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23 दिसंबर 2010

कोटा के वकीलों के साथ सरकार का एक और धोखा

कोटा के आंदोलनरत वकीलों की आपसी फुट के चलते सरकार के होसले बुलं हो गये हें और सरकार ने कोटा में आज २४ दिसम्बर राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर खोली जाने वाली राज्य उपभोक्ता फ़ोरम की सर्किट बेंच का कार्यक्रम रद्द कर दिया हे वकील इससे और भडक गये हें ।
कोटा के वकील पिछले कई वर्षों से आन्दोलन कर रहे हें और इस आन्दोलन में वरदा के दोरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने २७ नोव्म्बर २००९ को कोटा में राजस्व मंडल की डबल बेंच स्थापित करने , कोटा के वकीलों को प्लाट देने , कोटा में उपभोक्ता फ़ोरम की सर्किट बेंच स्थापित करने का वायदा किया था किन्तु एक वर्ष का समय गुजरने पर भी जब मुख्यमंत्री ने वायदा पूरा नहीं किया तो वकील सडकों पर आ गये वकीलों की उग्रता देख कर सरकार ने आनन फानन में कोटा में राज्य उपभोक्ता सर्किट बेंच खोलने के निर्देश जारी किये और खुद सरकार के प्रवक्ता ने मिडिया से सम्पर्क कर बयान जारी किये के २४ दिसम्बर को कोटा में हर हाल में बेंच खोलने की घोषणा की गयी लेकिन पिछले दिनों कोटा के वकीलों में सरकार कोंग्रेस और भाजपा के नाम पर फुट डलवाने में कामयाब हो गयी और बस वकीलों की ताकत कम देख कर सरकार के होसले बुलंद हुए २२ दिसम्बर को सरकारी बयान आया के मंत्री शांति धारीवाल कोटा नहीं आ पायेंगे इसलियें सादे समारोह में कोटा में सर्किट बेंच की स्थापना होगी राज्य उपभोक्ता बेंच के चेयरमेन जस्टिस अशोक परिहार भी इस आयोजन में रहेंगे लेकिन आज अचानक सरकार ने इस कार्यक्रम को गुर्जर आन्दोलन का बहाना बना कर स्थगित कर दिया हे दर असल सरकार अब यह आयोजन राजनीती से प्रेरित होकर कर रही हे और अब जनवरी में नई कार्यकारिणी के समक्ष यह आयोजन होगा लेकिन सरकार ने एक बार फिर कोटा के वकीलों को अंगूठा दिखा दिया हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

गुर्जरों का सरकार पर दबाव जारी

राजस्थान में आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलनरत गुर्जर सरकार से अपना दबाव कम नहीं करना चाह रहे हें सरकार ने गुर्जरों को एक प्रतिशत आरक्षण जारी रखने और ४ प्रतिशत नियुक्तिया आरक्षित रखने का आश्वासन दिया हे लेकिन गुर्जर ऐसी किसी भी वार्ता को तय्यार नहीं हें , गुर्जरों ने कल विभिन्न स्थानों पर दूध की बिक्री रोक कर सडकों पर दूध बहा दिया अब गुर्जर उनकी मांगे पूरी नहीं होने पर राजस्थान भर और देश भर में दूध की सप्लाई बंद कर दें का एलान कर रहे हें , गुर्जरों ने अपनी मांगों के समर्थने में आज गुर्जर बाहुल्य जिले दोसा और अजमेर को बंद करने का आह्वान किया हे ।
कोटा सहित सभी जिलों में गुर्जर नेता लामबंद होने लगे हें और सभी इलाकों में घूम घूम कर अपनी मनागों के समर्थन में आन्दोलन का माहोल बना रहे हें यह लोग कभी कभी उग्रता दिखा कर राष्ट्रीय राजमार्गों को जाम भी कर रहे हें फिलहाल तो गुर्जर सिर्फ ट्रेक पर हे लेकिन सरकार ट्रेक पर नहीं आ रही हे और कोई कारगर हल नहीं निकाल पा रही हे वेसे सरकार ने इस समस्या के समाधान के लियें राजस्थान के तीन मंत्रियों की कमेटी बनाई हे और उन्हें गुर्जर समस्या और इसके समाधान के लियें चिन्तन मंथन के लियें अधिक्रत किया हे लेकिन २४ घंटे गुजरने पर भी वोह प्रस्तावित दोसा और अजमेर बंद का आह्वान वापस नहीं लिवा सके हें जबकि अजमेर में राजेश पायलेट कोंग्रेस के सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बुढापे में चढ़ी जवानी

दोस्तों कहते हें के ऊमर के किसी भी पढाव पर जिस्म चाहे बुढा हो जाए लेकिन दिल हे के हमेशां जवान ही रहता हे और प्यार , दिल्लगी की कोई ऊमर नहीं होती हे ऐसा ही एक सच कोटा में देखने को मिला ८५ साल के मदनमोहन शर्मा कोटा पाटनपोल सतही मथुराधीश के मन्दिर पर दर्शन के लियें जाते थे वहां उनकी मुलाक़ात एक ६५ साल की महिला से हो गयी दोनों की रोज़ बातचीत ने दोनों का अकेला पन दूर किया और एक दुसरे को एक दुसरे के इतना नजदीक कर दिया के दोनों ने इस ऊमर के पढाव पर एक दूजे के लियें एक दूजे के साथ रहने की कसमें खा लीं , मदनमोहन जी कहने को तो ८५ सक जे हें लेकिन पुलिस के सेवानिव्र्ट अधिकारी हे इसलियें उन्होंने अपनी प्रेमिका का हाथ थमा और क्लेत्रेट ले जाकर विशेष विवाह अधिनियम के प्रावधानों के तहत विवाह रचने का आवेदन पेश किया अब जब मिडिया को पता चला तो वोह कहाँ चुप होने वाला था पहुंच गया उनकी निजी जिंदगी में दखल देने के लियें किसी ने कहा के प्यार मोहब्बत से इसका कोई सम्बन्ध नहीं महिला को सेवानिव्रत्त पुलिस अधिकारी की पेंशन दिलवाने के लियें यह प्रपंच रचा गया हे लेकिन मामला कुछ भी हो फ़िलहाल तो दिल का ही मामला लग रहा हे और दोनों व्र्द्धाश्र्म के जिस पढ़ाव पर जब उन्हें राम राम की लो लगने वाली थी तब विधि अनुसार समाज के सारे कायदे कानून ताक में रख कर दिल की आवाज़ सुन कर दिल का मामला हे की तर्ज़ पर समाज के सामने आ गये हें इश्वर उनके इस प्यार की मान मर्यादा कायम रखे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

दो दिन का शिक्षक दिवस नतीजा जीरो रहा

राजस्थान में शिक्षकों के सन्गठन राज्य में शिक्षा के व्यवस्था पर चिन्तन और मंथन के लियें दो दिन का वार्षिक अधिवेशन करते हें और इस अधिवेशन को सरकार ने मान्यता देकर इस के आयोजन समय मने दो दिन का सरकारी अवकाश भी घोषित किया हे यानि जब शिक्षक अधिवेशन होता हे तो शिक्षकों और बच्चों की स्कुल की छुट्टी होती हे और स्कुल बंद रहते हें , कोटा शिर सारे राजस्थान में शिक्षकों ने अधिवेशन का आयोजन किया अलग अलग राजनीती से प्रेरित संगठनों ने अपनी अपनी ढपली अपना अपना राग अलापा लेकिन राज्य में शिक्षकों का सम्मान केसे अर्जित किया जाये और साक्षरता का स्तर केसे बढ़ाया जाए इस मामले में किसी भी शिक्षक ने चर्चा नहीं की तबादले ,शिक्षकों की डियूटी के मामले में तो चर्चा हुई लेकिन शिक्षा मामले में कोई चर्चा नहीं हुई राजस्थान में सरकारी स्कुलो से भी अधिक संख्या में निजी स्कुल हें और सरकारी शिक्षकों से अधिक संख्या में निजी स्कूलों के अध्यापक हें लेकिन शिक्षक दिवस का लाभ इन स्कूलों और शिक्षकों को नहीं मिलता हे फिर शिक्षा मामले में इस दोहरे मापदंडों से शिक्षक दुखी हे निजी और सरकारी शिक्षक अलग अलग खेमे में बटे हें इन लोगों को बच्चों की पढाई से कोई मतलब नहीं बस खुद की सुख सुविधाओं और ट्रांसफर से ही उन्हें मजे आ रहे हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ऍन डी तिवारी और डी ऍन ऐ टेस्ट

कोंग्रेस के कभी वरिष्ठ नेता रहे नारायण दत्त तिवारी इन दिनों अपने पूर्व प्रेम जाल के कारण परेशान हें वी तो उनके खिलाफ खुद उनकी पार्टी के ही लोग लगे हें क्योंके वोह कुछ साला पहेल सोनिया गाँधी को विदेशी कहकर कोंग्रेस से अलग हो गये थे और तिवारी कोंग्रेस का गठन किया था फिर वोह माफ़ी मांग कर वापस कोंग्रेस में आ गये और कोंग्रेस ने तिवारी को राज्यपा के ओहदे से नवाज़ा बस वहीं से तिवारी का बुरा वक्त शुरू हुआ , तिवारी के एक कथित बेटे रोहित ने दावा किया हे के ऍन डी तिवारी उनके पिता हे और रोहित की मां उज्ज्वल जो कोंग्रेसी कार्यकर्ता थीं उनसे इनके ताल्लुकात थे , अब रोहित ने हाईकोर्ट में इसे सही साबित करने के लियें तिवारी के डी ऍन ऐ टेस्ट की दरख्वास्त लगाई जो मंजूर भी कर ली गयी , हाईकोर्ट ने तिवारी को डी ऍन ऐ टेस्ट के आदेश दिए हें वेसे पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ऐसे टेस्ट जो किसी व्यक्ति की स्वतन्त्रता का हनन करते हों उसके लियें इंकार कर चुका हे लेकिन हाईकोर्ट का आदेश हे इसलियें मानना तो होगा ही या फिर सुप्रीम कोर्ट में इस आदेश की अपील करना होगी सच किया हे यह तो पता नहीं लेकिन हर नाजायज़ ओलाद की मां अपने बेटे को सबूतों सहित अगर सफेद पोश बापों का नाम बताने लगे और फिर ऐसे बच्चे बढ़े होने के बाद इस लड़ाई को लढे तो देश में जारता और हरामखोरी अय्याशी पर रोक लग सकेगी क्योंकि डी ऍन ऐ टेस्ट ऐसे सभी बापों की पोल खोल कर रख देगा देखते हें तिवारी जी के साथ क्या होता हे लेकिन दुसरे नेता जो महिला कार्यकर्ताओं को उपभोग की वस्तू मानकर मज़े करते हें उनकी तो अभी रातों की नींद हराम हो गयी होगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा सहित आई टी आई सन्स्थानों पर छापे

राजस्थान में कोटा सहित करीब तीस से भी अधिक ऐसे संस्थान हें जो छात्रों से मनमानी राशि वसूल कर उन्हें घर बेठे ही आई टी आई की डिग्री देने का काम कर रहे हें , जोधपुर निदेशालय और भ्रस्ताचार निरोधक ब्यूरों ने कल राजस्थान भर के तीस से भी अधिक आई टी आई संस्थानों में जाकर अचानक छापामार कार्यवाही की और उनके दस्तावेज जब्त किये कोटा के दो और बाहर के २८ ऐसे संस्थान पकड़ में ए हें जहाँ छात्र कभी पढने नहीं आया और केवल उसके दस्तावेज रख कर ही उसे डिग्री दी जाने का काम चल रहा था भ्रस्ताचार निरोधक ब्यूरों ने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए मामले भी दर्ज किये हें , अह्दिकारिक जानकारी के अनुसार विभाग ने इस मामले में निदेशालय के अधिकारीयों को भी सांठ गांठ में शामिल माना हे , वी तो पकड़े गये संसथान बड़े मगर मच्छ हें जिनकी राजनितिक पहुंच हे लेकिन देखते हें के शिक्षा के इन दलालों का कानून और सरकार क्या हाल करती हे फिलहाल तो किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आज राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर बधाई

दोस्तों आज
राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस हे
आज के दिन देश के सभी
उपभोक्ताओं को बधाई
खुदा,भगवान ,इश्वर से एक ही दुआ हे
के इश्वर मिलावट खोरों , मुनाफाखोरों ,
नकली सामान बेचने वालों , ठगों ,
कम तोलने और अधिक कीमतें वसूलने वालों से
देश की जनता और देश के उपभोक्ताओं को बचाए
और केंद्र राज्य सरकारें इसके लियें
सभी दोषी लोगों के खिलाफ
कार्यवाही कर
मूल्यों का नियन्त्रण करे गुणवत्ता वाला सामान बाज़ार में बिके
इस को सुनिश्चित करे
एक बार फिर यह सब दुआएं पूरी हों
इसी कामना के साथ
अप सभी को
राष्ट्रिय उपभोक्ता दिवस पर
हार्दिक बधाई , मुबारकबाद ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

प्रेस क्लब कोटा की बैठक में कई निर्णय

प्रेस क्लब कोटा की कार्यकारिणी की आज निर्वाचन के बाद पहली बैठक आयोजित की गयी , अध्यक्ष धीरज गुप्ता और महासचिव हरिमोहन शर्मा के अलावा बैठक में कोषाध्यक्ष मॉल सिंह शेखावत, पवन परिक , अख्तर खान अकेला,गिरीश गुप्ता ,चन्द्र प्रकाश शर्मा , नीरज गुप्ता , प्रद्युम्न शर्मा सहित कई लोग इस बैठक में उपस्थित थे । बैठक में कोटा प्रेस क्लब की आमदनी बढ़ाने के लियें एक सोविनियार निकालने का निर्णय लिया गया , साथ ही भवन का किराया बढ़ाने और इसे आकर्षित करने के लियें माइक वगेरा लगा कर नई कुर्सियों से इसे सुसज्जित करने का निर्णय लिया गया बैठक में क्लब के सदस्यों को क्रिकेट के मैदान में उतारने और पत्रकारिता के विभिन्न विषयों पर कार्यशाला आयोजित करवाने का निर्णय लिया गया जबकि बैठक में शीघ्र ही प्रेस फोटोग्राफी की प्रतियोगिता के आयोजन करने का भी निर्णय लिया गया , कोटा प्रेस क्लब यूँ तो वर्ष १९७६ में स्थापित हुआ था लेकिन भूमि आवंटन के बाद रश १९९० में भवन बनाया गया और हाल ही में वर्ष २०१० में प्रेस क्लब भवन के उपर एक भवन और बनाया गया हे अभी य्हना लाइब्रेरी बनाये जाने की योजना अंतिम चरणों में चल रही हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राष्ट्रिय उपभोक्ता दिवस जनता के साथ ठगी ही ठगी

दोस्तों कल २४ दिसम्बर को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस हे राष्ट्रिय उपभोक्ता दिवस याने जनता द्वारा किसी भी खरीद मामले में कीमत से लेकर तोल और गुणवत्ता तक की गारंटी का कानून , बस कल इसी कानून का जनता के सामने सरकार
बखान करेगी कल इस दिवस को मनाने के नाम पर केंद्र और राज्य सरकारे देश के अरबों रूपये विज्ञापन और समारोह में खर्च कर देंगे लेकिन फिर भी जनता को अंगूठे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा । देश में जनता को किसी भी वस्तु की खरीद के वक्त उपभोक्ता माना गया हे और उपभोक्ता के अधिकार में उचित कीमत वसूलना , वस्तु समय पर उपलब्ध कराना , सही और गुणवत्ता वाली वस्तु बेचना और तोल में कोई सामान कम नहीं देना शामिल हे जबकि रूपये लेकर किसी भी प्रकार की सेवा में कोई दोष नहीं रहे इस मामले में भी उपभोक्ता को अधिकार दिए गये हें , हमारे देश में उपभोक्ता कानून बनाया गया हे और इस कानून के तहत राष्ट्रीय स्तर पर एक उपभोक्ता परिषद बनेगी फिर राज्य स्तर पर एक उपभोक्ता परिषद बनेगी फिर जिला स्तर पर एक उपभोक्ता परिषद बनेगी यह आवश्यक प्रावधान इस कानून में रखे गये हें लेकिन देश में राज्यों में या जिले में कहां यह परिषदें हें यह परिषदें कहां उपभोक्ता को लाभ पहुंच रही हे किसी को पता नहीं हें यहाँ तक के उपभोक्ता मामलों में राजस्थान में रसद निरीक्षकों को जनता की तरफ से मुकदमें दायर करने के अधिकार दिए हें लेकिन आज तक एक भी अधिकारी ने किसी भी व्यापारियो के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं किया हे पेट्रोल गेस में मिलावट सेवाओं में दोष स्कुल,ट्यूशन में मनमानी सेवाओं मने दोष । खाने पीने की वस्तुओं में मिलावट और तोल में कम बेचना आम बात हे सभी तरह के नकली सामानों की बिक्री धडल्ले से चल रही हे हालत यह हें के देश में इन दिनों आवश्यक वस्तुएं सब्जी,प्याज और दूसरी चीजों के दाम बढ़े हुए हें यह सब उपभोक्ताओं से सम्बंधित हें और सरकार को या आफिर सरकार द्वारा नियुक्त उपभोक्ता परिषदों को इसकी समीक्षा और इन मामलों में कार्यवाही करना चाहिए लेकिन सरकार हे के कानून तो बना दिया लेकिन पालना नहीं की और उपभोक्ता दिवस के नाम पर करोड़ों अरबों के विज्ञापन और दिखावटी कार्यक्रम खूब किये जाते हें उपभोलता परिषदों या रसद निरीक्षकों द्वारा जनता और उपभोक्ताओं के लियें उन्हें न्याय दिलवाने के लियें कोई भी कार्यवाही नहीं की गयी हे ऐसे में तो बस यही कहा जाएगा के राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस बस राम राम सत्य हो गया हे और जनता उपभोक्ता ठगे से बेठे हें जबकि व्यापारी और उत्पादक सेवा प्रदाता मजे कर रहे हें कहने को कहते हें के एक सादे कागज़ पर उपभोक्ता फ़ोरम में शिकायत कर दो न्याय मिल जाएगा लेकिन व्यवहार में वहां शूल लिया जा रहा हे ५० नियम लागु कलिए गये हें एक परिवाद में कमसेकम ३०० रूपये का खर्च हे तो छोटे मोटे मामले तो पेश ही नहीं होते और जो पेश होते हे उनका क्या हश्र होता हे हम जानते हें सरकार ने इसके लियें विधिक न्यायिक प्राधिकरण और विधिक शःयता समिति बनाई हे लेकिन वहां से लोगों को मदद नहीं मिलती हे वकील जिन्हें सनद इस शर्त पर मिलती हे के वोह कुछ प्रतिशत मामले जनहित के लड़ेंगे लेकिन वोह ऐसा नहीं करते हे अब जनता इस उपभोक्ता दिवस का क्या अचार डालेगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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