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26 अगस्त 2010

कोटा पुलिस का अपराधी चेहरा

कोटा पुलिस रिकोर्ड में हेरा फेरी कर लोगों को फंसाने की कार्यवाही की पोल आज देनिक भास्कर अख़बार ने एक रिपोर्टिंग में की हे , कोटा में छात्र संघ चुनाव के वक्त अकारण पुलिस लाठीचार्ज और फिर कोंग्रेस के नेता पंकज मेहता को घायलों से नहीं मिलने देने की जिद पर धक्का मुक्की का किस्सा तो आम हे लेकिन जब मामला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास पहुंचा तो जिस पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने नयापुरा थाणे का रोजनामचा जो हर पल हर क्षण की कार्यवाही दर्ज करने की कानूनी बाध्यता रखता हे उस रोजनामचे को आपराधिक षड्यंत्र रच कर पंकज मेहता और दुसरे लोगों के खिलाफ कार्यवाही का षड्यंत्र तय्यार करने के लियें पुरे २४ घंटे तक रोके रखा इस मामले में देनिक भास्कर ने पुलिस के इस षड्यंत्र की पोल खोल दी हें पुलिस जब पंकज मेहता जेसे वरिष्ट कोंग्रेसी को सबक सिखाने के लियें रोजनामचा रोक कर रखती हे जो पूर्ण रूप से विधि विरुद्ध हे तो फिर आम आदमी के साथ पुलिस का क्या सुलूक होता होगा , इस मामले में वरिष्ट पुईस अधिकारियों का कोई स्प्श्तिक्र्ण नहीं आया हे लेकिन निलम्बित पुलिस कर्मियों को बचाने के लियें पुलिस ने उनका मेडिकल जरुर कराया हे ताकि इसका लाभी उन्हेंमिल सके और अवसर मिलने पर उनके जरिये कोई श्द्यन्त्र्कारी कार्यवाही करवाई जा सके ।
कोटा में छात्रों पर लाठीचार्ज के मामले में पुरे वक्त ऐ डी एम सिटी बी एल कोठारी और लाठीचार्ज के लियें जिमेदार अधिकारी साथ थे खुद ऐ डी एम की उपस्थिति में लाठीचार्ज हुआ फिर भी कितनी मजेदार बात हे के कोंग्रेस के नेता पंकज मेहता ने लाथिवार की जांच इन जनाब ऐ डी एम से ही करवाना मंजूर किया हे जो खुद आरोपी हे अब भला वोह किया जांच करेंगे और क्या नतीजा देंगे पहले से ही सब जानते हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

स्वाइन फ्लू से निपटने के कोटा में पुख्ता प्रबंध नहीं

कोटा में स्वाइन फ्लू ने अपने पाँव पसार लिए हें हालात यह हें के १००० से भी अधिक लोगों की जांच में से करीब ३०० लोग प्रभावित मिले हें और कल एक व्यक्ति की म़ोत हो गयी हे इतना ही नहीं कोटा लाडपुरा के विधायक भवानी सिंह को भी इस का इन्फेक्शन हो गया हे , ताज्जुब ह के कोटा में इस बिमारी के संक्रमन से निपटने के लियें प्रशासनिक स्तर पर कोई पुख्ता इन्तिज़ाम नहीं किये हें स्कूलों में छुट्टी नही की गयी हे बस स्टेंड,रेलवे,अदालतों में कोई नियंत्रित कार्यवाही नहीं हे ,डॉक्टर्स की टीमें भी इस मामले में विशेष निर्देशों के बाद भी विधि अनुसार कोई कार्यवाही नहीं की गयी हे , जिला प्रशासन ने महामारी अधिनियम के प्रावधानों के तहत इसे नियंत्रित करने के लियें नगर निगम और दुसरे विभागों से मिलकर कोई व्यूह रचना नहीं बनाई हे जो नियन्त्रण कार्यों में मददगार हो सके। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जज परीक्षा में टीपते हुए पकड़े गये जज निकाले

आंध्रप्रदेश में मजिस्ट्रेट से जज के लियें पदोन्नति की परीक्षा के दोरान पांच जज सभी कायदे कानून मर्यादाएं ताक में रख कर नकल करते हुए पकड़े गये इस स्तर के अधिकारियों का यह कृत्य शर्मनाक रहा हे इसीलियें आंध्रप्रदेश है कोर्ट ने इसे गम्भीरता से लेकर पाँचों जजों को नोकरी से बर्खास्त कर दिया हे ।
राजस्थान में भी जज परीक्षा घोटाला थमने का नाम नहीं ले रहा हे राजस्थान में एक तो हाईकोर्ट का प्रशासनिक निर्णय विरोधाभासी हे जिन जजों को हाईकोर्ट ने म्रत्यु दंड की सजा देने का अधिकार देकर तदर्थ नियुक्ति दी थी उन्हीं जजों को इसीस हाईकोर्ट ने बोद्धिक लिखित परिक्षण में योग्य मानते हुए फेल कर दिया हे फिर भी यह सब अधिकारी आज भी म्रत्यु दंड के अधिकार लेकर जज की नोकरी कर रहे हें , इधर वकील कोटे से जज की परीक्षा के जो परिणाम आये हें जितनी पोस्टें उस के लगभग लोगों को पास करने की प्रक्रिया को वकील संदिग्ध मान रहे हें और पुरे मामले की उच्चस्तरीय सी बी आई से जांच की मांग कर रहे हें , देश के विभिन्न हिस्सों में हाईकोर्ट की परीक्षाएं और प्र्बन्हं संदिग्ध साबित हुआ हे इसलियें राजस्थान में अगर ऐसी बात उठी हे तो इसकी जाँच खुद हाईकोर्ट को सुप्रीमकोर्ट के जज के जरियें करवा लेना चाहिए ताकि न्यायाल्यं को गरिमा देश में बरकरार रहे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बारूद के ट्रक तलाश करती रह गयी पुलिस

धोलपुर के बारूद किंग ने राजस्थान के १६४ बारूद के ट्रक गायब कर दिए और पुलिस केवल ६१ ट्रक गायब होना मानकर नासिक धोलपुर में इनकी तलाश करती रही , ट्रक गायब करने वालों ने पुलिस की गिरफ्त से बचने के लियें रिकोर्ड में आग लगा दी विस्फोटक आयुध अधिनियम के तहत दिए जाने वाले इन लाइसेंसों को जारी करने और भोतिक सत्यापन करने के मामल में धोलपुर के जिला मजिस्ट्रेट की महत्वपूर्ण भूमिका हे इतने पड़े विस्फोटक के जखीरे के बाद भी जिला मजिस्ट्रेट नें विस्फोटक कानून के प्राव्धान्न के तहत अगर नियमित जांच नहीं की और हर बार जांच की तस्दीक रिपोर्ट बनाई हे तो पुलिस को पहले तो जिला मजिस्ट्रेट और सम्बन्धित स्टाफ से ही अपनी पूंछ तांछ शुरू करना चाहिए लेकिन पुलिस ने अभी तक धोलपुर के पूर्व और वर्तमान अधिकारीयों से इस सम्बन्ध में कोई पुन्च्तांच नहीं की हे क्योंकि जटिल लाइसेंसी प्रणाली के चलते और भोतिक सत्यापन का प्रावधान के होने के बावजूद भी अगर ऐसा हुआ हे तो इस में निश्चित तोर पर नोकरशाह भी शामिल हें इस तरफ भी पुलिस को देखना चाहिए । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

शहंशाह के ताजमहल


ऐ शहंशाह
के ताजमहल
तेरे भी
खेल निराले ,
जिसने तुझे
बनाया ,संवारा
ज़ालिम शहंशाह से
उन्हीं के हाथ
कटवा डाले,
ऐ शहंशाह
के ताज महल
तेरे भी
खेल निराले ,
जिसकी जिंदा साँसों
ज़िंदा धडकन
के लियें
बनाया तुझे
उन्हीं के मकबरे
तेरे कुचे में
तुने बनवा डाले,
बनवाया जिस
शहंशाह ने तुझे
उस शहंशाह को
मिले ऐसे बेटे
जो उसे जेल में डालें,
ऐ ताजमहल
तेरे भी
खेल निराले ,
लाखों गरीबों ,लाखों मिसकीनों
की सिसकियाँ
गूंजती हें
तेरे तहखाने में
क्यूँ की उन गरीबों का हक
उन्हें ना मिला
और खर्च किया
सिर्फ तुझे बनाने में
वाह रे ताजमहल
तेरे भी
खेल अजब निराले ,
कहने को हे तू
सातवा अजूबा
लेकिन फिर भी
प्रदुषण से
काला होने का
डर बता कर
तुने सेकड़ों
उद्योग बंद करवा डाले
वाह
ताजमहल
तेरे खेल
अजब निराले।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जिंदगी
कितनी ही
ज़ालिम हो
फिर भी
म़ोत से
बदतर हे ,
नफरत
कितनी भी
गहरी हो
फिर भी
प्यार से
बहुत कमतर हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

तेरे लियें खून किये हें


तुझे पता हे
मेरे हाथ खून से
सने हें
सिर्फ तुझे पाने के लियें,
शुक्र हे खुदा का
आज
तू मुझे
मिल गयी हे
लेकिन खुदा
यह किया हे
बाद मिलन के उससे
में अपने ही हाथों
अपना खून
किये जा रहा हूँ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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