आपका-अख्तर खान

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16 फ़रवरी 2011

तुने जो कहा वही किया हे मेने

देख लो
तुमने जो कहा
हर वक्त
वही तो
क्या हे मेने
तुने जो सोचा
वही तो सोचा हे मेने
क्यूँ किस लियें ऐसा क्या मेने
आज बढ़े रुआब से पूंछते हो
तो सुनो
मुझे तुमसे तुम्हारी धडकनों से
प्यार हे
जो दिल धडकता हे
तुम्हारे सीने में
वोह मुझ से मिलन के लियें
बेकरार हे
मुझ से किसी ने कहा था
यह खालिस धडकता दिल नहीं
इसमें मन्दिर हे इसमें मस्जिद हे इसमें गुरुद्वारा चर्च हे
इसलियें सोचता रहा इसमें
सभी धर्मों के भगवान हे
बस इसीलियें में
इस दिल की
पूजा कर रहा हूँ
जो चाहा
तुम्हारे इस दिल ने
इसे वोह
दिए जा रहा हूँ
वरना शक्ल का क्या
जिस्म का क्या
कभी चेहरे पर दाग होगे
कभी शरीर लूला लंगडा होगा
आँखे कभी देख सकेंगी कभी नहीं
तो फिर जिस दिल में भगवान हे अल्लाह हे वाहे गुरु इशु हे
उस दिल की चाहत
पूरी की हर वक्त मेने
तो बतलाओ
क्या गुनाह किया हे मेने ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जुलुस में भी शरारत

कोटा के कस्बे याना में कल इद्मिलादुन्न्बी का जुलुस था लोग जुलुस में शामिल थे लेकिन झंडों पर चाँद तारा देख कर कुछ शरारती तत्वों ने अफवाह फेलाई के झंडे पाकिस्तानी हें और माहोल बिगड़ गया ।
कोटा में इस तरह की शरारत कोई नै नहीं हे और यह आम बात हो गयी हे लेकिन अब पुलिस हे के इन लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही ही नही करती हे पुलिस चाहे तो ऐसे शरारती तत्वों को चाहे वोह किसी भी समाज के हो उन्हें ऐसे कार्यक्रमों के पहले ही पकड़ ले तो मामला शांत रहेगा लेकिन यह सरकार हे के कुछ नहीं कर सकेगी और कट्टर पंथियों और शरारती तत्वों के आगे सरकार नत मस्तक हे .अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सिगरेट स्वास्थ के लियें हानिकारक हे

सिगरेट पीना आपके स्वास्थ के लियें हानिकारक हे देश में जनता के स्वास्थ की रक्षा करना हमारी सरकार की ज़िम्मेदारी हे सुप्रीम कोर्ट कहता हे के सिगरेट तम्बाकू के विज्ञापन या इसको प्रोत्साहन देने वाले सारे कार्यक्रम बंद करो लेकिन फिल्म विभाग हे के इस बहाने से सिगरेट पीने की लत को बढ़ाना चाहता हे और इस मामले में प्रसारण मंत्रालय से उसका झगड़ा हो रहा हे ।
देश के सुचना प्रसारण मंत्रालय ने हाल ही में जारी गाइड लाइन के तहत सिगरेट फिल्म में पीते हुए बताना वर्जित किया हे और ऐसी फिल्मों को मान्यता नही देने का निर्णय लिया हे बस इसी डर से स्वाश्थ्य विभाग और सुचना प्रसारण विभाग में चल गयी हे स्वास्थ विभाग कहता हे के ऐ सार्टिफिकेट दे दे लेकिन नहीं ऐसा नहीं होगा सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन और हाल ही में बने नियम इसके आड़े आ रहे हें देश की निजी संस्थाएं लोगों को तम्बाकू और सिगरेट छुडाने के नाम पर अरबों रूपये प्रतिवर्ष देश में खर्च कर देती हें लेकिन फिर भी विधना के अनुरुर्प देश लोगों के स्वास्थ्य और चरित्र की सुरक्षा करने में नाकामयाब हे बस सिगरेट पर लिखा स्वास्थ के लियें हानिकारक हे और खूब बेचो महंगी बेचो पहले लत लगाओ विज्ञापन दिलवाओ जेबें काटो और फिर स्वास्थ्य खराब कर चिकित्सा मामले में टेक्स वसूलो बस यही सब सरकार में चल्र रहा हे सरकार को दोहरी नीतिया तो बदलना ही होंगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बापू की स्मर्तिया की कीमत २३ लाख

हमारे देश के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जो विश्व के स्थापित नेता हे और शांत क्रान्ति के अहिंसा भरे आन्दोलन के सफल नेता हे उन महात्मा गाँधी की स्मर्तिया विदेश में ३२ लाख रूपये में नीलाम हुई हें और हमारा देश इस नीलामी से दूर रहा ।
देख लो एक तरफ हमारा देश और दूसरी तरफ दुसरे शोकिन लोग क्या हमारा देश इन दिनों गाँधी जी के खिलाफ हो गया हे क्या हमारे देश की सरकार का गाँधी जी से कोई सरोकार नहीं हे क्या सरकार जब नीलामी हो रही थी तब सो रही थी एक तरफ तो हमारे देश में गांधी की स्मरति उनके मान सम्मान को सुरक्षित रखने का कानून हे और दूसरी तरफ गाँधी दर्शन के नाम पर जब देश में अरबों रूपये यूनिवर्सिटी के माध्यम से खर्च किया जा रहे हों तब देश यह सब सामानों की नीलामी होते हुए खामोश देखता रहा एक मजबूर लाचार आदमी हमारे देश की सर्वोच्च कुर्सी पर बता रहा और इधर देश के महात्मा देश के राष्ट्रपिता की स्मर्तिया नीलाम होती रहीं उन्हें हमारे देश में लाने के लियें हमने कोई भी कार्यवाही नहीं की यही काम अगर भाजपा सरकार करती तो फिर जनाब भाजपा तो गांधी विरोधी हे इसलियें नहीं किया नारा लगता लेकिन आप तो गाँधीवादी हो गांधी परिवार से गांधी नाम का अपहरण कर बेठे हो इसी नामा से कुर्सियां झपट रहे हो तो फिर कहां गया आपका गांधीवाद इसलियें कहते हें मस्त रहो पकड़े जाओ तो माफ़ी मांगो लेकिन जनाब अब माफ़ी खत्म अब तो समझो रजिया गुंडों में फंसी हे ............... । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

रिश्वत लेते पकड़े गये अब जेल में हें

कोटा सम्भाग के बूंदी जिले में एक सहायक पुलिस उप निरीक्षक रामेश्वर लाल जी एक फरियादी शिवशंकर से सारी दोस्ती भुला कर उनकी शिकायत पर कार्यवाही के लियें १५००० रूपये की रिश्वत मांग रहे थे लेकिन अबा जेल भुगत रहे हें साथ ही उनके रिश्तेदार फरियादी के घर पर माफ़ी मांग रहे हें ।
दोतों बूंदी जिले में एक शिव शंकर जी से एक फाइनेंस कम्पनी ने रूपये ठग लिए वोह रामेशव ऐ एस आई जी को जानते थे सो उन्होंने उनसे कहा उन्होंने मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करने के १५००० रूपये मांगे फरियादी ने यारी दोस्ती का वास्ता दिया लेकिन पुलिस तो पुलिस थी केसे मानती पुलिस ने कहा नहीं रूपये तो लगेंगे पुलिस किसी की रिश्तेदार नहीं होती हे बस फरियादी जी ने भी रिश्ते तोड़ दिए और जा पहुंचे भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के पास सरकारी स्तर पर शिकायत का भोतिक सत्यापन करवाया गया और फिर पुलिस जी रिश्वत लेते रंगे हाथों धरे गये पुलिस जी अब जेले में हें लेकिन उनके रिश्तेदार फरियादी के घर पर लाइन लगा कर माफ़ी मांग रहे हें उनका कहना हे के हम तो उनके बीवी बच्चे हें आप ने मुकदमा वापस नहीं लिया तो हम बेकुसूर भूखे मर जायेंगे फरियादी जी पुलिस जी के परिजनों की बात से पिघल तो रहे हें लेकिन वोह क्या अकरने उनके हाथ से तो बाज़ी निकल चुकी हे सो वोह मजबूर हें और कोई मदद खाकी जी के रिश्तेदारों की नहीं कर पा रहे हें इधर आज अख़बारों में खबर आने के बाद खाकी जी की नोकरी से निलम्बन तो पक्का हे तो जनाब ऐसे हें खाकी जी पहले तो रिश्वत के लियें गुर्राते हें और जब पकड़े जाते हें तो बीवी बच्चों सहित गिड गिडाते हें इसलियें अगर पहले ही सुधर जाये तो बस मामला ही सुधरा रहे और किसी को काका जी कहने की जरूरत ही नहीं रहे अब दुसरे पुलिस जी अगर इनकी इस कहानी से समझ जाएँ तो वोह उनके बीवी बच्चो का भविष्य सुरक्षित करेंगे नहीं तो एक दिन तो उन्हें भी इस दोर से गुजरना होगा क्योंकि बुरे कम का बुरा नतीजा ही होता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यह कहां निकल आये ...........

आज हम
यह
खाना निकल आये
प्यार के रिश्तों से
कोसों दूर
जंगल में
चले आये
जहाँ ना धडकता हे
ना आती हे
दिल की कोई आवाज़
देख लो
तुम्हारी याद से बचने को
कहां कितनी दूर
चले आये हम
लेकिन
यह क्या हुआ
सारी दुरिया
सारी अडचने
पार कर इस हें
तुम्हारी यादों ने
और तुम हो
इतनी कोशिशों के बाद भी
एक बार फिर से
हमारे दिल को दुखाने
चले आए हो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

में बेबस मजबूर हूँ लेकिन बेईमान नहीं ... मनमोहन सिंह

जी हाँ दोस्तों आज एक बार फिर हमारा देश गिनीज़ रिकोर्ड में दर्ज होने लायक हो गया हे एक विशाल विकास शील देश एक परमाणु शक्ति जिसके पास परमाणु बम का रिमोट कंट्रोल हे आज वही प्रधानमन्त्री खुद को मजबूर और लाचार बता रहा हे और अब तक उनके काल में जो कुछ भी हुआ उससे खुद को बेदाग़ बताने की कोशिश कर रहा हे ।
जी हाँ दोस्तों कभी इन प्रधानमन्त्री पद पर बेठे मनमोहन जी में लोग नेतिकता होना मानते थे लेकिन आज जिस हालत में यह जनाब मीडिया से मुखातिब हुए हें खुद को लाचार बेबस मजबूर बताया हे और गठ्बन्धन सरकार की कुछ मजबूरियां होना स्वीकार की ।
विश्व में ऐसे प्रधानमन्त्री जो देश को लुटता हुआ देख रहे हें देश में जो कुछ भी हो रहा हे उसके खुद ज़िम्मेदार हे देश के मंत्री जो कुछ भी करते हें पहले उनका बचाव करते हें फिर जब विरोध होता हे तो कार्यवाही करते हें अपनी गलतियाँ मानते हें लेकिन पद नहीं छोड़ते पहले जे पीसी से इनकार करते हें और फिर जे पि सी के लियें तय्यार हो जाते हें ।
ऐसे लाचार बेबस प्रधानमन्त्री अगर कुछ और वक्त रहे तो इस देश का हाल क्या होगा दोस्तों तुम और हम अब देश की स्थिति को समझे इस देश को मजबूर बेबस लापरवाह लोगों से बचाने के लियें मुहीम चलाये तब कहीं यह देश बच सकेगा ॥ । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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