आपका-अख्तर खान

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15 जुलाई 2010

धुप के डर से

ऐ धुप के डर से
घर में बेठने वाले
बाहर तो निकल
कदम कदम पर दरख्त हें
साया बहुत मिलेंगा तुझे
रास्ते में दरख्तों का
ऐ धुप के डर से
घर बेठने वाले
दो कदम तो
बाहर चल
रंगीन हसीन दुनिया हे
फूलों की खुशबु ठंडी हवा हे
धुप के डर से यूँ घर ना बेठ
बाहर निकल
खुदा की
नियामतों को
इन्तिज़ार हे तेरा
यह हताशा यह निराशा
भूल जा भाई
सांस हे तो आस हे
खुशियों को तेरा हे इन्तिज़ार
जरा बाहर तो निकल कर देख ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ठहाके खत्म हुए

देखों अब हम
चल दिए
तुम्हारी महफ़िल से
सोचो जरा
हम से ठहाके थे
महफ़िल में तुम्हारी
अब कहां से
लाओगे आदमी
ठहाकों के लियें
अन्धेरा हे महफ़िल में तुम्हारे
चराग कहा से जलाओगे
मेरे जाने के बाद
रौशनी के लियें ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कल सुभ

ऐ काली रात
मुझे उम्मीद हे
कल रंगीन सुबह की
ऐ रात
कितनी ही संगीन हो तू
हिम्मत तुझ में
जब जानूं
तब सुबह होने को
तू रोक दे
ऐ काली रात
तेरी उम्र
सिर्फ थोड़ी सी हे
और रंगीन सुबह की
आस में देखों
में रोकर नहीं
हंस कर जिए
जा रहा हूँ ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

तितलियों की ताक़त

बड़े ,बड़े पेड़ गिरा कर
आने वाली आँधियों
वोह देखों
फुल से लिपटी हे
प्यार में तितलिया
अपने झोंकों से
उन्हें गिराकर तो देखो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

तूफ़ान सावधान

डर और खोफ तो एक धोखा हे
डर का साथ क्या देना
जो मुसीबत रास्ते में आये
ठोकर से उसे हटा देना
इरादे मजबूत हों तो पहुंचेंगे मुकाम पर
कह दो तूफ़ान से जितना चाहे आजाये
जहाज़ का हूँ में अब लंगर खोलने वाला ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

८ करोड़ का घोटाला

राजस्थान लघु उद्योग निगम में कोयले की लाली में काले हाथ हो गये हें और आठ करोड़ रूपये से भी अधिक का घोटाला पकड़ में आया हे , राजस्थान में लघु उद्योग निगम में स्पेशल ओडिट किया हुई के बी अफसरों की आफत आ गयी और आठ करोड़ रूपये के घोटाले की पोल खुल गयी जो कोएले की फर्जी सप्लाई के नाम पर रिकोर्ड तय्यार किया गया हे अब सभी अधिकारी जांच के दायरे में आ गये हे हालत यह हें के सभी अधिकारी एक दुसरे पर इस घोटाले की कहानी को डाल रहे हें देखते हें मंत्री और सरकार अब इस घोटाले में जांच के बाद किस अधिकारी को क्या सबक सिखाते हें या फिर घोटाले की तह में कोई मंत्री ही कोयले की दलाली में काले हाथ करते हुए पकड़ा जाता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ना बाप बढा ना भय्या सबे बढा .......?

ना बाप
बढा ना भय्या
सबसे बढा
मेरे देश का रुपय्या ,
अमेरिका के डोलर को
गिराने की इसमें हे ताकत
पाक,बंगला,नेपाल
में रूपये से बढा
मेरे देश का रुपय्या
क्यूँ भाई इतनी ताकत
फिर भी
अमेरिका के आगे
क्यूँ गिरा रहे हें
मनमोहन मी देश का रुपय्या
मंत्रियों ने इसे खर्च कर
इसे विश्व स्तर का नया मोनो दिया
महगाई की मार सही इसने
भ्रस्ताचार की दुत्कार सही इसने
दहेज़ की बलिवेदी पर
बहुओं को चढ़ते इसने देखा हे
नेताओं को कुर्सी पर
इसी रूपये ने चिपके देखा हे
क्योंकि ना डोलर ना पोंड
किसी ने देखा हे
फिर भी
देखो सबे बढा मेरे देश का रूप्या
बचा लो इसे
अमेरिका के इशारे पर चलने वाले
मनमोहन भय्या
यह हे मेरे देश का रूप्या ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

दो शरीफ कुत्ते

बीच सडक पर
दो शरीफ कुत्ते
चले जा रहे थे
एक ने दुसरे से कहा
यार
इंसानियत क्या चीज़ होती हे
दुसरा
कुछ जवाब देता

इसके पहले ही
पहले का पाँव दुसरे पर पढ़ गया
दुसरे ने इस पर
एतराज़ जताया
पहले तू तू में में
फिर
एक दुसरा
एक दुसरे पर गुर्राया
पहले कुत्ते ने
गुस्से में आकर आखिर
दुसरे से कह ही दिया
मुझसे मत अडो
कहीं ऐसा न हो
मेरे अंदर का इंसान
जाग जाए
और फिर बस
खून खराबे के अलावा कुछ ना बचे
दुसरे ने कहा
कुत्ते भाई
शायद आपकी इसी बात को
इंसानियत कहते हें
और फिर बेचारे
दोनों
शरीफ कुत्ते
उनके अंदर की
इंसानियत ना जाग जाए
इसी डर से दुम दबा कर
अलग अलग हो लिए ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बंदूक के लाइसेंस का नवीनीकरण

कोटा में आत्मरक्षा के इयें बंदूक और रिवाल्वर का लाइसेंस लेना आम आदमी के लियें जटिल प्रक्रिया होने से सपना बन गया हे लेकिन कई लोग हें जो कोटा में फर्जी लाइसेंस बनवाकर मजे कर ते रहे हें कोटा में पिछले दिनों फर्जी हथियारों के लाइसेंस बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर कई दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया हे , हालात यह हो गये हें के सरकारी रिकोर्ड के मुताबिक कोटा में १६ हजार से भी अधिक लाइसेंस रिनिव नहीं हुए हें पुलिस इस मामले में घर घर तस्दीक कर रही हे कई लोग पते बदल कर चले गये हें कई लोगो की म्रत्यु हो गयी हे तो कई ऐसे लोग हें जिन्होंने दुसरे जिलों या प्रान्तों से लाइसेंस बनवा लिए हें अब कोटा जिला प्रशां न इससे निपटने के लियें लाइसेंस रिनिवल नहीं करवाने वाले लोगों की सुच इंटरनेट पर डाली हे और थानों को इस आमले में भोतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए हें लेकिन कोटा में इन सब के बावजूद भी अवेध हथियारों का व्यापार कम नहीं हुआ हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा में जमाखोरों की पोल खुली लेकिन प्रशासन बेबस

कोटा में जमाखोरों की पोल खुल गयी हे लेकिन विधि विरुद्ध खाध्य पदार्थ जमा कर क्रत्रिम अभाव बनाकर कीमतों में व्रद्धी करवाने वाले जमाखोरों के खिलाफ राजस्थान सरकार कुछ भी कर पाने में बेबस और लाचार हे । कोटा में जमाखोरों ने कीमतों में उछाले के लालच में ६०० करोड़ रूपये के अनाज,धनिया,डालें,मक्का,ज्वार,बाजरा और खाने पीने की चीजों का स्टोक कर रख लिया उनका मानना था के कीमतों में और उछाला आयेगा लेकिन उम्मीद के तहत कीमतों में व्रद्धी नहीं हुई और अब व्यापारियों के चेहरे उतरे हुए हें आज एक देनी समाचार पत्र ने सभी व्यापारियों की इस व्यथा को उजागर किया हे और पूरा हिसाब ६०० करोड़ रूपये का माल गोदामों में जमा होने की पुष्टि की हे कोटा सहित राजस्थान में कई खाद्य पदार्थों पर सरकार का नियन्त्रण हे और क्षमता से अधिक बिना लाइसेंस के कोई भी व्यापारी सामान नहीं जमा कर सकता हे ऐसे में रसद विभाग और जिला कलेक्टर व्यापारियों के लाइसेंस देख कर अगर गोदामों पर छापामारी कर अवेध रखे खाध्य पदार्थों को बरामद करे तो राजस्थान की खाद्य पदार्थों की कमी पूर्ति हो जायेगी और जनता सस्ते होने से मद मस्त हो जायेगी लेकिन सरकार हे के बस व्यापारियों के इन काले कारनामों के आगे बेबस बनी हुई हे और हाथ पर हाथ धरे बेठी हे इसे कहते हें अंधेर नगरी चोपट राजा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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