आपका-अख्तर खान

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27 नवंबर 2010

दोस्ती .

दोस्ती का
फर्ज़
यूँ क्यूँ अदा करते हो
आस्तीन में
जिनके
पलते हो
उन्हें ही
क्यूँ
ढ्सा करते हो ।
साथ जिनके चलते हो
साथ जिनके
रहते हो
उन लोगों की
पीठ पर ही
चुरा घोंपा
क्यूँ करते हो ।
दोस्तों
दोस्ती का
यह केसा हक
अदा करते हो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आँखों में आंसू होंटों पर मुस्कान

आँखों में आंसू
होटों पे मुस्कान
बताओ तो सही
ऐसा क्या
गम
उठा रहे हो यारों ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा के वकील और कोंग्रेस

राजस्थान में आन्दोलन कारी वकीलों से पिछले दिनों कोंग्रेस सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री ने कोटा में राजस्व मंडल की डबल बेंच स्थापित करने,उपभोक्ता फ़ोरम की सर्किट बेंच स्थापित करने और एडवोकेट कोलोनी देने की लियें सहमती दी थी करीब ११ महीने पहले किये गये इस वायदे को कोंग्रेस सरकार ने जब पूरा नहीं किया तो कोटा के वकीलों ने कोंग्रेस सांसद ,कोंग्रेस विधायक और पदाधिकारियों से इस बारे में निवेदन किया कोटा के वकीलों ने कोंग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री और दुसरे मंत्रियों को करीब ५० बार लिखित में ज्ञापन देकर वायदा याद दिलाया चेतावनी दी चेतावनी के लियें केवल एक दिन की प्रतीकात्मक हडताल कर दस दीन का स्वीक्रत मांगों को पूरी करने का वक्त दिया लेकिन कोंग्रेस सरकार के कान में जून तक नहीं रेंगी और स्वीक्रत मांगों के बारे में कोंग्रेस सरकार ने कोई पहल नहीं की , जब वकील हडताल पर गये अद्नोलं करने लगे और सरकार की इस उपेक्षा को जनता के बीच ले गये तो बस कोंग्रेसियों के पेट में दर्द होने लगा जो कोंग्रेसी काले धंधों में लगे हें गेर कानूनी कार्यों में लगे हें वही कोंग्रेसी सरकार को वायदा याद दिलाने की जगह वकीलों कोसलाह देने लगे हे ऐसे कोंग्रेसी जिनका अपराधिक इतिहास हे वकील के बल पर जिनका जीवन चल रहा हे वही कोंग्रेसी कोंग्रेस सरकार से वायदे पुरे करवाने की जगह उलटे कोटा के विधिक विकास को रोकने के प्र्यसून में जुटे हें लेकिन यह वकील हे वकील जनता के लियें जब भी अन्द्लों करता हे तब तब उसे पूरा करके दिखाता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ग्राम न्यायालयों का राजस्थान में उदघाटन

राजस्थान में मुख्य मंत्री अशोक गहलोत और केन्द्रिव विधि मंत्री वीरपा मोइली ने कल बस्सी में पहली ग्राम न्यायालय का उद्घाटन किया । देश में ग्राम न्यायालय अधिनियम अलग से पारित किया गया हे जिसमें छोटी पंचायतों में छोटे मामलों के निस्तारण के लियें ग्राम न्यायालय स्थापित किये गये हें राजस्थान में करीब ४८ ग्राम न्यायालय काम करना शुरू कर देंगे । केंदीय विधि मंत्रालय और राजस्थान सरकार का यह कार्य चाहे लगों को थोड़ी ख़ुशी देने वाला हो सकता हे लेकिन राजस्थान में निरंतर बढ़ रही मुकदमों की संख्या और देश का सबस बढ़ा राज्य होने के कारण यहाँ राजस्थान हाईकोर्ट की बेंच का विकेंद्रिक्र्ण नहीं होने से आम आदमी को सुवाई के लियें कोसों दूर जोधपुर या फिर जयपुर आना जाना पढ़ता हे जयपुर में अगर कोई बारां झालावाड का पक्षकार जाए तो करीब ४०० किलोमीटर की दुरी और महंगे वकील सालों इन्तिज़ार उसे तो कंगाल ही कर देते हें इसलियें कोटा के वकील कोटा में ही हाईकोर्ट की बेंच स्थापित करने की मांग पर अढे हें केन्रिय विधि मंत्री और राजस्थान सरकार ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की हे इतना ही नहीं राजस्थान में ४० जजों के मुकाबले केवल २५ जज हे जो लाखों के मुकदमों की संख्या के मुकाबले में नाकाफी ही नहीं ऊंट के मुंह में जीरा हें नतीजन जो लोग जेल में हें उनके मामलों की सुनवाई भी सालों नहीं हो पा रही हे इस से भी बुरी हालत जिला न्यायालयों की हे वहन वकील जज और रीडर बाबुओं की बेठने की परिसर व्यवस्था नहीं हे जजों के कई पद रिक्त पढ़े हें और मुकदमों का अम्बार लगा हुआ हें , ऐसे में केंद्र और राजस्थान सरकार को हाईकोर्ट की बेंच का विकेंद्रीकरण करने नये जजों की नियुक्ति करने और जिला न्यायलयों में आवश्यक परिसर सुविधाएँ उपलब्ध कराने के बारे में गम्भीरता से सोचना चाहिए क्योंकि अभी जनवरी में रात्री कालीन अदालतों की भी शुरुआत होने वाली हे और कोटा सहित कई सम्भागीय मुख्यालयों पर इन अदालतों के लियें अधिकारी,कर्मचारी और भवन परिसर की भी व्यवस्था करना हे ऐसे में सरकार की इस मामले में ज़िम्मेदारी और बढ़ जाती हे वेसे सरकार को हर सम्भागीय मुख्यालय पर दो मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति करना चाहिए ताकि एक मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तो प्रशासनिक कार्य निपटाए और दुसरे मजिस्ट्रेट न्यायिक कार्य निपटाए और सभी न्यायालयों में सी सी कमरे हो तो जज वकीलों का आचरण खुद बा खुद ही सुदर जाएगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आदर्श सोसाइटी घोटाला दस्तावेज चोरी

एक तरफ तो महाराष्ट्र के सबसे बढ़े फ्लेट घोटाले आदर्श सोसाइटी घोटाले की जाँच सी बी आई कर रही हे लेकिन दूसरी तरफ उस सोसाइटी की पत्रावली में से चार महत्वपूर्ण दस्तावेजों का चोरी होना जाँच और पत्रावली संधारित करने वाले की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा कर रहा हे । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हान के कार्यकाल में इस घोटाले की जब जाँच के सवाल उठे तो सितम्बर माह में पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यकाल में इस घोटाले की पत्रावली के महत्वपूर्ण दस्तावेज चोरी कर गायब कर देना संदेह को और बढ़ा देता हे । कल इस मामले में मुंबई पुलिस में नगर विकास मुंबई की और से एक मुकदमा दर्ज करवाया गया पत्रावली चोरी की इस घटना से महाराष्ट्र की पूर्व सरकार और अधिकारी इस घोटाले में और अधिक संदेह के घेरे में आ गये हें लेकिन इसकी धीमी गति की जांच से लगता हे के कुछ जाँच अधिकारीयों के तार हे जो घोटालेबाजों से भी जुड़े हें वरना अब तक तो जो होना था वोह हो जाता और लोग जेल में होते लेकिन ऐसा नहीं होना देश के लियें शर्म की बात हे। अख्तर कहां अकेला कोटा राजस्थान

ओबामा जो घायल हो गये

विश्व में हमेशां दुसरे देशों को घायल करने वाले अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा कल जब बोस्केत्बाल खेल के दोरान एक साथी रे देक्रेगा की कोहनी लगने से गम्भीर घायल हुए और उनके चेहरे पर जख्म भरने के लियें १२ टाँके लगाये गये तो पूरा विश्व एक भी बात सोच रहा था के अगर यही चोट जोर्ज बुश के लगी होती तो शायद इस में आतंकवाद का हाथ होना कहकर इस घटना को संदिग्ध कर दिया जाता वेसे तो खेल खेल में लगी अमेरिका के चेरे पर लीग इस चोट ने देश को ही नहीं इश्व को एक नया पैगाम दिया हे एक तो खेल खेल में कोई भी घटना हो तो उसे माफ़ कर देते हें दुसरे इस लेवल के नेताओं को जिन पर पुरे देश की जिम्मेदारियां होती हें उन्हें ऐसे खेलों से बचना चाहिए जिससे उनके शरीर पर कोई चोट आ सके यही खेल अगर हमारे देश में होता तो हमारे देश के लोग अपने नेता का खेल में कभी मुकाबला नहीं करते और खेल में अपने नेता से जाना बुझ कर हार कर खुश होते लेकिन भाई खेल तो खेल हे बस अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष के इस खेल ने विश्व को एक नई सोच नई दिशा दी हे और ऐसे लोगों की आंतरिक सुरक्षा के तोर तरीकों पर भी नये सवाल खड़े कर दिए हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा निगम का खर्च ५० लाख फिर भी गायों की मोतें

कोटा नगर निगम द्वारा संचालित गो शाळा में कुप्रबंध के चलते गायों की अकाल म़ोत आम बाट हो गयी हे वहां गायों के रख रखाव पर करीब ५० लाख रूपये प्रतिवर्ष खर्च होते हें और इसके बावजूद भी गायों की अकाल म़ोत निगम के खर्च और रख रखाव मामले में संदेह पैदा करता हे । कल कोटा गोशाला में १४२ गायों की अकाल म़ोत हो गयी अब कोटा नगर निगम के कर्मचारियों की इस लापरवाही से रोजमर्रा इस तरह की मोतें व्यवस्था के नाम पर कलंक हें , ताज्जुब तो इस पर हे के इस घटनाक्रम और कोंग्रेस के पार्षद और भाजपा के पार्षद सभी खामोश हे । इधर निगम का एक कुप्रपन्ध और चर्चा में हे के निगम कोटा में अपना अलग कार्यालय स्थापित करना चाहता था इसलियें निगम ने दस करोड़ की लागत से एक भवन की शुरुआत की थी लेकिन वक्त पर कम नहीं होने से भवन का कम पूरा नहीं हो सका और इस भवन का मूल्य दस करोड़ से बढ़ कर बीस करोड़ रूपये हो गये इस तरह निगम की अव्यवस्था से निगम को दस करोड़ की सीधी चपत लगी हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान वक्फ बोर्ड जल्द गठित होगा

राजस्थान में कोंग्रेस की सरकार आने के बाद से अल्पसंख्यकों के कल्याण और प्रबन्धन के लियें बनाये गये आठ बोर्डों को दो वर्षों में कोंग्रेस नहीं भर सकी हे यहाँ तक के इस मामले में राष्ट्रपति महोदय ने भी इस अलोकतांत्रिक कार्य के लियें निर्देशित कर दिया हे लेकिन दुसरे बोर्ड और आयोग तो दूर की बात संवेधानिक वक्फ बोर्ड जिसका कार्यकाल जुलाई में खत्म हो गया था जिसकी चुनावी प्रक्रिया ६ माह से चल रही हे अब तक वहां नया चेयरमेन नियुक्त नहीं किया जा सका हे ।
राजस्थान वक्फ बोर्ड में अजमेर बम ब्लास्ट मामले के चर्चित संघ के नेता इन्द्रेश जी के खासम खास सलावत खान चेयरमेन हें जिन्हें कोंग्रेस ने पुरे पांच माह गेर कानूनी तरीके से ढोया हे , अब नये बोर्ड में सांसद कोटे से अश्क अली टाक , विधायक कोटे से नसीम बानो। जाकिर एहमद, बार कोंसिल कोटे से नासिर अली नकवी और मुत्व्वली कोटे से युसूफ खान तथा शोकत कुरैशी का निर्वाचन कई माह पूर्व हो गया था कल कांग्रेस सरकार ने जयपुर में दो मोलवी कोटे के फय्याज साहब अलवरी साहब को लियाकत साहब को नियुक्त किया हे अब इस प्रक्रिया के बाद राजस्थान वक्फ बोर्ड का चेयरमेन लियाकत खान का बनना लगभग तय माना जा रहा हे उनके निर्वाचन की घोषणा कभी भी किसी भी क्षण हो सकती हे लियाकत अली कोंग्रेस के कार्यकर्ता तो नहीं रहे लेकिन सेवानिव्रत्त वरिष्ट आई पी एस अधिकारी हें ताज्जुब इस बात पर हे के कोटा के दो दो केब्नेट मंत्रियों एक सांसद और राज्य मंत्री के होते हुए भी यहाँ से किसी ने भी कोंग्रेस के कार्यकर्ता का नाम नहीं सुझाया और दुसरे अल्पसंख्यक इदारों के लियें भी किसी के नाम की सिफारिश कोटा सम्भाग से नहीं की गयी हे यह कोटा सम्भाग के अल्पसंख्यकों के लियें गम और अफ़सोस की बात हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

संसद में भत्ता किस बात का

दिल्ली की संसद में
शीतकालीन सत्र में
जब हंगामे के कर्ण कुछ काम नहीं हो पाया
तो कोंग्रेसियों ने काम नहीं तो दाम नहीं का नारा लगाया
कोंग्रेसियों ने भत्ता और वेतन नहीं लेंगे जेसा फरमान सुनाया
बस इस फरमान से विपक्ष और भाजपा का हर नेता तिलमिलाया
तो दोस्तों आप बताओ जिन लोगों को आपने संसद में
काम करने के लियें भेजा हो
देश की विकास योजनाएं जिन्हें बनाना हो
और यही लोग संसद में काम करने की जगह कुत्तों की तरह से लड़ते हों
ना काम करते हो और ना ही काम करने देते हो तो फिर क्या
इन्हें काम नहीं तो दाम नहीं के सिद्धांत का पालन नहीं करना चाहिए
आप बताइए आपकी क्या राय हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा नगर निगम का एक वर्ष बे नतीजा रहा

कोटा नगर निगम का एक वर्ष का कार्यकाल निकल गया लेकिन कोटा नगर निगम कुछ भी कर पाने में अक्ष्स्म साबित हुई हे इस काल में य्हना अधिकारी बदलने,ठेके लेने देने और विज्ञापन बोर्ड घोटाले के आलावा भ्रस्ताचार का महत्वपूर्ण मुद्दा रहा , महापोर और उप महापोर में एक ही पार्टी का होने के बाद भी तालमेल का अभाव इस कोटा की जनता को नुकसान पहुंचता रहा नतीजन कोटा शहर गंदगी और आवारा जानवरों के उत्पात से परेशान रहा ।
कोटा नगर निगम जो राजस्थान के बड़े निगमों में से एक हे यहाँ के साठ पार्षदों में कोंग्रेस का बहुमत हे फिर भी कोंग्रेस शहर को जनता के लियें कुछ भी कर पाने में असमर्थ रही हे अभी हाल ही में मेले दशहरे में भी भ्रस्ताचार का बोलबाला रहा नतीजन कोटा नगर निगम के एक साला पुरे होने पर अख़बार तक इनकी उपलब्धियां छापने को तयार नहीं थे मजबूरी में ठेकेदारों को तय्यार किया गया और नगर निगम कोटा से अनाप शनाप रुपया कमाने वाले ठेकेदारों से अख़बारों में एक पुरे पेज का विज्ञापन दिया गया जिसमें उपब्धियाँ भी अख़बारों ने विज्ञापन की रिश्वत लेकर छापी इस काले में विज्ञापन घोटाला सबसे उपर रहा और नतीजन कमिश्नर के खिलाफ भ्रष्टाचार विभाग में मुकदमा अद्र्ज हुआ लेकिन बस मुकदमा ही दर्ज हुआ इन कमिश्नर साहब के खिलाफ भ्रस्ताचार और नकली जाती प्रमाण पत्र बनवाने के आरोपों के बाद भी कोटा में ही रख रखा हे अब ऐसे में अधिकारी कर्मचारी सभी की भ्रस्ताचार में मिली भगत हो तो फिर बेचारी कता की जनता क्या करे .............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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