आपका-अख्तर खान

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29 जनवरी 2011

आपके सहयोग से मेरी पोस्टें हुई दो हजार पार ......

मेरे दोस्तों मेरे भाइयों मेरे ब्लोगर्स परिवार के लोगों
आज में अपनी पोस्टों की गिनती करने लगा तो
पता चला इनकी संख्या दो हजार के पार हो गयी हे ।
दोस्तों मार्च २०१० से शुरू मेरा यह सफर आज ३० जनवरी
शहीद दिवस पर २००० पोस्टें पार कर जाएगा यह मेने सोचा भी नही था
लेकिन लिखने का एक जूनून था और में बिना किसी
टिप्पणी के इन्तिज़ार में लिखे जा रहा था लिखे जा रहा था
कई बार मुझे वक्त ने , मजबूरी ने ,टिप्पणी चाहने के लालच ने
इंटरनेट की तकनीकी खराबी ने
ब्लोगिंग टिप्स की जानकारी के अभाव ने मुझे इस
अभियान से रोकने की कोशिश के दोस्तों में ठिठका तो सही
टिप्पणी के लालच में भटका तो सही लेकिन फिर अपने लक्ष्य के लियें
अपने कम को आगे बढाने के लियें डट गया और काम शुरू कर दिया
मुझे मेरे एक ब्लोगर मित्र ने फॉर कर बधाई दी के भाई अब तो बस करो
तुम ब्लोगिंग की दुनिया में सबसे तेज़ लिखने वाले और अल्प समय मार्च २०१० से केवल नो माह में
२००० पोस्टों से अधिक लिखने वाले पहले ब्लोगर बन गये हो मुझे यकीन नहीं आया मेने अपनी पोस्टें गिनी तो
सच मेरी पोस्टों की गिनती २००० पोस्टों के पार थी ,
दोस्तों मेरे इस जीरो पोस्ट से २००० पोस्टों के इस सफर में
आप सब ब्लोगर भाइयों और बहनों का प्यार मार्ग दर्शन शामिल रहा हे
और आपके इस प्यार और मुझे भटकने पर मार्ग पर वापस लाने की सीख ने
मेरा सीना गर्व से ऊँचा कर दिया हे और इसीलियें कहता हूँ के मेरे इस ब्लोगिंग के सफर में
मेरे ब्लोगर भाइयों से जो मुलाक़ात हुई हे वोह एक यादगार हे कभी न भुलाने वाला प्यार हे
इसलियें कहता हूँ के जय ब्लोगिस्तान जय ब्लोगर यूनियन जय चोथा ब्लोगर स्तम्भ जिंदाबाद ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

एक सच .......

दोस्तों
सब जानते हें
एक
अच्छा आदमी
याद बन कर
दिमाग में रहता हे ।
एक अच्छा आदमी
हमेशा
खुबसुरत सपना बनकर
साथ रहता हे
लेकिन
सबसे अच्छे लोग
हमेशा दिल में
रहते हें
जेसे के
मेरे ब्लोगर भाई, मेरे मार्ग दर्शक ,मेरे टिप्पणीकार भाई
यह सब हें ही ऐसे जो हमेशा मेरे दिल में रहते हें ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

साथ साथ नहीं ........

दोस्तों
काम नहीं करने का बहाना
और
कामयाबी
कभी साथ साथ खड़े नहीं रह सकते ।
अगर आप कामयाबी चाहते हे तो आपको
काम नहीं करने के मामले में
बहाने बाज़ी करना तो छोड़ना ही होगा
वरना कामयाबी खुद
आपके दरवाज़े पर
दस्तक देने के मामले में माफ़ी मांग लेगी ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हेलमेट पर लगाम लेकिन दुर्घटनाएं आम

राजस्थान के कोटा में इन दिनों फिर से हेलमेट के नाम पर कोटा की यातायात पुलिस सारे काम काज छोड़ कर सक्रिय हो गयी हे , सक्रियता भी ऐसी के बस सारी निगाहें मोटर साइकल स्कूटर सवारों पर हे अब दुसरे वाहन चाहे जो अपराध करें नतीजा शहर में सडक दुर्घटना का ग्राफ बढ़ गया हे हाल ही में एक कार ओटो को चकनाचूर के एक नोजवान को म़ोत के घाट उतार गयी ।
यह सडक दुर्घटना की घटना तो आम बात हे लेकिन कोटा में इस तरह की दुर्घटनाएं रोज़ हो रही हे इधर कोटा में निजी वाहनों की मनमानी,ट्रेक्टर ट्रोलियों की सडकों पर तेज़ रफ्तार , ओवर लोड वाहन गाली गुप्तार कर रहे हें ,बड़े राईस जाड़े कारों में शराब की बोतलें टकरा कर बिना सीट बेल्ट के ह्गामे कर रहे हें तेज़ वाहनों की रफ्तार ,चक्के जाम जनता को दुखी कर रहे हें लेकिन यातायात पुलिस हे के सारे ताम झाम इन सब चीजों को छोड़ कर हेलमेट हेलमेट अभियान में लगी हे कोटा जो केवल कुछ किलो मीटर के दायरे में हें यहाँ की टूटी फूटी सडकें खुद ही वाहने को स्पीड से चलाने की इजाजत नहीं देती और इसीलियें यहाँ पिछले दिनों जब पूर्व आई जी और सरकार को कोटा में हेलमेट नाम पर चोथ वसूली की शिकायतें मिली तो खुद सरकार ने यहाँ इस व्यवस्था को बंद कर दिया था अब फिर से इस व्यवस्था को लागू कर देने से कुछ पुलिस कर्मियों के चेहरे खिल गये हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भारत कहीं मिश्र ना हो जाए ..........

दोस्तों मिश्र की जनता इन दिनों वहां व्याप्त भ्रस्ताचार से दुखी होकर सडकों पर संघर्ष कर रही हे चारों तरफ सेना,सेना के लडाकू टेंक हें लेकिन लाखों की तादाद में घर बेठने वाले लोग अपने देश और देश की सभ्यता को बचाने के लियें आज सडकों पर हें उन्हें न लाठी का डर हे ना गोली का वोह अपनी जाना गवा कर भी देश को बचना चाहते हें , यह वही मिस्र हे जिसका इतिहास में सबसे पुरानी सभ्यता होने का ढिंढोरा पिता जाता हे यहाँ और इसके आसपास के चारों राष्ट्र भ्रस्ताचार के दल दल में फंड गये हें सियासत भ्रस्ताचार की कुर्सी से बाहर नहीं निकल पा रही हे और इसिलियेब आज मिस्र को बचाने के लियें वहां की राष्ट्र भक्त जनता का खून खोल गया हे ।
कल जब टी वी पर यह खबर देखी तो मेरे एक मित्र ने इंटरनेट से भारत और मिस्र के भ्रस्ताचार के आंकड़े बाहर निकाले और उनकी तुलना की पता चला के हमारे देश भारत में भ्रस्ताचार का जो आलम हे उससे दस प्रतिशत भी मिस्र में भ्रस्ताचार नहीं हे फिर वहां की जनता इतनी उद्धेलित क्यूँ हे भारत की जनता खामोश केसे बेठी हे मेरे मित्र ने कहा के भारत की जनता स्वार्थी हे भारत की जनता में राष्ट्रीयता और जाग्रति नहीं हे यहाँ की जनता का खून खून नहीं पानी हो गया हे अब हालत यह हे के हमारे भारत देश में अगर भ्रस्ताचार हो तो नेता और नेता के चापलूस कार्यकर्ता इसे एक जरूरी घटना मानते हें लाखों ,करोड़ों के घोटाले तो आम बात हे लेकिन अरबों के घोटाले देश की सुरक्षा से सम्बन्धित घोटाले देश को चाहे खोखला कर रहे हों लेकिन देश के पक्ष विपक्ष के नेता केसे कुर्सी हथियाएँ उस सांठ गाँठ की दोड में लगे हें ।
मेरे इस महान भारत में भ्रष्टाचार को जनता कोई मूल समस्या नहीं मानती हे यहाँ जब जब भी देश भ्रस्ताचार पर चर्चा करता हे पार्टियाँ आपस में दुर्भि संधि कर जज्बात भडकाने वाले मुद्दे मन्दिर मस्जिद को आगे कर देते हें और जनता खामोश तमाशा देखती हे हमारे इस देश में चोर चोर मोसेरे भाई हें देश का खरबों रुपया विदेश में हे लेकिन देश हे के इन के नाम बताना नहीं चाहता जब जब भी सरकार पर संकट आता हे तो सरकार इस सूचि को बता कर ऐसे दूसरी पार्टियों के नेताओं को ब्लेक मेल करती हें और फिर जो नेता दो दिन पहले सरकार के खिलाफ बोलता हे वोह अचानक मोन धारण कर लेता हे , बस इसीलियें मेरे इस देश में कभी कोई भ्रस्ताचार के खिलाफ कोई क्रांति नहीं हो सकती । अब मिस्र की जनता में और मेरे इस देश की जनता जहां भ्रस्ताचार को यहाँ के नेताओं ने रोम रोम में भर दिया हे और भ्रष्टाचार के मामले में जनता का रुख देश की जनता की चुप्पी के रूप में सब के सामने हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

एडवोकेट रघुनाथ मिश्र का सम्मान ८ फरवरी को

दोस्तों यह हमारे कोटा के लाल एडवोकेट रघुनाथ मिश्र हें जो पिछले कई वर्षों से समर्पण भाव से जनवादी लेखक संघ और दूसरी साहित्य संस्थाओं के साथ मिल कर जन जाग्रति के लियें लेखन का अभियान चलाए हुए हें इन जनाब को हाल ही में हेदराबाद से दुबारा फिर सम्मानित करने का न्योता आया हे मेरे बढ़े भाई रघुनाथ मिश्र को कोटा का गोरव मान सम्मान बढाने के लियें बधाई यह बसंत तो भाई रघनाथ जी के लियें ऐतिहासिक बसंत ही हो जाएगा एक बार फिर बधाई हो ।
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