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17 जून 2010

निरीक्षक अखबार की मुख्यमंत्री गहलोत को ललकार

राजस्थान में अपराधियों को बिना किसी दबाव के दंडित करने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री अशोक गह्लोतको अखबारों के अपराध में उनके शामिल होने से उन्हें ललकार लगाई हे राजस्थान के कोटा से प्रकाशित देनिक निरीक्षक के प्रधान सम्पादक वरिष्ट पत्रकार हें और मेरी तरह वोह भी कोटा सहित समूचे राजस्थान में कानूनी रोक के बादभी गेर कानूनी प्रकाशित विज्ञापनों से परेशान हे देनिक भास्कर , राजस्थान पत्रिका, देनिक नवज्योति सहित सभी अखबारों में धडल्ले से सेक्स,प्रतिबंधित बीमारियों सहित तन्त्र मन्त्र चमत्कारिक उपचार के विज्ञापन भरे पड़े हे जिनको देख कर जनता ठगी जा रही हे और बिना चिकित्सक की सलाह प्र्विग्याप्न से प्रेरित होकर दवा लेने पर उनके स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पढ़ रहा हे इसमामले में कोटा पुलिस अधीक्षक को कोटा कलेक्टर ने कार्यवाही के निर्देश दिए उन्हें लिखित में रिपोर्ट दी लेकिन मुकदमें के स्थान पर केवल परिवाद दर्ज किया गया और उसकी जानकारी अपराधी अखबारों को दी गयी जिसके बाद फरियादी को धमकियां मिलीं इस मामले में जब अशोक गहलोत नवज्योति के एक समारोह में गये तो वरिष्ट पत्रकार निरीक्षक सम्पादक रविन्द्र शर्मा भडक गये और उन्होंने गहलोत से सवाल किया हे की क्या खुद गहलोत अपने घर केबच्चों कोएसे विज्ञापन वाले अखबार पढाना पसंद करेंगे लेकिन आप कोताज्ज्जुब होगा रोज़ बेखोफ होकर कानून तोड़ने का अपराध करने वाले अखबारों के इशारे पर पुलिस अफसर और नेता नाच रहे हें और जनता ठगी जा रही हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान के लावारिस मुस्लिमों को ताज की तलाश

राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राज में उपेक्षित रहे मुसलमानों को अब ताज की तलाश हे और अनेक मुस्लिम गहलोत और सी पी जोशी की लाइन में लगे हें राजस्थान ही कोंग्रेस शासन का एक मात्र ऐसा प्रदेश हे जहां सत्ता में आने से अब तक हज कमेटी,अल्पसंख्यक आयोग, मदरसा बोर्ड,वक्फ बोर्ड, अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम , मेवात बोर्ड,अल्पसंख्यक विभाग , पन्द्रह सूत्रीय कार्यक्रम समिति सहित अनेक आयोगों,निगमों के पद खाली रखे गये हें यहाँ बिना जनप्रतिनिधि के ही सरकार ने काम चलाया हे इस कारण इन दिनों आम मुसलमान लावारिस सा हो या हे हालात यह हे के उनके दुःख दर्द सुनने वाला कोइऊ और अधिकारी या नेता नही मिल रहा हे अपनी इस उपेक्षा से त्रस्त मुसलमान अब नियुक्तियों के इन्तिज़ार में हे अनेक मुस्लिम तो कोंग्रेस के खिलाफ बगावत काबिगुल भी बजा चुके हें कोटा में भी इस मामले में गम्भीर सुगबुगाहटे चल रही हे वक्त रहते अगर अशोक गहलोत सी पी जोशी और कोंग्रेस हाई कमान ने इस मामले में डेमेज कंट्रोल नही किया तो राजनितिक हालात कोंग्रेस के भविष्य के लियें संकट मय हो सकते हें अब इस मामले में कोंरेस सन्गठन और कोंग्रेस में मंत्री लोग ही जाने लेकिन किरोड़ी मीना सांसद की पत्नी गोलमा को मंत्री पद से हटाने के बाद राजनितिक हालात में बदलाव जरुर आयेगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान में हाई कोर्ट के निर्देश के बाद भी अफसर अवकाश पर

राजस्थान में पिछले दिनों हाईकोर्ट नें जून के ग्रीष्म कालीन अवकाश में काम करने के निर्देश देते हुए कहा था के कोई भी अधिकारी इन दिनों अवकाश पर नहीं जायेगा और अपना अतिरिक्त काम कर जिला जज के माध्यम से प्रगति रिपोर्ट हाईकोर्ट को भेजेगा लेकिन कोटा सहित सभी स्थानों पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जेसे अधिकारी सहित अनेक अधिकारी अवकाश पर हें कारण हे के अधिकतम अधिकारी एडीजे के ३० जून को होने वाले इम्तेहान में हिस्सा ले रहे हे बस इसी लियें सख्ती से इनकार करने पर भी हाईकोर्ट को इन अधिकारियों को पी एल पर जाने की स्वीक्रति देना पढ़ी हे खेर यह तो होना ही था लेकिन इस वजह से न्यायालयों की स्थिति तो ग्द्भा ही गयी हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हाईकोर्ट के निर्देश के बाद भी अधिकारी अवकाश पर

राजस्थान हाईकोर्ट ने पिछले दिनों एक आदेश पारित कर सभी अधीनस्थ न्यायिक अधिकारियों को पाबन्द किया था की जून ग्रीष्म कालीन अवकाश के दोरान कोई अधिकारी अवकाश पर नहीं जाएगा और सभी अधिकारी अपना कार्य निपटा कर जिला जज के माध्यम से प्रगति रिपोर्ट भेजेंगेलेकिन कोटा में हालात ही अलग हे यहाँ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सहित कई न्यायिक अधिकारी अवकाश पर हे और वोह भी पी एल पर जिसकी स्वीक्रति भी हाईकोर्ट ने ही जारी की हेराजस्थान में यह सब इसलिए हे के यहाँ डी जे के एक्जाम होने वाले हें और कई न्यायिक अधिकारी भी

डी जी राजस्थान ने माफ़ी मांगी

राजस्थान के डी जी पुलिस मीना जी ने धोलपुर के एक थाने में पुलिस के अमानवीय कृत्य के मामले में नेतिक ज़िम्मेदारी लेकर माफी मांगी हे कल कोटा प्रवास के दोरान जब डी जी पुलिस ने इस मामले में अपनी नेतिक ज़िम्मेदारी लेकर माफ़ी मांगने की घोषणा की तो उनकी इस दरिया दिली से सब भोच्क्के रह गये । डी जी साहब ने मर्यादाओं में रहकर नयापुरा के कोंफ्रेंस हाल का उद्घाटन नहीं किया उनका कहना था उद्घाटन करना मंत्रियों का काम हे स्धिकारियों का नहीं विदित रहे के कोटा के ही शान्ति धारीवाल ग्रह मंत्री भी हें इस कारण भी कोटा के मामले में डी जी टांग अडाना नहीं चाहते थे इसलियें उन्होंने इसे टाल दिया कोटा में डी जी राजस्थान ने पुलिस अधिकारियों को अन्वेषण और अन्य कार्यों में अधीनस्थ कर्मियों को निगरानी करने के निर्देश भी दिए । कुय्ल मिला कर राजस्थान के डी जी का कोटा रेंज दोरा सफल रहा बस एक बात लोगों को खली के वोह शिकायतों के मामले में जनता से रूबरू नहीं हो सके । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान के तीन मंत्रियों की क्रोस वोटिंग

राजस्थान राज्य सभा चुनावों में कोंग्रेस समर्थित कोंग्रेस के पूर्व मंत्री संतोष ब्र्गोदिया की हार से कोंग्रेस की रणनीति पर कालिख पुट गयी हे अपने समर्थित प्रत्याक्षी को जीत दिलाने का वादा करने वाली कोंग्रेस के तीन मंत्रियों नें कोंग्रेस प्रत्याक्षी के खिलाफ क्रोस वोटिंग वोट डाले हे , कोंग्रेस इस बात से हेरान हे के जिस पार्टी के नाम पर मंत्री बन कर वर्षों से जो लोग मजे कर रहे हें उन्होंने ही कोंग्रेस को अंगूठा दिखा दिया हे अब कोंग्रेस उन मंत्रियों को नामजद कर सबक सिखाने के मुद में हे हो सकता हे अब कोंग्रेस राजनितिक नियुक्तियों के साथ साथ जल्दी ही मंत्री मंडल में फेर बदल कर डाले लेकिन कोंग्रेस इस बार मंत्रियों की क्रोस वोटिंग से सकते में जरुर आगयी हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पुरात्व के निखार के नाम पर मुफ्त का चन्दन घिस मेरे नन्दन

देश में पुरातत्व सम्पदा को निखार के नाम पर सरकार और निजी ट्रस्ट अरबों के घोटाले कर रहे हें अभी हाल ही में टोंक में सुनहरी कोठी के निखार पर लाखों का खर्च किया गया लेकिन सारा रुपया पानी में बहने की तरह हे दूसरी तरफ टोंक की जामा मस्जिद का काम वहां के सचिव मोहम्मद आहमद उर्फ़ भय्या ने अपनी सरपरस्ती में कारिक्ग्रों से कराया हे जो काम सरकार ३०० रूपये फिर में करा रही हे उससे खिन कई गुना मजबूत स्थायी चमक वाला नक्काशी का पुरातत्व की अहमियत रखते हुए किया गया काम मात्र सो रूपये फिर में किया गया हे हालात यह हे के इस काम को देख कर दिल्ली में अल्तमश के मकबरे के जीर्णोद्धार का काम भी अब आग्हा खां ट्रस्ट के ठेकेदार ने उनसे करवाया हे साफ़ बात हे के जो ठेकेदार ३०० रूपये में सही काम नहीं करतहें उसे टोंक के कला संरक्ष्ण संस्थान के भय्या उर्फ़ मोहम्मद आहमद १०० रूपये में उससे लाख दर्जे बेहतर कर देते हें। इससे अब कला संरक्ष्ण क्षेत्र में महत्वपूर्ण काम होने की संभावनाए बढ़ी हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान राज्य सभा में वसुंधरा ने गहलोत को पछाड़ा

देश भर में प्रतिष्टा का प्रश्न बने राजस्थान राज्यसभा चुनाओं में कड़ी मुश्किलों के बाद भी वसुंधरा ने अपनी जित का झंडा गाढ़ अपनी पहचान और नेत्रत्व साबित कर दिखाया हे राजस्थान में पांच राज्य सभा सीटों में से नरेंद्र बुधानिया कोंग्रेस से और अश्क अली टाक । आनन्द मोहन शर्मा चुनाव जीते हें जबकि भाजपा से अल्प मत में होने के बाद भी भाजपा के वी पी सिंह और राम जेठमलानी चुनाव जीते हें कोंग्रेस के पूर्व मंत्री संतोष ब्र्गोदिया चुनाव हार गये हें अब इस जीत से वसुंधरा सिंधिया और उने समर्थकों की बल्ले बल्ले हे लेकिन कोंग्रेस अपनी हार पचा नहीं पा रही हे राजस्थान के लोग बाहरी उम्मीदवारों की दावेदारियों से तंग आ गये हें वेसे बाहरी उम्मीदवारों में राम जेठमलानी और आनन्द मोहन शर्मा ने राजस्थानियों का हक मारा हे इस पर राम जेठमलानी के आने से राजनितिक सर्कस की भी राजस्थान में शुरुआत होने की सम्भावना हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भोपाल त्रासदी पर मजाकियों की बैठक कल

दोस्तों दिल थाम कर बेठो कल भोपाल गेस त्रासदी पर लोगों को मोत के मुंह में केसे धकेला और फिर मुख्य आरोपी एदर्सन को देश से केसे राजनितिक और सरकारी मदद देकर भगाया केस को केसे कमजोर किया इन सब हालातों पर चोरों के ही चमचे जी औ एम यानि ग्रुप ऑफ़ मिनिस्टर्स की बैठक करेंगे आप समझ गये ना यह देश की जनता के साथ एक मजाक ही हे और इसी लियें कल यह मंत्री जो अपराधियों के अधिनस्थो के अधीनस्थ हे वो लोग इस मामले में आंसू बहायेंगे दोस्तों बच्चा भी जानता हे के मंत्री जो इस मामले में दोषी लोगों यानी मुख्य अभियुक्तों की दया पर जिंदा हें वोह क्या कुछ खाना पूर्ति का मजाक करेंगे अधिकतम पीड़ितों को अधिक मुआवज़े का लालच और एदर्सन के प्रत्यर्पण की मांग मुकदमें की अपील के सुझाव देकर अपनी इति श्री कर लेंगे दोस्तों क्या आप नहीं समझते के इस मामले की जांच के लिए मंत्रियों की समिति नहीं बलके पीड़ितों के रिश्तेदार,पत्रकार,लेखक ,वकील,समाजसेवक सहित निष्पक्ष लोगों की समिति होना चाहिए जो किसी भी दबाव से मुक्त होकर अपना काम करे अगर आप मेरी राय से अपने विचार मिलाते हें तो आओ अपन सब मिलकर जागरण अभियान चलायें और देश को समितियों की हास्यास्पद बैठकों के इस खेल से मुक्त करवा कर दोषी लोगों को जल्दी केसे सजा मिले इसके लियें को निति बनाएं। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मुझे भी नेता बना दो यार

दोस्तों में भी नेता बनू यह सोच कर मेने नेता बनने के अपने प्रयास तेज़ कर दिए सोचा गरीबों की सेवा करूंगा अत्याचार के खिलाफ लडूंगा तो जनता मुझे जल्दी स्वीकारेगी इसलियें समाज सेवा के साथज़ुल्म के खिलाफ लढाई में में कूद पढ़ा कई बार मेरे अपने मेरे दुश्मन हो गये फिर एक राजनितिक पार्टी के नेताजी अंकल से बात हुई उन्होंने खा के भाई तुम छोले भटूरे की दूकान खोल लो लेकिन नेतागिरी के बारे में मत सोचो क्योंकि तुम नेता नहीं बन सकते मेने सवाल क्या के क्यूँ में नेता क्यूँ नही बन सकता, जवाब था के तुम अपना दिमाग स्तेमाल करते हो राजनीति में ऐसे लोगो की जरूरत नहीं वहां तो केवल रिमोट से चलने वाले रोबोट चाहियें जेसे के में, उन्होंने कहा देखो तुम वर्षों से समाज सेवा कर रहे हो हजारों लोगों को दुश्मन बना चुके हो हजारों गरीबों पीड़ितों को न्याय दिला चुके हो फिर भी में तुम से बेहतर तुम से चर्चित समाज में पथ रखने वाला नेता हूँ। मेरी नेताजी की बात समझ में नही आई मेने कोशिशें जारी रखीं एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को उनके जन्म दिन पर जीतें साल की वोह थीं उससे दुगने हजार की माला उनके गले में दाल दी में सोचता था के अब अपन देश की नेता गिरी की मुख्यधारा में रिश्वत देकर शामिल हो गये हें हमें इस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनाने का वादा क्या रस्म के तोर पर पर्यवेक्षक राजस्थान में आये उन्हें हमने महंगी होटल में ठराया अपनी कार में घुमाया रास्ते में चलते पर्यवेक्षक जी ने मेरा नियुक्ति पत्र मुझे दिखाया और कहा के प्रेस कोंफ्रेंस करा कर इस नियुक्ति की घोषणा करेंगे में भुत खुश की अब में भी मुख्यधारा में जुड़ गया हूँ और अपना दिमाग लगाने के बाद भी राजनीति में आ रहा हूँ मेने कार में से ही हमारे अंकल नेता जी को फोन किया और घमंड से साफ़ कहा के देखो कुछ लोग हे जो अभी भी अक्लमन्दों को साथ र्त्ख कर खुश होते हें नेताजी ने फिर राग अलापा और कहा के बच्चू अभी बच्चे हो धीरे धीरे सब समझ जाओगे कुछ देर में ही हमारी कार में बेठे पर्यवेक्षक ने सवाल किया और एक मस्जिद की तरफ हाथ बढाया के देखो यह मस्जिद अगर कोई जला रहा हो और अपने नेताजी इस मामले में आपको बोलने से रोक दें तो क्या करोगे अचानक इस सवाल का जवाब में दे ना सका और सोच ही रहा था के अचानक पर्यवेक्षक जी ने दुसरा सवाल एक झोंपड़ी की तरफ इशारा कर किया के अगर कार्यकर्ता इसकी झोंपड़ी जला रहे हों और नेता जी आपको इसकी मदद के लियें मना करें तो आप की प्रतिक्रिया क्या रहेगी में कुछ बोलता इतनी देर में ही पर्यवेक्षक जी नें नीम का पेढ़ दिखा कर इशारा करते हुए पूंछा के अगर नेता जी इसे बढ़ का पेढ़ कहें तो तुम क्या कहोगे में बोलता इसके पहले ही मेरा ड्रायवर बोल पढ़ा के साहब कहना क्या हे नेताजी जो कहेंगे वोह ही अंतिम सच हे फिर चाहे जनता जाए भाड़ में लेकिन में बोल पढ़ा के साहब नीम के पेढ़ को तो नीम का ही पेढ़ कहना पढ़ेगा इसे बढ़ का पढ़ केसे कह सकते हें रहा सवाल मस्जिद का तो यह मेरी आस्था हे मस्जिद क्या मन्दिर भी कोई जलाएगा तो में तो उसके खिलाफ ही रहूंगा साथ ही गरीब की झोंपड़ी का जो सवाल हे उसे तो झ्लाने वाले को किसी भी सुरत में नहीं छोड़ा जाएगा फिर चाहे वोह अपनी पार्टी का ही कार्यकर्ता या नेता क्यूँ नहीं हो जनाब आपको यकीन आये या ना आये लेकिन यह सच हे के पर्यवेक्षक जी आग बबूला हो गये और कार रुकवा कर निचे उतरते हुए उन्होंने मुझ से कहा की तुम राजनीति के लायक नहीं नेताजी तुम्हें पसंद नहीं करेंगे लेकिन उन्होंने मेरे ड्रायवर से कहा के तुम अब ड्रायवर की नोकरी छोड़ो तुम हमारी पार्टी के आजा से प्रदेश अध्यक्ष हो बस जनाब इस तरह से मुझे राजनीति ने ठुकरा दिया वरना हम भी आज आदमी काम के होते। हेना मेरी राजनीति से बे आबरू होकर निकलने की दिल चस्प कहानी लेकिन दोस्तों आप बताइए मेने यह सही किया या गलत? अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

चोरी चुपके पेट्रोल के दामों में बडोत्तरी

जी हाँ केंद्र सरकार किसी ना किसी बहाने देश में आर्थिक संकट पैदा करने की योजना बना रही हे और इसी लियें आज देह में महंगाई चरम सीमा पर हे सरकार के मंत्रियों और दलों की आपसी खींचतान के चलते देश में सरकार में बेठे लोगों में अपनी अपनी ढपली अपना अपना राग चल रहा हे हालात यह हें के सरकार के मंत्री और गठ्बन्धन दल के लोग सरकार में बने रहने के लियें एक दुसरे को ब्लेकमेल कर रहे हे इसी कारण देश की जनता महंगाई के बोझ तले पिस रही हे और देश में महंगाई जिस तेज़ी से इस सरकार में बढ़ी हे इसके लियें में आप ब्लोगर भाइयों की तरफ से इस सरकार का नाम लिम्का बुक अवार्ड और गिनीज़ रेकोर्ड अवार्ड के लियें सिफारिश करता हूँ हालात देखिये सरकारी कुप्र्बन्धों के चलते देश में रोज़ मर्रा काम आने वाली वस्तुओं के दाम बढ़ गये हे इस पर भी सरकार ने चोर दरवाज़े से पेट्रोल डीजल के दाम तीस से पचास पेसे प्रति लीटर बढा दिए हें अब आप ही बताइए देश में रोजमर्रा काम आने वाली चीजों के भावों पर इसका क्या असर पढ़ेगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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