आपका-अख्तर खान

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19 अक्तूबर 2010

दोर यह अजीब चल रहा हे

दोस्तों देखलो
दोर यह
अजीब चल रहा हे
हर शक्स की आस्तीन में
देख लो
जहरीला सांप
पल रहा हे ,
देख लो
खुद अपनी आँखों से
कल जो था
आप के सामने
मेरी खुशियों में शरीक
आज पीछे से मेरे
वही मेरे लियें
जहर उगल रहा हे ।
दोर यह केसा चला हे
हर आस्तीन में
सांप पल रहा हे ।
अकह्तर खान अकेला कोटा रस्ज्थान

धर्म और पन्थ में अंतर

धर्म और पन्थ में अंतर हे
धर्म पन्थ नहीं
पथ देता हे
इसी मार्ग पर चलकर
परमात्मा को
जिया जा सकता हे
जबकि पथ
चलने के लियें
होता हे
इधर पन्थ
पकड़ने और झगड़ने
के लियें होता हे
पन्थ ही तो हे
जिसके कारण
तमाम संघर्ष होते हें
जो पन्थ हेवोह तो
पंडित,मोलवी और पादरियों की देन हे
पन्थ से परमात्मा का कोई सम्बन्ध नहीं
परमात्मा का तो
बस धर्म से ही
सम्बन्ध हे
और वोह धर्म जो
तुमने अपने दिल में
किसी के लियें
दुआ करने के लियें बिठा रखा हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सरकारी दफ्तर में आत्महत्या

राजस्थान की राजधानी जयपुर के सरकारी विभाग क्रषि विभाग के करही भवन में विभाग की उप विधि अधिकारी श्रीमती चंचल ने अपने ही दफ्तर के कमरे में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली , ताज्जुब हे के इस विभाग के किसी भी चोकीदार को इस मामले में कोई जानकारी नहीं थी , इस विभाग के लापरवाह सुरक्षा कर्मी और चोकिदारों की द्युति हे के वोह बार बार रात और दीन दफ्तर के सभी कमरों में चक्कर लगाकर हालत का जायजा लें लेकिन दफ्तर में रात भर और दीन भर एक कमरे में लाश का लटके रहना विभाग और खासकर विभागाध्यक्ष की लापरवाही दर्शाता हे , खेर पुलिस ने कार्यवाही मर्ग दर्ज की हे अब जाँच में क्या सच्चाई सामने आती हे देखने की बात हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

वन मंत्री और कोटा भाजपा विधायकों में ठनी

राजस्थान के वन मंत्री के कोटा आगमन पर वन अधिकारीयों ने एक बैठक के दोरान कोटा के विधायक ओम बिरला और राम गंज मंडी विधायिका चन्द्र कांता मेघवाल को कोई तरजीह नहीं दी तो भाजपा विधायक ओम बिरला भडक गये और उन्होंने कहा के कोंग्रेस सरकार ने अधिकारीयों को इतना तमीज़ भी नहीं सिखाया के जन प्रतिनिधियों से केसे पेश आना चाहिए भाजपा के दोनों विधायक बैठक में निमन्त्रण पर पहुंचे थे लेकिन वहां अधिकारीयों का उपेक्षित व्यवहार देख कर खुद उठ कर आ गये । इधर विधायकों के इस रवय्ये से नाराज़ वन मंत्री रामलाल जाट ने कहा के भाजपा के विधायक ओम बिडला ने वन भूमि पर अतिक्रमण कर रखा हे और उस पर चर्चा होना थी इसीलियें वोह पहले से ही भाग लिए , कारण जो भी रहा हो लेकिन मंत्री और सरकारें अगर विधायकों का अफसरों से अपमान करवाने लगेंगे तो कल दूसरी पार्टियों की सरकारें भी आएँगी और फिर जनता तो इन नेताओं की लड़ाई में ही पिस कर रह जायेगी इसलियें मंत्री और जनप्रतिनिधियों अधिकारीयों को तो अपनी हदें समझना ही होंगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सी पी जोशी की बूंदी प्रशासन को लताड़

केन्द्रीय पंचायत मंत्री सी पी जोशी कल बूंदी जिले के दौर पर थे और इस दोरान उन्हें अपने टिके से नरेगा कार्यक्रम की समीक्षा करना थी लेकिन जब कल मंत्री जी ने कलेक्टर और उनके प्रतिनिधियों से नरेगा कानून और इसकी क्रियान्विति के बारे में पूंछा तो सभी लोग खामोश हो गये मंत्री जी ने इस आग्यानता प बूंदी प्रशासन को लताड़ भी पिलाई फिर एक सवाल और पूंछा जिस पर भी अधिकारी खामोश रहे बद फिर क्या था सी पी जोशी ने सभी अधिकारियों को आड़े हाथों लिया और यहाँ तक कह बेठे के बूंदी का प्रशासन तो इस मामले में अज्ञानी हे कमसे कम एक बी डी ओ के खिलाफ तो कार्यवाही होअया ही चाहिए लेकिन मंत्री जी के इन निर्देशों के बाद भी आज तक किसी बी डी ओ के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो पायी हे अब जब मंत्री जी ने बूंदी प्रशासन की जीती जागती तस्वीर देख ली हे फिर भी वहां वही लापरवाह अधिकारी जमे बेठे हो तो फिर मंत्री जी की सरकार में कितनी चलती हे इसका तो आम जनता को पता चल ही जाता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जयपुर नगर निगम में लात घूंसों का तमाशा

जयपुर नगर निगम में कांग्रेस के महापोर की जीत और निगम में पार्षदों का अल्प मत होना कोंग्रेस के लियें दुखदायी बन गया हे वहां हर मीटिंग में हां हुल्लड़ शोर शराबा और अब लातों घूंसों तक की नोबत आ गयी हे , जयपुर नगर निगम में भाजपा के पार्षद वहां लिखित नियमों के तहत समितियों के गठन की बात कर रहे हें जबकि इस मामले में अदालत ने भी अपना फेसला सुनाया हे लेकिन कोंग्रेस खुद को असहाय महसूस कर रही हे क्योंकि उनका बोर्ड में बहुमत नहीं हे बस इसीलियें वहां बैठक में न खटपट होती रहती हे लेकिन कल तो बैठक में पार्षदों ने सभी हदें पर कर दी हालत यह बन गये के कल एक सवाल पर कोंग्रेस र भाजपा के पार्षद इतने भडक गये के वहां लातों घूंसों की बोचार शुरू हो गयी और थोड़ी सी देर में ही निगम बैठक होल युद्ध के मैदान में बदल गया अब आप ही बताएं के पार्षद और निगम की महापोर जयपुर का क्या भला कर पाएंगे और सरकार इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं कर रही हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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