आपका-अख्तर खान

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02 अगस्त 2010

सुरत बदल गयी ....

कोटा फ्रेंड शिप हेल्प लाइन के साहित्यिक मित्र केशवपुरा कोटा निवासी मशुर साहित्यकार पुरुशात्तं यकीन की घजल पेश हे उनका मोबाइल नम्बर ०९४१४९३९५७४ हे। घजल पेश हे ।
जंजीर खुल के पावों की,गर्दन में डल गयी।
सचमुच ही कल से आज की, सुरत बदल गयी ।
सो की नहीं तो दोस्तों,दस की सही मगर।
आखिर कहीं तो देह में , हालत सम्भल गयी।
और क्या सबूत लीजिये, सच्चे स्वराज का
गांधी की शक्ल देश के सिक्कों में ढल गयी।
आधा तो क्या वोह देश को पूरा ही बेच दें
मुख्तार वोह हे फिर तेरी क्यूँ जान जल गयी।
होते हें कत्ल अब तो सरे-आम देश में
क्या कह दिया अरे रे जुबां फिर फिसल गयी ।
आज़ादियाँ नहीं हें तो फिर किया हे ये यकीन
हर सिम्त टूट मार की आंधी तो चल गयी ।
तो जनाब यह थे पुरुषोत्तम यकीन जो कोटा के मशहूर साहित्यकार हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मिटा दो तो जानें

दोस्तों यह रचना कोटा में निवासित कवयित्री जो टिपता कोटा में निवास्त हें उनका मोबाइल नम्बर ०९६३६९२२६०४ हे यह हिंदी की विवान हें और इन्हें डोक्टर इला मोदी के नाम से जाना जाता हे इनकी रचना मिटा दो तो जाने आपके अवलोकनार्थ पेश हे .......
लिखा लिख का तुम मिटा दो तो जाने
हमें अपने दिल से भुला तो जानें ।
सभी के दिलों को सदा तुमने तोडा
अगर एक दिल भी मिला दो तो जाने ।
सदा कच्चे चिट्ठे उघाड़े सभी के ,
मुखोटा जो खुद का हटा दो तो जाने ।
बहुत आस हे तुमको मेरे वतन से
निराशा में आशा जगा दो तो जानें।
सजाते रहे हो सदा जिनकी मंडी
उन्हें मंडपों में बिठा दो तो जाने
डगर में सदा तुमने बोयें हें कांटें
कभी फूल पथ में बिछा दो तो जानें ।
कसक बन गयी याद लीला किसी की
किसी तोर उसको भुला दो तो जानें ।
दोस्तों भाइयों बहनों आपकों डोक्टर लीला जी की यह रचना केसी लगी बताएं । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

फ्रेंड्स हेल्प लाइन कोटा का द्रष्टिकोण

मेरे ब्लोगर भाइयों कोटा में जनाब नरेंद्र कुमार चक्रवर्ती ने फ्रेंड्स हेल्प लाइन के नाम पर कोटा से द्रष्टिकोण पत्रिका का प्रकाशन शुरू किया हे उसके प्रवेशांक में कोटा सहित देश के सभी प्रमुख शहरों के रचनाकारों की रचनाएँ प्रकाशित हें इन रचनाओं में से कुछ रचनाएँ ऐसी हें जिन्हें किसी भी हालत में आप तक पहुंचाना जरूरी हे बस इसी लियें इस पुस्तक में प्रकाशित कुछ रचनाएँ में आप तक मेरे ब्लॉग के माध्यम से पहुंचाउंगा शायद आपको पसंद आये शायद आप बोर हों में कह नहीं सकता लेकिन यह द्रष्टिकोण हे देखते हें इसे पढकर आपका द्रष्टिकोण किया कहता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

फ्रेंड्स हेल्प लाइन कोटा का द्रष्टिकोण

मेरे ब्लोगर दोस्तों भाइयों आदाब कोटा में फ्रेंड्स हेल्प लाइन कोटा के नरेंद्र कुमार चक्रवर्ती जी ने द्रष्टिकोण के नाम से मित्र साहित्यकारों में

हेप्पी बर्थ डे टी रवि कान्त कोटा कलेक्टर जी

कोटा कलेक्टर टी रविकांत जी ३ अगस्त को आपका जन्म दिन हे बहुत बहुत मुबारक हो कोटा कलेक्टर टी रविकांत ने कोटा में कार्यभार ग्रहण के बाद जनहित में काफी कुछ काम किये हें एक कोटा कलेक्ट्रेट को आम आदमी की पहुंच से दूर करने का निर्णय अगर भूल जाएँ तो बाक़ी मामलों में कोटा कलेक्टर जनहित के कामों में अव्वल हे । सभी दफ्तरों में कर्मचारी उपस्थित रहें सजग सतर्क रहें सरकारी काम काज पर ध्यान दें इसी उद्देश्य से प्रति दिन कहीं ना कहीं किसी ना किसी विभाग में अचानक कर्मचारियों की उपस्थिति के निरिक्षण से निकम्मे और लेट लतीफ कर्मचारियों में हडकम्प मचा हे , कलेक्ट्रेट में धुम्रपान फेला कर गंदगी फेलाने वालों को रोकने के लियें कोटा कलेक्टर नें गांधीगिरी के माध्यम से पान जर्दा गुटका चबाने वालों को समझायश कर पीक दान में थूकने के लियें तय्यार किया कलेक्ट्रेट के कमरों में परिसर में घुसते ही आम दरवाज़े पर किस कमरे में कोनसा दफ्तर हे और कमरा नम्बर क्या हे उसका मानचित्र लगवाया हे ताकि लोगों को उससे मदद मिल सके , कोटा कलेक्टर ने अभियान चला कर अस्पताल,सार्वजनिक स्थान,स्कुल,कोलेज,अदालत,कलेक्ट्री इलाके में जर्दा पान गुटके की बिक्री पर पाबंदी लगवा दी और इसका सख्ती से पालन हो रहा हे , कोटा के समाचा पत्र निम् विरुद्ध सेक्सी दवाओं के विज्ञापन प्रकाशित करते रहे हें जिसका कानूनी अध्ययन कर कोटा कलेक्टर ने सख्ती से ऐसे विज्ञापन रोकने के लियें कोटा पुलिस अधीक्षक को निर्देश दियें इतना ही नहीं आर्म्स एक्ट के सम्बंद्ध में पुलिस की फर्जकारी रोकने के लियें भी कोटा कलेक्टर सख्त रहे, कोटा में शिक्ष्ण संस्थाओं पर इनका शिकंजा रहा जबकि पटवारियों और सम्बंधित रेवेन्यु अधिकारीयों ने जब प्रोपर्टी डीलरों से मिलकर उलटा सुलटा रेवेन्यु रिकोर्ड तय्यार किया तो इस पर कलेक्टर सख्त हो गये और उन्होंने जांच करवा कर पटवारियों और सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही कर इस बन्दरबांट को रुकवाने की फल की , उन्होंने कब्र्स्तानों और श्मशानों की समस्याए दूर करने की योजना भी तय्यार कर यु आई टी के माध्यम से बजट पारित करवाया हे जबकि जिन बस्तियों में जो लोग वषों से बसे थे और उन्हें उन बस्तियों जेसे द्वारका बस्ती , नेहरूनगर स्टेशन से बिना खूनखराबे के किसी भी सुरत में हटा पाना सम्भव नहीं था कोटा कलेक्टर ने उन लोगों को समझायश कर बिना लाठी बिना गोली और बिना तोड़फोड़ के उन्हें उनकी इच्छा से हटने के लियें तय्यार कर पुनर्वासित क्या इतना ही नहीं निराशा की जिंदगी जी रहे कोटा के लोग जब आत्महत्या के नतीजे तक पहुंच जाते हें और अधिकतम लोग आत्महत्या कर लेते हें उस पीड़ा का कोटा कलेक्टर ने अध्ययन किया और आज देखो कोटा में ऐसे पीड़ित लोगो के लियें मदद केंद्र स्थापित किया गया हे जहां लोगों को रोज़ फायदा मिल रहा हे तो जनाब यह तो कुछ भी नहीं मामूली सी बानगी हे कोटा कलेक्टर के जनहित के कारनामों की और बस उनकी इसी अदाकारी के चलते जीवन में पहली बार मेने जो हमेशा अधिकारीयों और नेताओं के खिलाफ कलम चलाने के लियें बदनाम रहा हूँ आज कोटा कलेक्टर टी रविकांत को उनके जन्म दिन पर नमन करता हूँ और कामना करता हूँ की इश्वर उनसे कोटा में आम जनहित के और ऐसे कई कार्य करवाए जिससे कोटा स्वर्ग सा लगने लगे इसके साथ ही मेरी यह भी दुआ हे के कोटा कलेक्टर टी रविकांत जिए हजारों साल और जहां जाए तरक्की करें इनका प्रताप हमेशां बना रहे बस एक बार फिर हेप्पी बर्थ डे टी रविकांत जी जन्म दिन मुबारक हो टी रविकांत जी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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