आपका-अख्तर खान

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17 अक्तूबर 2010

बुराई के ज़िम्मेदार सिर्फ हम हें

दोस्तों जरा सोचो
देश,समाज और विश्व में
चल रही
बुराइयों के
ज़िम्मेदार कोन हे
जवाब साफ़ हे
हमारी वजह से ही
देश ,समाज में बुराइयां हें
हम मानते हे
दुनिया में बुराइयां हें
लेकिन हम यह तो सोचें
समाज और देश में
यह बुराइयां क्यूँ हें
दुनिया में बुराइयां
सिर्फ इसलियें नहीं
के बुरे आदमी ज्यादा बोलते हें
बुरे आदमी ज्यादा बुरा करते हें
बुराइयां समाज में सिर्फ इसलियें हें
के शरीफ और खुद को भला कहने वाले लोग
बुराई को देख कर भी चुप्पी साध लेते हें
बुरे को बुरा कहकर
धिक्कारते नहीं हें
उलटे डर और खोफ से
या फिर उसमें शामिल होकर
उसे पुचकारते हें
बस हम में बुराइयां हे
इसीलियें देश और समाज में
बुराइयां हे
तो दोस्तों
या तो बुरे को बुरा कहना छोड़ दो
या फिर बुराई को मिटने के लियें
दमदारी से
लड़ना शुरू कर दो।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बुराई के पुतले जलाने में भी भ्रस्टाचार

राजस्थान के कोटा और झालावाड में बुराई के पुतले रावण और कुम्भकर्ण,मेघनाद को जलाने और बनाने के मामले में भी अफसरों ने भ्रस्टाचार क्या हे .हालात यह रहे के कोटा में जब मेघनाद,कुम्भकर्ण और रावण के पुतले जलाए जाने लगे तो वोह बार बार बुझने लगे हालत यह रहे के उन पर डीजल की बारिश कर फिर उन्हें जलाए गये इस खेल में करीब ४० मिनट लगे , जबकि हर बार आतिशबाजी इस तरह से लगाई जाती हे के पुतले सिस्टेमेटिक तरीके से जलते रहते हें , और अधिकतम १५ मिनट में जल कर राख हो जाते हें प्रशासन को पतले जलाने में कभी भी मशक्कत नहीं करना पड़ी हे । इसी तरह झालावाड में इससे भी बुरी स्थिति रही वहां तो रावण ने हर हल में जलने से इंकार कर दिया हालात यह बने के आयोजकों को रावण को उतर कर टुकड़े टुकड़े कर जलाना पढ़ा , अब आप देखिये बुराई के इस पुतले के धन कार्यक्रम में किस हद दर्जे का भ्रस्टाचार औरकुप्रबंध रहा होगा जो यह हालत बने , लेकिन अधिकारीयों के चेहरे पर इस मामले में जरा भी खोफ नहीं हे क्योंकि वरिष्ट लोगों का डर उनके दिल और दिमाग से निकल चूका हे कारण चोर चोर मोसेरे भाई ही कहा जा सकता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कम्प्यूटर सोफ्टवेयर नाम पर राजस्थान में करोड़ों की चपत

राजस्थान सरकार में बेठे अधिकारीयों और मंत्रियों की लापरवाही और मनमानी के चलते कम्प्यूटर सोफ्टवेयर के नाम पर यहाँ अलग अलग विभागों पर इन्फोर्मेशन टेक्नोलोजी के नाम पर एक हजार करोड़ रूपये खर्च किये जा चुके हें , मजेदार बात यह हे के सरकारी अधिकारियों ने इस नाम पर मुफ्त में मिलने वाले सोफ्टवेयर डाउन लोड के नाम पर सो करोड़ यानि एक अरब रूपये का बिल उठाया हे जबकि यह सोफ्टवेयर सभी मुफ्त में मिलने वाले हें , इतना ही नहीं दुसरे खर्चों में भी करोड़ों का घोटाला हे । राजस्थान सरकार सोफ्टवेयर और कम्प्यूटर नाम पर किये गये सभी खर्चों पर अगर सी बी आयी से जाँच कराए तो और बड़े घोटाले सामने आ सकते हें जिसमे कई ऐसे सफेदपोश चेहरे बेनकाब होंगे जिनके बारे में जनता या सरकार बेईमानी की कल्पना भी नहीं कर सकती हे लेकिन क्या करें यहाँ तो हमाम में सभी नंगे हें इसलियें शायद इस जाँच की पहले कोई भी मंत्री , मुख्यमंत्री या अधिकारी नहीं कर पाएंगे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हम बुरे हें इसलियें बुराइयां हें

आप जानते हें
दुनिया में
बुराइयां ही बुराइयां हे
लेकिन जरा बताओ
तुमने कभी सोचा
समाज में यह
बुराइयां क्यूँ हें
दोस्तों दुनिया mएन
बुराइयां इसलियें नहीं
बुरे ज्यादा
बुराइयां करते हें
बल्कि बुराइयां इसलियें हें
की आप और हम
सिर्फ और सिर्फ
भला बनने के लियें
हर बुराई के आगे
डर कर सहम कर
या फिर
अपने बुरों को देख कर
हर बुराई के आगे
चुप हो जाते हें
नतमस्तक हो जाते हें
सच तो यही हे
आप और हम
गलत को गलत
कहने की हिम्मत
खो बेठे हें
और बस यही वजह हे
इस देश में
इस समाज में
बेशुमार
बुराइयां ही बुराइयां हें
और इस हर बुराई के लियें
सिर्फ और सिर्फ
आप और हम
bure hen isliyen buraaiyan he .

akhtar khan akela kota rajsthan

सब कुछ लूट लेती हे

ना तुम हो
धर्म के दुश्मन
न मुझको हे
दीन से नफरत ,
मगर हम क्या करें
ज़ालिम सियासत
हमें लूट लेती हें
गवाहों से
वकीलों से
कभी
झुन्ति दलीलों से
लगाकर
लम्बी तारीखें
अदालत हमें
लूट लेती हें।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हेंगिंग ब्रिज हादसे के ज़िम्मेदार एक इंजीनियर और गिरफ्तार

कोटा में चम्बल पुल हेंगिंग ब्रिज निर्माण में लापरवाही के बाद हुए हादसे के मामले में कोटा पुलिस ने एक और ज़िम्मेदार अधिकारी को गिरफ्तार क्या हे अब तक इस मामले में ५ लोग गिरफ्तार हो चुके हें । जापान की कम्पनी गमन इंडिया ने जब पुल का निर्माण शुरू किया तो २४ जनवरी २००९ को अचानक निर्माणाधीन हेंगिंग ब्रिज ढह गया और नतीजन पुल पर कम करने वाले इंजीनियर और मजदूर ६० से भी अधिक मारे गये , इस हादसे में चम्बल पुल निर्माण कमसे कम पांच वर्ष आगे खिसक गया और अरबों रूपये का सरकार का खर्च भी अनावश्यक हुआ ।
कोटा के इस सबसे बड़े हादसे ने देश को दहला दिया था और इसके बाद विदेशी कम्पनी के करता धर्ता को गिरफ्तार कर पुलिस ने जांच की इतिशिरी कर ली थी लेकिन इस मामले में एक जांच सम्भागीय आयुक्त स्तर पर और हुई थी जिसमें एक इंजीनियर राजन श्रीवास्तव जो क्वालिटी का काम देखते थे उन्होंने क्वालिटी का ध्यान नहीं रखा यह तथ्य सामने आये यह रिपोर्ट तीन माह पूर्व आई और २४ हजार पेज की इस रिओपोर्ट को पढ़ कर पुलिस ने दो हजार पेज का चालान पेश क्या अब कोटा पुलिस ने इंजीनियर राजन श्रीवास्तव को गिरफ्तार क्या हे ,अब वोह फ़िलहाल पुलिस हिरासत में हे इस मामले में बाकी लोगों की जमानत राजस्थान हाईकोर्ट से हुई हे देखते हें अदालत इन इंजीनियर साहब क्ले साथ केसा सुलूक करती हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आर एस एस की शस्त्र पूजा हुई विवादास्पद

राष्ट्रीय स्वयंम सेवक संघ की झाँसी में शस्त्र पूजा विवादास्पद हो गयी हे वेसे तो गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शस्त्र पूजा की हे लेकिन वोह पूजा परम्परागत हे , झाँसी में आज जब आर एस एस के लोगों ने शस्त्र पूजा की तब एक बच्चे के एक अचानक संघ के स्वयम सेवक की बेश भूषा में आकर पिस्तोल दिखाने से सभी का अकरष्ण बन गया मिडिया कर्मियों ने इस बच्चे के जब फोटो लिए तो आर एस एस से जुड़े लोगों की समझ में आया के यह एक अपराध हे और फिर वोह खुद को बचाने के लियें बच्चे के हाथ में खिलोना पिस्तोल होने का कहकर सफाई देने लगे , वेसे शस्त्र पूजा एक धार्मिक मामला हे लेकिन घर में शस्त्र रखना एक कानूनी और राष्ट्रीयता का मामला हे सब जानते हें के कोई भी व्यक्ति भारत के कानून के मुताबिक कोई तलवार,पिस्तोल बंदूक बिना लाइसेंस के नहीं रख सकता आगर रखता हे तो फिर उसे तो जेल जाना ही पड़ेगा और आगर लाइसेंस की पिस्तोल या हथियार भी हे अगर उसका दुरूपयोग कोई दुसरा व्यक्ति करता हे या लाइसेंस की शर्तों के विपरीत हथियार लापरवाही से किसी नाबालिग के हाथ में दिया जाता हे तो ऐसा लाइसेंसी भी इस मामले में अपराधी हे खेर झाँसी में अब जिला प्रशासन इस अपराध को केसे छुपायेगा यह तो वक्त ही बतायेगा लेकिन यह तो सच हे के वहां ज़िंदा मक्खी निगली जा रही हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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