आपका-अख्तर खान

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24 नवंबर 2010

दिल की दिल्लगी ...

दिल की
यह
दिल्लगी केसी हे
दिल लगा हे जिनसे
उन्हीं ने
तोड़ कर
दिल हमारा
दिल्लगी
आज हमसे की हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

एक सुबह ऐसी भी ...

एक सुबह
आज ऐसी भी हे
ना वोह हें
ना उनकी याद
फिर भी
देखों
आँख में
मेरे आंसू हें
ना चेहरे पर
मेरे उदासी हे
आज एक
सुबह
ताजगी भरी
ऐसी भी हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

महिला हिंसा संयुक्त राष्ट्र दिवस आज

ब्लोगर दोस्तों देश में आज महिला हिंसा संयुक्त राष्ट्र दिवस मनाया जा रहा हे यहाँ प्रधान मंत्री को रिमोट से चलाने वाली यु पी ऐ अध्यक्ष सोनिया गाँधी,महामहिम राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल,लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार सहित कई प्रमुख पदों पर महिलाएं हें भाजपा हो चाहे कोंग्रेस चाहे कोई सी भी पार्टी हो सभी में महिलाएं प्रभावशाली पदों पर हें लेकिन देश में एक महिला आरक्षण बिल वर्षों से अटका पढ़ा हे । देश में संयुक्त राष्ट्र के दबाव में महिला घरेलू हिंसा अधिनियम पारित किया गया लेकिन आज तक भी इस अधिनियम को पूर्ण रूप से लागु नहीं किया गया हे राज्यों ने इस मामले में नियम नहीं बनाये हें किसी भी अधिकारी ने खुद जाकर महिलाओं के हल नहीं पुंचे हें सत्ता सन्गठन और घर में महिला की स्थिति एक जेसी हे दफ्तर हो चाहे घर हो सभी लोग महिलाओं को उपभोग की वस्तु मां रहे हें घर बहर महिला हिंसा का डोर चल रहा हे सुप्रीम कोर्ट का विशाखा मामले में जारी निर्देशों की पालना नहीं हे दहेज़ प्रतिषेध अधिनियम के प्रावधान लागू नहीं हे इसके लियें अधिकारीयों की नियुक्ति नहीं की गयी हे पिता एक्ट के तहत महिलाये सुरक्षित नहीं हे महिलाओं का नग्न प्रदर्शन करवा कर उन्हें नुमाइश की वस्तु बना दिया गया हे इसलियें थू हे ऐसे कानूनों पर ऐसी सरकारों पर जो अंतर्राष्ट्रीय दबाव में आकर कानून तो बनाते हे लेकिन इन कानूनों की क्रियान विती नहीं करते हें यह हमारा भारत देश हें जहाँ सुदर्शन जेसे लोग दुर्योधन बन कर महिला की माँ मर्यादा प्रतिष्ठा को धूमिल करते हें और महिला का उपयोग खुद अपने हित साधन के लियें करते हें हमे इस दिवस पर महिलाओं के कल्याण और सुरक्षा के लिए बने सभी कायदे कानूनों की समीक्षा कर उन्हें प्रभावशाली तरीके से क्रियान्विति करने की समीक्षा करना चाहिए महिला सास ,बहु,नन्द और सोत्न सब ऐसे नाम हे जो महिया ही महिला पर अत्याचार हिंसा करती हे इन सामजिक पहलुओं पर भी विचार के कोई नई महिला निति महिला नियम कानून बनाने के प्रयासों में आज से ही जुट जाना चाहिए । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जन्म दिन शमशान में

कोटा में तरुण सागर संत के एक भक्त अपना पचासवां जन्म दिन आज अपने मित्रों और परिजनों के साथ श्मशान में बनायेंगे । प्रेम संतवाणी इस भक्त का कहना हे के हर व्यक्ति को अपना एक जन्म दिन श्मशान में मनाना चाहिए । कोटा किशोरपुरा स्थित मुक्तिधाम नाम के इस शमशान में आज यह जन्म दिवस प्रात ११ बजे से १२ बजे तक मनाया जाना हे , दोस्तों कोटा किशोरपुरा का यह मुक्तिधाम नाम का शमशान जहां आदमी को पहुंचने के बाद स्वर्ग सा एहसास होता हे यहाँ की साफ़ सफाई महंगे पत्थर पानी की व्यवस्था और हरियाली शांति और चम्बल नदी का किनारा ऐसा लगता हे के हम कहीं श्मशान में नहीं बलके किसी अद्द्भुत्त पिकनिक स्पोट पर खड़े हें । बेस्ट ब्लोगर आदरणीय ललित शर्मा जी ने इस शमशान का अवलोकन किया हे और इस शमशान को अँधेरे में हलकी बूंदा बांदी के साथ मन की आँखों से निहारा भी हे । कोटा का यह शमशान जो करोड़ों रूपये की आगत से बना हे जहां कोटा के विधायक ओम कृष्ण बिरला उनके भाई हरिकृष्ण बिरला अपने पुरे परिवार के साथ नियमित सुबह सवेरे आते हें और इस शमशान को केसे अद्भुतत बनाया जाये इसके प्रयासों में जुट जाते हें यहाँ २०० से ५०० रूपये वर्ग फिट तक का पत्थर लगाया गया हे तो दोस्तों कहने को चाहे यह श्मशान हो लेकिन इस माहोल में तो बस हर कोई चाहेगा के में मुर्दा बन जाऊं और मेरी अंतिम यात्रा बस इधर से ही हो तो फिर जन्म दिन का तो क्या कहना क्योंकि यहाँ किसी होटल किसी गर्दन किसी रिसोर्ट किसी पिकनिक स्पोट से कई गुना सुख सुविधाएँ उपलब्ध हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोंग्रेस के शासन में हाउसिंग फाइनेंस घोटाला

कोंग्रेस के शासन में एक बार फिर बेंकों और एल आई सी ने हाउसिंग फाइनेंस मामले में बढा घोटाला किया हे इस मामले में कई वरिष्ट बेंक अधिकारियों को हिरासत में लिया गया हे , बेंकों की जो सामान्य आदमियों को मकान पर ऋण सुविधाएं थी वोह इन अधिकारीयों ने बढ़े बिल्डर्स से सांठ गांठ कर बिना दस्तावेजों की पूर्ति करवाए इन्हें करोड़ों और अरबों रूपये के ऋण स्वीक्रत कर दिए जाँच से पता चला हे के सेंट्रल बेंक और इण्डिया ,पंजाब नेशनल बेंक सहित कई बेंकों ने इस मामले में काफी घोटाले किये हें इस मामले में दिल्ली और मुम्बई में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया हे अभी इस जांच में कई दलालों और नेताओं के भी फंसने की सम्भावना हे देश में जो योजनायें या जो सुविधाएँ आम आदमी के लियें होती हें उन्हें विधि नियमों को धता बता कर कुछ अधिकारी धनी लोगों तक पहुंचा देते हें जिससे गरीब गरीब रह जाता हे और अमीर अमीर होता रहता हे बस यही वजह हमारे देश में गरीबी अमीरी की खायी बढने की हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राहुल के बालपन से बिहार में नितीश की जयकार

दोस्तों अपरिपक्व राजनितिक निर्णय में न्रसिंग्घा राव के कार्यकाल में प्रधानमन्त्री मनमोहन और दुसरे दरबारियों के गलत निर्णय के कारण उत्तर प्रदेश में कोंग्रेस ने मुलायम से गठ्बन्धन तोड़ कर पूरी सीटों पर चुनाव लड़ा था पर नतीजन उत्तरप्रदेश में आज बहुजन समाज वादी पार्टी की मायावती का कब्जा हे कोंग्रेस का वहां सफाया हे फिर हाल ही में बिहार चुनाव में लालू और पासवान से कोंग्रेस ने अचानक राहुल को ग़लत राय देकर गुमराह किया और गठ बंधन तुडवा कर अकेले कोंग्रेस के चुनाव का निर्णय करवा दिया लेकिन बच्चा बच्चा ही होता हे इसी तर्ज़ पर राहुल ने खुद को एक परिपक्व नेता मानने की गलती की जिसकी बदोलत बिहार में कोंग्रेस ने आखिर मन मोजी की जिस कोंग्रेस के पाँव के नीचे बिहार में ज़मीं नहीं थी उसे बिहार में सरकार बनाने का सपना दिखाया गया और पूरी बिहार की विधान सभा सीटों और कोंग्रेस को अलग थलग कर चुनाव लडवा दिया गया सुनते हें के इस निर्णय करवाने वाले नेताओं ने बिहर के नितीश और सुशिल मोदी को फायदा पहुँचाने के लियें पहले कई मितित्न्गे भी साथ की हें अगर उनके मोबाइलों की कोल डिटेल देखें तो पोल खुद ही खुल जायेगी के कोंग्रेस को उंचा उठाने की सलाह देने वाले सलाहकार पर्दे के पीछे से नितीश को वापस क्रोस्वोटिंग करवा कर सत्ता में लाना चाहते थे इसके लियें इन सलाहकारों को अपरोक्ष लाभ मिला भी हे और आगे भी इन लोगों को लाभ मिलेगा आज बिहार की २४३ विधान सभा सीटों में से २०५ नितीश और भाजपा की हे बाक़ी गिनती की सीटें लालू पासवान की और केवल ५ सीटें कोंग्रेस की जो राष्ट्रीय पार्टी हे शर्म आना चाहिए कोंग्रेस के सलाहकारों को जो इस फजीहत के बारे में ना सोच सके कोंग्रेस जहां राहुल को हीरो के रूप में पेश करना चाहती थी वहीं बिहार पर राहुल गाँधी के बचकाने निर्णय के बाद आये चुनाव नतीजों ने राहुल को हीरो से जीरो कर दिया हे नतीजा कुछ भी रहा हो लेकिन बिहार के कुछ कोंग्रेसियों और कोंग्रेस के सलाहकारों ने तो नितीश से पर्दे के पीछे हाथ मिला कर कोंग्रेस को बिहार में खत्म कर दिया वहीं नितीश और भाजपा को अमर कर दिया अब भी राहुल को अपनों परायों की पहचान के बारे में समझना चाहिए नहीं तो भाई इस कोंग्रेस को हम और आप सफेदी पर दाग की तरह ढूंढते रह जायेंगे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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