आपका-अख्तर खान

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10 नवंबर 2010

कोटा में ट्रक भर कर फ़ोरम पहुंचे

आई आई टी और ऐ आई ट्रिपल इ के आवेदन कोटा में कल एक ट्रक में भर कर पहुंचे हें कोटा इंजीनियरों की खेती करता हे लेकिन यहाँ इन मामलों की परीक्षा दिलाने का सेंटर भी छीन लिया गया हें , कोटा में पिछली बार फोरमों की कमी होने के बाद विशेष विमान से फ़ोरम मंगवाए गये थे और अब इसीलियें एक साथ फ़ोरम मंगवा लिए गये हें पिछली बार कोटा में ३५ हजार फोरमों की बिक्री हुई थी जो पुरे देश की रिकोर्ड तोड़ बिक्री हे एक फ़ोरम एक हजार रूपये का बिकने के कारण इससे संस्था को करोड़ों की आमदनी हुई कोटा से करोड़ों कमाने के बाद भी यहाँ सेंटर हटा लेना यहाँ की जनता के साथ अन्याय हे , वेसे इस मामले में कोटा के सांसद इजराज सिंह जी ने अब संसद में मुद्दा उठा कर लड़ाई छेड़ दी हे लेकिन वोह कामयाब हो पाते हें या नहीं देखने की बात हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

४६ करोड़ का बांध १६ अभियुक्त

राजस्थान के बूंदी जिले के गरद्दा बांध के टूटने के बाद एक जाँच में ४६ करोड़ की लागत से बने इस बांध के घोटाले में ठेकेदार और १६ इंजीनियरों को दोषी मन गया हे और इस जाँच रिपोर्ट के परिक्षण के बाद बूंदी पुलिस ने बाँध में घटिया निर्माण करने ४६ करोड़ का घोटाला करने और अनियमितता बरतने के मामले मेमन १६ लोगों को अभियुक्त बना कर कार्यवाही शुरू की हे जिसमें ठेकेदार इंजीनियरों को अभियुक्त बनाया गया हे कई लगो तो सेवानिव्रत्त हो चुके हे , एक वर्ष बाद इस मामले में जांच और एफ आई आर हुई हे अब देखते हें के कितने वर्षों बाद दोषी लोगों की गिरफ्तारी होती हे और फिर कितने वर्षों बाद दोषी लोगों को दंड मिलता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बिट्स पिलानी के प्रथ्विराज

महाराष्ट्र के नवनियुक्त मुख्यमंत्री प्रथ्विराज चव्हान आज मुख्यमंत्री पद का कार्यभार सम्भालेंगे , वोह बिट्स पिलानी यानी राजस्थान से इंजीनियरिंग पास हें , राजनीती में केंद्र में रहते वोह शरद पंवार की नकेल संभाले हुए हें और उनके मुख्यमंत्री बन जाने से अब महाराष्ट्र में शिवसेना और मनसे से कोंग्रेस की लुका छिपी का खेल भी बिखर जायेगा । आज वोह जब शपथ लेंगे तो उनके साथ छगन भुजबल को हटा कर पंवार के भतीजे उप मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे .राजस्थान से अपना करियर बनाने वाले प्रथ्विराज अब राजस्थान के प्रति क्या वफादारी निभाते हें लोगों को इसका इन्तिज़ार रहेगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सुदर्शन संघ की संस्क्रती के खिलाफ बोले

देश के सबसे बढ़े संगठन आर एस एस के आतंकवाद का मददगार होने के सबूतों के बाद संघ के वरिष्ठ नेता अपना आप खो बेठे हें कल भोपाल में के सी सुदर्शन जी ने तो अपना आप खोकर कुछ ऐसे बयान दे डाले के उनकी जीवन भर की तपस्या भंग हो गयी हे । सब कहते हें के संघ रुमनटी खोर हे और बोखला कर कुछ भी कर सकता हे अफवाहें फेलाए और एक झुंट को सो बार बोलकर सच साबित करने के प्रयासों का हुनर भी संघ के पास हे लेकिन संघ की संस्क्रती में महिला के प्रति सम्मान और मर्यादित आचरण की रही हे । कल सुदर्शन से साडी मर्यादाएं तोड़ डाली हे । सुदर्श ने यु पी ऐ और भारतीय राष्ट्रीय कोंग्रेस की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाँधी पर गम्भीर आरो लगा डाले इतने वर्षों बाद जब संघ के खिलाफ सबूतों के आधार पर कार्यवाही शुरू हुई तब सुदर्शन को याद आया के सोनिया सी आई ऐ की एजेंट हें और इन्होने इंदिरा गाँधी और राजीव गाँधी की हत्या करवाई हे , सुदर्शन ने खुले मंच से कहा हे के सोनिया सोनिया माइनों हें और इन्होने राजीव का नाम बदलवा कर रोबर्टो रखवाया था जिसे बाद में इंदिरा गाँधी ने सुधरवाया , संघ के इन जनाब ने बड़ी बेशर्मी से यह भी कहा हे के सोनिया गाँधी सी आई ऐ की एजेंट हें और इंदिरा गाँधी राजीव गांधी को जब यह पता चला तो सोनिया ने उनकी हत्या करवादी अजीब राष्ट्रभक्त सन्गठन हे के सी आई ऐ एजेंट और हत्याओं का खुलासा होने के बाद भी संघ के यह जनाब चुप रहे और फिर जब केंद्र में दो बार इनकी सरकार आई तब भी इन्होने संघ के समर्थित मंत्रियों ,गृहमंत्री और उप प्रधानमन्त्री से इन सब आरोपों का खुलासा करवाकर सोनिया को गिरफ्तार नहीं करवाया इस का मतलब सुदर्शन अब तक या तो चुप रहकर इस अपराध में शामिल रहे हें या फिर सोनिया गाँधी को ब्लेकमेल करते रहे हें किसी भी पार्टी अध्यक्ष या देश की बहु के खिलाफ ऐसे आरोप लगाना सामान्य बात नहीं हे यह गम्भीर बात हे या तो सुदर्शन इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ सबूत पेश कर उन्हें जेल फुन्च्वायें या फिर देश के कानून प्रावधानों के तहत खुद जेल जाने को तय्यार रहें । वेसे सारा देश जानता हे के सोनिया का अतीत किसी भी देश किसी भी धर्म से जुड़ा रहा हो लेकिन एक बहु , एक विधवा, एक माँ और एक भारतीय के रूप में उनका मर्यादित आचरण बेमिसाल और अनुकरणीय हें लेकिन सूरज पर थूकने की सुदर्शन की कोशिश ने उनकी अंतरात्मा को घायल कर दिया होगा । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

एक फुल की नजाकत

आज
एक फुल की
खुशबूदार
मलमल सी
छुहन का एहसास
हुआ
तो
तुम्हारे साथ
गुज़रे
लम्हे
बेहिसाब
याद आये ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

एक लम्हा

एक
खुबसुरत
लम्हा
क्या
गुजर गया
तेरे
साथ में
जिंदगी
कम पढ़ गयी हे
आज
उसी
के बारे में
सोचने
के लियें ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा में आर एस एस का कामयाब मों जुलुस

कोटा में इन्द्रेश जी को अजमेर बम ब्लास्ट में फंसने के आरोपों को लेकर आर एस एस और भाजपा ने आज यहाँ ऐतिहासिक जंगी प्रदर्शन कर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी हे यहाँ भाजपा के विधायक और वसुंधरा के समर्थक ओम बिरला ,भवानी सिंह राजावत ने संघ विरोधी होने के आरोपों के बाद आज जी जान की कोशिश कर मों जुलुस को कामयाब करने में जान झोंक दी और कामयाबी हांसिल कर संघ की निगाह में फिर से अपने नम्बर बढ़ा लिए हें ।
कोटा में आज इस विरोध प्रदर्शन के दोरान प्रशासन और पुलिस तो आशंकित थी लेकिन करीब ५ हजार के लगभग लोगों ने कतार बद्ध होकर लम्बा मोन जुलुस निकाला और फिर आम सभा की । कोटा में आर एस एस के बेनर तले इतना बढ़ा जुलुस पहली बार ही निकला गया हे जबकि इसके पूर्व पैगम्बर मोहम्मद की तस्वीर छापने के खिलाफ शहर क़ाज़ी की सदारत में २० हजार से भी अधिक लोगों का एक मोन जुलुस निकाला गया था । आज आर एस एस के इस कामयाब मोन प्रदर्शन को देख कर सभी आर एस एस के करता धर्ता और भाजपा के नेता खुश हें और उनकी आब बल्ले बल्ले हे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा के वकीलों की आरपार लड़ाई का अल्टीमेटम

कोटा के वकीलों द्वारा पिछली ३ जनवरी २०१० को वकीलों की स्वीक्रत मांगे जिनमें कोटा में रेवेन्यु बोर्ड की डबल बेंच खोलना,वकीलों के लियें कोलोनी देना,कोटा में उपभोक्ता फ़ोरम की अपील सर्किट बेंच स्थापित करना शामिल था इस को लेकर अब कोटा के वकील खतरनाक आन्दोलन करने के मूड में हें , कोटा में वर्तमान में रामस्वरूप जी शर्मा अध्यक्ष और मनोज पूरी महासचिव हें यह दोनों गेर कोंग्रेसी विचार धारा के हें जबकि दिसम्बर में अगले वर्ष के लियें चुनाव होना हे , अपनी स्वीक्रत मांगों के मामले में कोटा के वकील पिछले दस महीनों से सरकार को लिखित में ज्ञापन भेजते रहे हें करीब ४० ज्ञापन आदरनीय मुख्यमंत्री जी को भेजने पर भी जब कोई कार्यवाही नहीं हुई तो कोटा के वकीलों ने मांगे मनवाने के लियें या दिलाओं अभियान चलाया और एक प्रदर्शन कर कोटा के मंत्री शांति कुमार धारीवाल के घर पर जाकर प्रदर्शन क्या पिछले आन्दोलन के दोरान खुद मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल जी ने मुख्य मंत्री अशोक जी गहलोत से कोटा के वकीलों को मिलवाया था में खुद भी उस शिष्ट मंडल में शामिल था तब आदरनीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोटा के वकीलों की एक मांग जिसमें हाई कोर्ट की बेंच कोटा में स्थापित करने के आलावा तीनों मांगे यानी वकीलों को कोलोनी,कोटा में रेवेन्यु बोर्ड की डबल बेंच और उपभोक्ता फ़ोरम की सर्किट अपील बेंच स्थापित करने की सेद्धान्तिक रूप से मान ली थीं । मुख्यमंत्री जी ने राजस्थान के बजट में उपभोक्ता फ़ोरम की सर्किट अपील बेंच का प्रावधान रखा कोटा में एक अपील किराया ट्रिब्यूनल खोलने की घोषणा की लेकिन आज तक भी यह घोषणा पूरी नहीं हुई हे करीब सात माह गुजरने पर भी वकीलों को फेसले की क्रियान्विति का इन्तिज़ार हे तीसरी मांग राजस्व मंडल की थी और वकीलों की कोलोनी की एक मांग अलग से थी लेकिन इन मांगों के मामले में सरकार ने कोई पहल नहीं की या कोई पहल की भी हो तो उसकी जांनकारी वकीलों को नहीं दी इसलियें वकील उग्र हें और कोटा के मंत्री शांति कुमार जी धारीवाल ने सभी वकीलों को आश्वस्त क्या हे के वकीलों की कोलोनी के लियें अधिकारीयों के साथ जगह देख लें कोलोनी एलोट हो जाएगी जबकि दूसरी मांगों के लियें उन्होंने मुख्यमंत्री जी से फिर एक बार मिलवाने की बात कही हे इस मामले में आज फिर वकीलों की एक दिन की चेतावनी हडताल थी उसमे वकीलों ने दस दिन का वक्त बातचीत का दिया हे जिसमें मुख्यमंत्री जी से भेंट भी शामिल हे लेकिन इस अवधि के बाद वकील आन्दोलन का एलान कर चुके हें इस बार जो नेत्रत्व हे वोह सरकार के खिलाफ विचारधारा वाला हे इसलियें मांगों के समर्थन में चलाये जाने वाले आन्दोलन में उनका सोफ्ट कोर्नर सरकार की बदनामी के मामले में नहीं रहेगा वोह तो येन केन प्रकारेण वकीलों की जायज़ मांगों को लेकर ऐतिहासिक आन्दोलन करने का प्रयास करेंगे अब सरकार के कारिंदों ने भी यह खबर शायद सरकार तक पहुंचा दी होंगी लेकिन सरकार क्या चाहती हे अब तक किसी ने पत्ते नहीं खोले हें लेकिन यह तय हे के आगर कोटा में इस बार वकीलों का आन्दोलन हुआ तो वोह अल्प समय में ही आर पार का होगा या तो वकील लुट पित कर घर बेठ जायेंगे या अफिर अस्पताल और जेलों में होंगे और या फिर सरकार उनकी स्वीक्रत मांगों को बिना लड़ाई के पूरा कर देगी लेकिन सरकार चाहे तो इस अनहोनी बड़ी लड़ाई को टाल सकती हे देखते हें क्या होता हे सरकार हठ धर्मिता दिखाती हे या फिर वायदे के तहत संवेदनशीलता दिखा कर पूर्व में किये गये वायदे पूरा कर वकीलों के सामने हीरो बनती हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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