिकारियों को फिर बुलाया हे कोटा रेंज के आई जी राजीव दासोत वेसे कोटा में अपराध नियन्त्रण के मामले में चुस्त दुरुस्त रहे हें और इनके फार्मूलों से अशांत कोटा रेंज में लगभग सभी स्थानों पर अपराधियों में खोफ बना हे साथ ही अवेध चोथ वसूली और जनविरोधी काम करने वालों में भी आई जी दासोत ने अपना डॉ बिठाया हे इसीलियें जनता काफी सुकून से हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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