आपका-अख्तर खान

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29 सितंबर 2010

केन्द्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल हुए अपमानित

भारत के केन्द्रीय मंत्रियों और अधिकारीयों को अमेरिका से अपमानित होने का शोक लग गया हे अमेरिका में पहले अटलबिहारी,जसवन्तसिंह और कई मंत्रियों को अपमानित किया गया फिर जोर्ज फ्र्नादिज़ को नंगा करवाया गया इसके बाद शाहरुख खान को अपमानित किया लेकिन हमारा देश और देश के नेताओं का अमेरिका पर ना तो दबाव बना और ना ही उन्होंने अमेरिका जाने का मोह छोड़ा बिना किसी कर्ण विदेश यात्राओं का मजा लेने वाले मंत्री प्रफुल कुमार के साथ भी अमेरिका में यही हुआ सोची समझी कार्यवाही के तहत उन्हें अपमानित किया गया लेकिन केंद्र सरकार ने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की हाँ इस बार अमेरिका के रवय्ये में परिवर्तन जरुर हुआ हे उसने प्रफुल को बेईज्जत कर इसकी खबर जब मिडिया तक नहीं पहुंची तो इसे मिडिया तक पहुँचाने के लियें कथित माफ़ी का नाटक कर इस खबर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मीडिया के पास पहुंचाई हे अब आप ही बताएं ऐसे नेताओं का क्या करे कोई जो जूते खाते हें अपमानित होते हें और फिर जूते खाने अमेरिका जाते हें इससे मेरे देश का अपमान नहीं तो और क्या होता हे इसलियें ऐसे नेताओं को तो इण्डिया में ही जूते मारकर अपमनित कर लेना चाहिए ताकि उनकी अपमानित होने की हसरत यहीं पूरी हो जाए और वोह अमेरिका नहीं जाएँ। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आवारा पशुओं ने मंत्री जी को भी अनूठा दिखाया

कोटा की सडकों पर आवारा जानवरों के उत्पात से आम जनता दुखी हे लेकिन नगर निगम और उसके कर्मचारी इस मामले में जरा भी गम्भीर नहीं हे हालत यह हें के काफी सख्ती के बाद भी आवारा जानवरों के उत्पात से रोज़ सडक दुर्घटनाएं हो रही हें , कोटा की एक अदालत नें नगर निगम,कलेक्टर,एसपी को कोटा की सडकों से आवारा जानवरों को हटाने की हिदायत दे रखी हे लेकिन उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की फिर पंचायत मंत्री भरत सिंह ने जानवरों को हटाने के लियें कहा फिर कलेक्टर और फिर सम्भागीय आयुक्त ने इन जानवरों को सडकों से हटाने के लियें नगर निगम को पाबन्द क्या लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई , इन सब के बाद हाडोती के शेर कहे जाने वाले नगर निगम के मंत्री शांति कुमार धारीवाल खुद दहाड़े और उन्होंने महापोर और निगम के मुख्यकार्यकारी अधिकारी को एक माह में कोटा की सडकों से आवारा जानवर हटाने की सख्त चेतावनी दी लेकिन दोस्तों यह नगर निगम कोटा हे यहाँ की महापोर कभी दिल्ली, कभी सुरत कभी फ्रांस जाती हें लेकिन उन्हें कोटा की समस्याओं के निर्कार्न से कोई मतलब नहीं और हालत सामने हें के सडकों से एक जानवर भी नहीं हटाया जा सका हे नाही इस दिशा में कोई प्रयास किये गये हें जबकि जनता और पार्षद इस मामले में तुरंत कार्यवाही करने पर अड़े हें। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भाजपा में फिर महासंग्राम

राजस्थान में बूंदी में सर फुटव्वल के बाद अब कोटा में अध्यक्ष को हटाने की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं ने कल ख़ासा हंगामा खड़ा कर दिया ,पिछले दिनों बुदी में आयोजित भाजपा की बैठक में लातों घूंसों के बाद बैठक समाप्त कर दी गयी थी कल कोटा में कप्तान सोलंकी जो यहाँ के प्रभारी हें उनके सामने भाजपा के कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष श्याम सुंदर शर्मा को हटाने की मांग को लेकर ख़ासा हंगामा नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया आखिर जब सोलनी प्रभारी ने अनुशासन हीनता की कार्यवाही की धमकी दी तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ इधर देहात अध्यक्ष के लियें प्रहलाद गुंजल के नाम पर उनके समर्थकों ने अपना शक्ति प्रदर्शन क्या कुल मिला कर भाजपा में सत्ता के जाते ही अनुशासन हीनता ही अनुशासन हीनता हे और इससे निपटने में सन्गठन नाकाम रहा हे जो पार्टी और पार्टी के भविष्य के लियें खतरनाक हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आर ऐ एस परीक्षा में गलत सवाल

राजस्थान में राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारीयों की भर्ती में प्रश्न पत्र की गडबडी ने साबित कर दिया हे के राजस्थान लोक सेवा आयोग लापरवाह हे इस परीक्षा में पहले तो प्रस्तुत आवेदनों में गलत जानकारियाँ दी गयीं जिसकी जांच में लगों के नाम पते की तस्दीक करने पर पता चला के सभी पते गलत लिखे गये हें , कल लाखों लोगों ने राजस्थान में इस परीक्षा को दी और इस दोरान कोटा में भी करीब १७ हजार लोगों ने भाग्य की आजमाईश की हे इस परीक्षा में एक प्रश्न पूंछा गया जिसमें भारत के मुख्यमंत्री का नाम पूंचा गया था अब आप ही बताओ जब इस स्तर की परीक्षा में ऐसे सवाल पूंछे जा रहे हों तो फिर परीक्षा और राजस्थान लोक सेवा आयोग का क्या स्तर रहा होगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान में कर्मचारियों को तोहफा

राजस्थान में कर्मचारियों को दस प्रतिशत डी ऐ बढा कर देने की घोषणा की गयी हे , पीछे दिनों केंद्र सरकार ने केंद्र के कर्मचारियों को डी ऐ बढा कर देने की घोषणा की थी तब से ही राजस्थान के कर्मचारी डी ऐ बढ़ाने की मांग कर रहे थे , राजस्थान में गत चुनाव में अशोक गहलोत को कर्मचारियों ने साज़िश रच कर हर दिया था उसी के बाद से जब गहलोत इस बार चुनाव जीत कर आये हें तब से गहलोत कर्मचारियों से डरे सहमें हें और इसीलियें राजस्थान में कर्मचारियों के होसले बुलंद हें रोज़ दफ्तरों में देर से आना , जनता के काम को अटकाना और जनता से बदसलूकी करना अब इनके लियें आम बात हो गयी हे फिर भी गहलोत सरकार कर्मचारियों को मनमानी सुविधाए दे रही हे इसी क्रम में राजस्थान सरकार ने कर्मचरियों को डी ऐ बढ़ाने की सोगात दी हे , लेकिन कर्मचारियों को भी अब अपनी आदत में सुधार करना होगा ताकि जनता के काम हो सकें। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हाडोती बेंक कोटा में तीन करोड़ का घोटाला

हाडोती ग्रामीण बेंक में चेयरमेन की मिलीभगत से कोटा के सांगोद कस्बे के बेंक में किसान क्रेडिट कार्ड के नाम पर करीब तीन करोड़ रूपये का घोटाला क्या गया हे , हालत यह हें के इस घोटाले की जाँच सी बी आई से करवाई जा रही हे कल कोटा में सी बी आई की टीम ने सम्बन्धित रिकोर्ड जब्त किये और गवाहान के बयान रिकोर्ड किये , कोटा ग्रामीण बेंक के चेयरमेन अपने कुछ चहेते लोगों के साथ मिलकर इस बेंक में लगातार घोटाले कर रहे थे लेकिन चोर चोर मोसेरे भाई की खानी कब तक चलती सेंट्रल बेंक ऑफ़ इंडिया के एक अधिकारी ने यह चोरी पकड़ ली और उनकी शिकायत पर यह कार्यवाही हुई हे पहले तो चेयरमेन साहब अकड़ते रहे लेकिन अब घोटाले के सबूत मिल जाने के बाद वोह सी बी आई से अपनी जान बचाते फिर रहे हें देखना यह हे के अब सी बी आई घोतालेबाज़ चेयरमेन और उनके साथियों को कब पकड़ पति हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आज देश को मानवता दिखाना हे

दोस्तों उठो
सवेरा हुआ हे
आज तुम्हे
अपने अपने
मन्दिर मस्जिद जाना हे
एक फेसले की
घड़ी अदालत में हे
दुसरे फेसले की घड़ी
आपके अपने
देश के प्रति
ज़िम्मेदारी की हे
बस इस इम्तिहान में
हमें हर सुरत में
पास होकर बताना हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जरा गिरेबान में झांक ले

ऐ इन्सान
यह हे
हिन्दुस्तान
क्यूँ ढूंढता हे
मुझे तू
मन्दिर ,मस्जिद में
जरा झाँक कर तो देख
अपने गिरेबान में
यह मानवता हे
ना अल्लाह हे ना भगवान हे
बस वहीं यह सब हें
जहां बस इंसान और इंसान हें
पत्थर की चंद दीवारों को
क्यूँ कहते हो इबादत गाह
अरे सोच लो जहां न सुकून हो
जहां ना हो प्यार
बस जिसके खातिर
चारो तरफ हो तकरार ही तकरार
फिर ऐसी जगह को
तुम ही बतलाओ
क्यूँ हम ना कहें कत्ल गाह ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जरा आसमान से झांक कर देखो

जरा उंचा उठो , जरा और ऊँचा उठो
मेरे देश को आसमान से
झाँक कर देखो
जरा और ऊँचा उठो
कहकशां के तारों से
मेरे देश को झाँक कर देखो
यहाँ प्यार हे , तकरार हे
अपनापन हे ,सदभाव हे
देश को दुश्मनों से बचाले
बस जिधर देखो
अमीर हो चाहे गरीब हो
सभी का यही भाव हे
जरा और उंचा उठो
आसमान की इतनी बुलंदियों पर
पहुंच कर भी तुम आज
मेरे देश की बुलंदी से
बहुत बहुत नीचे हो
क्योंकि यहाँ रोते हुए को हंसाया जाता हे
नंगो को कपड़ा देकर भूखों को खाना खिलाया जाता हे
बस यही तो हे मेरे इस देश की बुलंदी
मेरे इस देश की ऊँचाई
यहाँ हिन्दू हो चाहे हो मुसलान
सिख हो चाहे हो इसाई
मन्दिर हो चाहे हो मस्जिद
सभी लोग कहते हें
दोनों जगह बस इंसान जाते हें
और धर्म कोई भी हो
काशी मक्का के साथ साथ नहीं
बल्के इनसे पहले
हिन्दुस्तान चाहते हें ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

फेसले की घबराहट में दोस्ती का प्यार

दोस्तों , दोस्ती की एक अजीबो गरीब दास्ताँ
एक तरफ देश में रुके हुए फेसले के नाम पर
अलग अलग पक्ष होने से हिन्दू मुस्लिम भाईयों के बीच दरार की सम्भावनाओं को देख कर देश स्तब्ध हे और यह प्यार भाईचारा सद्भावना बनी रहे इसके लियें देश का हर शख्स प्रयासरत हे , एक तरफ तनाव के हालातों में देश प्यार का माहोल बनाने की कोशिशों में हे , दूसरी तरफ आज एक घटना ने मुझे झकझोर दिया में सोचने लगा के नफरत फेलाने वालों के मुंह पर कुछ दोस्ती की दाताने तमाचा हे और देश इसी दोस्ती के प्यार की खुशबु से महक रहा हे , आज कोटा में वकील सईद एहमद खान दिल्ली के अपने एक भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठतम अधिकारी से फोन पर बात कर रहे थे यह दोस्त पंडित जी सईद एहमद वकील साहब के पुराने कोलेज के बेतकल्लुफ साथी रहे हें लेकिन फोन पर जब सईद एहमद ने अपने इस दोस्त से बेतकल्लुफी छोड़ कर तकल्लुफ का लहजा अपनाते हुए किसी मामले में अदब अखलाक अपनाते हुए आपन जनाब से बात की तो बस जनाब दिल्ली में बेठे अधिकारी पंडित जी दोस्त से नाराज़ हो गये और उन्होंने कहा फॉर भाभी को दे जब फोन भाभी के पास गया तो अधिकारी महोदय ने कहा के क्या सईद पागल हो गया हे इससे में बात नहीं करूंगा और दिल्ली कोटा से दूर हे नहीं तो कोटा आकर उसका चमडा तोड़ देता बस यह सुनकर फोन वापस से सईद वकील साहब ने लिया और पुरानी दोस्ती के लहजे में बेतकल्लुफी भाषा में जब इन अधिकारी पंडितजी की अबे तबे कर ऐसी की तेसी की तो फिर यह जनाब पंडित जी दोस्त ठहाका मारकर हंस पढ़े और कहने लगे अब हुई ना दोस्ती वाली बात साला दोस्ती में दूरियाँ बढ़कर बात करता हे इन दोनों दोस्तों का प्यार और सद्भाव देख कर में सोचने लगा के इस देश में जब सईद और शुक्ल जी जेसे लोगों की दोस्ती ज़िंदा हे और कृष्ण भगवान से सुदामा की दोस्ती की मिसाल जिंदा हे तो फिर इस देश में कितनी ही साम्रदायिकता फेलाने वाले भेडिये हों यहाँ एकता अखंडता और प्यार सद्भाव को कोई खतरा नहीं हो सकता क्यूँ जनाब मेने ठीक कहा ना अगर गलत कहा हे तो मेहरबानी करके मेरी गलती भी सुधारें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

डॉक्टरों के नाम पर करोड़ों की कमाई

देश में डॉक्टरों के नाम पर मुन्ना भाई एम बी बी एस की तर्ज़ पर फर्जी लोगों से लाखों रूपये कमा कर उनका इम्तिहान दिलवाकर उन्हें डोक्टर की डिग्री देने का भंडाफोड़ किया गया हे , सी बी आई ने पिछले दिनों चंडीगढ़ में पी जी करवाने के लियें अस्सी लाख रूपये में कोर्स करवाने का भंडाफोड़ किया हे डोक्टर के दलाल इस नाम पर करोड़ों रूपये कमाने का कारोबार कर रहे हें ध्यान रहे पिछले दिनों डॉक्टरों को नियंत्रित करने वाली संस्था आई एम ऐ के अध्यक्ष को करोड़ों रूपये की रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया था जिनके पास से अरबों की सम्पत्ति भी मिली थी । अब देश में डॉक्टरों के कारोबार में भी यही हालात हें तो फिर मरीज़ तो बेचारे बे म़ोत मारे ही जायेंगे । इस मामल में केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर कोई कार्ययोजना तय्यार करना चाहिए ताकि फर्जी मुन्ना भाईयों का कबाड़ा क्या जा सके । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

विदेशी वकील देश को बर्बाद करेंगें

केंद्र सरकार ने फिर से विदेशी वकीलों को संविधान की भावना और राष्ट्रीयता के खिलाफ देश में विदेशी वकीलों को प्रवेश देने की तय्यारी चल रही हे देश में इन दिनों बहुराष्ट्रीय कम्पनी के जरिये पत्रकारिता के जरिये और राजदूतों के जरिये विदेशी लोगों का प्रवेश जबर्दस्त बढा हे ऐसी स्थिति में देश की सुर्क्षोर अस्मिता को खतरा बना हुआ हे अब देश में विदेशी वकीलों को प्रवेश देकर देश को पूरी तरह से विदेशियों का पूरी तरह से गुलाम बनाने की तय्यारी चल रही हे । हाल ही में कानून मंत्री विदेशी ताकतों के दबाव में देश के कानूनों में बदलाव करने की कोशिशों में जुट गये हें टेक विदेशी वकीलों को देश में पेरवी के नाम पर प्रवेश दे सकें। अकह्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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