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18 नवंबर 2010

स्कुल सुरक्षा ब्लॉग से मुक्त होंगे

देश के नक्सल प्रभावित इलाकों के सभी स्कुल जहां स्कूलों की शिक्षा बंद कर नक्सलियों के खिलाफ कार्यवाही के लियें सुरक्षा बलों को ठहराया गया हे वहां से अब स्कुल खाली होगे और सुरक्षाबलों को हटा कर वापस से बच्चों की पदाई का सिलसिला शुरू होगा पिछले दिनों नक्सल हमलों की बढती हुई गतिविधियों को देखते हुए इसे नियंत्रित करने के लियें सरकार ने स्कूलों में पढाई बंद करवा कर सुरक्षा बल ठहरा दिए थे और वहन बच्चों की पढाई ठप्प पढ़ी थी इसीलियें इस क्षेत्र के लोग सुप्रीम कोर्ट में याचक बन कर गये जहां सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद सरकार को यह निर्देश दिए ।
देश में जब भी चुनाव,जन गणना या फिर कोई भी काम हो बेचारे स्कुल भवनों और स्कुल के अध्यापकों पर ही गज गिरती हे उन्हें गेर शिक्ष्ण कार्यों में लगाकर कहते हें के भाई स्कूलों में पढाई क्यूँ नहीं करवाते हो वेसे तो सरकारों का निर्णय हे के किसी भी स्कुल भवन या स्कुल अध्यापक को गेर शिक्ष्ण कार्य में नहीं लगायेंगे फिर भी देश में अधिकतम कम स्कुल के शिक्षकों से ही लिया जाता हे । देश के लियें यह एक गम्भीर बात हे देश और देश के नेता पत्रकारों को इस पर विचार करना चाहिए। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा मेला भ्रटाचार,अख़बार और पार्षद

कोटा में पिछले दिनों राष्ट्रीय मेला दशहरा के दोरान भ्रस्टाचार की आम शिकायते करने वाले भाजपा और कोंग्रेस के पार्षदों और भास्कर अख़बार में डंके की चोट पर मेले में भ्रटाचार की शिकायतों के प्रकाशन के बाद इस भ्रटाचार की जांच शुरू होने पर इन सभी लोगों की चुप्पी कोटा की जनता में चर्चा का अविषय बनी हुई हे और अब चोर चोर मोसेरे भाई के नारे लोगों के मन में लगने लगे हें । कोटा में पिछले दिनों मेले के दोरान कोटा से प्रकाशित देनिक भास्कर ने डंके की चोट पर प्रमाणित भ्रस्टाचार की खबरें छापी और भाजपा कोंग्रेस के पार्षदों ने नाम लेकर भ्रस्ताचार के आरोप लगाये ।
कोटा के विधायक और राज्य सरकार में मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल ने इस मामले में भ्रस्ताचार की जाँच के लियें कोटा कलेक्टर को निर्देश दियें कोटा कलेक्टर ने खुला एलन किया के मेले में भ्रटाचार के मामले में जिस किसी बन्धु के पास कोई भी सबूत हों तो वोह आये और लिखित में शपथ पत्र के साथ मेले में भ्रटाचार के सबूत पेश करे ताकि दोषी लोगों को दंडित किया जा सके दोस्तों मेले में भ्रस्टाचार के सबूत खुद के पास होने का दावा करने वाले सभी लोगों को सांप सूंघ गया देनिक भास्कर अख़बार का कोई भी पत्रकार वां सबूत लेकर नहीं पहुंचा और भाजपा कोंग्रेस के पार्षद निर्दलीय पार्षदों का तो कहना ही क्या सभी अब मजे कर रहे हें और महापोर , मेला समिति के चेयरमेन के खासम ख़ास बन गये हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

प्रियदर्शिनी इंदिरा जी का जन्म दिन आज

देश की ही नहीं बलके विश्व की एक महान निर्भीक अटूट लोह महिला यानि आयरन लेडी स्वर्गीय इंदिरा जी का आज जन्म दिन हे अभी पीछे दिनों इंदिरा जी की हत्या के मामले में सुदर्शन ने बवाल खड़ा कर दिया था इस बवाल के शांत होने के बाद अब देश में इनके बच्चों द्वारा संचालित सरकार में भ्रटाचार का बवाल मचा हे , इन्द्रा जी देश में ही नहीं विश्व में एक सर्वशक्तिमान महिला थीं चीन,अमेरिका,पकिस्तान को सबक सिखाने वाली एक अकेली महिला जिसने विश्व में अपनी छाप छोड़ी , देश के भर्स्ट मंत्री, लेट लतीफ़ और भर्स्ट अधिकारी कर्मचारियों , कालाबाजारियों, जमाखोरियों को सबक सिखाने के लियें इस आयरन लेडी ने आपात स्थिति लागू कर जनता को स्वर जेसा शासन दिया इस शासन के खिलाफ देश के गिने चुने नेता चाहे कुछ भी कहें लेकिन देश की जनता बहुमत से उस आपात शासन के स्वर्गिक सुख की समर्थक रही हे और आज जनता इन बिगड़े हालातों के बाद उसी आपातकाल को याद कर माग करती इ के काश वोह आपात काल फिर से आ जाए को आयरन लेडी फिर से हुकुमत में हो जो देश की बिखरी और बिगड़ी स्थिति को काबू में क्या जाकर देश में फिर से स्वर्ग जेसा शासन स्थापित क्या जा सके ।
दोस्तों एक आयरन लेडी जिसने देश को एक नई दिशा नई ताकत दी आज उस महिला के जन्म दिन पर प्रणाम शत शत नमन लेकिन उसी की पार्टी के लोगों की चापलूसी चमचागिरी के प्रव्रत्ति ने आज इस आयरन लेडी की आत्मा को आहत किया हे राष्ट्रीय महिला आयोग, और देश के कई सरकारी विभागों के खर्चे पर इस महिला के जन्म दिन पर विज्ञापन देश के लिए और इस महिला के समर्पण क़ुरबानी के लियें शर्म की बात हे सरकारी खर्च पर स्वर्गीय इंदिरा जी ने कभी ना तो मजे लियें और ना ही लोगों को मजे करने दिए तो फिर उनके विज्ञापन के नाम पर करोड़ों के यह सरकारी विज्ञापन क्या उनकी आत्मा को आहत नहीं करेंगे अगर विज्ञापन ही देना थे तो निजी बजट या फिर कोंग्रेस पार्टी के बजट से दिए जाते तो शायद इंदिरा जी के मरने के बाद उनके नाम पर यह धब्बा नहीं लगता ऐसे सभी विभागों के खिलाफ कार्यवाही होना जरूरी हो गयी हे जिन्होंने सरकारी फंड का इस तरह के विज्ञापन में दुरुर्प्योग किया हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा के लियें वरदान बेराज की स्वर्ण जयंती आज

ब्लोगर भाइयों आज कोटा के लियें चम्बल नदी के तट पर बने कोटा बेराज की आज स्वर्ण जयंती हे , २६ नोवंबर १९६० को कोटा गढ़ के पास इस बांध का लोकार्पण भारत के प्रधानमन्त्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने किया था । करोड़ों से बने इस बांध के १९ गेट हें जो करीब ४०बायि ४२ फिट के हें और इससे दस लाकह की आबादी को पानी मिलता हे आजकल भीलवाडा भी यहाँ से पानी जा रहा हे इस बांध से करीब ५ लाख बीघा भूमि सिंचित होती हे यहाँ बिजली पानी खेती और उद्योग जो भी कुछ हें सब इसी बांध की दें हे । आज इस बांध को ५० वर्ष पुरे होने वाले हें इस बांध ने अपने इस काल में चम्बल के किया उफानों को रोक कर शांत किया हे और कोटा को आसपास के गाँव को बहाने से बचाया हे कोटा का यह बांध लोगों के लियें एक मोर्निंग वाक् और पुन्य स्थल भी बना हे यहाँ रोज़ सुबह सवेरे लोग घुमने आते हें जबकि लाखों की तादाद में कबूतरों का यहाँ बसेरा होने से सेवा भावी ओग इन कबूतरों को चुग्गा दाना डालते हें लगभग ८५४ फिट ऊँचे बने इस बांध के किनारे लाखों मछलियाँ रहती हे जहां भी लोग दाना दल कर अपनी धार्मिक पिपासा शांत करते हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भ्रस्ताचार के खिलाफ यह केसी लड़ाई

देश में गाँव चोपाल से लेकर राजधानी और पंचायत पालिकाओं से लेकर संसद तक भ्रटाचार आम हो गयी हे एक सर्वे के अनुसार आज़ादी से आज तक हम भ्रस्ताचार मामले में खरबों रुपया खो चुके हें , देश में मंत्री हो चाहे संतरी , चाहे पत्रकार हो चाहे जनप्रतिनिधि हर वर्ग से जुड़े लोग भ्रटाचार में डूबे हें , प्रधानमन्त्री ऐ राजा के ब्रस्ताचार मामले में चुप रहे यह कोई नई बात नहीं हें वोह भ्रटाचार के खिलाफ बोले कब हें यह अगर पता लग जाए तो नई बात होगी एक हाबी से चलने वाला खिलोना जिसकी अपनी खुद की सोच नहीं हो जो विश्व के सबसे प्रधानमन्त्री नर्सिन्म्माराव के कार्यकाल में वित्त मंत्री रहे हो उनसे भ्रटाचार के खिलाफ लड़ाई की उम्मीद बचकानी सोच ही कहलाएगी देश में आज सभी भ्रष्ट हें यह तो सभी कह देंगे अख़बारों में खबर छपेगी की चारों तरफ भ्रटाचार हे लेकिन दोस्तों लोकतंत्र के चोथे स्तम्भ पत्रकार भी इस घालमेल में शामिल हो गये हें और यही वजह हे के आज देश भगवान भरोसे चल रहा हे , प्रधानमत्री जी पर भ्रष्टाचार की जानकारी मिलने पर चुप्पी का यह पहला मामला नहीं हे लेकिन यह लोकतंत्र हे कोई उनका क्या बिगाड़ सकता हे , नेता हें इसलियें उनको शर्म आएगी नहीं , जनता हे वोह जिंदा लाश हे इसलियें वोह उनको हटाएगी नहीं पार्टियाँ सन्गठन सब अपने अपने हमाम में नंगे हें इसलियें उनका तो क्या कहिये अब देश के बचे पत्रकार तो बस उन्हें सरकारी विज्ञापन मिल जाएँ चुनाव में फीलगुड हो जाएँ होली दीवाली नया साल पार्टी सरकारी यात्रायें और उपहार हो जाएँ रियायती दर पर मकान वगेरा मिल जाएँ बस इनके तो मजे ही मजे हें इसलियें भाई यह भी चुप रहेंगे दोस्तों अभी यह गंदगी ब्लोगर की दुनिया में नहीं आई हे ब्लोगर की दुनिया मने एक दुसरे की टोपी उछालना गलियाँ लिखना जाती धर्म को अपमानित करने जेसी गंदगी सिमित लोगों में हे लेकिन अधिकतम खुले दिमाग के ब्लोगर्स हें और कमसे कम भ्रटाचार और उसके सफाए के मामले में तो सभी ब्लोगर्स एक लगते हें तो फिर जब पुरे कुए में भांग घुट गयी हो तो ब्लोगर्स पर जिम्मेदारियां ज्यादा बढ़ जाती हे इसलियें दोस्तों आपसे निवेदन हे जो भ्रस्ताचार के खिलाफ आपकी मुहीम हे उसे निर्भीकता से जारी रखें और एक संकल्प लें कमसे कम एक भ्रस्ताचार प्रतिदिन अपने ब्लॉग पर उजागर करें उसकी पोस्ट अपने मुख्यमंत्री जी को जरुर भेजें में जनता जून भ्रटाचार के खिलाफ लिखी गयी पोस्ट पर आपको ना तो तिप्प्निया मिलेंगी ना वाह वाही लेकिन कुछ गिनती के लोगों का जो प्यार आपको मिलेगा वोह ब्लोगर की दुनिया में साँस लेने के लियें काफी होगा तो दोस्तों आज से ही आज से क्यूँ अभी से ही भ्रटाचार के खिलाफ हमारी मुहीम हम शुरू करते हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजथान हाईकोर्ट बार असोसिएशन के चुनाव कल

राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन में कल चुनाव हें वहां इन चुनावों को लेकर घमासान हे हाईकोर्ट में हाईटेक चुनाव कई लाख रूपये की लागत का हो गया हें यहाँ अध्यक्ष और महासचिव का चुनाव लड़ने वाले प्र्त्याक्शियों और उनके समर्थकों ने कई लाख रूपये फॉर,मेसेज और स्टेशनरी पर खर्च कर दिए हें , इन चुनाव में पार्टियां तो आम बात हें लेकिन खाना और परोसना इस बार चुनाव का एहम मुदा बन गया हे चुनाव में कई दर्जन लोग अपना अपना भाग्य आजमा रहे हें लेकिन इन चुनावों में राजनितिक पार्टियों की भी नजर हे और साथ ही हाईकोर्ट प्रशासन भी इन चुनावों की खबरों पर अपनी नजरे गडाए बेठे हें देखते हें अब कल चुनाव के किया नतीजे सामने आते हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

Alag sa: कंजूसी में ऐसा भी होता है

Alag sa: कंजूसी में ऐसा भी होता है

हुस्न पर इतना गुरुर ना कर

ऐ हसीना
अपने इस
हुस्न पर
तू इतना
गुरुर ना कर
देख सामने देख
चेहरे पर झुर्रियां लियें
अलग थलग
जो बूड़ी माई बेठी हे
उसे भी
हुस्न पर
तुझ सा
गुरुर था।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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