आपका-अख्तर खान

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23 नवंबर 2010

पानी रे पानी तेरा रंग केसा ....

खुदा की
एक अज़ीम
नियामत हे
पानी।
जिसके रंग हें अजीब
बस इसी का
नाम हे पानी ।
यह आसमां की
तरफ उठे
तो भाप हे ,
आसमां से
नीचे गिरे
तो बारिश हे ।
जम के गिरे तो ओला
गिर कर जमे
तो बर्फ हे ,
पट्टी पर गिरे तो
ओस और शबनम हे
पट्टी से निकले
तो अर्क और रस हे
आँखों से निकले
तो आंसू हे
जिस्म से निकले तो
पसीना हे ,
सांप में हो तो जहर हे
हरन में हो तो केसर हे
हिमालय से निकले तो गंगा हे
मऊ से निकले तो चम्बल हे
कहीं जमा हो जाए
तो तलब या झील हे
हजरत इस्माइल के
कदमों से निकले तो
आबे जम जम हे
और अगर शिव जी की जता से निकले
तो गंगोत्री हे
पानी रे पानी
तेरा रंग केसा
वाह पानी वाह पानी
तेरी अजब दास्ताँ
तेरी अजब कहानी
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

डेढ़ हजार पोस्टे पूरी

दोस्तों मेरे ब्लॉग अख्तर खान अकेला की कुल नो माह में डेढ़ हजार पोस्टें पूरी हो गयी हे कल जब में डेढ़ हजारवीं पोस्ट लिख रहा था तो मेरी ख़ुशी का पारावार नहीं था पहले तो मेने सोचा तुरंत इस सुचना को मेरे भाइयों को सूना दूँ फिर संकोच किया रात भर सोचा फिर निर्णय किया के जो मेरे अपने हें जो मेरी अपनी धडकन हें कम से कम में उनके साथ तो अपनी इस ख़ुशी को बाँट लूँ बस फिर इसी सोच के साथ में अब अपनी इस खशी की सुचना आप को देकर बाँटना चाहता हूँ मेरे इस अनुभव को मुंग में सफेदी के बराबर भी में नहीं कह सकता क्योंकि ब्लॉग की दुनिया में मुझ से कई हजार गुना बढ़े मेरे भाई धुरंधर पढ़े हें और में उनका शुक्र गुज़ार हूँ के एकलव्य और गुरु द्रोणाचार्य की तरह मेने अपनी इस कामयाबी को प्राप्त किया हे , में अपने सभी गुरु द्रोनाचार्यों को प्रणाम करता हूँ उनका शुक्रिया अदा करता हूँ जिनकी बदोलत जिनकी हिम्मत से जिनके द्वारा लगातार पीठ थपथपाने और सुधर के संकेत मिलने से में इस मुकाम पर पहुंच पाया हूँ मुझे कहा गया हे के परिंदे की यह परवाज़ अभी नाकाफी हे अभी तो और और बहुत ऊँची उड़ने भरना हे बस मेने फिर से पंख फेला लियें हें और मेने उड़ान शुरू कर दी हे में जनता हूँ के पंख सब के होते हें उधने की क्षमता सबके पास होती हे लेकिन कोई परिंदा कुछ दुरी पर जाकर ही सुस्ताने लगता हे तो कुछ परिंदे उढ़ते ही रहते हें बस इसी उम्मीद से में उड़े जा रहा हूँ मुझे आप ब्लोगर भाइयों की मदद की दरकार हे में चाहता हूँ के आप लोग मुझे कदम कदम पर टोकें मुझे समझाएं मुझे कमिया बताएं कामयाब ब्लोगर बनने के टिप्स सिखाएं , भाइयों मेरे लियें यह छोटा मुंह बढ़ी बात हे लेकिन क्या करूं ब्लोगर की दुनिया में मेने जो देखा हे जो महसूस किया हे उसे आप से मुझे बांटना हे मेने अनुभव किया हे के आज ब्लोगर की दुनिया सबसे बढ़ी और त्वरित लेखन की दुनिया बन गयी हे इलेक्ट्रोनिक मिडिया के मुकाबले की यह ब्लोगर पत्रकारिता आज सभी तबकों में लोकप्रिय हो गयी हे बस थोड़ी गंदगी थोड़ी छिछालेदारी एक दुसरे को नीचे दिखने की प्रव्रत्ति इस ब्लोगर की दुनिया को थोडा पीछे धकेल रही हे अनाम नाम से आई डी बनाकर शरारतें करने वाले लोगों को हम बेनकाब कर अगर आई टी कानून के तहत पकडवा कर सजा दिलवाने का संकल्प लें नये ब्लोगर भाइयों को बिना मांगे ढूंढ़ कर टिप्स देने की बात करें ब्लोगर मीट बुलवाकर एक दुसरे से अनुभव और प्यार बाँटें तो बस हमारे ब्ल्गोर की दुनिया स्वर्ग जेसी बन जायेगी और मेरी यही ख्वाहिश हे तो दोस्तों में आपकी दुआओं और आपके सुझावों आपकी सलाह का हमेशा मोहताज रहूंगा और मेरी ख्वाहिश हे के इस दोलत से आप मुझे नवाज़ कर अनुग्रहित करें , शुक्रिया दोस्तों अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कुंवारी लडकियों के मोबाइल उपयोग पर रोक

कुंवारी लडकियों के मोबाइल उपयोग पर रोक लगा दी गयी हे । उत्तर प्रदेश में मुजफ्फर नगर की एक पंचायत का मानना हे के कुंवारी लडकियाँ मोबाईल का उपयोग कर लडकों से डेटिंग और फिर सेटिंग करती हें इससे माहोल बिगड़ रहा हे इसलियें सभी जाती धर्म से जुड़े लोगों की कुंवारी लडकियों के लियें मोबाईल का उपयोग प्रतिबंधित कर दिया गया हे इस फरमान की सख्ती से पालना करने के निर्देश भी दिए गये हें मुजफ्फर नगर की ओके ग्राम पंचायत के प्रवक्ता राजेन्द्र मलिक ने बताया के पंचायत का यह फेसला हर वर्ग हर धर्म पर लागु होगा । उत्तर प्रदेश और हरियाणा पंजाब की पंचायतें पहले भी अविधिक फेसले लेकर फरमान जारी कर चुकी हें लेकिन आज़ाद देश की इस सरकार में लोकतंत्र पूरी तरह से स्थापित नहीं हे और जंगल कानूनों को रोकने के लियें सरकारों ने कोई कानून बना कर कड़े कदम नहीं उठाये हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा से तीन करोड़ फिर भी ऐ आई ट्रिपल ई का परीक्षा केंद्र नहीं

कोटा के कोचिंग छात्रों से सी बी एस ई को हर साल तीन करोड़ रूपये की आमदनी होने के बाद भी कोटा को ऐ.आई.ट्रिपल ई का सेंटर नहीं दिया हे कुल ७० हजार परीक्षार्थियों में से करीब साठ हजार छात्र कोटा से आवेदन करते हें जिससे केन्द्रीय बोर्ड को तीन करोड़ की आमदनी होती हे ताज्जुब हे के इन सब के बावजूद भी अगर कोटा में केंद्र नहीं खोला गया हे तो फिर बात साफ़ हे के कोटा से केंद्र का सोतेला व्यवहार चला आ रहा हे । कोटा के परीक्षार्थी अगर बाहर परीक्षा देने जायेंगे तो बस उनके परिजनों पर तीन करोड़ रूपये का अतिरिक्त प्रभार पढ़ेगा , कितनी अजीब बात हे के देश भर के बच्चे कोटा में आकर कोचिंग कर रहे हें यहाँ स्थायी और अस्थायी रूप से उनका बसेरा हे फिर भी कोटा से जुड़े लोगों को यह सजा आखिर किस लियें दी जाती हे इसका किसी के पास जवाब नहीं हे । इस मामले में कोटा के कोंग्रेसी नेता और निर्वाचित जन प्रतिनिधि तो कान में तेल डाल कर खामोश बेठे हें जेसे उन्हें कोटा और कोटा की समस्याओं से कोई लेना देना ही नहीं हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यह मोसम बरसात की .....

यह मोसम
बरसात की
फिर भी
ख़्वाब मेरे
अधूरे से क्यूँ हे
वोह मिलते हें
मुझ से
देखते हें
मुस्कुराते हें
इठलाते हें
फिर भी
उनसे मिलन की
आस के सपने
अधूरे से
क्यूँ हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आँखों में तस्वीर तेरी ....

यह दर्द से
झुलसती आँखें मेरी
जिन में
आज लहू बह रहा हे
इन आँखों में
बस अब
तेरी तस्वीर और तेरी यादों का
उजाला ठहरा हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ख़्वाब मेरे हें

में जानता हूँ
बिस्तर तेरा हे
नीदं तेरी हे
रातें तेरी हें
फिर भी
में अगर
तेरे ख्वाबों में
आ जाता हूँ
तो बता
इसमें में
क्या करूं
नींद तेरी हे
आँखें तेरी हें
रातें तेरी हें
बिस्तर तेरे
बस
तेरी
इन नीम बाज़ आँखों में
जो भी ख़्वाब हें
बस मेरे ही मेरे हें ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ख़ुशी से बच कर चलता हूँ ....

में
हर रोज़
ख़ुशी से
बच के
चलता हूँ
लेकिन
क्या करूं
कमबख्त
आ ही जाती हे
जब भी
आती हे ख़ुशी
बस
मेरी मोहब्बत
मेरी इस ख़ुशी पर
मातम
बनाती हे
हंसती हुई भी हो अगर
तो मुझे
खुश
देख कर
आंसू बहाती हे
बस इसीलियें
में
हर रोज़
ख़ुशी
से डरता हूँ ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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