आपका-अख्तर खान

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26 नवंबर 2010

कोटा कोलेज के प्रिंसिपल ने छात्रों से छात्र को पिटवाया

कोटा राजकीय महाविध्यालय के प्राचार्य डी एस यादव ने कल छात्र संघ अध्यक्ष हरिप्रकाश मीणा को एक छात्र चेतन सोलंकी के खिलाफ इस तरह भड़काकर उकसाया के हरिप्रकाश ने इस छात्र को घसीटा मारा पीटा और फिर प्राचार्य कक्ष में लेजाकर मुर्गा बना दिया , पीटने वाला छात्र चेतन इस पिटाई और अपमान से इतना घबरा गया के उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया और वोह रोता हुआ सडक पर लोटने लगा उसकी इस दशा को देख कर अन्य छात्रों में से पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष और छात्र कोंग्रेस के नेता मीणा ने इस छात्र को उठाया ढांढस बनाया और फिर नयापुरा थाने ले जा कर प्राचार्य और मार पिटाई करने वाले छात्र नेता के खिलाफ कार्यवाही कने के लिएँ मुकदमा दर्ज करवाया , कोटा में हाल ही में हुए छात्र संघ के चुनाव में चुनाव के दोरान छात्र कोंग्रेस के अधिक्रत प्रत्याक्षी से बगावत कर हरिप्रकाश जीते थे जिन्हें बाद में कोंग्रेस ने गले लगा कर कोंग्रेस के मंत्रियों की उपस्थिति में इनका शपथ ग्रहण करवाया इसके पूर्व चुनाव में पुलिस लाठीचार्ज में भी कई लोग घायल हो गये थे अब ऐसी स्थिति में क्या इन अपराधियों के खिलाफ पुलिस कोई कार्यवाही कर पाएगी यह संदेह की बात हो गयी हे देखते हें के कोलेज में मुर्गा बनाकर मार पिटाई करने वाले प्राचार्य और छात्र संघ अध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाही होती भी हे या नहीं । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और राष्ट्र गान का अपमान

कल जब देश मुंबई के शहीदों को श्रद्धांजली दे रहा था तब महाराष्ट्र के नव नियुक्त मुख्यमंत्री देश के राष्ट्र गान का अपमान कर जल्दबाजी में कहीं दूसरी जगह जाने की कोशिशों में थे उनके लियें राष्ट्रगान से ज्यादा दुसरे कामों की अहमियत थी लेकिन उनका यह अपराध वैधानिक रूप से अक्क्ष्मय हे जिस माफ नहीं किया जा सकता ।
देश में कोई भी व्यक्ति किसी भी राजकीय पद पर जब तक ही रह सकता हे तब तक वोह देश के कानून संविधान और विधान का रक्षक होता हे नियमों को तोड़ने वाले किसी भी अपराधी को किसी भी पद पर नहीं रखा जा सकता कल जो मुख्यमंत्री प्रथ्वी राज चव्हाण ने किया उसके वीडियों फुटेज होंगे जिन्हें आसानी से दुबारा देख कर चव्हान की राष्ट्र गान के प्रति उपेक्षा देखी जा सकती हे । बस अगर इसके बाद वोह दोषी हे तो राष्ट्रिय गोरव अपमान नियन्त्रण अधिनियम १९७२ के प्रावधानों के तहत वोह कठोर दंड के दोषी हें और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही होना चाहिए क्योंकि नियमों के तहत कोई भी व्यक्ति देश के संविधान और राष्ट्र गान जन गन मन का अपमान नहीं कर सकता हे और ऐसा करने पर वोह अजमानतीय अपराध का दोषी हे कल चव्हाण ने रह्स्त्र गान के सम्मान से ज्यादा दुसरे कामों को अहमियत देकर ऐसा ही अपराध किया हे और शपथ अधिनियम के तहत ली गयी शपथ का उल्न्न्घन भी किया हे इसलियें उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही अम्ल में लायी जाना चाहिए ताकि भविष्य में राष्ट्र गान का अपमान करने की कोई कल्पना भी नहीं कर सके लेकिन यहाँ तो कुर्सी के भूखे हें उनके लियें देश विधान से बढकर कुर्सी हे फिर भी देखते हें इस मामले में गांधी और नेहरु की कोंग्रेस क्या निर्णय लेती हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान में तलाकशुदा महिलाओं की नोकरी गायब

महिला राष्ट्रीय कोंग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी , महिला राष्ट्राध्यक्ष प्रतिभा पाटिल और महिला लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार द्वारा नियंत्रित राजस्थान सरकार में तलाक शुदा महिलाओं की नोक्रियों के आरक्षण का कोटा गायब कर दिया गया हे , राजस्थान में हाल ही में अध्यापकों की हजारों नियुक्तियां होना हे लेकिन विज्ञापन की मनमानी या सरकारी बेईमानी के कारण इन विज्ञापनों में तलाक शुद महिलाओं का आरक्षण गायब हे । राजस्थान में तलाक शुदा महिलाओं के लियें पहले ८ प्रतिशत आरक्षण था फिर यह आरक्षण घटा कर डेढ़ प्रतिशत कर दिया गया लेकिन अब यह आरक्षण गायब हे , राजस्थान में महिलाओं और विपक्ष में इस मामले में रोष व्याप्त हे । राजस्थान में इन दिनों बिना किसी कारण के पारिवारिक विवादों के चलते हजारों हजार महिलाएं तलाक हो जाने के बाद मानसिक संताप के डोर से गुजर रही हें जिन्हें सामाजिक रूप से स्थापित कर स्वावलम्बी बनाने के लियें तलाक शुदा एकाकी महिलाओं को आरक्षण दिया गया हे जो शिक्षक भर्ती में गायब कर दिए जाने से यहाँ की महिलाएं और विपक्ष आन्दोलन की राह पर हे कोंग्रेस सरकार को अपनी इस भूल को तुरंत सुधारना होगा क्योंकि यह आरक्षण विधिक और संवेधानिक हे इसे रोका नहीं जा सकता । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

माँ ने डाटा तो फिर कभी लेट नहीं हुए

दोस्तों कहावत हे के मां के पेरों के नीचे जन्नत होती हे और उसकी डांट की मिठास व्यक्ति को समाज में महान बना देती हे कल दो माताओं का यह जलवा देश के बड़े मंचों पर देखने को मिला पहली मां नितीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के मां थीं जिन से आशीर्वाद लेकर उन्होंने फिर से बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली धन्य हें ऐसे बेटे जो इस मुकाम पर भी मां को आदरणीय मां कर सार्वजनिक उदाहरण पेश करते हें वरना आज तो बस लोग जन्नत मां के पैर के नीचे नहीं पत्नी के पैर के नीचे मानने लगे हें और मां को तिरस्क्रत कर छोड़ देते हें ।
मां के सम्मान का एक दुसरा अनूठा उदाहरण राजस्थान में हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश ऐ के मिश्रा के शपथ ग्रहण समारोह में देखने को मिला जहां राजस्थान की हाईकोर्ट के इस शीर्ष जज के शपथ ग्रहण समारोह में खद मां ने अपने बेटे के अनुभव उपस्थित लोगों के साथ बांटे जस्टिस ऐ के मिश्रा की मां ने कहा के मेरा यह बेटा स्कुल देर से जाता था तो डांट खाता था लेकिन एक बार डांट खाने के बाद कभी स्कुल में देरी नहींकी और फिर इस सपूत ने पहले मध्यप्रदेश में वकालत की फिर वहां वकीलों की नेतागिरी करने के बाद जनाब मिश्रा साहब देश की शीर्ष वकीलों की संस्था बार कोंसिल ऑफ़ इंडिया के चेयरमेन बने और अब राजस्थान हाईकोर्ट के शीर्ष जज के पद से इन्हें नवाज़ा गया हे लेकिन इसमें उनकी काबलियत के साथ साथ उनकी माँ की डांट का प्यार और मां के आशीर्वाद का प्रताप शामिल हे काश सभी की माएं ऐसी हो और उनके पुत्र नितीश कुमार और ऐ के मिश्रा की तरह हों। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

चम्बल पुल हादसे में कम्पनी दोषी

दस्तों नई सुबह मुबारक हो , कोटा में दिसम्बर २००९ को चम्बल पुल हादसे में ५० से भी अधिक लोगों की म़ोत और चम्बल बाई पास कार्य तीन वर्ष आगे करने के मामले में आज कोटा कमिश्नर ने प्रशासनिक जाँच में सभी तथ्यों और बिन्दुओं पर विचार कर इस पुल का निर्माण कर रही कम्पनी गेमन इण्डिया , हुंदई ,और इसे देख रेख कर ने वाली कम्पनी खोया को प्राथमिक लापरवाही का दोषी माना हे । कोटा में अरबों रूपये की लागत से बनने वाले इस राजनितिक पुल के इस हादसे के बाद यहाँ गृह राज्यमंत्री और सार्वजनिक निर्माण मंत्री के बीच ठन गयी थी गृह मत्री के दखल के बाद यहाँ इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ और फिर कुछ अधिकारीयों को गिरफ्तार किया गया कोटा के इंजीनियर और विशेषग्य समाज सेवक रवि जेन ने पहले ही दिन मोके की स्थिति देख कर कम्पनियों को दोषी होने वाली बात कही थी लेकिन उनकी बात न तो मिडिया ने मानी न ही राजनेताओं ने और ना ही पुलिस ने उनकी बात का कोई सम्मान किया केवल जाँच करवाई जो पूर्व सम्भागीय आयुक्त कुछ दूसरी जाँच रिपोर्ट देना चाहते थे लेकिन उनका ट्रांसफर होने पर यह नई रिपोर्ट आई हे अब दोस्तों जिस कम्पनी को इस निर्माण के लियें दोषी मन हे वापस यही कम्पनी इस निर्माण को कर रहे हे यह केसे सरकार हे ऍन एच आई के अधिकारी जो इस निर्माण कार्य को सुपरवाइज़ कर रहे थे वोह भी इसमें प्रमुख दोषी हे लेकिन उन्हें तरकीब से संथ गांठ कर निकाल दिया गया हे सरकार का मासिक दिवालियापन देखिये जिस कम्पनी को दोषी मानकर ब्लेक लिस्टेड किया जाना चाहिए था उसी कम्पनी से फिर दुबारा म़ोत का यह पुल बनवाया जा रहा हे । कोटा का चम्बल पुल देश में अपने आप में अनूठा पुल हे एक तो इसके निर्माण से बाई पास बनने के बाद कोटा के २५ लाख लोगों को फायदा होगा दुसरे दुर्घटनाओं की कमी होगी और जयपुर जबलपुर मार्ग की दुरी २५ किलोमीटर कम हो जाएगी यह अपने आप में चम्बल पर बिना किसी फिलर के बनाया जाने वाला अनोखा पुल हे जो देश का हावड़ा के बाद दूसरा पुल होगा । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पानी से कुछ सीखो यारों ...

में जब भी
पानी को देखता हूँ
सोचता हूँ
इससे कुछ सीखूं
जब प्यास इससे
किस की बुझती हे
और प्यासे के चेहरे पर
ठंडक देखता हूँ
तो सोचता हूँ
काश में पानी होता
जहां जिस बर्तन में
जिस हालत में होता
हर हाल में
हर आकर में
केसे एडजस्ट होते हें
इस पानी से सीख लेता
आग अगर कहीं लगती
तो पानी को बुझाते देख
सोचता हूँ काश में पानी होता
बस यही सोचता हूँ
हर हाल में खुद को
केसे एडजस्ट करना हे
एक प्यारी सी सीख
इस पानी से में
सीख लेता .....?

रोज़ सुबह पाठ पढ़ता हूँ भूल जाता हूँ

में
एक इंसान हूँ
इसलियें
रोज़
पाठ पढ़ता हूँ
रोज़
भूल जाता हूँ
सुबह सवेरे
उगते सूरज को देखकर
सोचता हूँ
इसकी तरह रोज़ सुबह
वक्त पर चमकना हे
फिर विशाल ऊँचे आसमां को देखता हूँ
तो सोचता हूँ
असमान की तरह
विशाल और चादर बनूंगा
फिर सोचता हूँ
हवाएं जो निरंतर चल रही हें
इस हवा की तरह
में निरंतर चलूँगा
फिर होती हे
दोपहर
फिर होती हे
अँधेरी शाम
निकलता हे चाँद
तो सोचता हूँ
में चाँद की तरह
लोगों को चांदनी दूंगा
फिर तारों को देखता हूँ
सोचता हूँ
तारों की तरह
उंचाइयां हांसिल करूंगा
फिर लेता हूँ बिस्तर पर
बस नींद के आगोश में
सब कुछ भूल जाता हूँ
सुबह होती हे
फिर शाम होती हे
बस यही सोचता हूँ और सोता हूँ
फिर उठता हूँ और यही सोच दोहराता हूँ
शायद लार्वाह शेख चिल्ली की
बस यही जिंदगी हे
इसलियें सोचता हूँ
मुझ सा सोचने वाला और कोई न बने
कोई बने तो जो सोचे वोह करें
ताकि फिर
मेरा भारत
महान बने ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

गुस्सा करो या प्यार ..

दोस्तों आज
मुझे
आपको देख कर
शेख्सपीयर याद आया हे
उसने कहा था
तुम
मुझ से
नफरत करो
या प्यार करो
दोनों ही सुरत में
तुम मुझे
फेवर करोगे
प्यार किया तो
मुझे दिल में
नफरत की
तो मुझे
दिमाग में
रखोगे
जो भी
मुझे
और मेरी याद को
बस तुम
अपने साथ रखोगे।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मुम्बई के शहीदों को सलाम ...

दोस्तों मुम्बई और मुम्बई ही क्यूँ देश के लियें आज वोह मनहूस दिन जिसके आतंकवाद के बारे में सोच कर भी हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हें लेकिन इस डर और खोफ के वातावरण के साथ ही जो बहादुरी हमारे देश ,देश के नोजवानों और देश के लगों ने दिखाई उस बारे में सोच कर सीना गर्व से चोडा हो जाता हे , दोस्तों देश के सबसे तेज़ तर्रार और बहादुर पुलिस अधिकारीयों और सेवक सिपाहियों को हमने इस आतंकवाद में खोया हे इसलियें आज इस दिन की बरसी पर सभी शहीदों को मेरी तरफ से और मेरे कोटा शहर की तरफ से अश्रु पूर्ण श्रद्धांजली दोस्तों कहते हें के जो हें के जो होना होता हे वोह होता हे उसे कोई नहीं रोक सकता लेकिन हम इस घटना की जब समीक्षा करते हें तो आज हम केवल इसे मामूली सी घटना समझ कर घर बेठने वाले आम आदमी लगते हें । हमारे देश में इस घटना के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति सहित कई दुसरे देशों के राष्ट्राध्यक्ष आये लेकिन हम पाकिस्तान की इस घटिया हरकत और इसके पीछे छुपे भेडियों को सजा दिलाने के लिएँ अब तक बेनकाब भी नहीं कर सके में सोचता हूँ हम कहां हे हमारा देश कहां हे एक पाकिस्तान जेसे आतंकवादी देश को पनाह देने वाला उसे हथियार और आर्थिक मदद देने वाला देश अमेरिका का राष्ट्रपति हमारे देश में आता हे और हम उससे पाकिस्तान में बेठे देश के दुश्मनों को हमारे हवाले करने की पेरवी करने के लियें भी कहलवा पाने में असमर्थ रहते हें , कहां हे हमारी कूटनीति खुद आतंक फेलाने वाले लोग उसे हवा देने वाले लोग हमारे महमान बनते हें करोड़ों रूपये देश के खर्च करते हें और देश की पहली जरूरत आतंकवाद और इसे फेलाने वाले देश पर हमला हम पूरी नहीं कर पते हमला तो दूर की बात हम उस देश के खिलाफ माहोल बना पाने में भी असमर्थ रहते हें तो जनाब आज के दिन अगर हम संकल्प लें के किसी भी घटना में फंसे आतंकवादी को दंडित करवाने के सभी प्रयास करेंगे और पर्दे के पीछे जो देश यह आतंक फेला रहा हे उस का नाम विश्व के नक्शे से मिटा कर भारत के नक्शे में मिलाने के लियें यथा सम्भव प्रयास करने का संकल्प लेंगे और यही हमारी इन शहीदों को श्रद्धांजली होगी। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बढ़े भाई एडवोकेट ब्लोगर द्विवेदी जी ने छोटे को दिया आशीर्वाद

दोस्तों में कई वर्ष पूर्व जब पत्रकारिता में सक्रिय था तब एक मजदूर नेता स्पष्टवादी तार्किक तरीके से अपने विचार रखने वाली सिद्धांतवादी शख्सियत से बहुत बहुत प्रभावित था और इस शख्सियत का नाम दिनेश राय द्विवेदी हे , मेने द्विवेदी जी की ईमानदारी महनत और लगन जब देखी तो मेने अपना विचार इनका अनुकरण करने का बना लिया में वकील बना तब भी में स्पष्टवादिता विचार के लियें एडवोकेट दिनेश द्विवेदी के अनुसरण करता के रूप में रहा और हम इनके प्रशंसक रहे द्विवेदी जी एक फल लगे पेड़ की तरह से विनम्र झुकाव लिए आम आदमी हे , सभी को कुछ देने का स्वभाव द्विवेदी जी के लियें आदत सी बन गयी हे । जब में टूटे फूटे विचारों के साथ ब्लॉग लेखन में आया और मेने आदरणीय बढ़े भाई के ब्लॉग तीसरा खम्बा और दुसरे लेखन ब्लॉग देखे तो में अचंभित हो उठा में सोचता था के एक सादगी सा जीवन जीने वाला व्यक्ति जो कोटा न्यायालय में दीन हीन शोषित उत्पीडित मजदूरों की सेवा भाव से पेरवी करता हे वोह ब्लॉग की दुनिया में इतना महान हे .हमारे वकालत खाने में नियम हे के जो वकील होगा वोह कुछ प्रतिशत मुफ्त पेरवी और विधिक साक्षरता का काम अवश्य करेगा और जब मेने इनका ब्लॉग देखा तो में बस देखता ही रहा पढ़ता ही रहा देश के सभी कानून आम जुबां में लोगों तक द्विवेदी जी ने जिस अंदाज़ में पहुंचाया उसकी जितन तारीफ की जाए कम हे साथ ही जनाब का विधिक साक्षरता का कर्यक्रम पीड़ितों के विधिक सवालों का जवाब नियमित दिया जाना देश में विधिक सहायता मामले में अकेला अनूठा उदाहरन हे ।
मेने भाई द्विवेदी से कई बार ब्लॉग टिप्स मांगे उन्होंने सहज भाव से बातों ही बातों में मुझे कई कीमती टिप्स देकर मालामाल कर दिया और मेने उनका इस्तेमाल भी किया कभी उन्होंने मुझे टोका तो कभी राह दिखायी लेकिन वकालत की दुनिया में शायद द्विवेदी जी पहले ऐसे ब्लोगर हें जिन्होंने व्यवस्थित रूप से देश के सभी कानूनों को साडी जुबान में सजोया हे और जनता के हर सवाल जवाब विधिक रूप से दिया हे , आज तो मेरे बढ़े भाई ने कमाल ही कर दिया हम अदालत में हडताली वकीलों के साथ बेठ कर हड़ताल पर चर्चा कर रहे थे भाई विश्व जीत शर्मा,भूपेंदर मित्तल और अमित शर्मा बेठे थे तब अमित शर्मा जी ने इंटरनेट व्किओं की बात छेड़ी तो मेने जब भाई दिनेश द्विवेदी के बारे में बताया तो उन्होंने वापस से उनके ब्लोग्स और इंटरनेट ब्लॉग सेवा के बारे में जब जाना तो वोह अचम्भित हो उठे और सभी ने फिर दिनेश जी की प्रशंसा की कोटा अदालत में आज ज़िंदा आदमी याने मंत्री शांति धारीवाला की शोक सभा रखी गयी थी हम इससे असहमत थे इसलियें हम दिनेश जी को ढूंढने निकले बद किस्मती थी के वोह हमें नहीं मिल सके लेकिन जब हम घर पहुंचे और नेट खोला तो बस हम गद गद हो गये मेरे बढ़े भाई ने मेरे कुछ ब्लोगों को अपने साहित्यिक अंदाज़ में सर्जित किया और में इनके आगे खुद को बोना से दिखने लगा मेने सोचा के ब्लोगर दुनिया का सबसे ज्यादा खुशनसीब जूनियर ब्लोगर शायद में हूँ जिसे बढ़े भाई दिनेश जी तीसरा खम्बा और अनवरत सहित कई ब्लॉग का आशीर्वाद प्राप्त हे और यह सोच कर मेरी आँखें भाई द्विवेदी जी के सम्मान में सजल हो उठी इश्वर मेरे जेसे बढ़े भाई ब्लोगर दिनेश जी सभी को दे इसी उम्मी दे के साथ सभी ब्लोगर साथियों को नमस्कार और भाई द्विवेदी जी और प्रणाम भाई ललित जी को सलाम । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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