आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

05 अगस्त 2010

फिर सुबह हो गयी


ओह देखो
फिर सुबह हो गयी
रात गयी ,करवटें गयी,याद गयी
ओह देखो
फिर सुबह हो गयी ।
रात थी तो बात थी
रात थी तो नींद में उनकी याद थी
ओह देखो
फिर सुबह हो गयी ,
अब सुबह से शाम तक
बताओ में क्या करूं
इन उजालों में
केसे उन्हें या करूं
ओह देखो
फिर सुबह हो गयी ,
फिर से बजने लगी घंटियां
फिर से होने लगी अज़ान
मुर्गा बोले कुकड़ू कुं
चिड़िया बोले चू चूं ।
ओह देखो
फिर सुबह हो गयी
अन्ध्रेरा जो पसंद था मुझे
उसे रौशनी खा गयी
फिर देखो सुबह हो गयी
ना जाने कब
अब फिर शाम होगी
उसकी यादें मेरी
सांसों में आम होंगी
ओह देखो
फिर सुबह हो गयी ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा बेंक घोटाले मामले में गिरफ्तार

कोटा में फर्जी चेक तय्यार कर लाखों रूपये फर्जी तरीके से निकालने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश कर पुलिस ने भी कामयाबी हांसिल की हे , कोटा पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार का कहना हे के भारती स्टेट बेंक का एक बर्खास्त कर्मचारी तारासिंह इनका मास्टर माइंड हे वोह पहले लोगों के खातों और बेंक में जमा रकम चेक संख्या और हस्ताखर के बारे में रेकी करता था और फिर नकली आगे के नम्बर को चेक छाप कर बेंक में जमा रकम के हिसाब से चेक तय्यार करता था , बाद में अपने दुसरे साथियों के साथ मिलकर वोह बेंक से रकम निकलवा लेता था कोटा पुलिस का कहना हे के इस गिरोह ने कोटा सहित अन्य जिलों और राज्यों में करोड़ों रूपये के घोटाले किये हें और अभी मुख्य अभियुक्त तारा सिंह के पकड़े जाने पर और भी महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिलेंगी , देश भर में फर्जी चेक छाप कर फिर हस्ताक्षर कर ठगी का यह शायद पहला मामला हे जिए कोटा पुलिस ने पकड़ कर यह साबित कर दिया हे की वोह भी किसी से कम नहीं हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोमन वेल्थ गेम पर कालिख पुती

देश में कोमन वेल्थ गेम में त्यारियों में भ्रष्टाचार को लेकर हंगामा खड़ा हे और देखते ही देखते केन्द्रीय मंत्री मणि शंकर अय्यर की दुआ खेल बर्बाद होने के मामले में पूरी होने लगी हे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस तय्यारी में देश बदनाम हो गया हे पहले केन्द्रीय मंत्री और कलमाड़ी के झगड़े फिर दिल्ली मुख्यमंत्री शिला दीक्षित का गुस्सा कुल मिलाकर कोम्न्वेल्थ गेम में मजाक के अलावा कुछ नहीं हो रहा हे संकेत हें के दस जनपथ के नजदीकी केन्द्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने जब कोमन वेल्थ गेम की खिल्ली उढ़ाई और इसे बर्बाद होने की दुआएं मांगीं तो दस जनपथ ने भी चुप्पी साध ली मनमोहन जो पहले नर्सिंघ्घा राव के नजदीकी थे और कलमाड़ी को इसीलियें इतनी ताकत दे रखी हे वोह भी खामोश रहे तब एक बात तो समझ में आ गयी थी के दस जनपथ भी इस आयोजन से बहुत ज्यादा खुश नहीं हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

गरीबी में देश फिर आगे

विश्व स्तर पर गरीबी के आंकड़ों में हमारा देश का जो नम्बर आया हे उससे हमारे नेताओं को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए , देश में मध्यप्रदेश गरीबी कुपोषण में नम्बर वन हे और गरीबी की सूची में मेरा राजस्थान भी प्रमुख हे यह मेरा देश हे जहां हमारे पास कपड़े हे लेकिन गरीबो को देने के लियें नहीं हमारे पास अनाज हे लेकिन गोदामों में सड़ाने के लियें हे गरीबों को देने के लियें नहीं हमारे पास शिक्षा गारंटी कानून हे लेकिन गरीबों को पढाने के लियें नहीं हमारे पास गरीब उन्मूलन योजनायें हें लेकिन गरीबों पर खर्च करने के लएँ नहीं आज जब विश्व स्तर की यह रिपोर्ट प्रकाशित हो रही थी तो मेरा सर शर्म से नीचा झुका जा रहा था , मेरे देश में गरीबी उन्मूलन के लियें करोड़ों नेता अरबों बार भाषण देते हें और खरबों रूपये इस योजना को क्रियान्वित करने पर खर्च करते हें विदेशों में सोना गिरवी रख कर ऋण लेते हें फिर भी दोस्तों मेरे गांधी नेहरु के इस देश में गरीबी का यही आलम हे क्यूंकि मेरा देश आज भी महान हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भाईजान हमारे धर्म के मोलानाओं की तरह क्या आपके धर्म में भी मक्कार हें

दोस्तों आज में बहुत दुखी हूँ क्यूंकि एक सच मेरे सामने हें के विश्व के सभी धार्मिक पंडितों मोलानाओं में मेरे मुस्लिम धर्म के मोलाना सबसे ज्यादा मक्कार हें इस्लाम का पहला सिद्धांत हे के कोई भी धर्म की शिक्षा धर्म और खुदा की आयतों को रोज़गार का जरिया न बनाये लेकिन कुछ लोग कुछ मोलाना हें जो मेरे देश और खासकर कोटा में सिर्फ और सिर्फ धर्म को ही रोज़गार बना कर लाखों करोड़ों कमा रहे हें उनके पास चंदे करने ,विधि विरुद्ध निकाह की डायरियां छपवा कर निकाह के नाम पर अवेध वसूली करने , कुरान कहानी,मस्जिदों में नमाज़ पढाने और तन्त्र मन्त्र के अलावा फतवे वगेरा देने के अलावा कोई दुरा काम नहीं हें यह मोलाना लोग इस काम में इतना कुछ कमा रहे हें के काफी कुछ हिस्सा उसमे से राजनीति में लगा कर कोंगरे या भाजपा में अपना मुकाम बनाये हुए हें और सरकार में कोई ना कोई पद पाना चाहते हें मजेदार बात यह हे के इन्हें ऐसे गेर इस्लामिक तरीके से लोगों को लुटने से रोकें तो यह लोग एक ग्रुप बना कर हमले करते हें और अलग अलग मस्लाकों के नाम पर एक दुसरे को बदनाम करते हें , अभी कोटा में शेहर काजी को ऐसी शिकायतें मिलने पर उन्होंने ऐसे गेर इस्लामिक कामों को रोकने की हिदायत दी थी बस क्या था धर्म के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाकर पेट पालने और राजनीति करने वालों को बुरा लग गया और वोह एक गुट बना कर कथित जमातों के नाम पर अपनी अपनी फर्जी डिगरिया खुद के नाम से होना बताकर क़ाज़ी साहब के खिलाफ मैदान में उतर आये खेर कोटा के लोग शहर काजी की बुर्दुबारी और इमानदारी,दीनदारी से वाकिफ हें इसीलियें उन्होंने इन मोलानाओं को मुंह तोड़ जवाब दिया और जब इन्हें आयना दिखाया गया तो यह फर्जी लोग जमीन पर आन गिरे वेसे इनकी कथित डिग्रियों की जांच हो तो आधे तो जेल में जाएँ और इनकी आमदनी खर्च के जरियों की जांच हो तो यह लोग आम जनता में रुसवा हो जाएँ लेकिन फिर भी कोटा में कुछ लोगों ने इन के एक राजनितिक मोलाना जो खुद को राजस्थान के मुख्यमंत्री का नजदीकी बताते हें उनसे एक धार्मिक कार्यक्रम रमजान की आमद र सेमीनार में शहर काजी कोटा के साथ आने को कहा तो इन मोलाना जनाब ने बढ़े खुलूस स हाँ भरी दुबारा फिर कन्फर्म किया फिर हाँ बढ़ी यह मोलाना कोटा काजी के मुकाबले मुंग में सफेदी के बराबर भी नहीं हें फिर भी काजी कोटा ने इसे स्वीकार किया लेकिन जनाब च्न्दाखोर और उनाफाखोर आयतों का मोल कर धर्म को पेट का जरिया बनाने वाले इन जनाब मोलानाओ के ग्रुप मोलाना घबरा गये और उन्होंने इन मोलाना जनाब को इस कार्यक्रम में जो सिर्फ मज़हब से ताल्लुक रखने वाला कार्यक्रम था उसमें जाने से रोक दिया अब बताओ जो मोलान इस्लाम का अनादर करे रमजान की फज़ीलत आम मुसलमानों को बताने गुरेज़ करे और फितना फेला कर मुसमानों को बातें ,धर्म को पेट पालने का साधन बनाये तन्त्र मन्त्र तावीज़ गंडे करे तो क्या यह लोग इज्जत के लायक हें क्या यह लोग धर्म के आलम बरदार हें बस यही सच जानकर आज में सोचता हूँ के यार मेरे मजहब से ज़्यादा मक्कार आज किसी दुसरे मजहब के जानकार पंडित वगेरा नहीं हें क्यूँ भाई हे कोई मजहब जिसमें मेरे मजहब से ज्यादा मक्कार और कोम का खून चूसने वाले धर्म के जानकार हों नहीं ना अगर हे तो प्लीज़ बता कर दिखाओ । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा पुलिस का अपराधियों को पकड़ने का बंधक फार्मूला

कोटा में इन दिनों अपराधियों की पो बारह हे लेकिन अपराधियों के परिजनों की शामत आ गयी हे यहाँ हाल यह हे के पुलिस की कड़ी चोकसी रोज़ गश्त और निरोधात्मक कार्यवाहियों के कार्यवाहियों के बाद भी रोज़ मर्रा लुट,डकेती,गोलीबारी की घटनाएँ आम हें इधर अपराधी घटना करते हें और उधर फरार हो जाते हें बस इसी मामले में पुलिस तंग और परेशान हे पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लियें अब सीधे फरार अपराधियों के घर पर छापा मार रही हे और घर के बालिग़ नाबालिग महिला पुरुष को बिना किसी वजह के पूंछ तांछ के नाम पर नाजायज़ हिरासत में रख र परेशान कर रहे हें गुस्से में घरों में घुस कर तोड़ फोड़ कर रहे हें इस मामले में कल नयापुरा पुलिस के खिलाफ एक महिला ने अदालत के जरिये मुकदमा दर्ज करवाया हे , पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लियें आधुनिक फार्मूले और निगरानी के तरीके तो नहीं अपना रही लेकिन घरों में घुसकर निर्दोष परिजनों पर ज़ुल्म ढाने की घटनाओं से अब कोटा के लोग दुखी होने गे हें और कोटा पुलिस निरंतर बदनाम होने लगी हे जिससे अधिकारीयों का भी मनोबल गिर रहा हे लेकिन इस मामले में अधिकारियों ने अधिनस्थों को कोई निर्देश जारी नहीं किये हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा में भी अनाज की बोरियां सड़ने लगी

देश भर में अनाज बिना किसी कारण के सढ रहा हे अब इस कड़ी में कोटा के गोदाम का नाम भी जुड़ गया हे हालात यह हें के कोटा के केंद्र सरकार के गोदाम में पंजाब से मंगवाया गया २५ हजार बोरी गेंहू खराब हो गया हे , कोटा के गोदाम में गेंहू रखने की पर्याप्त जगह तो हे लेकिन कुप्रबंध के चलते यहाँ गेहूं की बोरिया सढ गयी हें और इस मामले में कोटा प्रशासन या केंद्र सरकार के सम्बन्धित विभागों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशो की अब तक पालना नहीं की हे । कोटा में एक तरफ तो बी पी एल कार्ड धारक सस्ते गेंहूँ के लियें लगातार चक्कर काट रहे हें और दूसरी तरफ इस तरह कुप्रबंध के चलते गेंहूँ सड़ने से यहाँ की जनता दुखी हे , देखते हें इस मामले की जाच के बाद दोषी लोगों को दंडित किया जाता हे या फिर जांच ठंडे बसते में बंद कर दी जाती हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान में बिना अनुमति धार्मिक स्थलों का निर्माण नहीं होगा

राजथान में अब बिना पूर्व अनुमति के कोई भी व्यक्ति या समुदाय बिना पूर्व अनुमति के किसी भी तरह के धार्मिक स्थल का निर्माण नहीं कर सकेगा इसके लियें सरकार ने सरपंच से लेकर उच्च स्तर के लोगों को ज़िम्मेदार बनाया हे विदित रहे की राजस्थान में किसी भी धार्मिक स्थल के निर्माण के पूर्व जिला कलेक्टर से विधि अनुसार स्वीक्रति लेना जरूरी हे जिसमें धार्मिक स्थल की प्रस्तावित जमीन के मालिकाना हक वाले कागजातों , नक्शे और ट्रेफिक व्यवस्था के साथ साथ कानून व्यवस्था पर पढने वाले असर की भी जांच की जाती हे और इन सब जांचों के बाद ही धार्मिक स्थल के निर्माण की अनुमति दी जाती हे याद रहे के सुप्रीम कोर्ट ने बिना अनुमति के मनमाने स्थानों पार्कों ,सडकों तालाबों में धार्मिक स्थल के निर्माणों पर नाराजगी जताते हुए इसका सर्वे करवाकर राज्यों से शपथ पत्र के साथ रिपोर्ट देने को कहा हे , राजस्थान के मंत्रियों ने कल इस मामले में बैठक में निर्णय लेकर सभी अधिकारियों को इससे अवगत करा दिया हे देखते हें इन निर्णयों का अब किया होता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...