तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
18 सितंबर 2010
झूंठ कहते हो खुदा नहीं मिलता ...
झुंट कहते हो
के ढूंढने से
खुदा नहीं
मिलता ,
मिटा के
अपनी हस्ती को
जरा
उसकी तलाश
करके देख ,
फिर आकर
हमसे कहना
के खुदा
नहीं मिलता ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
चेहरे पर यह क्या हे ........
चेहरे पर
यह हंसी क्यूँ हे
जिस चेहरे
पर हंसी हे
उसी चेहरे पर
लगी आँखों
में आंसू
क्यूँ हें ,
यह समझना हे
तो आओ पहले
मेरे दिल की
दास्तान
को भी समझो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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