आपका-अख्तर खान

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05 जुलाई 2010

मुझे हटा दो पंवार

देश में महंगाई के नाम पर तबाही और बर्बादी के लियें ज़िम्मेदार आज प्रधानमन्त्री से मिलकर खुद को इस मंत्री पद से हटा देने की बात कर रहे हें अरे भई जितना कमाना था कमा लिया अब क्रिकेट में कमाई सेफ हे वहां जनता ओडिट का कोई लफडा नहीं हे तो आराम से क्रिकट में जब कमाने को मिल रहा हे तो फिर इस ल्प्दे में क्यूँ पढ़ेंगे वेसे प्रधानमन्त्री जी हें के उन्हें यह सब रास नहीं रहा वोह खुद और उनके दूत शरद पंवार को इस मामले में मनाने की कोशिश कर रहे हें , देश जानता हे के महंगाई का नंगा सच किया हे क्याशरद पंवार और किया मनमोहन सिंह सभी इसके लियें ज़िम्मेदार हें लेकिन जनता को इस मामले में फूटबल बनाने के लियें यह सब राजनितिक खेल खेले जा रहे हें जिन्हें सरकार को मंत्री पद से हटाना चाहिए आज वोह खुद सरकार से मंत्री पद का बोझ कम करने की बात कर रहे हें क्या y

बंद की सियासत और कोंग्रेस का मीडिया मेनेजमेंट

महंगाई इ खिलाफ आन्दोलन में कल देश एक जुट दिखा लेकिन विपक्ष की संयुक्त आवाज़ को दबाने के लियें पहले तो कोंग्रेस ने विपक्ष में फुट डालना चाही फिर बंद के मामले में मीडिया मेनेजमेंट के नाम पर मीडिया को अपनी मर्जी से खबर देने के लियें तय्यार किया गया जिसका असर कल मीडिया की खबरों में साफ़ देखने को मिला बंद के मामले में कल हर खबर हर रिपोर्टिंग कोंग्रेस और मीडिया की मिलीभगत की पोल खोल रही थी मीडिया ने कल रिपोर्टिंग और महंगाई मामले में कोंग्रेस के खिलाफ रिपोर्टिंग नहीं कर देश के साथ विश्वासघात किया हे मीडिया महंगाई को जायज़ और विरोध को ग़लत ठहराने की कोशिशों में लगा रहा अब देखिये सुप्रीम कोर्ट का बंद के मामले में जो आदेश हे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और मीडिया बार बार उसकी बात कर रहे थे लेकिन वित्त अधिनियम संसद की गरिमा अधिनियम जिसमे साफ़ तोर परखा गया हे के बजट के दोरान ही सारी चीज़े डिस्कस कर किसी भी मामले में मूल्यवर्द्धि करवाना चाहिए फिर कोंग्रेस ने ऐसा क्यूँ नहीं किया कोंग्रेस ने आखिर संसद बुला कर इस पर बहस कर मूल्यवर्द्धि करना उचित क्यूँ नहीं समझा क्या न्विधान की भावनाओं का उल्न्न्घं कर सरकार को सत्ता में रहने का अधिकार हे आप खुद बताएं अचानक पेट्रोल डीज़ल केरोसिन और पी जी गेस के दामों में व्रद्धी से देश के संबंधित व्यापारियों को अरबों रूपये का फायदा फुन्हाया गया हे वोह फायदा अगर संसद में बहस होती तो शायद नहीं पहुंचता स्टोक में अगर कोई चीज़ सस्ते दामों में खरीद कर रखी हे और अचानक कीमतें बधाई जाती हें तो फिर यह तो साबित हे के सरकार मुनाफाखोरों से मिली हुई हे मीडिया अगर इस पर चुप हे तो फिर यही कहा जाएगा के मिडिया दूध का धुला नहीं हे उसकी सारी खबरें कोंग्रेस प्रायोजित चल रही हें लेकिन भाई यह जनता जनार्दन हे यह सब जानती हे... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा विधि म्हाविध्याले में आठ नये गेस्ट लेक्चरार

राजस्थान में विधि महाविद्यालय की गलत निति के चलते भ्चों को पढाने के लियें लेक्चरर नहीं हें और हालात यह हें के व्किओं में से आभी आठ लेक्चरर्स को नियुक्त किया गया हे ताज्जुब तो इस पर हे के वकीलों में से इस कार्य के लियें नियुक्त लेक्चरर को रूपये तो ऊंट के मुंह में जीरे के बराबर मिलेंगे लेकिन काम नियमित करना पढ़ेगा अब ऐसी नियुक्तियों और अव्यवस्थाओं के चलते निगरानी कम होने से हर साल विधि के छात्रों का रिजल्ट बहुत कम रहता हे सरकार को वकीलों में से या तो काबिल पढ़ा सकने वाले वकीलों की नियुक्ति विधिक प्रक्रिया अपना कर करना चाहिए नहीं तो ऐसी राजनितिक नियुक्तियों से तो बस छात्रों को जीरो और नियुक्ति वालों को हीरो ही मिलेगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

उड़ने वाली कार

विश्व में ओटोमोबाइल इंजीनियर्स पिछले काफी सालों से यातायात व्यस्था की बाधा को देखते हुए उड़ने वाली कार बनाने की कोशिशों में जुटे हें इस कोशिश को अमेरिका की एक कम्पनी ने साकार कर दिखाया हे और करीब एक करोड़ रूपये की लागत से बनने वाली यह कार २०१२ तक बाज़ार में लाने का वायदा किया गया हे कार के उत्पादकों का कहना हे की अब तक ७५ कारों की बुकिंग हो चुकी हे और यह कार हवा और जमीन पर चल सकेगी करीब १८० किलो मित्र प्रति घंटे की रफ्तार से उधने वाली यह कार एक बार इंधन भरने के बाद ८०० किलोमीटर तक उधने की क्षमता रखती हे इसके आठ इंजन बनाये गये हें जो खराब होने पर ओटोमेटिक चालु हो जायेंगे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सोपोर में सरकार फेल

जम्मू कश्मीर के सोपोर में प्रधानमन्त्री की यात्रा के बाद से ही जनता का विरोध ज़ोरों पर हे वहां आय दिन बंद और कर्फ्यू से जनता परेशान हो चली हे जनता सडकों पर निकलती हे तो पुलिस की लाठी गोली से मोट का शिकार होती हे इधर जनता भी भडक कर हंगाम कर रही हे कुल मिला कर सोपोर में कानून व्यवस्था भंग हो गयी हे और ऐसी हालत में केंद्र में बेठे जम्मू सरकार के मुख्यमंत्री के पिता श्री खामोश हें और मजबूर केंद्र सरकार ऐसे हालातों में भी देश में कुछ करने की स्थिति में नहीं हे देखना यह हे के बिगड़े हालातों को अब केंद्र सरकार कब केसे सुध्र्वाक्र वहां शान्ति स्थापित करवाती हे क्योंकि इस हंगामे की भेंट भक्तजनों की अमरनाथ यात्रा भी चढ़ गयी हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान भी कीमत व्रद्धी से दुखी

आज कीमतों में व्रद्धी के खिलाफ पूरा भारत बंद हे सरकार अपनी अर्थशास्त्र की जिद पर अड़ी हे महंगाई की सफाई में उसका अपना नया अर्थशास्त्र हे सरकार के प्रवक्ता का कहना हे के देश में पेट्रोल के मूल्य इस लियें बढाये हें के सरकार देश में महंगाई कम करना चाहती हे सरकार का विपक्ष पर आरोप हे के विपक्ष इस मामले में देश में सस्ताई के इन प्रयासों को धक्का लगाने के लिए जमाखोरों के साथ मिलकर भारत बंद करा रहा हे तो दोस्तों आपने महंगाई के मामले में सरकार का चुटकुला तो सुन ही लिया केसे सरकार गरीबों का और महंगाई के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों का मजाक उढाती हे , लेकिन सरार की यह दलील कोंग्रेस के राजस्थान के विधायकों के गले नहीं उतर रही हे राजस्थान से प्रकाशित देनिक भास्कर में आज ५० से भी अधिक राजस्थान के कोंग्रेसी विधायकों के नाम छपे हें जिन्होंने देश में और खासकर राजस्थान में पेट्रोल के दाम घटाने के मामले में सरकार से वेट हटाने की पेरवी की हे अब राजस्थान के ५० विधायकों की अगर अशोक गहलोत न्यूयार्क से राजस्थान वापसी के बाद सुन लेते हें तो राजस्थान की जनता थोड़ी बहुत तो राहत की सांस लेगी ही। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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