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30 अक्तूबर 2010

ओटो चालकों की कोटा में किराया लूट

कोटा में मेले दशहरे के चलते और छात्रों के आवागमन के चलते ओटो चालकों ने सवारियों से कानून कायदे ताक में रख कर किराये के नाम पर लूट मचाना शुरू कर दी हे हद यह हे के कोटा स्टेशन से न्य कोटा यानि १२ किलोमीटर दुरी के यह ओटो चालक पांच सो रूपये तक का किराया वसूल रहे हें । इस सम्बन्ध में कोटा जिला प्रशासन ने पहले से ही दरें निर्धारित कर रखी हें और इन नियमों का उल्न्नघ्न करने पर भी ओटो चालकों का परमिट निरस्त नहीं क्या जा रहा हे । कोटा की जनता के आलावा बाहर से आने जाने वाले लोग इससे काफी दुखी हें लोगों का कहना हे के दिल्ली से कोटा आने का किराया दो सो रूपये हे जो ९०० किलोमीटर हे जबकि स्टेशन से न्य कोटा कुल १२ किलोमीटर जाने के पांच सो रूपये देना पढ़ रहे हें यह तो खुली लूट हे लेकिन यह सब प्रशासन की अनदेखी के कारण हो रहा हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

अस्पताल में कलेक्टर का श्रमदान

कोटा अस्पताल में मरीजों की दुःख तकलीफ और वहां गंदगी देख कोटा कलेक्टर अचम्भित और आहत हुए और उन्होंने इस सम्बन्ध में कठोर निर्देश जारी किये लेकिन साफ़ सफाई के प्रति लापरवाह अस्पताल प्रशासन ने जब इस मामले में दिल पोल की तो कोटा कलेक्टर टी रविकांत से रहा नहीं गया उन्होंने खुद का अमला साथ लिया और अस्पताल में जहां जहां झाड़ झ्न्काद थे खुद ही साफ़ करने लगे और जहां जहां भी उन्होंने गंदगी देखी बस वोह वहीं झाड़ू लेकर सफाई करने पिल पढ़े । कोटा कलेक्टर की इस उदारता भरी हरकत को देख कर अस्पताल प्रशसं के अधिकारी और व्यवस्थापक सकपका गये और फिर वोह भी अपनी टीम के साथ कर सेवा में साफ सफाई व्यवस्था में लग गये । कोटा कलेक्टर की इस कर सेवा से जहां अस्पताल प्रशासन शर्मिंदा हे वहीं उन्होंने अब अस्पताल को मरीजों के लियें साफ सुथरा और व्यवस्थित रखने का संकल्प लिया हे । कलेक्टर टी रविकांत की इस सेवादार हरकत से कोटा की जनता में कलेक्टर की छवि सेवादार प्रशासक की बन गयी हे और निकम्मे लोगों से कम केसे लिया जाता हे इसका नया फार्मूला भी कोटा प्रशासन को मिल गया हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मोटर साइकल चोरी का मुकदमा दर्ज नहीं होता

कोटा में अगर मोटर साइकल चोरी हो जाये तो कई दिनों तक मोटरसाइकल चोरी का मुकदमा दर्ज नहीं होता यहाँ दादाबाड़ी में एक सज्जन कि मोटर साइकल चोरी हो गयी वोह एक हफ्ते से चोरी का मुकदमा दर्ज कराने के लियें थाने के चक्कर काट रहा हे थाना उसकी रिपोर्ट लिखने कि जगह उसे मर पीट कर भगा रहा हे और इसीलियें म्ज्बुरिव्स फरियादी को अब एस पी कोटा की शरण में जाना पढ़ा हे , सरकार ने तुरंत एफ आई आर दर्ज करने के लियें सी आर पी सी में कानून बनाया हे पुलिस नियम बनाये हें और एफ आई आर दर्ज नहीं करने वालों के खिलाफ कार्यवाही का प्रावधान भी रखा हे इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में एफ आई आर दर्ज नहीं करने वाले अधिकारी के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्यवाही करने के निर्देश जारी करते हुए एक गाइड लाइन तय की हे लेकिन कोटा की यह पुलिस जो गृह मंत्री के शहर की पुलिस हे और यहाँ सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले के अधिकतम गवाह पुलिस अधिकारी लगे हें जनता की मानते ही नहीं और अधिकारी उनका कुछ नहीं बिगाड़ते । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आई आई टी रूडकी की लिपिस्टिक

आई आई टी रूडकी की लिपिस्टिक प्रतियोगिता छात्रों और अध्यापकों को महंगी पढ़ी हे पिछले दिनों आई आई टी रूडकी के समारोह में होंटों से होंटों पर लिपिस्टिक लगाने की प्रतियोगिता आयोजित की गयी थी और इस बेहूदा खेल में स्कर्ट फनी हुई लडकियों के होंटों पर लडकों ने अपने होंटों पर लिपिस्टिक लगाकर उन्हें पकड़ कर लिपिस्टिक लगाई थी अब आप अंदाजा लगा लीजिये के जब एक लडका स्कर्ट फनी लडकी के होंटों पर उसे दबोच कर उसके होंटों पर अपने होंट से लिपिस्टिक लगा रहा होगा तो क्या अद्रश्य रहा होगा बस इस अश्लीलता के बाद आई आई टी रूडकी प[रशासन हरकत में आ गया हे और हां कुछ छात्रों और प्रतियोगिता आयोजित करवाने वाले प्राध्यापक को हटा दिया गया हे साथ ही लडकियों के लियें अब कोलेज में स्कर्ट पहन कर आने पर पाबंदी लगा दी हे , देखा ना आपने कितनी बेशर्मी हे हमारे शीर्ष पढने वाले छात्र छात्राओं में जिसे खुद प्राध्यापकों ने हवा दी हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पंचायत स्वायत शासन मंत्री के बाद अब अधिकारीयों में ठनी

कोटा में पंचायत मंत्री भरत सिंह और स्वायत शासन मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल के खुले राजनितिक टकराव के बाद अब इन विभागों के अधिकारीयों में भी टकराव शुरू हो गया हे , मंत्री आपस में लद रहे थे एक दुसरे कि शिकायत मुख्यमंत्री से कर रहे थे यह तो कोई बात नहीं लेकिन कल पंचायत सम्मेलन के आगाज़ कि मीटिंग थी अन्य अधिकारीयों के साथ साथ नगर निगम कोटा सी इ ओ को भी बुलाया गया था लेकिन इस महत्वपूर्ण बैठक में खुद दिनेश जेन नगर निगम सी इ ओ नहीं गये और उन्होंने अपने प्रतिनिधि को भी नहीं पहुंचाया इस अनुपस्थिति को पंचायत राज मंत्री के प्रमुख शासन सचिव ने अपना अपमान समझा और दिनेश जेन को कलेक्टर से कह कर नोटिस दिलवा दिया जब दिनेश जेन सी इ ओ नगर निगम को इस गम्भीरता का ता चला तो वोह सारा काम छोड़ कर सर के बल कलेक्ट्रेट पहुंचे लेकिन जब तक खेल खत्म हो चूका था फिर वोह अपनी सफाई देकर वापस लोटे लेकिन मंत्रियों के बाद अधिकारीयों में इस प्रकार कि कुश्ती कोटा कि जनता के लियें ठीक बात नहीं हे इससे यहा के विकास कार्यों को ही खतरा हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा कविसम्मेलन और मेला अव्यवस्था

कल कोटा मेले दशहरे में राष्ट्रिय स्तर के कविसम्मेलन में कवियों ने भी आम जनता कि तरह मेले कि अव्यवस्था पर खूब कटाक्ष के बंद चलाये कोटा के कवि सम्मेलन में आगन्तुक कवियों के स्वागत में जब महापोर डोक्टर रत्ना जेन ने पक्षपात किया और जेन कवि का सम्मान कर बाक़ी को तर्क दिया तो मंच पर से ही कवि ने इस मामले में अपने उद्बोधन में आपत्ति कर डाली और महापोर रत्ना जी को अँधा बांटे रेवड़ी अपनों अपनों को दे वाली कहावत कह डाली , कवियों को खाना नहीं खिलाया गया यह बात भी कवि जी ने मंच पर ही पेल दी और दूसरी अव्यवस्थाओं का भी खब मजाक उड़ाया गया ।
कोटा मेले में इस बार भ्रस्ताचार कि आम शिकायतें रही हें हालात यह रहे हें के कोंग्रेस के पार्षद ही इस बात से नाराज़ हे इतना ही नहीं कोंग्रेस के नेता भी मेले में भ्रस्ताचार से दुखी हे कोंग्रेस के कोटा जिला कोंग्रेस प्रवक्ता नीरज गुप्ता ने तो इस मामले में मेले में भ्रस्ताचार का विस्त्रत ब्योरा लिख कर मुख्यमन्त्रियो अशोक गहलोत जी को भेजा हे और इस मामले में मुख्यमंत्री के नियंत्रित अधिकारी से जांच करवाने कि शिकायत तक कर डाली हे वेसे मंत्री शांति कुमार धारीवाल पहले ही इस मामल में मेले कि भ्रटाचार जांच कि घोषणा कर चुके हें कोटा में लगातार या तो प्रशासक या फिर भाजपा बोर्ड मेला भरवाता रहा हे लेकिन पहली बार कोंग्रेस कि महापोर के नेत्रत्व में मेला भराया गया हे जिसमे भ्रस्ताचार और अव्यवस्थाओं का बोलबाला रहा हे खुद कोंग्रेसियों को भी सम्मान नहीं दिया गया हे भ्रटाचार के कर्ण मेले कि रोनक भी नहीं बन पाई हे और अव्यवस्थाओं का तमाशा सब भोग रहे हें मेल उद्घाटन के वक्त खुद राजस्थान सरकार के सहकारिता मंत्री पर्सादिला जी मीना यहाँ से नाराज़ होकर गये थे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

दीवाली मुबारक हो

मेरे दोस्तों बहनों और भाइयों बुजुर्गों में आज हूँ हो सकता हे कल रहूँ या ना रहूँ और कहावत हे काल करे सो आज कल पल में प्रलय होगी फिर करेगो कब कल क्या हो में रहूँ या ना रहूँ इसलियें ....................
६ दीन,२८८ घंटे,१७२८० मिनट, १०३६८०० सेकंड ,के बाद दीवाली हे तो आपको हमसे पहले कोई दीपावली मुबारक खे इसलियें दिवाली मुबारक हो हेप्पी दिवाली । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बाबा रामदेव कि एक और योग नोटंकी

खुद को विश्व का सबसे बड़ा योग गुरु समझने वाले दवाओं के व्यापारी बाबा रामदेव जो योग से खुद कि फडकती आंख का इलाज नहीं कर सके हें उन्होंने अपनी जान का खतरा बताया हे और हास्यास्पद बात यह हे के उनकी ऐसी किसी भी हत्या पर उन्होंने पहले से ही केंद्र सरकार पर इलज़ाम जड दिया हे , हे ना अजीब बात खुद की जान की फ़िक्र करने वाले बाबा रामदेव देश विदेश में घूमते हें और खुद की उत्पादित दवाओं का व्यापर करते हें कहते हें योग से साडी बीमारिया दूर हो जाती हे तो फिर दवाएं क्यूँ बेचते हें इसका जवाब वोह नहीं देते खुद दुनिया और देश के नेताओं को चोर,मुनाफाखोर और भ्रष्ट बताते हें लेकिन दवाओं और योग से साल भर में वोह कितना कमा लेते हें और साल भर में वोह किस मद पर कितना खर्च करते हें इसका ब्यौरा वोह खुद जनता को नहीं देते हें सरकारी सुख सुविधा उन्हें मिलती रहे इसके लियें वोह सरकार के मंत्रियों को ब्लेक मेल करते हें आरोप लगते हें खुद अपने गिरेबान में नहीं झांकते लेकिन अब तो हद पार हो गयी उन्होंने खुद की जान का खतरा बताया हे वोह ब्लेक केट कमांडो और सुरक्षा चाहते हें वोह चाहे तो खुद ही अपने खर्चे पर सुरक्षा कर्मचारी लगा सकते हें लेकिन सब को सरकारी खर्च पर मजे करने की आदत हे इसलियें बाबा रामदेव भी ऐसा ही करना चाहते हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

महाराष्ट्र में इस्तीफे कि नोटंकी

महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री अशोक चव्हान आदर्श सोसाइटी भूमि घोटाले में फंस गये हें जबकि उनके एक और मंत्री खुद की पत्नी के नाम से मन्दिर माफ़ी की ज़मीं खरीदने के आरोप में फंसे हें । महाराष्ट्र के मुंबई में अशोक चव्हाण ने अपने रिश्तेदारों के नाम से आदर्श सोसैती के माध्यम से फ्लेट बनाये थे लकिन पूर्व सेनाध्यक्षों ने यह फ्लेट वापस लोटा दिए और इसकी शिकायत केन्द्रीय रक्षामंत्री से कर डाली घोटाले में मुख्यमंत्री जी का नाम आने पर वोह दिल्ली तलब किये गये और दिल्ली में अशोक चव्हाण ने खूद को बेदाग साबी करने के लियें इसितिफे की नोटंकी की और जाँच के पूर्व इस्तीफा दिया गया इस मामले की जाँच के लियें दो केन्द्रीय मंत्री नियुक्त क्या गये हें जो निश्चित तोर पर मुख्यमंत्री जी को निर्दोष साबित कर देंगे इसलियें इस इस्तीफे की नोटंकी से महाराष्ट्रवासी दुखी हो गये हे , बात बात पर हंगामा मचाने वाले भाजपाई,शिवसेना,मनसे,तनसे जो भी हे वोह सब महाराष्ट्र में रस्मन विरोध कर रही हें और उन्होंने इस मामले में राजनितिक साठ गाँठ के चलते कोई ख़ास विरोध नहीं क्या हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

स्वर्गीय इंदिरा जी कि पुण्य तिथि कल

भारत की सर्वशक्तिमान मानी जाने वाली पूर्व प्रधानमन्त्री स्वर्गीय इंदिरा गाँधी की पुण्य तिथि कल मनाई जाएगी , स्वर्गीय इंदिरा की ३१ ओक्टूबर १९८४ को उनके ही अंग रक्षकों की उनके ही घर में निर्मम हत्या कर दी थी , कल राजस्थान में न्कोंग्रेस इस दिवस को बलिदान दिवस के रूप में मनाएगी । इंदिराजी जो देश में ही नहीं बलके विश्व में ही कुशल नेता के रूप में स्वीकृत नेता थी उनकी हत्या के बाद देश स्तब्ध था और इसके बदले कोंग्रेसियों ने भी एक विशेष समुदाय पर हमले किये थे जिससे काफी लोगों की म़ोत हो गयी थी और एक तरफ तो देश ने इंदिरा जी की हत्या का दुःख भोगा दूसरी तरफ सीख समुदाय पर हमले ने देश को झकझोर दिया , लेकिन इंदिरा इस के देश से इस तरह जाने से देश एक दम अनाथ सा हो गया था जिसकी कमी देश को आज भी अखरती हे इंदिरा जी के सख्त निर्णय , आपातकाल का दोर लोगों को आज भी याद हे और हालत यह हे के हर कदम पर गाँधी परिवार ही देश के साथ हे भाजपा हो तो भाजपा में इंदिरा की बहु मेनका पोता वरुण हे कोंग्रेस में देखों तो इंदिरा जी की बहु सोनिया और पोता राहुल हे इसके पहले उनके बेटे संजय गाँधी ने देश को नई दिशा दी जबकि अपनी माँ के बाद राजिव गाँधी ने देश को २१ विन सदी में पहुंचा दिया इसीलियें इंदिरा जी हमारे देश के लियें पूजनीय बन गयीं और वोह हमेशा याद आती रहेंगी । ऐसी महान नेता को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजली .... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पंचायत राज कि पंचायत

राजस्थान में पंचायत राज को मजबूत बनाने के प्रयासों के लियें पहले पंचायतों को ग्रामीण इलाके के अधिकार दिए गये अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी जिला मुख्यालयों पर पंचायत सम्मेलन करवाने कि घोषणा कि हे जो कोटा सहित सारे राजस्थान के सम्भागों में कल से शुरू हो रहे हें ।
सम्भाग स्तर पर कल से पंचायत सम्मेलन आयोजित कर पंचों कि पंचायत होगी और राजस्थान में सरपंचों और पंचायत प्रतिनिधियों को काम के अधिकार और कार्य करने के तोर तरीके बताये जायेंगे इससे ग्रामीन इलाकों में पिछले कई सालों से चली आ रही समस्याओं के समाधान के प्रति अधिकारी गम्भीर होंगे और राजस्थान में ग्रामीणों कि बल्ले बले हो जाएगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यह सोदागर केसे केसे

कल तक
हिंग,चिलगोजे के यह सोदागर
गाँव गाँव
घूमते थे केसे केसे
कोई कहता था
यह तो
अफगानी हे
कोई कहता था
यह तो अरबी हें
अब देख लो
राष्ट्र सेवा के नाम पर
गलियों मोहल्लों और गावों में
घूमते हे देश को लुटने वाले
यह नेता
सुख शांति के
सोदागर बन कर
केसे केसे ।?
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आम आदमी

आम आदमी
अगर चाहे तो
फुटपाथी को भी
अभूतपूर्व
बना देता हे
गर यह आम आदमी
रूठ जाये
तो
मंत्रियों को भी
भूतपूर्व
बना देता हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

नो एंट्री ..

रुको देखो
आगे नो एंट्री हे
आपके लियें
रास्ता बंद हे
लेकिन
इसी रास्ते पर
नेता के
आने का इन्तिज़ार हे
और यह नेता जिसने सडक थामी हे
यह राष्ट्र और समाज की रक्षा का
दावेदार हे
शायद इसीलियें यह नेता
आज खुद की रक्षा के लियें
यूँ ही बे सबब हमारी परेशानी का ज़िम्मेदार हे।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

तुम पत्थर हो

तुम पत्थर हो
यह तो मुझे पता हे
लेकिन में नहीं समझ पाटा हूँ
के तुम जड हो
या मूर्ति हो
या फिर भगवान हो
बस तुम पत्थर हो
यह मुझे पता हे
अब देखो
तुम्हें गड़ने वाला
सनतराश आ गया हे
देखते हें
वोह तुम्हें मूर्ति के लियें
गढ़ता हे
या फिर तुम्हें दीवारों में चुनता हे
या फिर तुम्हें यूँ ही लोगों के ठोकरें लगाने के लियें
बीच सडक में छोड़ा जाता हे
तुम पत्थर हो जड हो
लेकिन फिर भी
शायद कुछ नहीं
शायद बहुत कुछ हो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

दिल्ली में फिर अंडर ग्राउंड पार्किंग हादसा

घटिया निर्माण और फिर दुर्घटनाओं का शहर बन चुके दिल्ली महानगर में दुर्घटनाएं आम हो गयी हें , आज सुबह वहां अंडर ग्राउंड पार्किंग का पुल ढह जाने से एक बहुत बढ़ा हादसा हो गया और नतीजन वहां कई लोग हताहत हो गये कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गये । दिल्ली में यह हादसे आम बात हो गये हे पहले मेट्रो पुल गिरा फिर कोमन वेल्थ गेम के निर्माण का घटियापन जग ज़ाहिर हे फिर यह पार्किंग का हादसा इस बात का सबूत हे के वहां के सिविल इंजीनियर और ठेकेदार तकनीकी रूप से अज्ञानी तो हे ही सही लेकिन गुणवत्ता में वोह समझोता कर भरी भ्रटाचार फेला रहे हें लेकिन भाई यह तो दिल्ली हे यहाँ नहीं लगता के प्रधानमन्त्री राष्ट्रपति और सी बी आई के प्रमुख यहाँ रहते हों या काम करते हों बस ऐसा लगता हे के वोह मूर्ति बन गये हें और दिल्ली में ठेकेदार और सिविल इंजीनियर मजे कर रहे हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आवासन मंडल आवास लोटरी स्थगित

कोटा में आवासन मंडल के दलाल मुकेश गुप्ता के पकड़े जाने के बाद उसके तार आवासन मंडल के अधिकारियो से जुड़े होने के करने कई अधिकारीयों की साँसे थम गयी हें , कोटा में २ नोवंबर को आवासन मंडल की लोटरी निकलने वाली थी लेकिन उसमें भी लोटरी फिक्सिंग के साक्ष्य मिले हें और इसीलियें राजस्थान सरकार ने लोटरी प्रोग्रामर को निलम्बित करते हुए २ नोवंबर की लोटरी निरस्त कर दी हे।
कोटा आवासन मंडल में दलाली का यह कोई पहला काम नहीं हे यहाँ आज भी पुराने आवंटियों की अगर जाँच की जाए तो कम से कम एक हजार आवंटन फर्जी साबित होंगे कोटा में दलाल के पकड़े जाने के बाद लोटरी प्रोग्रामिंग में पूर्व में ही फिक्सिंग की साक्ष्य मिलने के बाद राजस्थान में अब तक निकली गयी सभी लाटरियाँ संदेह के घेरे में आ गयी हें उनकी भी जाँच होना चाहिए । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पेट्रोल कीमतों मामलों में राज्यों को केंद्र का निर्देश

देश में निरंतर बढ़ रही पेट्रोल कीमतों को मामूली सी कम करने के लिए केंद्र सरकार ने राज्यों को पेट्रोल पर वेट कम कर मूल्य कम करने के निर्देश जारी किये हें लेकिन इन निर्देशों की पालना देश में सबसे ज़्यादा वेट वसूल कर पेट्रोल महंगा करने वाले राजथान राज्य ने पालना नहीं की हे ।
राजस्थान में प्रति दिन लगभग ढाई करोड़ लीटर पेट्रोल और डेढ़ करोड़ लीटर पेट्रोल बेचा जाता हे जिस पर राजस्थान सरकार २८ प्रतिशत वेट वसूलती हे और इसीलियें देश में सबसे ज्यादा वेट वसूलने वाला राजस्थान एक मात्र राज्य हे दुसरे राज्यों में वेट की वसूली अधिकतम बीस प्रतिशत हे अब ऐसे में जब केंद्र ने राज्यों को निर्देश दिए हें और केंद्र में कोंग्रेस की सरकार हे तो कमसे कम कोंग्रेस शासित राज्य राजस्थान को तो इस निर्देश की पलना कर पेट्रोल की कीमत कम करना ही चाहिए क्योंकि पेट्रोल डीजल ने राज्य सरकार को प्रतिदिन करोड़ों की कमाई दी हे अब देखते हें के राजस्थान सरकार कब तक केंद्र के निर्देशों की पालना नहीं करती हें । अख्तर khan अकेला कोटा राजस्थान
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