आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

09 जून 2010

एडरसन काभूत सरकार के लियें शर्म की बात

हजारों हजार हिन्दुस्तानी महिलाओं बच्चों की मोत और देश में आजीवन तबाही के ज़िम्मेदार अपराधी एडरसन को सरकार ने किस तरह से बचाया और किस तरह से सरकारी मदद देकर भगाया अब जग ज़ाहिर होने लगा हे अफसर शाह किस कद्र अपने पोस्टिंग के लालच में कानून को तोड़ते हें और खामोश हो जाते हे यह बात भी अब जग ज़ाहिर हो गयी हे देश में भोपाल कलेक्टर , सी बी आई अधिकारियों की जो कर्तव्य विहीनता हे उस पर उन लोगों को तो गिरफ्तार करना ही चाहिए अब चाहे वोह एडरसन को छोड़ने की कार्यवाही में सरकारी दबाव की बात कहें लेकिन यह तो स्पष्ट हे की उन अधिकारियों ने अगर कानून के तहत काम किया होतातो आज एडरसन जेल की सीखचों में होता ऐसे में अब इन अधिकारियों को गिरफ्तार कर इनका पक्का वाला देसी भाषा में रिमांड लेकर सही जानकारिया प्राप्त कर इस उपेक्षा और गेर्ज़िम्मेदाराना कार्यवाही के लियें अन्य अधिकारियों नेताओं को भी गिरफ्रतार करना चाहिए सरकार की लीपापोती की कार्यवाही समिति बना देना दोषी लोगों को बचाने की एक और साज़िश हे इसकी जांच के लियें पुलिस अधिकारी, पत्रकार ,पीड़ित परिवार के परिजन और पक्ष विपक्ष के नेताओं के अलावा वकील भी सदस्य हों जिसकी रोज़ मर्रा की कार्यवाही जनता के सामने प्रकाशित की जाए और जनता के सुझाओं को आमंत्रित कर उनको भी जांच की दिशा में शामिल किया जाए तब कही देश के दुश्मनों को सजा मिल सकेगी लेकिन भाई यहाँ तो चोर्चोर मोसेरे भाई हें तू मेरी मत कह में तेरी ना खून वाली तर्ज़ पर सभी नेता देश का खून चूसने में लगे हें इसके लियें दोस्तों हमे एक आज़ादी के आन्दोलन की और जरूरत आन पढ़ी हे क्या आप इसमें मेरे साथ रहेंगे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

शाबाश जांबाज़ शहीद सिपाही चन्द्रभान

राजस्थान में जहां एक तरफ अपराधियों के होसले बुलंद होने से अपराधों की संख्या में बढ़ोतरी से हालात बिग्ध रहे हें लेकिन देश के और खासकर राजस्थान के जांबाज़ सिपाहियों की वजह से गुंड़ों के होसले पस्त हो रहे हें कल राजस्थान के झुंझुनू में लुटेरों ने बेंक पर हमला बोल दिया जहां लुटेरों की धरपकड के लियें वहां तेनात सिपाही चन्द्रभान हरकत में आ गया और उसने अकेले ने घेराबंदी कर स्विफ्ट कार में सवार लुटरों को घेर लिया बस फी किया था लुटेरों ने निशाना साध कर सिपाही पर गोली दागी और सिपाही शहीद हो गया लेकिन इस कार्यवाही ने यह तो साबित कर दिया के राजस्थान की पुलिस में बहादुरी और शहादत का माद्दा हे इसलियें यहाँ की पुलिस को मेरा सलाम , पुलिस कर्मी की इस शहादत ने पुलिस प्रशासन और सरकार के लियें भी एक सवाल छोड़ दिया हे के सिपाहियों को विशेह प्रशिक्ष्ण विशेष हथियार और बुलेट प्रूफ जकेतों की जरूरत हे अब देखना हे की राजस्थान सरकार इस दुर्घटना से सबक लेकर कोई नई निति बनाती हे या नही याफिर पुलिस कर्मियों को यूँ ही मरने के लियेंयेह सरकार छोड़ देती हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

स्टेंड पार्किंग के नाम पर वसूली

देश में खासकरबढ़े शहरों में इन दिनों स्टैंड पार्किन के नाम पर लुट मची हे। किसी भी सरकारी गेर सरकारी संस्थान को किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के पहले आसपास ग्राहकों की सुविधा के लियें कार,मोटरसाइकल स्टेंड बनाना अनिवार्य हे लेकिन केंद और राज्यसरकारों ने इसके लियें अभी तक कोई प्रथक से कानून बनाकर नियम या निति नहीं बनाई हे इसी कारण अब स्टेंड पार्किंग के नाम पर देश में लुट खसोट आम बात हो गयी हे सरकार द्वारा निति इयम नहीं बनाने से हर सरकारी गेर सरकारी संस्थान अपने व्यवसाय को संचालन के लियें मनचाही पार्किंग व्यवस्था रखता हे जिसमें कुछ आसामाजिक तत्वों को स्टेंड का ठेका दिया जाता हे जो नियमों के विपरीत आने जाने वालों से मनचाही चोथ वसूली करते हें अनेकों बार उनकी अभदर्ता से लोग दुखी हें अनेकों बार महिलाओं को इसका शिकार होना पढ़ता हे कई बार तो आपसी सर फुटव्वल के बाद स्थिति हत्या और खूनखराबे तक की आ गयी हे दोस्तों यह हालात मेरे शेहर की ही नही मेरे राजस्थान की नहीं बलके मेरे पुरे हिंदुस्तान की हे इसके लियें देश में केंद्र और राज्य सरकारों को जल्द ही कानून बनाकर इसकी क्रियान्विति की जरूरत हे वरना स्टेंड के नाम पर अश्लीलता अभद्रता सर फुटव्वल इस देश की शान्ति को भंग कर देगी। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भोपाल में फिर विमान हादसा टला

भारतीय विमान सेवाएं अब खटारा बसों की तरह हो गये हें विमान प्रबंधकों को विमान चलाने के पूर्व इंजन जांच और तकनीकी जांच में खामियां रख देने से देश में विमान हादसों की गिनती निरंतर बढती जा रही हे कल भोपाल में विमान चलते हुए पहिया नकिल जाने से दुर्घ्त्नाग्र्स्त होने से बचा अगर विमान चालक की सुझबुझ नहीं होती तो शायद एक और बढा विमान हादसा हमारे देश के मुंह पर कालिख पोत देता इन कमियों से भातीय विमान प्रबन्धक कुछ सीख लेने को तय्यार नहीं हें कहते हें अधिकतम विमान को उधाने से पूर्व केवल सरसरी फिटनेस जांच होती हे उसका नोट तक भी तय्यार नहीं किया जा रहा हे ताकि संबंधित कर्मचारी अधिकारी को ज़िम्मेदार मान कर दंडित किया जा सके इन परिस्थितियों में भी अगर देश में विमान सेवाओं की उधान पूर्व जांच तकनीकी जांच में सख्ती नहीं बरती गयी तो देह में विमान हादसों का कीर्तिमान स्थापित हो जाएगा और लोग विमान से सफर करने में डरने लगेंगे इसलियें कहते हें विमान आधिकारियों कर्मचारियों मंत्री प्रफुल्ल जी कुछ तो सुधरो। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

एस एम एस बने करोड़ों की कमाई का जरिया

दोस्तों आप तो सब जानते हें आपसे क्या छुपाना देश में इन दिनों हजारों हजार लोग सरकार को अवेध चोथ्व्सुली देकर सरकार की आँखों में धुल झोंककर एस एम एस सर्विस के नाम पर जनता से रोजमर्रा करोड़ों की ठगी कर रहे हें कम्पनियों के इस काले कारोबारमें इलेक्ट्रोनिक मीडिया और प्रिंट मीडिया बराबर का भागीदार हे आप देखते हें किसी भी मामले में टी वी हो चाहे अखबार दर्शको और पाठकों से एस एम एस पर प्रतिक्रियाएं मांगते हें कई कम्पनियां तो लुभावने वाडे कर खुद मोबाइलों पर तराई के नियमन के खिलाफ अनचाहे संदेश भेजते हें ताके जनता का मन ललचाये और वोह किसी ना किसी भने मेसेज कर डाले बीएस आपका एक मेसेज आपको एक रूपये से सात रूपये तक का पढ़ता हे यकीन मानिए आप हमारे जेसे एक दिन में करोड़ों लोग ठगे जाते हें और मेसेज कम्पनियां प्रिंट मिडिया इलेक्ट्रोनिक मीडिया मोबाइल कम्पनियों से संथ गाँठ करमेसेज के दस से पचास पेसे काट कर बाक़ी पैसों में खुद हिस्सेदारी कर लेते हे तो दोस्तों इस तरह से अनावश्यक मेसेजों से यह लोग करोड़ों रूपये प्रतिदिन कमा रहे हे और जनता को जेब हल्की होने पर भी इसका पता नहीं लग पा रहा हे ऐसे में केंद्र सरकार ट्राई विभाग को इस मामले को गम्भीरता से लेना चाहिए और जनता को भी इसके प्रति जागरूक होकर एक जुट होकर आवाज़ उठाना चाहिए ताकि देश में भोले भाए मोबाईल धारकों से यह ठगी बंद हो सके ब्लोगर भाइयों आप लोग भी इस मामले में लोगों को साक्षर कर जाग्रत करेंगे तो मेहरबानी होगी कई मोबाइल कम्पनियां तो स्कीम के नाम पर कोई सा भी बटन दाबने का बहाना बताकर रोज़ मर्रा बेलेंस में से राशि मनचाहे तोर पर कटोती करती रहती हें और उपभोक्ता बेचारा हेरान परेशान लुटा पिता इधर उधर भटकता रहता हे लेकिन उसकी खिन सुनवाई नही होती। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

टोंक जयपुर रास्ते के बनास पुल को खतरा

राजशतान में राष्ट्रीय राजमार्ग जयपुर जबलपुर मार्ग पर टोंक जिले में स्थित जयपुर आने जाने के लियें बना बनास का पुल जमीन में धंस जाने से बढ़ी दुर्घटना को दावत दे रहा हे कहते हें के बनास के पुल के नाम पर अत्बों रूपये के वारे न्यारे कर मेंटिनेंस के नाम पर करोड़ों रूपये टोल टेक्स के नाम पर जनता से लुट रहे हें लेकिन पुल हे के खतरनाक स्थिति में निचे की तरफ लटक गया हे और वोह कभी भी बहुत बढ़ी दुर्घटना का कारण बन सकता हे कोटा में पिछले दिनों चम्बल पुल का हादसा हो कर चुका हे अब टोंक जिला प्रशासन राष्ट्रीय राजमार्ग प्रबन्धन और सार्वजनिक निर्माण विभाग के इंजीनियर इस मामले में लीपापोती करने में लगे हें क्योंकि अगर इसकी जांच निष्पक्ष होती हे तो कई दर्जन इंजीनियरों के घोटाले की पोल खुलने का खतरा बना हे । खेर भ्रष्टाचारियों को चाहे जितना बचाओ लेकिन इस पुल पर से रोज़ डेली लाखों लोग वाहनों में गुजरते हें इसलियें केंद्र और राजस्थान सरकार को इस मामले को गम्भीरता से लेना चाहिए वरना किसी भी बढ़े हादसे के बाद हम सिर्फ हाथ मलते रह जायेंगे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...