आपका-अख्तर खान

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25 जुलाई 2010

भास्कर अखबार जी की मेले की कमाई

दोतों आप सब जानते हें के पत्रकारिता मिशन नहीं व्यवसाय बन गयी हे व्यवसाय भी ऐसा के वेह्या का व्यसाय आज की पत्रकारिता से अधिक सम्मान का व्यवसाय माना जा रहा हे देश में पत्रकारिता के मामले में गंदे अश्लील जनता को ठगने वाले विज्ञापनों का विधि विरुद्ध प्रकाशन , प्रसार संख्या झूंठी बताकर जनता से लुट, अलग अलग गेर कानूनी प्रकाशन कर जनता के साथ धोका आम बात हे लेकिन अब कोटा में पत्रकार या कहें उद्योगपति मालिक अख़बार के नाम पर लुट वाले मेले लगा रहे हें कोताआआआ में कल हर बार की तरह अचानक देनिक भास्कर ने नगर निगम से सस्ती जमीन लेकर मेला लगा लिया पहे तो उसने साइकल स्टेंड से कमाया,फिर सस्ती जमीन को महंगी दरों पर शोते दुकानदारों को किराए पर दुकाने देकर कमाई की इतना ही नहीं इस बार तो सरकारी जमीन पर लगाये गये इस कथित मेले में ५ रूपये प्रति व्यक्ति प्रवेश शुल्क भी लगा दिया , अब आप ही बताइए पत्रकार पूंजीपतियों के जिस शोषण के खिलाफ आवाज़ उठाने का दायित्व रखता हे आज व्ही शोषण खुद पत्रकार कर रहा हे तो फिर हुआ ना पत्रकारिता का व्यवसाय भड़वों और वेश्याओं से भी अधिक बेहयाई वाला । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

संसद में मिली जुली कुश्ती आज से

देश की लोज्स्भा में आज से संसद स्तर की शुरुआत हे पत्रकारों और राजनितिक विश्लेषकों का मानना हे को अज संसद में महंगाई को लेकर विपक्ष यानी भाजपा सरकार की तंग खेंचेगी लेकिन सब जानते हें महंगाई और जनता से लुट के मामले में देश की सभी पार्टियां चोर चोर मोसेरे भाई की तर्ज़ पर एक मत हें और शोषण उत्पीडन के मामले में यह सभी पार्टिया चुप्पी साध लेती हें अगर कोई पार्टी शेर बन भी जाए तो अपने अपने हमाम में सभी पार्टियों के नंगे होने से ब्लेक मेलिंग की राजनीति शुरू होती हे और हालात यह होते हें के सरकार को खिलाफ जनहित के मुद्दों पर कोई नहीं बोलता हाँ उलटे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विपक्ष और चिल्लर पार्टियां बैकोट का नाटक कर सरकार के खिलाफ विशवास प्रस्ताव आने पर उसे अवश्य जीता देती हे आज का मानसून स्तर सांसदों के लियें अहम हे देश में अनेक महत्वपूर्ण समस्याओं पर सांसदों को बोलना हे लेकिन यह स्तर जनता के साथ विश्वासघात का स्तर होगा पक्ष विपक्ष की सुनारी लढाई के बाद बेनतीजा और सरकार के मनमर्जी के निन्यों का यह स्तर होगा ऐसे घिनोने सांसदों और विपक्ष को तो जनता को अब खुलकर सडकों पर सबक सिखाना होगा तब कहीं जाकर देश को इन दुश्मनों से बचाया जा सकेगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बुरे काम का बुरा नतीजा

सारा देश जानता हे के बुरे काम का बुरा नतीजा होता हे सब जानते हें खून सर चढ़ कर बोलता हे सब जानते हें कानून के हाथ लम्बे होते हें सब जानते हें अपराधी कितना ही बढा शातिर क्यूँ ना हो कोई ना कोई सबूत जरुर छोड़ जाता हे सब जानते हे के केरी कब तक छुपेगी पत्तों की आध में एक दिन तो उसे बिकने ही आना पढ़ेगा बाज़ार में । लेकिन इन सब के बाद भी देश में बढ़े लोग सफेद पोश लोग जो मंत्री या अधिकारी हें या फिर व्यवसाय में लगे हें अपराध पर अपराध किये जा रहे हें इंसानों को कीड़े मकोड़े समझे जा रहे हें ऐसा ही कुछ खेल गुजरात के गृह मंत्री शाह साहब ने अपने विश्वसनीय पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर खेला था सोचते थे जो मेने कर दिया अंतिम हे ना कोई खड़ा हे और ना ही खुदा की लाठी हे लेकिन दोस्तों खुदा की लाठी चली ना कोंग्रेस ना भाजपा बस सुप्रीम कोर्ट ने बिना किसी राजनीति के निष्पक्ष जांच करवाई गुजरात के मुख्यमंत्री भाजपा के नेता खूब फड फ्डाये लेकिन कुदरत तो कुदरत हे एक ही लाठी में गुजरात के पुलिस अधिकाइयों को चित कर दिया अब उन्हें बचाने की कोशिशों में जुटे गृह मंत्री जी भी सी बी आई की गिरफ्त में हे चोरी और सीना जोरी देखो जो हुआ हे वोह सुप्रीम कोर्ट ने किया हे उसके हुक्म से शाह की गिरफ्तारी हुई हे लेकिन कानून और संविधान की पालना करने की शपथ लेने वाले जनाब गुजरात के मुख्य मंत्री नरेंद्र मोदी जी आवेश में आकर सुप्रि कोर्ट को ही धमकाते हें के अगर शाह गिरफ्तार हुए तो हम सडकों पर आजायेंगे अरे भई जब तुम भारत का कानून नहीं मानते संविधान नहीं मानते इंसानियत नहीं मानते तो फिर तुहें तो सडक पर आ ही जाना चाहिए वेसे भी आज बच गये तो किया खून तो सर चढ़ कर ही बोलता हे आना तो आपको भी हे एक दिन सडक पर फिर देखते हें कानून के शिकंजे से कोण केसे बचाता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

गुल को रोंदा हां हा .. खार ने रुलाया हा हा

दोस्तों मुझ से तो कुछ सीखो
पिछले जन्म की ही तो बात थी
खुशबु दार नाज़ुक फुल था में
जो आया सुंघा जुड़े में लगाया
मुरझाया जब में
तो मुझे सभी ने जिन पे गिराया
किसी ने पेरों तले रोंदा मुझे
तो किसी ने गंदगी में गिराया मुझे
दोस्तों मेरा यह भी जन्म हे
खुदा ने मुझे खार{काँटा}बनाया हे
वोह देखों उधर देखो
खुद अपने पेरों का लहू धो रहा हे
मुझे पेरों से रोंदने पर खुद रो रहा हे
में मेरे पिछले जन्म के गुलों की '
आज सुरक्षा किये जा रहा हूँ
अपने इस जन्म पर खुश हूँ में
लेकिन पिछले जन्म पर रोये जा रहा हूँ में।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जिंदगी से शिकवा

जिंदगी से तो शिकायत रही
जिंदगी भर
मोत तू भी तो
बेवफा हे
तुने भी
जिंदगी भर
तरसाया हे ।
.............तुम भूलोगे नहीं ............
तुम हमें
याद करो
ऐसा हममे
कुछ नहीं
तुम भूल जाओ
हमें
ऐसी तुम्हारी
फितरत नहीं।
.......................दोजक खुदा की ............
खुदा ने
दोजक भी तो
बनाई हे
किसी उमीद से
दोजक ना भरी
तो
खुदा कितना
निराश होगा
बस यही सोचकर
गुनाह
किये जा रहा हूँ में ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजथान

या रब तू उसे सलामत रखना

या रब
तू
मेरे दुश्मन
को सलामत रखना
वरना
मेरे मरने की
दुआ कोन करेगा ।
या रब
उन्हें
तू कर दे मालामाल
वरना हमारे
भूखे मरने की
दुआ कोन करेगा ।
या रब
उन्हें
तू देदे जुबां
वरना
हमारे खुश रहने की
शिकायत कोन करेगा।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

अमेरिकन शेरनी कुत्ते से पिट गयी

भारत में
शेर जंगल का राजा कहलाता हे
अमेरिकन शेरनी को जब पता लगा
तो बस उसका भातीय शेर पे दिल आ गया
अमेरिकन शेरनी से जब भारतीय शेर की शादी हई
अमेरिका से विदा होकर भारतीय जंगलों में प्रविष्ट हुई
हनीमून पर वोह अपने राजा साथ जंगल में थी
के अचानक एक कुत्ता चला आया
कुत्ते ने शेर से कहा
अबे ओ शेर के बच्चे
किया इस शेरनी को शादी कर के लाया हे
कुत्ते को शेर से इस तरह बात करते देख
शेरनी को गुस्सा आया
शेरनी चिल्लाई , यह किया बदतमीजी हे
जंगल के राजा का किया यहाँ यही अदब हे
शेर ने शेरनी को रोका और खा
छोड़ो इसके मुंह मत लगो
लेकिन अमेरिकन शेरनी कोनसा मानने वाली थी
वोह तो गुस्से में गुर्राई और कुत्ते के पीछे लपक पढ़ी
कुत्ता आगे शेरनी पीछे
आखिर कुत्ते ने एक बढ़े पाइप में घुस कर अपनी जान बचाई
शेरनी गुस्से से तिलमिलाई और वोह भी पाइप में घुसने लगी
पाइप छोटा था इसलिए कुत्ता तो निकल गया शेरनी फंस गयी
कुत्ते ने पाइप में फंसी शेरनी की खूब धुनाई की और फिर अपनी राह चल दिया
शेरनी बेचारी ने बढ़ी मुश्किलों में खुद को पाइप में से निकाला
और शेर के पास हांफती कांपती गयी शेर ने शेरनी से कहा क्यूँ
कुत्ते से मार खाकर आ रही हो
शेरनी ने कहा तुम्हे केसे पता चला
शेर ने कहा में तो पहले ही कहता था कुत्ते के मुंह मत लगो
लेकिन तुम नहीं मानी मेरे साथ तो ऐसे कई बार हो गया
शेरनी सोचने लगी की जंगल का राजा शेर हे या फिर कुत्ता ?
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पुरस्कार योजना : क्रप्या अपनी अर्धांग्नी से विवाह के बाद पहली अन्तरंग मुलाक़ात के अनुभव भेजें अन्तरंग

ब्लोगर भाइयों ।
ह्यूमन रिलीफ सोसाइटी कोटा ने
सभी ब्लोगर साथियों के लियें एक रोचक , रोमांचक,मर्यादित विचार अभिव्यक्ति का आयोजन किया हे , इस प्रतियोगिता में केवल ब्लोगर भाई ही प्रतियोगी होंगे कोई अन्य व्यक्ति को इस में भाग लेने से प्रतिबंधित किया गया हे प्रतियोगिता में सभी ब्लोगर्स या जो प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक हों वोह अपनी विवाहिता के साथ शादी के बाद की पहली मुलाक़ात का संक्षिप्त अनुभव जो यादगार हो लिख भेजिए लिखते समय क्रप्या ध्यान रखें की भाषा मर्यादित हो और सभी पोस्टें इसी ब्लॉग पर भेजना अनिवार्य हें जिसमें ब्लोगर्स अपना नाम पता और मोबाइल नम्बर भी लिखेंगे इस प्रतियोगिता के लियें जूरी का एक पेनल बनाया गया हे और प्रविष्टि की अंतिम तिथि १० अगस्त हे जिसका परिणाम १५ अगस्त को जारी किया जाएगा और प्रथम,द्वितीय ,त्रतीय स्थान प्राप्त करने वाले ब्लोगर्स प्रतियोगी को आअक्र्श्क पुरस्कार दिया जाएगा तो ब्लोगर भाइयों आपसे निवेदन हे के आप इस प्रतियोगिता में हिस्सेदार बनें और इसका प्रचार आप खुद के ब्लॉग ब्लोग्वानी,चिट्ठा जगत और जो भी माध्यम हों उनसे सभी लोगों को सूचित कर करें ।
प्रतियोगिता आयोजक
आबिद हुसेन अब्बासी एडवोकेट
अध्यक्ष
ह्युमन रिलीफ सोसाइटी
सेठ लालचद जी की बिल्डिंग
मोहन टाकिज के पास पुरानी सब्जी मंदी कोटा राजस्थान
मोबाइल नम्बर ०९४१४२ ३०८२०
तो दोस्तों आपका आपके अनुभवों का और आपके रोचक किस्सों का इस प्रतियोगिता में इसी ब्लॉग पर इन्तिज़ार हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान में पोलीथिन केस बंद होगी

राजस्थान के मुख्यंत्री जी ने आगामी १ अगस्त से राजथान में पोलीथिन बंद करने का हुकम दिया हे इस हुकम की पालना १ अगस्त से सुनिश्चित कराने के लियें सभी जिला कलेक्टर जुट गये हे लेकिन आप देखिये के पोलीथिन का कानून जो पहले से हे नगर निगम , पंचायत,प्र्दुष्ण नियमों में हे अलग से कानून बना कर मुख्यमंत्री जी ना जाने क्या साबित करना चाहते हें और फिर अगर आणून बनाया था तो कानून और उसके नियम तथा उसे लागू करने की प्रक्रिया और नहीं आंने वालों को दंड देने की प्रक्रिया तो बना देना चाहिए थी लेकिन वोह अब तक नहीं बने राजस्थान में कोनसी पोलीथिन चलेगी कोनसी बंद होगी दुसरे राज्यों के पेकिंग में जो सामान आयेगा उसे रोकने के लियें केसे क्या कदम उठाय जायेंगे इन सब सवालों की वजह से राजस्थान के अधिकारी अँधेरे में हे अब ऐसे में अधिकारी मुख्यमंत्री के निर्देश मानकर राठोड़ी केंगे और फिर आन्दोलन वगेराह होंगे जिससे कानून व्यवस्था का प्रश्न पैदा होगा वेसे तो आज तक इस सरकार का कोई भी आदेश विधिक रूप से साबित नहीं हुआ हे और हालात यह हें के सरार का हर आदेश अविधिक मान कर उच्च न्यायालय या फिर उच्चतम न्यायालय ने अवेध घोषित कर खारिज कर दिया हे अब इस आदेश के मामले में मुख्यमंत्री ने बिना विशेषज्ञों से राय लिए अगर कोई कार्यवाही करवाई तो हर बार की जिद पर मुंह की खाना पढ़ सकती हे और होगा यह जरुर क्योंकि जो राजस्थान के सरकारी सलाहकार हें वोह सिविल और क्राइम के वकील नहीं टेक्स के जानकार हें अब उनकी सलाह पर तो यही सब होना हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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