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03 जनवरी 2011

बोफोर्स का भूत पीछा नहीं छोड़ता

कोंग्रेस और कोंग्रेस की मुखिया सोनिया का देश में बोफोर्स दलाली का भूत पीछा नहीं छोड़ता हे य्हना कोंग्रेस के शासन में आने के बाद सी बी आई ने सभी आरोपियों को क्लीन चिट दे दी थी विन चड्डा और क्वात्रोची को भी बेगुनाह करार देते हुए फ़ाइल बंद कर दी गयी थी कोंग्रेस के शासन में बढ़ा दूरसंचार घोटाला आया और पिछले घोटालों को सब भूल गये थे लेकिन इन दिनों वित्त मंत्रालय की बेवकूफी के चलते आयकर ट्राइब्यूनल ने एके मामले की सुनवाई के दोरान घोषणा की हे के बोफोर्स मामले में ४१ करोड़ रूपये की दलाली ली गयी थी जिसकी आमदनी भारत में होने से इस राशी पर विन चड्डा के स्वर्गवास के बाद उनके परिजन और क्वात्रोची से लिया जाना हे ।
आयकर ट्रिब्यूनल पूरी तरह से वित्त मंत्री के अधीनस्थ आता हे और वित्त मंत्री की इन दिनों प्रधानमन्त्री तक से नहीं बन रही हे वोह राहुल भक्त तो हें लेकिन किसी ना किसी तरह से वोह देश की सत्ता हथियाने के लियें बेताब भी नजर आते हें वित्तमंत्री मुखर्जी बंगाल छोड़ कर पुरे देश के प्रधानमन्त्री बनने का सपना देख रहे हें और उनका यह सपना जब राहुल और सोनियां ने चकना चूर कर दिया तो शायद बोफोर्स का यह जिन उनके इशारे पर ही निकाला गया लगता हे खेर भाजपा को तो इस मुद्दे के बाद ऑक्सीजन मिल गयी हे और अब देखते हे के राजनीती किस मोड़ पर जाती हे पहले ही संचार घोटाले मामले में कोंग्रेस जे पीसी का गठन नहीं करने की जिद पर अढी हुई हे इस कारण संसद में गतिरोध जारी हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान में सर्दी के डर से स्कूलों में छुट्टी

राजस्थान में पहली बार सर्दी की ठिठुरन से लोग अस्त व्यस्त हुए हें और स्कूलों में स उभ सवेरे बच्चों की ठंड में परेशानी और सम्भावित बिमारियों को देखते हुए मुख्मंत्री अशोक गहलोत ने कल देर रत को राजस्थान के सभी स्कुल रविवार तक बंद रखने के निर्देश दिए हें जिन स्कूलों में परीक्षाएं हें वहां परीक्षाएं यथावत चलेंगी ।
राजथान में इस बार बे हिसाब सर्दी से लोग परेशान हें यहाँ माउंट आबू कश्मीर बन गया हे तो कोटा में ४१ वर्षों की रिकोर्ड तोड़ सर्दी पढ़ी हे , राजस्थान में पहले भी इन दिनों स्वाइन फ्ल्यू के डर से अवकाश घोषित किया गया था इस बार भी बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सरकार का यह निर्णय जनहित में माना जा रहा हे । आज से निजी और सरकारी स्कूलों में बच्चों की छुट्टी की घोषणा से बच्चे बल्ले बल्ले हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा के कोचिंग बर्बाद होकर जोधपुर में आबाद होंगे

राजस्थान की शिक्षा नगरी कोटा से पहले आई आई टी जोधपुर ले जाया गया , कोटा से आई आई टी और आई ट्रिपल के परीक्षा केंद्र छीने गये ,यहाँ हवाई सेवा शुरू नहीं की गयी , उद्योग बंद हुए कई विभाग कोटा से जोधपुर भिजवाये गये यहाँ का पानी भीलवाड़ा तो बिजली देश भर में भिजवाई गयी , अब कोटा के लगों का एक मात्र रोज़गार का जरिया चोर दरवाजे से कोचिंग गुरुओं को लालच देकर जोधपुर आमंत्रित किया गया हे , कोटा के कई कोचिंग गुरु कोटा से अपने संस्थान का मुख्यालय जोधपुर में शुरू करने जा रहे हे मुख्यालय का मतलब खुद कोचिंग गुरु जिस कोचिंग में पढ़ाएंगे वही मुख्यालय कहलायेगा इसके लियें सरकार ने कोटा से कोचिंग मामले में सुविधाएं छिनी हें तो जोधपुर में कोचिंग गुरुओं से गुप्त मुलाक़ात कर इन्हें सब्ज़ बाग़ दिखाए हें देखते हें के कोटा के कोचिंगों का अब देश में क्या स्तर रह जाता हे क्योंकि बंसल हो या फिर रेजोनेंस हो या फिर कोई भी कोचिंग हो सब बिखर रहे हें और अपने अपने जुगाड़ में लगे हें के जोधपुर में मुफ्त की जमीन और दूसरी सुविधाएँ केसे हथियाई जाये इसके लियें कई कोचिंग गुरुओं ने जोधपुर में अपना काम भी शुरू कर दिया हे राजनीती तो कोटा की बेवफा हे लेकिन कोटा के कोचिंग गुरु जिन्हें कोटा ने धन दोलत नाम दिया हे अब वोह अगर कोटा से बेवफा हुए तो फिर कोटा का क्या होगा यह तो वक्त ही जाने ................. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा के कोचिंग बर्बाद होकर जोधपुर में आबाद होंगे

राजस्थान की शिक्षा नगरी कोटा से पहले आई आई टी जोधपुर ले जाया गया , कोटा से आई आई टी और आई ट्रिपल के परीक्षा केंद्र छीने गये ,यहाँ हवाई सेवा शुरू नहीं की गयी , उद्योग बंद हुए कई विभाग कोटा से जोधपुर भिजवाये गये यहाँ का पानी भीलवाड़ा तो बिजली देश भर में भिजवाई गयी , अब कोटा के लगों का एक मात्र रोज़गार का जरिया चोर दरवाजे से कोचिंग गुरुओं को लालच देकर जोधपुर आमंत्रित किया गया हे , कोटा के कई कोचिंग गुरु कोटा से अपने संस्थान का मुख्यालय जोधपुर में शुरू करने जा रहे हे मुख्यालय का मतलब खुद कोचिंग गुरु जिस कोचिंग में पढ़ाएंगे वही मुख्यालय कहलायेगा इसके लियें सरकार ने कोटा से कोचिंग मामले में सुविधाएं छिनी हें तो जोधपुर में कोचिंग गुरुओं से गुप्त मुलाक़ात कर इन्हें सब्ज़ बाग़ दिखाए हें देखते हें के कोटा के कोचिंगों का अब देश में क्या स्तर रह जाता हे क्योंकि बंसल हो या फिर रेजोनेंस हो या फिर कोई भी कोचिंग हो सब बिखर रहे हें और अपने अपने जुगाड़ में लगे हें के जोधपुर में मुफ्त की जमीन और दूसरी सुविधाएँ केसे हथियाई जाये इसके लियें कई कोचिंग गुरुओं ने जोधपुर में अपना काम भी शुरू कर दिया हे राजनीती तो कोटा की बेवफा हे लेकिन कोटा के कोचिंग गुरु जिन्हें कोटा ने धन दोलत नाम दिया हे अब वोह अगर कोटा से बेवफा हुए तो फिर कोटा का क्या होगा यह तो वक्त ही जाने ................. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सडक सुरक्षा सप्ताह या जनता के साथ लूट

दोस्तों जनवरी का महिना गया हे और इसी महीने के पहले सप्ताह में सडक सुरक्षा सप्ताह देश भर में मनाये जाने की परम्परा हे ,परम्परा इसलियें कहूँगा के हमारे देश में इसे मात्र परम्परा के बटर ही मनाया जाता हे और अब तो इलाके की पुलिस ने इसे यातायात सुरक्षा सप्ताह में बदल कर वाहन चालकों से लुट का जरिया बना लिया हे और इस सप्ताह में हजारों हजार वाहन चालक पुलिस कर्मियों और यातायात कर्मियों की लुट के शिकार होते हें जिसमें मंत्री से लेकर संतरी यानि अधिकारी भी शामिल रहते हें
दोस्तों सडक सुरक्षा सप्ताह भारत सडक सुरक्षा निति के तहत देश भर की सडकें ऍम आदमी और वाहनों की आवाजाही के लियें जनहित में सुरक्षित करने के लियें मनाया जाता हे इस सप्ताह को जनवरी माह में इसलियें मनाया जाता हे के इस कार्यकाल में भारतीय सडक निति बनी और फिर मोटर वाहन अधिनियम , मोटर वाहन नियम बनाये गये , इसी दोरान राष्ट्रिय राजमार्ग अधिनियम और राज्य राजमार्ग अधिनियम बने कुल मिलाकर इस सप्ताह का केवल एक मकसद रहता हे और इसके लियें जिला स्तर पर समितियां भी गठित होती हें जिसमे जिले के कलेक्टर,सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी,नगरनिगम,पंचायत,और न्यास के अधिकारी रहते हें जो वर्ष भर में एक बार आवश्यक रूप से अभियान के रूप में शहर के भीतरी भाग और राज्य व् राष्ट्रिय राजमार्ग की सडकों की मरम्मत करने की ज़िम्मेदारी लेते हें इस दोरान सडकों के खड्डे भरना, उनका लेवल सही करना ,स्पीड ब्रेकर मोटर वाहन नियमों के तहत कम ऊँचाई के बनाना ,रेड लाईट की व्यवस्था करना उनकी टाइमिंग देख कर मरम्मत करना रात्री में लाइटें देखना ,यातायात संकेतक चिन्ह लगाना , सडकों से अवरोध हटाना जिसमे अतिक्रमण आवारा जानवर अनावश्यक विधिविरुद्ध वाहनों का जमाव भी शामिल हे कुल मिलाकर सडकों को ऍम आदमी की आवाजाही के लियें पूर्ण रूप से इस तरह से मरम्मत कर सुरक्षित बनाना हे के को भी नगरी खुले रूप से सडकों का इस्तेमाल कर सके इस दोरान द्रष्टि भ्रम वाले विज्ञापन जिन्हें देखने और पढने की कोशिश में आहन दुर्खना ग्रस्त हो सकते हें और ड्राइवर का ध्यान बताने वाले विज्ञापन हो तो उन्हें भी हटवाने का कार्य इस दोरान होता हे
दोस्तों आप भी जानते हें और हम भी देखते हे के इस दोरान मेरे जिले से लेकर आपके जिले और गाँव तक कहीं भी कभी भी सडकों से इस दोरान अतिक्रमण नहीं हटाये जाते ,सांकेतिक चिन्ह और स्पीड ब्रेकर नियमानुसार नहीं होते सडकों की मरम्मत नहीं होती नाली पटान ठीक नहीं होते सडकों के अस पास ड्राइवर का ध्यान बताने वाले विज्ञापन और होर्डिंग्स नहीं हटाये जाते यहाँ तक सडकों पर आवारा जानवर जमे रहते हें ,सडकों पर बेतरतीब वाहन चलते हें जिन वाहनों का परमिट स्टेज केरिज का हे वोह टिकती लेकर वाहन रोडवेज़ की तरह चलाते हें सडकों पर अवेध जीपों अवेध वाहनों की सवारियां ढोने की भरमार रहती हे कुल मिलाकर सडकें आम जनता के लियें खुनी और जानलेवा बन जाती हे लेकिन जिला समिति इस पर ध्यान नहं देती हालात यह होती हे के यातायात पुलिस और प्रशासन मिलकर सडकों पर कागजात चेकिंग और लाईटें पोतने सिट बेल्ट के नाम पर चलन बुक लेकर जनता को परेशान करते देखे जा सकते हें तो दोस्तों अपने जिलों में सडक की सुरक्षा के लियें इस सप्ताह को मनवाओ और जनता को इस सप्ताह में लुटने से बचाओ। मेरी कोई कानूनी मदद की जरूरत हो तो में आपकी खिदमत में हाज़िर हूँ अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मेरा भारत महान

एक वैज्ञानिक ने
चोर पकड़ने की
एक मशीन बनाई
अमेरिका में
एक दिन में
नो चोर पकड़े गये,
चाइना में तीस और जापान में
पचास पकड़े गये
भारत के आंकड़े देखेने आये
तो पता चला
मशीन ही चोरी हो गयी
क्यूंकि
मेरा भारत महान हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आप सावधान रहिये ....

ब्लोगर दोस्तों
अब आप
जरा सावधान रहिये
क्यूंकि
आपके सामने
कभी भी
पांच चीजें
सकती हें ,
एक तो हम
दुसरे
पढने के लियें
हमारा उबाऊ
यह ब्लॉग
तीसरे
हमारा कोल
चोथे हमारे ब्लॉग
के लियें सुझाव
पांचवे
हमारे ब्लॉग पर
टिप्पणी नहीं
करने का पछतावा
दोस्तों
इन पांच
ख्याल
और आने वाली
इन पांच यादों से
सावधान रहिये
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कुत्ता बिजली के लियें नाचने लगा

रात के अँधेरे से
जूझ रहे
एक गाँव में
बिजली कनेक्शन
लगने की
खबर जब
ग्रामीणों ने सुनी
तो वोह ख़ुशी से
नाचने गाने लगे
उनके साथ साथ
एक कुत्ता भी
नाचने लगा
लोगों ने
कुत्ते से पूंछा
तू क्यूँ
नाच रहा हे
कुत्ते ने कहा
के गाँव में
जब बिजली आएगी
तो खबे भी तो लगेंगे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

किसने कहा

किसने कहा
हमें
आपकी
याद नहीं आती ,
आपका ख्याल ना हो
ऐसी कोई
रात नहीं जाती ,
वक्त चाहे
कितना ही बदल जाए
जो आदत याद करने की
आपको पढ़ी
हे कमबख्त
हरगिज़ नहीं जाती
आप ही हें
हमारे खासम खास
यह बात
किसी से
कही नहीं जाती
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सोचो ...

सोचो
विश्व अगर
बिना लडकी के हो जाये
तो क्या होगा
गलियाँ सुनसान
दुनिया परेशान
तन्हा इंसान
ना जनु
ना जान
हर तरफ
बस जय हनुमान जय हनुमान
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हर कोई तडपता हे

हर कोई
यहाँ
प्यार में
तडपता हे
यहाँ कुछ को छोड़ कर
हर कोई
अपने
प्यार के लियें
रोता हे
दोस्त यह दोस्ती
सदा कायम रखना
क्यूंकि
प्यार का लुत्फ़
सबसे ज्यादा तो
बस
दोस्ती के
प्यार में ही होता हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हो तो भेजो नहीं तो बेच दो

आज मेरे पास
कम्प्यूटर हे
लेब्तोब हे
इंटरनेट हे
लिखने का शोक हे ,
आपके पास किया हे
अगर हें कोई टिप्पणियाँ
तो ब्लोगरों को भेजों
नहीं तो
इंटरनेट कनेक्शन कटवा दो
और कम्प्यूटर लेब्टोब
बेच दो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हंसी हंसी में ...

हंसी हंसी में
हमने कितनों को
हंसा दिया ,
इसी हंसी में
खुद को
खून के आंसू रुला कर
ना जाने
हमारे कितने
गमों को
दुनिया से
छुपा लिया
हमारी इस अदा पर
कोई हंस कर गया
इस कद्र
के उम्र भर
के लियें
हंसना
हमें भुला दिया ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भारत में सिगरेट पीलो लेकिन स्पेन में नहीं

सिगरेट के शोकीन भाइयों
आप खुश किस्मत हें जो
भारत जेसे देश में पैदा हुए हें
यहाँ सिगरेट पीना स्वास्थ के
लिए हानिकारक हे कहकर
खूब सिगरेटों की बिक्री हो रही हे
इतना ही नहीं जो लोग सिगरेट नहीं
पीते हें उन्हें भी अगर सार्वजनिक स्थानों पर
आप सिगरेट पी कर प्रताड़ित करते हें
तो सरकार को कोई एतराज़ नहीं
सरकार ने कानून तो बनाया हे
लेकिन इसकी क्रीयान्विती नहीं हे
अगर इस कानून की क्रियान्विति भी हो
तो कितना जुरमाना हे केवल सो रूपये
अधिकतम तीन सो रुपुये , लेकिन
यही अपराध अगर स्पेन में किसी ने किया तो
वहन ३.५८ करोड़ रूपये का जुरमाना देना होगा
देखो हेना भारत और स्पेन की सरकार और
नागरिकों की स्वतन्त्रता में फर्क ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सुप्रीम कोर्ट पर पहले भी था दबाव

देश के सुप्रीम कोर्ट के जजों पर सरकार के नेताओं का प्रभाव आज से पहले भी रहा हे , खुद सुर्प्रिम कोर्ट ने आपात स्थति के दोरान हेबियस कोर्पस की एक रिट की सुनवाई के दोरान आपात स्थिति के दोरान दिए गये सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय को गलत करार दिया हे , सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले में तानाशाही कार्यवाही के तहत जब एडी एम जबलपुर द्वारा हिरासत में लियें गये एक पीड़ित की याचिका सुनी तो सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत के आधार पर इस मामले में संविधान की भावना के विपरीत आदेश दिया और इस आदेश का विरोध करने वाला एक मात्र सुप्रीम कोर्ट जज जस्टिस एच आर खन्ना को बाद में पदोन्नति मामलों सहित अन्य मामलों में परेशानी के दोर से गुजरना पढ़ा ।

ताज्जुब हे के सुप्रीम कोर्ट का भी आपात स्थिति में सरकार का पूरा दबाव था और इस तानाशाही कार्यवाही को सुरिम कोर्ट ने जिस तरह से क्लीन चिट देने का प्रयास किया था अब वर्तमान में एक मामले की सुनवाई के दोरान इस फेसले की समीक्षा के वक्त यह पोल खुली हे जो इस देश का और इस देश की न्यायिक व्यवस्था का अंग्रेजों के काले कानून से भी बुरा हाल दर्शाती हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हमारी दूकान नहीं ...

जो प्यार ना समझे
वोह इन्सान नहीं
दुनिया में बताओ
ऐसा कोन हे
जो परेशान नहीं
जब सुझाव वाली
टिप्पणियाँ दोगे
तभी तो हम
ब्लॉग लिखेंगे
वरना हमारी भी
कोई ब्लॉग की
दूकान नहीं ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बलिराम भगत के निधन का अवकाश या मजाक

राजस्थान में हाईकोर्ट जजों को शपथ दिलवाने वाले पद महामहिम राज्यपाल रहे बलिराम भगत को लोकसभा में अध्यक्ष भी बनाया गया था जो जजों के महाभियोग की कार्यवाही सुनने के लियें अधिक्रत थे ऐसे महामहिम के निधन पर राजस्थान सरकार ने अनमने मन से अवकाश की घोषणा की और अवकाश भी ऐसा के सरकारी दफ्तर बंद थे तो स्कुल परीक्षाओं के लियें खुल रहे थे निजी सभी स्कुल खुले थे जबकि राजस्थान हाईकोर्ट ने तो इस दिन अवकाश करना मुनासिब ही नहीं समझा । यह सच हे के छटे वेतन आयोग के बाद अवकाश के मामले में निर्णय बदल दिए गये थे लेकिन किसी की म्रत्यु पर अवकाश को ओपचारिक कर उसका जो मजाक उधाया गया हे वोह शायद पुरे देश में यह पहली अनूठी घटना हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान में कमिश्नर प्रणाली शुरू

कहावत हे कव्वा चले हंस की चाल अपनी भी चाल भूल जाये और राजस्थान में कमिश्नर पुलिस प्रणाली लागु करने के मामले में राजस्थान सरकार ने कुछ ऐसा ही किया हे जयपुर राजस्थान की राजधानी हे यहाँ की आबादी और पुलिस प्रशासन निश्चित तोर पर कमिश्नर प्रणाली की मांग करता हे और इसीलियें जयपुर में कमिश्नर प्रणाली लागु करने की प्रक्रिया शुरू की गयी इस प्रणाली में मुख्यमंत्री का विधानसभा क्षेत्र जोधपुर होने के कारण जोधपुर में भी कमिश्नर प्रणाली की प्रक्रिया शुरू की गयी , जोधपुर जो कोटा सी भी बहुत छोटा और पिछड़ा शहर हे वहां अपराधों की संख्या भी कोटा से कम हे फिर भी कोटा को नजर अंदाज़ कर जोधपुर को जयपुर के साथ दंड प्रक्रिया संहिता के प्रावधानों के तहत मेट्रो सिटी घोषित किया और अचानक जोधपुर में भी कमिश्र पुलिस प्रणाली लागु कर दी ।
एक जनवरी २०११ से जयपुर जोधपुर में कमिश्नर प्रणाली लागु की गयी हे पुराने आई जी को पुलिस कमिश्नर का पद दिया गया हे जबकि वरिष्ठता को इसमें आधार नहीं बनाया हे वफादारी को ही केवल आधार बनाया गया हे अब आज ३ दिसम्बर खत्म हो गयी हे लेकिन एक जनवरी से लागु इस प्रक्रिया में जयपुर या जोधपुर के कमिश्नर पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की हे करते भी केसे उनकी अचानक नियुक्ति होने से वो खुद हतप्रभ हे और उन्होंने खुद ने दुसरे राज्यों की कमिश्नर प्रणाली की कार्यवाही का प्रशिक्ष्ण भी नहीं लिया हे इसलियें अभी वर्तमान में तो बस यही स्थिति हे के कव्वा चले हंस की चल और अपनी चल भी भूल गया हे और इसी लियें अभी पुलिस तमाशा बनी हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

वक्त की आंच में

वक्त की
जलती हुई
आग में
लोहा हो
या हो पत्थर
सभी
पिघल जाते हें
कोन करेगा
हमें याद
वक्त के साथ
ख्यालात भी
बदल जाते हें ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

केवल दो आंसू थे वोह भी गये ..

जो दो थे वोह भी गये ...

किसमत रूठी
दिल के तार टूटे
जो देखे थे सपने
वोह सब
पुरे होने के
पहले ही टूटे
आंखों में
बेशकीमती थे
सिर्फ दो आंसू
वोह भी कमबख्त
याद उनकी आई
तो आँखों से बह गये ................. ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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