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29 नवंबर 2010

अनचाहे टेलीफोन कोल पर अब जुर्माना

देश की मोबाइल टेलीफोन कम्पनियां उपभोक्ताओं की इच्छा के खिलाफ अब उनके मोबाईल नम्बर पर अगर अनचाहे कोल करेंगी तो ऐसी कम्पनियों की खेर नहीं हे अगर इस मामले में उपभोक्ता ऐसी कम्पनियों के खिलाफ शिकायत करता हे तो पहले तो जुर्माना फिर दुगुना जुर्माना और फिर ट्राई द्वारा इन कम्पनियों के खिलाफ कार्यवाही करेगी ।
ट्राई ने कल एक बैठक में इस तरह की चेतावनी दे दी हे लेकिन कम्पनियों के अनचाहे संदेश और अनचाहे कोल अभी भी आना बंद नहीं हुए हें और अधिकतम उपभोक्ता इस मामले में परेशान हें कम्पनियां तो उपभोक्ताओं के नम्बर देकर लाखों करोड़ों कमा रहे हें लेकिन उन्होंने ट्राई की शर्तों का उल्न्न्घन कर उपभोक्ताओं का जीना हराम कर दिया हे अब ट्राई की इस चेतावनी के बाद निजी टेलीफोन कम्पनियों पर किया असर पढ़ता हे यह तो वक्त ही बताएगा । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा नगर निगम की लापरवाही से ७० लाख रूपये प्रति माह का घटा

कोटा में नगर निगम की लापरवाही से नगर निगम प्रति माह सत्तर लाख रूपये का घाटा उठाया हे और कोटा कलेक्टर टी रविकांत ने जब इस मामले में नगर निगम कोटा के अधिकारीयों को बुला कर इस मामले में बात की तो निगम के अधिकारी इस मामले में अगल बगल झाँकने लगे , कोटा कलेक्टर ने जब नगर निगम से पूंछा के निजी मोबाइल कम्पनियों के कोटा में कितने टावर लगे हें और इनकी स्वीक्रति हे या नहीं अगर स्वीक्रति हे तो इन टावरों से अब तक कितनी राशी वसूली गयी । कलेक्टर के इस सवाल पर अपनी आमदनी बढ़ाने की बात करने वाली नगर निगम के अधिकारीयों के पास कोई जवाब नहीं था फिर कोटा कलेक्टर टी रविकांत ने निगम के अधिकारीयों को इस मामले में वसूली नियम बताये कलेक्टर ने जब निगम के अधिकारीयों को बताया के कोटा में लगभग १२० टावर लगे हें और इनसे टॉवर लगाने का शुल्क पचास हजार रूपये प्रति टावर लेने का नियम हे जबकि इन टावरों से पांच हजार रूपये प्रतिमाह किराया शुल्क भी निगम लेगा इस बाबत नियम बने हें इस तरह से निगम को करीब सत्तर लाख रूपये प्रतिमाह का नुकसान हो रहा हे जबकि सात करोड़ का अस्थायी आमदनी का नुकसान हुआ हे । ताज्जुब हे के खुद को घाटे में बताने वाली नगर निगम को घाटे से उबरने के लियें कोटा कलेक्टर को पाठ पढ़ाना पढ़ रहा हे और कोटा कलेक्टर टी रविकांत की बदोलत अब निगम को घाटे से उबरने के लियें खूब आमदनी होने वाली हे इसके लियें कोटा कलेक्टर धन्यवाद के पात्र हें । अख्तर कहां अकेला कोटा राजस्थान

कोटा में रणजी ट्राफी क्रिकेट

कोटा में पुरे २४ साल बाद रणजी क्रिकेट ट्रोफी आयोजित की जा रही हे दिसम्बर माह के पहले सप्ताह में कोटा नयापुरा स्टेडियम में होने वाले इस मेच में राजस्थान का मुकाबला त्रिपुरा से होगा । ताज्जुब तो यह हे के कोटा में इस खेले जाने वाले क्रिकेट में कोटा के प्रतिभाशाली क्रिकेटर शामिल नहीं हें आर सी ऐ के अमीन पठान की कोशिशों से कोटा में यह क्रिकेट तो हो रहा हे लेकिन खिलाडी यहाँ आयात करना पढ़ रहे हें । कोटा में पूर्व में इसी स्टेडियम पर इरफ़ान पठान सहित कई क्रिकेटर आये थे भीड़ हुई पुलिस भीड़ को नियंत्रित नहीं कर सकी और फिर अपनी असफलता छुपाने के लियें पुलिस ने राजनितिक दुर्भावना के आधार पर आयोजकों में से पूर्व कोंग्रेस देहात अध्यक्ष कुलदीप श्रीवास्तव सहित कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया अब बताओ केसे यहाँ खेल का वातावरण बेन खेर अभी तो कोटा के लोगों को कोटा में १ से ४ दिसम्बर तक होने वाले इस खेल का इन्तिज़ार हे जिसमें काफी भीड़ आने की संभावना हे और यह खेल तो पूर्व स्वीक्रति लेकर किये जा रहे हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा में वकील और कोंग्रेसी

कोटा के वकील अपनी पूर्व स्वीक्रत मांगों की क्रियान्विति को लेकर आंदोलनरत हे पिछले लम्बे समय से वकील कोटा में राजस्व मंडल की बेंच स्थापित करने , राज्य उपभोक्ता फ़ोरम की सर्किट बेंच स्थापित करने और विलों को एडवोकेट कोलोनी देने की माग को लेकर आन्दोलन कर रहे हें एक मांग हाईकोर्ट बेंच कोटा में स्थापित करने के मामले में मामला आगामी हालातों पर छोड़ कर स्थगित किया गया हे । २७ नोव्म्बर २००९ को एक साल पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृह मंत्री शांति कुमार धारीवाल की उपस्थिति में कोटा के वकीलों से कोटा में इन तीनों मांगों को शीघ्र ही पूरा करने का आश्वासन दिया था और वायदा किया था इस बात पर वकीलों ने मुख्यमंत्री पर विश्वास किया और बाद में खुद विधि मंत्री ने अख़बार में बयान जारी किया लेकिन एक वर्ष गुजर जाने के बाद भी सरकार ने इन मांगों की पूर्ति के लियें जब कोई कदम नहीं उठाये तो वकीलों ने सरकार को याद दिलाने के लियें नियमित पत्र ज्ञापन भेजे फेक्स किये इस मेल किये संदेशे भिजवाये मंत्री से कहा कोंग्रेसियों से प्रार्थना की के मुख्यमंत्री जी ने जो कहा हे उसे पूरा करवाओ सब कान में तेल डाल कर बेठ गये लेकिन जब वकीलों ने चेतावनी रेली निकाली और फिर सरकार को स्वीक्रत मांगे पूरी करने के लियें दस दिन का समय दिया तब बातचीत की गयी जल्दी मुख्यमत्री से मिलाने की बात कही लेकिन फिर व्किओं से वायदा खिलाफी मजबूरी में वकीलों ने स्वीक्रत मांगों को क्रियान्वित करवाने के लियें आन्दोलन किया बस कोंग्रेस के मिर्चियाँ लग गयीं जिस कोंग्रेस के नेताओं को इस वायदा खिलाफी पर शर्म आना चाहिए जिन्हें इस वायदा खिलाफी के लियें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए आज वही कोंग्रेसी वकीलों को पाठ पढाने लगे दो कोडी के ठेकेदार,टेक्स चोर,भू माफिया अपराधिक प्रव्रत्ति के लोग जो दिन भर अदालत में अपराधियों की तरह खड़े रहते हें उन की इस बदतमीजी का जवाब वकीलों ने इस तरह से दिया के कोई भी वकील इन लोगों की किसी भी तरह के मामलों की पेरवी अदालत में नहीं करेगा बस अब कोटा के वकीलों और एक अपराधी किस्म के कथित कोंग्रेसियों में थन गयी हे फ़िलहाल कोटा के व्किओं की हडताल जारी हे मुख्य मंत्री अशोक गहलोत अब तक मागें पूरी क्यूँ नहीं कर पाए कब तक मांगे पूरी होगी इस के लियें कोटा के वकीलों को २ या ७ दिसम्बर का वक्त दिया गया हे देखते हें आगे क्या होता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भारत के मामले में अमेरिका का असली चेहरा

भारत से दो मुहि बात करने वाले अमेरिका की असलियत विकिलीक्स वेबसाईट ने उजागर कर दी हे यह वेबसाईट एक तरह से अमेरिका के असली चेहरे का स्टिंग ओपरेशन हे इससे यह साबित होता हे के अमेरिका कहता क्या हे सोचता क्या हे और करता क्या हे , अभी हाल ही में अमेरिका के विदेश मंत्री और राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत को सयुंक्त राष्ट्र संघ में स्थायी सदस्य का दावेदार मानते हुए इसमें उसकी मदद का आश्वासन दिया था लेकिन इस वेबसाईट में अमेरिका के विदेश मंत्री के इस मामले में आन्तरिक विचार उजागर हुए हें अमेरिका भारत के बारे में भारत की दावेदारी के मामले में क्या सोचता हे इसे खुल कर उजागर किया हे जबकि संयुक्त राष्ट्र संघ में उनके क्या विचार हें यह भी उन्होंने बताये हें अब जब यह उजागर हो ही गया हे तो अमेरिका के खिलाफ पाकिस्तान , भारत , इराक , इरान और तुर्की जेसे देशों को एक जुट होकर इसकी अंदरूनी चलें समझना चाहियें ताज्जु तो इस बात का हे के अमेरिका ने इस आरोपों का खंडन नहीं किया हे क्योंकि यह वेबसाईट एक दम प्रमाणित द्स्तावेस्जों और सुबूतों पर आधारित हे तो दोस्तों यही हे अमेरिका का असली घिनोना चेहरा जिसे सब ने देख लिया लेकिन भारत की सरकार में बेठे पिछलग्गुओं को इसका अभी तक पता नहीं हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पर्दा जो उठा तो

पर्दा जब भी उठा
हर शख्स
मुझे बे लिबास दिखा हे
जुबां पर अपनापन
दिलों में ज़हरीला
खंजर दिखा हे
इलाही
जिन्हें मेने अपना समझा
उनका
बेवफाई का
यह अजीब मंजर
मुझे क्यूँ दिखा हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

प्यार हे

प्यार हे मेरा
जिसे में छुपा कर
नहीं रखता
फिर भी
तुम हो
के नज़र ही नहीं उठाते ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

रिछपाल पारीक राष्ट्रिय पत्रकार संघ की कार्यकारिणी में

कोटा के मुखर समाज सेवी और पत्रकार रिछपाल पारिक कल राष्ट्रीय पत्रकार संघ की कार्यकारिणी के चुनाव में राष्ट्रिय कार्यकारिणी के सदस्य निर्वाचित हुए , राजस्थान पत्रकार संघ जार के प्रदेश पदाधिकारी रिछपाल पारीक कोटा की चिकित्सा सेवा समिति के अध्यक्ष हें यह लीगल ऑथोरिटी के सदस्य और किशोर कल्याण बोर्ड के पूर्व सदस्य हें कोटा प्रेस क्लब में इनकी सदस्यता हे जबकि यह पहले देनिक देश की धरती और और अब जन जाग्रति पक्ष में कार्यरत हें । राजस्थान पत्रकार संघ के राजस्थान में १२०० सदस्य हें जबकि देश में इसके २२००० सदस्य हें । हाल ही में सम्पन्न चुनावों में कोटा के रिछपाल पारिक के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर बंगाल के प्रज्ञा दत्त चोधरी निर्वाचित हुए हें ।
रिछपाल पारीक के आज कोटा पहुंचने पर उनका कोटा के पत्रकारों और जार पत्रकार संघ के पदाधिकारियों ने स्वागत किया कोटा प्रेस क्लब में आज नीरज गुप्ता ,विजय नारायण सक्सेना। प्रशांत सक्सेना मनोहर पारीक जनार्दन गुप्ता प्रताप सिघ तोमर हलिम रेहान हेमलता शर्मा सहित कई लोगों ने उनका स्वागत किया । अख्तर खान अकेला कोटा rajsthan

माता पिता तो नहीं कुत्ता पालते हो

समाज के
नई पीडी के
लोगों
तुम अपने मां बाप को
व्रद्धा आश्रम में क्यूँ छोड़ते हो
उनको छोड़ कर
घरों में कुत्ते क्यूँ पालते हो
मां बाप घर में जो खाते हें
उससे कई गुना अधिक तुम कुत्तों को खिलते हो
माँ बाप बीमार होते हें
तब तो तुम उन्हें
डोक्टर के यहाँ नहीं दिखाते हो
कहते हो दवा के पेसे कहा से आयेंगे
लेकिन
कुत्ते बीमार होते हें
तो डोक्टर को लेजाकर इन्हें दिखाते हो
इनके इलाज के लियें
महंगी महंगी दवाएं लाते हो
बस माँ बाप हे जिन्हें तुम भुलाते हो
इतना तो बता दो
कुत्तों के साथ रहते हो
फिर भी इनसे वफादारी क्यूँ नहीं सीखते हो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा में किसानों के लियें खाद का संकट

कोटा सम्भाग में किसानों के लियें खाद कालाबाजारियों ने क्रत्रिम खाद का संकट पैदा कर दिया हे और कंट्रोल ऑर्डर लागु होने पर भी खाद की कालाबाजारी कर किसानों को परेशान किया जा रहा हे । कोटा में एक तरफ तो चम्बल के चलते सिंचित एरिया होने से यहाँ किसानों को अच्छी उपज के लिए खाद और बिज की जरूरत पडती हे और इस समय खाद और बीज व्यापारी घटिया मिलावटी खाद तय्यार कर किसानों को देते हें साथ ही कंट्रोल ऑर्डर होने पर भी खाद का अवेध स्टोक कर खुलेआम खाद बेचते हें और इस कारण से किसानों में खाद की आवश्यक खरीद को लेकर त्राही त्राही रहती हे । कोटा में हाल के माह में करीब २२ हजार तन खाद की आवश्यकता हे लेकिन खाद नहीं होने से यहाँ लम्बी लम्बी कतारों में लगने के बाद जब किसान निराश और हताश लोटता हे तो उसके पास सरकार के खिलाफ आन्दोलन के अलावा और कोई दुसरा रास्ता नहीं रहता हे नतीजन अराजकता की स्थिति हो जाती हे अगर कोटा में प्रशासन वक्त से पहले ही इस हालात को सम्भाल ले तो एक बड़े अनावश्यक आन्दोलन से बचा जा सकता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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