आपका-अख्तर खान

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08 नवंबर 2010

यह आंसू नहीं ................

वोह
नदिया
नहीं थीं
आंसू थे
मेरे
जिस पर
दोस्त बनकर
तुम
कश्ती
चला रहे हो
मंजिल मिले
तुम्हे
यही चाहत थी
मेरी
इसलियें
नदी
कहीं सुख ना जाये
बस आंसू
बहाते रहे हें
हम।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मोबाइल चिपें और अपराध

दोस्तों इन दिनों देश में ट्राई और दुसरे संचार और सुरक्षा कानूनों को धता बताकर मोबाइल कम्पनियां देश में अपनी ग्राहकी बढाने के लियें खतरनाक खेल खेल रही हें जिससे देश की सुख शांति खतरे में होने लगी हे । देश में इन दिनों मोबाइल की कम्पनियां नई नई स्कीमें देकर मुफ्त में टोक टाइम देकर मोबल कनेक्शन की चिपें बेच रहे हें और थोक में इस बिक्री से लोग अनाप शनाप इन चिपों को खरीद रहे हें अधिकाँश लोग इन चिपों को अपने मोबाईल में डाल कर या तो लोगों को अवेध चोट वसूली करने के लियें धमकियां दे रहे हें या फिर इंटरनेट पर खता खोल कर गंदगी फेला रहे हें बेहयाई कर रहे हें यह सब फर्जी आई डी से कनेक्शन देने और बिना आई डी तस्दीक किये कनेक्शन चालू करने के कारण हो रहा हे अकेले कोटा में धमकियों का यह गोरखधन्धा चल रहा हे अभी हाल ही में कोटा में तो एक वकील साहब के घर पर एम्बुलेंस और पुलिस पहुंच गयी बाद में पता चला की पुलिस को किसी ने मोबाईल से वकील साहब की हत्या होने की सुचना दी थी एक हें जो खुद को छोटा शकील बताकर लोगों को धमकियां देते हें ऐसे कई किस्से हें जिन्हें इन अस्थायी चालू की गयी फोन कनेक्शन चिपों के कर्ण पकड़ा नहीं जा रहा हे देश में कानून हे के कोई भी कनेक्शन ट्राई के मापदंडों के अनुरूप जब ही चालु होगा जब कनेक्शन लेने वाले की आई दी की तस्दीक हो जाएगी लेकिन अपना व्यापार बढाने की होड़ में मोबाईल कम्पनियों ने देश में एक खतरनाक अस्थिरता का माहोल बना दिया हे इसे रोकने के लियें गृह मंत्रालय,संचार मंत्रालय सहित सभी आंतरिक सुरक्षा के विभागों को कार्यवाही करना होगी अन्यथा अराजकता की पराकाष्ठा हो जाएगी। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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