आपका-अख्तर खान

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08 दिसंबर 2010

पेट्रोल के दाम फिर आसमान पर

महंगाई और भ्रस्ताचार से जूझ रहे हमारे भारत देश में फिर से महंगाई बढाने की तय्यरियाँ ज़ोरों पर हें इस खबर से सटोरिये मुनाफाखोर और जमाखोरों की चढ़ बनी हे , देश में इन दिनों महंगाई चरम सीमा पर हे सरकार ने इस महंगाई को नियंत्रित करने के मामले में कोई कदम नहीं उठाया हे उलटे महंगाई केसे बढ़े इसके जतन किये जा रहे हें अभी हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में पेट्रोल डीजल के मूल्य व्रद्धी की अफवाह फेलाई गयी हे जिससे देश की पेट्रोल कम्पनियां उत्साहित हें और निकट भविष्य मने सरकार के आशिरेवाद से पेट्रोल डीजल में कम से कम दो रूपये प्रति लीटर के भाव की बढ़ोत्तरी किया जाना प्रस्तावित हे बात साफ हे जब पेट्रोल डीजल बढ़ेगा तो भाडा और दुसरे खर्चे बढ़ेंगे जिसे संतुलित करने के लियें बाज़ार में कीमतों की व्रद्धी तो जरूरी हो हो जायेगी और फिर सरकार जमाखोरों ,मुनाफाखोरों की बल्ले बल्ले हे लेकिन जनता बेचारी का क्या वोह तो पिसती रहेगी अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आतंकवादी बम

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निरंतर बढ़ रहे खतरे में अब चलते फिरते मानव बमों का स्वरूप बदलने की कोशिशें कामयाब हो गयी हें इससे अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आंतकवाद का और खतरा बन गया हे । अल कायदा के एक चिकित्सक का कहना हे के अब आतंकवादियों के शरीर में ओपरेशन से बम फिट किया जा रहे हें ताकि तलाशी के बाद पकड़े जाने के झंझट से मुक्ति मिल सके अब जो खुसूसी आतंकवादी हें वोह या तो जिंदा नहीं पकड़े जा सकेंगे और अगर पकड़े भी गये तो वक्त रहते यह आतंकवादी सुरक्षा कर्मियों या जेल को ही अपने आत्मघाती हमले में उड़ा सकती हे । हमारे भारत देश के लियें ही नहीं बलके विश्व के लियें यह एक खतरनाक साज़िश हे इसे काबू में करने के लियें कोई नियन्त्रण या डिफ्यूज बम प्रणाली विकसित करना होगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

उनकी याद भी खूब तडपाती हे

उनकी
याद भी
कमबख्त
अजीब हे
आ तो रोज़ जाती हे
बस फिर कमबख्त
बहुत कोशिशों के
बाद भी नहीं जाती हे
रात की करवटें हों
चाहे हो दिन की उदासी
या हो हर वक्त की बेचेनी
कमबख्त
याद हे
उनकी
इसलियें
मिलन की आस
तडपाती हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा में नये आई जी दिनकर की नई घोषणाएं

कोटा पुलिस रेंज के नये आई जी दलपत सिंह दिनकर ने कल विधिवत अपना कार्यभार सम्भाल लिया हे , वेसे तो दिनकर जी कोटा रेंज से पूर्व परिचित हें यहाँ वोह डी ई जी और बूंदी जिले के पुलिस अधीक्षक रह चुके हें लेकिन अब कोटा रेंज के अपराध अपराध नियन्त्रण और मुखबिर व्यवस्था में काफी बदलाव हुआ हे गृह मंत्री कोटा के हें इसलियें कार्यकर्ताओं और जनता के बीच एक न्य संवाद स्थापित करने की आवश्यकता हे , राजथान में न्य [उलिस नियम अधिनियम आ गया हे उसके विशिष्ट प्रावधानों से पुलिस पाबन्द हे , कोटा में चेन तोड़ने और चोरी की घटनाए आम हें यहाँ पुलिस के पास लोगों को घर से उठा कर लाने और डकेती की योजना बनाने के मुकदमे बना कर संदिग्ध लोगों को जेल में डालने की कार्यवाही आम बात हो गयी हे जनता आई जी तक शिकायत लेकर पहुंचे इस के लियें जरूरी हे के जनता की सुनवाई नियमित और गुप्त तरीके से हो आई जी खुद जनता के साथ जुड़े तब कहीं वोह सफल हो सकेंगे और अपराध नियंत्रित हो सकेंगे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा एरोड्रम चोराहे के नाम पर करोड़ों का गेम

दोस्तों कोटा में बेस्ट ब्लोगर जनाब ललित जी शर्मा जब आये और में मेरे एक साथी दिनेश राय जी द्विवेदी जी ललित जी को लेकर कोटा शहर के भ्रमण पर ले जा रहे थे तब यहाँ एरोड्रम चोराहे पर चार खम्बे और हाथी देख कर ललित जी ने पूंछ ही लिया के यह कोनसा चोराहा हे , इस चोराहे के बारे में कोई पूंछे और कोटा के फिजुलखर्ची और सियासत का खेल किसी को नहीं बताया जाए ऐसा तो हो हीं नहीं सकता बस में ललित जी को इस चोराहे की बदनसीबी बताने लेगा लेकिन जनाब कोटा के इस एरोड्रम की कहानी करोड़ दो करोड़ की फ़िज़ूल खर्चे पर खत्म नहीं हुई हे अब नये सिरे से फिर आठ करोड़ रूपये इसी चोराहे के नाम पर बर्बाद होंगे और इस बार फिर पहला करोड़ों रूपये से किया गया निर्माण कार्य तोड़ा जायेगा फिर आठ करोड़ रूपये की लागत से इण्डिया मेरिज चोराहा बनाया जाएगा तो जनाब इस चोराहे की बर्बादी ,बदनसीबी और फिजुलखर्ची की सियासत की कहानी आपके सामने भी पेश हे क्या कहीं ऐसा भी हो सकता हे ।
जनाब कोटा के राष्ट्रिय राजमार्ग के बीच शहरी रास्ते में स्थित इस चोराहे की एक सडक उद्योग नगर तो दूसरी चम्बल गार्डन जाती हे तो एक सडक बस स्टेंड और स्टेशन से आकर राष्ट्रीय राज मार्ग जयपुर जबलपुर की तरफ झालावाड के रास्ते से जाती हे । यह चोराहा पहले तोपों से सजा संवरा था लोग इसे खुबसुरत चोराहा मानते थे इस चोराहे की सुन्दरता बढ़ाने के नाम पर भाजपा सरकार ने पहले करोड़ों रूपये खर्च किये , फिर वापस इसी भाजपा सरकार ने १७ साल पहले इस पुरे चोराहे को तोड़ा और इस चोराहे पर भाजपा का चुनाव चिन्ह जो देश का राष्ट्रिय फुल कमल भी हे कमल का फुल बना कर लगवाया इस नये सोंदर्य करन में सरकार के फिर करोड़ो रूपये खर्च हुए , इस चोराहे सोंदर्य करन के कुछ दिनों बाद ही कोंग्रेस की सरकार आई कोंग्रेस की सरकार के प्रतिनिधियों ने कहा के भाजपा ने चोराहे पर भाजपा का चुनाव चिन्ह लगा दिया हे इसलियें इसे हटाया जाएगा और बस फिर इस चोराहे की शक्ल बदलने के लियें करोड़ों रूपये खर्च हुए और गरुड की बढ़ी प्रतिमा लगा दी गयी गरुड की चोंच उद्ध्योग नगर की तरफ थी जब कुछ दिनों बाद जे के सहित कुछ और उद्योगों पर संकट आया और उद्योग बंद होने लगे तो कोंग्रेस की एक महिला विधायक को एक पंडित वास्तुशास्त्र वाले ने कह दिया के इधर गरुड गिद्ध की कुद्र्स्ती हे इसियें उद्योगों पर मंदी और तबाही हे बाद मुख्यमंत्री जी तक पहुंचाई गयी और काफी विवादों के बाद गरुड की मूर्ति हटाई गयी और नया चोराहा फिर से करोड़ों रूपये खर्च कर कोंग्रेस सरकार में बनाया गया इस चोराहे में फव्वारे थे तो चार महंगे खम्बे खड़े कर उन पर हाथी लगाये गये हें बस यहं से फिर विवाद शुरू हो गया लोगों ने कहना शुरू कर दिया के कोंग्रेस बहुजन समाज पार्टी की प्रचारक हे और इसीलियें इस चोराहे पर बहुजन समाज पार्टी का चुनाव चिन्ह हाथी लगाये गये हें और वोह भी एक नहीं दो नहीं पुरे चार हाथी लगाये गये हें , कोंग्रेस सरकार इन हाथियों को हटाने की सोचती के इनकी सरकार ही चली गयी अब फिर से राजस्थान में कोंग्रेस की सरकार हे और इस व्यस्तम चोराहे को फिर से नई शक्ल देने के नाम पर तोड़ा जायेगा और करीब अथ करोड़ रूपये की लागत से इस चोराहे पर अब किसी की मूर्ति नहीं बलके इण्डिया मेरिज के नाम से हिन्दुस्तानी दुल्हा दुल्हन की मुर्तिया और विवाह के तोर तरीके करते हुए मुर्तिया लगाई जाएँगी जिस के निर्माण में ४ वर्ष लगेंगे इस सभी निर्माण में एक खास बात यह हे के इस चोराहे से कोंग्रेस सरकार और एक अभियंता गोलछा का हमेसा रहा हे यह चोराहा बना जब अभियंता गोलचा सहायक अभियंता थे फिर दूसरी बार चोराहा बना तो अधिशासी अभियंता बने फिर तीसरी बार अधिक्ष्ण अभियंता बने और अब जब मुख्य अभियंता बन रहे हें तो फिर तो इस चोराहे में चार चाँद के नाम पर फ़िज़ूल खर्ची होना ही हे तो जनाब इस चोराहे का हाल देखिये छोटा सा चोराहा और इसने दो दशक में कितनी तोड़ फर कितना भ्रस्ताचार और कितनी सियासत देखी हे अब तो यह चोराहा खुद अपनी हालत पर आंसू बहाने लगा हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

देश में मानवाधिकार असमंजस

हमारे देश में अंतर्राष्ट्रीय संधि के बाद वर्ष १९९३ में राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून बना कर मानवाधिकार आयोग का गठन किया गया फिर राज्यों में मानवाधिकार गठित किये गये लेकिन मानवाधिकार मामले आज भी जस के तस बढ़ रहे हें और हात यह हें के कानून में प्रथक से मानवाधिकार न्यायालयों के खोलने के स्पष्ट प्रावधान होने के बाद और इन न्यायालयों में मानवाधिकार सरकरी वकीलों की आवश्यक नियुक्ति के प्राव्धना होने के बाद भी कार्यवाही नहीं की गयी हे कल्पना कीजिये देश में ऐसा आयोग जिसके अध्यक्ष सुर्पिम कोर्ट के सेवानिव्रत्त न्यायधीश होते हें और अरबो रूपये इस आयोग पर खर्च होते हें कानून १७ वर्ष पहले बना दिया गया और आज तक भी इस कानून की पालना केंद्र सरकार करने में अक्षम रही हे । यह स्थिति तो इन हालात में हे जब भाजपा और कोंग्रेस ने राष्ट्रिय और राज्य स्तर पर मानवाधिकार प्र्कोष्टों का गठन कर इन पदों पर रिटायर्ड जजों को ही नियुक्त किया हे । राजस्थान में हाल ही में जस्टिस इसरानी जो राजस्थान कोंग्रेस के मानवाधिकार प्रकोष्ट के प्रदेश अध्यक्ष हें उनकी कोटा यात्रा के दोरान एक कार्यक्रम रखा गया जिसमे भी मानवाधिकार न्यायालय खोलने की बात उठाई गयी अब आप सोच लें के देश में १७ वर्ष पूर्व बना मावाधिकार कानून आब तक लागू नहीं किया जा सका हे तो जनाब यह केसा मानवाधिकार हे इस देश में । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हिरासत में म़ोत अब गम्भीर मामला

पुलिस या न्यायिक हिरासत में अब किसी की भी म़ोत को गम्भीरता से लिया जाएगा और आरोपी को फंसी की सजा तक देने के प्रावधान रखा जाना प्रस्तावित किया गया हे , अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकार सन्धी के बाद वर्ष १९९२ में भारत ने यातना विरोधी मसोदे पर हताक्षर किये थे जिसे देश में उसी वक्त लागू करना था जिसे आज तक लागु नहीं किया गया था लेकिन अंतर्राष्ट्रीय दबाव के चलते भारत को इस यातना विरोधी सन्धी पर हताक्षर करने के वचन को निभाने के लियें देश में एक विधेयक तय्यार करवाना पढ़ा जिसमे यातना और यातना के बाद पुलिस हिरासत या किसी भी हिरासत में म़ोत के बाद दोषी के साथ क्या सुलूक किया जाये और पीड़ित के परिजनों को क्या लाभ फुन्हाया जाये इस पर मसोदा तय्यार हुआ हे जिसमें पीड़ित के परिजनों को कमसेकम एक लाख रूपये दिए जाने का प्रावधान और दोषी व्यक्ति को म्रत्यु दंड तक की सजा का प्रावधान प्रस्तावित किया गया हे । अभी यह विधेयक संसदीय समिति ने अंतिम रूप से पारित करने के लियें सहमती दे दी हे लेकिन यह विधेयक कब पेश होता हे कब पारित होता हे कब इस पर कानून बनता हे और कब लोगों को राहत मिलती हे यह सब अभी इस देश के लियें प्रतीक्षा का विषय हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा में हवाई सेवा का इन्तिज़ार

राजस्थान की सबसे बढ़ी ओद्योगिक और शेक्षणिक नगरी कोटा जहां सभी तरह की सुविधाएं हें और हवाई जहाज़ से आने वाली सेकड़ों सवारियां हें लेकिन कोटा में हवाई सेवा नहीं हे , यहाँ माधव राव सिंधिया के कार्यकाल में हवाई सेवा शुरू की गयी थी लेकिन बाद में फिर से बंद कर दी गयी अब कोटा में एयर पोर्ट हे कर्मचारी हें निजी और एयरपोर्ट पर आते एयरपोर्ट पर आते जाते हें लेकिन सरकार हे के यहाँ इस हवाय अड्डे पर निजी और सरकारी उड़ानों की अनुमति नहीं दे रही हे कोटा से दिल्ली , जयपुर और मुंबई सहित अन्य जगह के लियें आने जाने वालों की काफी लम्बी कतार हे लेकिन फिर भी सरकार कोटा में सभ साधन उपलब्ध होने के बाद भी वायु सेवा चालू नहीं करना चाहती बस कोटा के व्यापारी अब कोटा में वायु सेवा शुरू करवाने को लेकर एक जुट हो गये हें यहाँ जब भाजपा और कोंग्रेस इस मामले में असफल हो गयी हे तो गेर राजनितिक मंच याने व्यापर महासंघ की तरफ से कोटा में हवाई सेवा चालू करने का निर्णय किया आज्ञा हे इस मामले में कोंग्रेस के कोटा से निर्वाचित सांसद इजय्राज सिंह ने भी मदद का आश्वासन दिया हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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