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19 मार्च 2011

जाट आन्दोलन में सरकार को हाईकोर्ट का सबक

जाट आन्दोलन में दो सप्ताह से देश की जनता परेशान थी सरकार खामोश थी जाटों की दादागिरी और रेलें बंद सरकार के लियें वोटों की मजबूरी और वोह खामोश ऐसे में उत्तर प्रदेश हाईकोर्ट ने एक आदेश जारी कर सरकार को जाट आन्दोलन से जनता को मुक्ति दिलाने का अहसास दिला दिया. 
राजस्थान में गुर्जरों के आन्दोलन के बाद देश में रेल रोककर जनता को परेशान करने और सरकार को ब्लेक मेल करने का तरीका शुरू हो गया हे हालत यह हे के कई मरीज़ इन आन्दोलन के चलते इलाज के आभाव में मरे गये हे हजारों बच्चों की परीक्षाएं रद्द हो गयी हे कई बिछड़े अपनों से नहीं मिल पाए हें और हालत बिगड़ने के  बाद कई लोग तो आवश्यक वस्तुओं से भी महरूम हो गये हे बस इसीलियें हाईकोर्ट को इस मामले में आदेश जरी करना पढ़ा और जाट दो कदम पीछे हटे हे लेकिन यह स्थायी समाधान नहीं हे अगर कोई मांग अगर कोई चुनावी वायदा हे तो उसे पूरा करना चाहिए और अगर कोई चुनावी वायदा करने में अक्षम हे तो ऐसी सरकार को हटा देना चाहिए लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम में ऐसा प्रावधान होना चाहिए ऐसा संशोधन होना चाहिए के ढाई वर्षों में अगर कोई सरकार अपने चुनावी एजेंडे को पूरा नहीं करती हे तो उस पार्टी के चुनाव आयोग से मान्यता रद्द कर उस सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए ताकि नेता और पार्टियां जनता को बेवकूफ बनाना छोड़े और अपनी जिम्मेदारियां समझें लेकिन कानून जनता नहीं नेता ही बनाते हें इसलियें वोह अपने फायदे के कानून बना रहे हें इस मामले में सभी ब्लोगर अगर एक राय होकर सरकार और राष्ट्रपति महोदय पर दबाव बनाये तो इंशा अल्लाह इस कानून को राष्ट्र हित में लागू करवाया जा सकता हे क्या ऐसा हो सकेगा . अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ब्रिटेन फ़्रांस की विश्व में फिर गुंडागिरी

विश्व में अंतर्राष्ट्रीय कानून का उलंग्घन कर कमज़ोर  देशों को अपना गुलाम बनाने के लियें एक बार फिर अमेरिका ,ब्रिटेन,फ्रांस ने अपनी मुहीम तेज़ कर दी हे सारे विधव में अपनी दादागिरी और हवाई हमलों से आतंक मचा कर विश्व के सभी देशों को डराने की इस कार्यवाही के खिलाफ अगर भारत सहित दुसरे देशों ने मुंह नहीं खोला तो सारा विश्व इस खतरे से परेशान रहेगा . 
लीबिया के आंतरिक मामलों में दखल देकर अभी हाल ही में ब्रिटेन और फ्रांस ने हवाई हमले तेज़ कर दिए हें वोह वहां आंतरिक व्यवस्था को छिन्न भिन्न करना चाहते हें ब्रिटेन में राजा का शासन हे वहां जनता से केसा सलूक होता हे सब जानते हें अमेरिका में गुंडागर्दी कोन नहीं जनता अफगानिस्तान फिर इराक कुवेत और फिर दुसरे देश सभी को अमेरिका ने गुलाम बना कर विश्व के तेल पर कब्जा कर मूल्यों में व्रद्धी कर दी हे अगर विश्व के सभी छोटे देशों ने सांझा कोशिश कर अमेरिका ब्रिटेन और फ्रांस की इस गेर कानूनी कार्यवाही को नहीं रोका तो वोह दिन दूर नहीं के एक एक देश पर कोई भी बहाना बना कर यह कथित शक्तियाँ भारत में हमला करेंगी और अमेरिका भारत ,पकिस्तान सहित सभी देशों को फिर से अपना गुलाम बना लेंगे इसलियें अंतर राष्ट्रीय  नियमों का जो भी उलंग्घन कर  हमले करे तो उस देश के खिलाफ विश्व को एक जुट होकर जवाब देना चाहिए फिर चाहे वोह अमेरिका और ब्रिटेन फ्रांस ही क्यूँ न हो इस कार्यवाही से अमेरिका की गुंडागिरी उठाई गिरी खत्म करना जरूरी हे . अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ब्लोगर ललित शर्मा के यहाँ आयकर विभाग का छापा

दोस्तों घर की बात हे घर में ही रहना चाहिए किसी को पता नहीं चलना चाहिए थोड़ा कान इधर लाओ एक ख़ास खबर ब्ताताता हूँ वोह अपने घुमक्कड़ हर दिल अज़ीज़ ब्लोगर हें ना अरे वाही भाई ललित शर्मा जो बंदूक ताने कभी रंग बिरंगे कभीर मुछों से डराते हुए इस्मार्ट पर्सनाल्टी लिएँ ब्लॉग की दुनिया मने धूम मचा रहे हें हां व्ही ललित जी कल रात उनके घर को आयकर विभाग के अधिकारीयों ने सील कर लिया और कला धन उनके पास होने सुचना पर तलाशी शुरू कर दी . 
भाई डॉक्टर अनवर जमाल को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने ब्लोगर भाईचारे के नाते उन्हें बचाने के लियें अदालत चला रहे तीसरे खम्भे के अनवरत दिनेश जी द्विवेदी को सुचना दी जाने का कोई साधन नहीं था क्या किया जाए उन्होंने योग गुरु बाबा रामदेव को कहा और हाल ही में जो हेलिकोप्टर उन्हें भेंट किया हे उसे भेजा गया में और शालिनी कोशिक जी रश्मि प्रभा से इजाजत लेकर जब वहा पहुंच तो पावला जी और खुशदीप जी सहगल सहित सेकड़ों ब्लोगर वहां पहले से ही मोजूद थे कुछ लोग भाई ललित जी की तरफ थे तो कुछ उनके खिलाफ खेमे बंदी कर रहे थे खेर जाते ही दिनेश राय जी द्विवेदी ने आयकर विभाग वालों को अड़े हाथों लिया और कहा के तलाशी रोक दो तुम ललित जी शर्मा के घर की तलाशी विना वारंट के नहीं ले सकते हो इस दोरान मुबई से एस एम मासूम साहब भी अआग्ये एक छत्तीस गढ़ के लाल बत्ती बाले बत्ती हे जो ललित जी दोस्त हे वोह भी वहीँ मोजूद थे लेकिन आयकर विबाग के अधिकारी किसी की सुनवाई नहीं कर रहे थे द्विवेदी जी और मेने फिर आयकर विभाग वालों से कानूनी बात तलाशी वारंट के बारे में पूंछा तो उन्होंने कहा के घोडा व्यापारी हसन अली पकड़ा गया हे और हमें किसी ब्लोगर ने सुचना दी हे के भाई ललित जी ठाठ से रहते हें घूमते फिरते हें मज़े करते हैं इनकी तिजोरियां माल से भरी हे इसलियें इनके पास काला धन हे , हमारा फिर वाही सवाल पहले तलाशी वारंट बताओ फिर तलाशी लो खेर आयकर विभाग के अधिकारी वारंट ढूंढने लगे वारंट ओत वोह दिल्ली ही भूल आये थे हमने बिना वारंट के तलाशी रुकवा दी एक अधिकारी हमारे ही हेलिकोप्टर से भाई अनवर जमाल को लेकर दिल्ली जाने लगे लेकिन जमला भिया ने कहा के में तो छुट्टी पर हूँ और ऐसी हालत में में भाई ललित शर्मा को अकेला छोड़ कर नहीं जाऊँगा खेर हरीश जी ब्लोगर शिखा कोशिक जी को लेकर दिल्ली पहुंचे वारंट आया फिर तलाशी शुरू , भाई ललित जी की सिफारिश करने वालों के फोन घन घना रहे थे प्रधानमंत्री से लेकर संतरी तक चाहता था ललित जी शर्मा छुट जाए उनका कहना था के जब हम लोग भी चोर हे तो फिर ललित जी का क्या दोष हे एक ललित जी शर्मा थे जिनके चेहरे पर जरा भी तनाव नहीं था खेर हमने सोचा बहादुर पंडित हें किसी भी समस्या से डरते नहीं भगवान पर भरोसा करते हें इसलियें ऐसा हो रहा हे , ललित जी का पह अलोकर खुला उसमें दो किलो प्यास , एक किलो लहसुन निकला साथ में दिनेश जी और पावला जी की कुछ तस्वीरें थी गीता थी कुरान और बाइबिल थे , दुसरा लोकर खोला गया उसमें हाल ही में जो चवन्निया पाबन्द की गयी हे सो से भी अधिक वोह चवन्नियां पढ़ी थी इस लोकर में भी कुछ नहीं मिला लेकिन एक नक्शा मिला जिसके आधार पर सभी आयकर विभाग वालों ने जगह तलाशी चलते गये चलते गए तो यह तो खुश दीप जी का बेडरूम निकला वहां के पी सक्सेना और शाहनवाज़ के कुछ सीक्रेट एक बसते में बंद थे खेर फिर ललित जी शर्मा के घर का रुख किया तो सब होली की मस्ती में मशगुल थे भंग की पकोडिया  खाई जा रही थीं तारकेश्वर गिरी इधर उधर छुप रहे थे क्योंकि दो प्याजें उन्होंने अपनी जेब में छुपा ली थीं .
अब सभी लोग थक चुके थे आयकर विभाग वाले तलाशी में जो माल मिला था वोह सुचना देने वाले को दस प्रतिशत देने के लियें ढूंढ़ रहे थे उन्होंने जेसे ही खुश दीप जी को देखा उनको पुकारा और तिन प्याज़े पञ्च लस्सन उन्हें थमा दिए बोला यह आपका दस प्रतिशत सुचना देने का हिस्सा हे चुप चाप रख लो घर का भेदी लंका ढाए वाली कहावत देख कर हमने कहा यह किया घर को ही लगी हे आग घर के चिराग से तो ललित जी ने हमारा मुंह बंद कर दिया थोड़ी देर में सभी आयकर अधिकारी जा चुके थे रात ललित जी के यहाँ ही सभी ब्लोगर ठहरे सुबह सारे अख़बारों और टी वी चेनलों पर खबर थी  लोग ललित शर्मा जी को बधाईयाँ दे रहे थे कई बेंक मेनेजर लोन दें के लियें लाइन लगा कर खड़े थे कई रिश्तेदार जो भिया ललित जी को नाकारा समझते थे हाथ में माला लिए खड़े थे हर कोई उनका दोस्त रिश्तेदार बनना चाहता था बच्चों के रिश्ते धडा धड़ी से आने लगे थे यह सब तमाशा देख खुश दीप जी ने कहा के भाई ललित पावला जी की सलाह पर मेने यह आयकर विभाग का छपा डलवाया हे और देखों इससे तुम्हारा मान सम्मान कितना बढ़ गया हे बस फिर किया था सभी ब्लोगर खुशदीप जी के पीछे पढ़ गये के प्लीज़ मेरे यहाँ भी आयकर विभाग का छापा पढवा दो ना और इस भीढ़ को देख कर खुश दीप जी को कहना पढ़ा के जाओ पहले लाइन में जाकर लगो तुम्हारा नम्बर आएगा जब बात करेंगे ........... बुरा न मनो होली हे . अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

होली पर हाथ खून से रंगे हें

कहते हें 
रंगों की इस होली पर 
लोग खुशियाँ और रंग बाटते हें 
लेकिन यह सरकार हमारी हे 
यह इस सरकार के 
हाथ देखो 
कितने निर्दोषों के खून से सने हें 
पोर्वों तक जिनकी उंगलिया डूबी हो खून में 
बताओ वोह केसे करेंगे इस हसीन रंगीन होली का सामना . 
अख्तर खान अकेला खान कोटा राजस्थान

धीरज गुप्ता की मूंछों पर अब तो लड़के भी मरते हें

 दोस्तों कहते हें मूंछ मर्दानगी की निशानी होती हे और मूंछों पर कई लडकियाँ फ्लेट होकर प्रेमिकाएं बना जाती हें लेकिन कोटा प्रेस क्लब के अध्यक्ष भाई धीरज गुप्ता के साथ जो कुछ हुआ वोह चोंका देने वाला हे और रोमांचक भी हे . 
भाई धीरज गुप्ता तेज जिनकी पहचाना उनकी गहरी घुमावदार मूंछे हें वोह अपनी इन मूंछों के बल पर कई लडाइयां जीत चुके हें और इनकी मूंछों के चर्चे आम हें लेकिन इन मूंछों ने तो कमाल ही कर दिया धीरज गुप्ता के फेस बुक पर इन दिनों एक पुरुष प्रेमी ने उन्हें घेर लिया हे और वोह हर वक्त धीरज भाई के पीछे पढ़ गया हे वोह धीरज भाई से प्रेम करना चाहता हे उनके प्रेम में पागल होकर वोह कविताएँ लिख लिख कर धीरज भाई को भेज रहा हे धीरज भाई ने इस प्रेमी के इस हाल को पहले तो मजाक समझा फिर उन्हें समझाना चाहा लेकिन यह क्या यह तो धीरज भाई का सच्चा प्रेमी था उनसे एक बार मिलकर उन पर उसका सब कुछ न्योछावर करने को तय्यार था बस अब धीरज भाई इस प्रेमी से दर गये हें और जेसे ही फेस बुक खोलते हें यह प्रेमी इनके पीछे पढ़ जाता हे धीरज भाई ने अपनी इज्ज़त बचाने के लियें अपनी मूंछों को ही झुकाना बहतर समझा और चुपचाप इस पुरुष प्रेमी धीरज प्रेमी युवक की फेस बुक को ब्लोक कर पीछा छुडाया तो जनाब ऐसे बची हमारे कोटा प्रेस क्लब अध्यक्ष  की इज्ज़त आबरू ....................................... . अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा प्रेस क्लब में हंगामा होली २०११ ने सभी को पछाड़ा

कोटा प्रेस क्लब में हंगामा होली २०११  का आज सफल;तम आयोजन किया गया हंसी और ठहाकों के बीच भाई चारा और सद्भावना के माहोल में यह होली सह्तिय्कारों ,कवियों और पत्रकारों के लियें यादगार बन गयी . 
आह फागुन के इस अवसर पर रंगों की खुशबु बिखेरने के लियें प्रेस क्लब की कार्यकारिणी ने हंगामा होली २०११ का आयोजन रखा जिसमें मुख्य अतिथि कोटा पुलिस रेंज के आई जी दलपत सिंह दिनकर थे जबकि अध्यक्षता कोंग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और गांधीवादी नेता पंकज मेहता ने की कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि उप अधीक्षक संजय गुप्ता थे . 
हंसी और ख़ुशी भरे इस माहोले में कार्यक्रम के शुरुआत के पूर्व प्रेस क्लब के अध्यक्ष धीरज गुप्ता तेज ने अपनी हंसी ठिठोली से सभी को गुदगुदाया और इसी बीच सचिव हरि मोहन शर्मा संयुक्त सचिव पवन परिक उपाध्यक्ष नीरज गुप्ता , कार्य्करिनिं सदस्य मुझ सहित गिरीश गुप्ता और अन्य ने सभी आगंतुकों का तिलक लगा कर स्वागात्त किया और माहोल को सुंगंधित बनाने के लियें खुशबु बिखेर कर सभी के तन और कपड़ों को खुशबूदार बना दिया होली के इस कार्यक्रम की शुरुआत में तिलक होली के नाम पर तिलक लगाये गये ख्यातनाम शायर चाँद शेरी ने धर्म  परम्परा के अनुसार अपने दायें हाथ पर तिलक लगा कर होली की इस रस्म का सम्मान किया .    होली के इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आई जी दलपत सिंह दिनकर,पंकज मेहता और अन्य ने माँ सरस्वती को माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की . हंसी फुहार के इस कवि सम्मेलन में माँ सरस्वती की वन्दना के लियें भाई धीरज गुप्ता तेज ने इन्दर पाल सिंह निडर ब्लोगर कवि को पुकारा जिन्होंने माँ सरस्वती के सम्मान में एक रचना पढ़ कर सभी को भ्रस्ताचार से मुक्त रहने की दुआ की . अब मंच देश के जाने माने हाडोती के लाडले युवा तुर्क कवि भाई अतुल कनक को मंच का संचालन सोंपा गया , अतुल जी ने मंच का संचालन सम्भालते ही माहोल को खुशनुमा और हसीन बनाने के लियें कुछ चुटकुलों और मन को हरने वाली रचनाओं से गुदगुदाया , उन्होंने मंच पर हास्य कवि भाई हलीम आयना को मंच को हंसाने के लियें पुकारा तो हलीम आयना ने सभी को अपनी रचनाओं से गुदगुदाया उन्हें सच का आयना दिखाया और उनके इस आयने में सभी श्रोता पत्रकार इस तस्वीर को देख कर अपनी हंसी नहीं रोक सके तालियों की गडगडाहट और ठहाकों की खनखनाहट की मधुरता के बीच भाई अतुल कनक ने फिर से भाई धीरज गुप्ता तेज को पुकारा और धीरज भाई ने एक तराना तुम मेरे हो इस लहजे में पढ़ा के सभी उस में दम कर रह गये , इस खुशनुमा माहोल को और रंगीनियत देने के लियें अतुल कनक ने आकाशवाणी के अधिकारी भाई रामनारायण हलधर को पुकारा और उन्हने अपने गीत और दोहों से उपस्थित लोगों का मन जित लिया माहोल को हंसी मजाक से लेकर थोड़ा श्रंगार की तरफ ले जाने के लियें भाई प्रद्युमन शर्मा सम्पादक मालिक जननायक को पुकारा गया और एक श्र्गार की कविता पढने के बाद अपने अनुभवों के आधार पर लिखी एक कविता तुम कहना थे पढ़ कर माहोल को एक सोच में डुबो दिया भाई प्रद्युमन ने इस रचना के माध्यम से एक मोका परस्त भाई का विवरण चित्रित किया जो कई वर्षों से बाप और माँ की मोत के बाद भी घर से दूर था और फिर किसी मतलब के लियें उसे भाई की याद आ गयी थी , इस खामोश गम्भीर माहोल को हंसी का रंग देने के लियें बाई अतुल कनक ने फिर हाडोती के जाने माने कवि धन्नालाल सुमन को पुकारा और भाई सुमन ने खुद के चुनाव लढने से हरने तक की कहानी हंसी हंसी में ब्यान कर दी उनके इस अंदाज़ से प्रभावित होकर जब रामनारायण हलधर ने उनके गले में माला डाली तो उन्होंने फूलों की व्यथा ब्यान कर दी उन्होंने कहा के यह माला मेने कम से कम दस मिनट पहनी हे और बाकी लोगों ने एक मिनट भी नहीं पहनी उन्होंने कहा में तो माली हूँ फूलों का दर्द समझता हूँ एक माला बनाने में कमसे कम दस मिनट लगते हें और हम इस माला को एक मिनट किया एक सेकंड में ही उतार फेंकते हें बात सही भी हे लाखों मालाएं रोज़ भ्रष्ट नेताओं के चरणों में बिखरी पढ़ी रहती हे खेर फिर धन्ना लाल सुमन ने अपनी साहित्यिक और हास्य रचनाओं से माहोल ठहाकों से गूंजा दिया , भाई अतुल कनक ने इसके बाद चाँद सेरी को बुलाया जिन्होंने धीर गम्भीर रदीफ़ काफिया में जमी एक खुबसूरत गजल खुबसूरत अंदाज़ में पेश की जिसमें उन्होंने पुरे देश के हालत की अक्कासी कर डाली इस माहोल को वापस से हंसी की तरफ ले जाने के लियें भाई इन्द्रजीत सिंह जी निडरता से आगे आये और उन्होंने देश में व्याप्त भ्रस्ताचार के बखिये अपने अंदाज़ में उखेड दिए नेताओं को भ्रष्टाचार का हिस्सेदार बताते हुए भाई इन्द्रजीत सिंह जी ने अपनी इस रचना में आज का कडवा सच पिरो कर रख दिया . इस माहोल को और अधिक रचनात्मक बनाने के लियें भाई अतुल चतुर्वेदी को बुलाया गया तो उन्होंने तो कमाल ही कर दियादेश में व्याप्त भ्रष्टाचार और घोटालेबाजों से सबक लेकर समाज में घोटालों के प्रति बढ़ रहे आकर्षण का हवाला देते हुए चतुर्वेदी ने अपनी रचना में कहा के भ्रष्टाचार आज स्टेटस सिम्बल बन गया हे और इसी लियें समाज में ज़िंदा रहने के लियें बीवी और बच्चे भी घर वालों को घोटालों के लियें उकसाते हें और हर कोई शख्स भ्रस्ताचार और घोटाला करने के लियें निकल पड़ा हे समाज के इस सच्चे चित्रण को जिस सफल अंदाज़ में अतुल चतुर्वेदी ने पेश किया उसे सुन कर सभी श्रोताओं के मुंह से वाह  निकल पढ़ी और प्रेस क्लब का हाल तालियों की गडगडाहट से गूंज उठा . माहोल को तरन्नुम का माहोल देने के लियें राष्ट्रिय कवि गीतकार विश्व मित्र दाधीच ने अपनी सुन्दर रचना पढ़ी . प्रेस क्लब में वृष्ट सदस्य भाई अरुण सक्सेना ने भी एक दर्द भरे अंदाज़ में अपनी रचना लोगों को सुनाई और दाद ली .   इस माहोल को रचनात्मक साहित्यिक बनाने के लियें भाई अतुल कनक को खड़ा किया गया मान मनुहार की गयी और फिर भाई अतुल कनक ने एक प्रेमी जो बिछड़ गये हें उनकी यादों उनकी स्म्रतियों को बिछड़ जाने के बाद  जिस अंदाज़ में पेश किया वोह लोगों की मन की गहराइयों में उतर गया और सभी श्रोता मन्त्र मुग्ध होकर अपने अपने प्रेमी प्रेमिकाओं की यादों खो गये इस खुशनुमा माहोल के समापन का यूँ तो किसी का मन नहीं था लेकिन वक्त थमता नहीं हे इसलियें इस कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि आई जी दलपत सिंह दिनकर ने सभी कवियों को सभी पत्रकारों को होली की बधाई दी और एक सुर्रा गुपचुप छोड़ा के में अभी तो केवल ग़ालिब की गज़ल कहता हूँ लेकिन बाद में कवियों पर ही कविता सुनाऊंगा क्योंकि कवि भी नेता और पुलिस पर खूब कविताएँ बनाते हें , कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे गाँधीवादी कोंग्रेस के नेता भाई पंकज मेहता ने सभी श्रोताओं से भाईचारे और सद्भावना से रंगों के इस त्यौहार को मनाने की अपील की कार्यक्रम में ज्योति पाठक , सुरक्षा राजोरा ,कय्यूम अली धीरज गुप्ता तेज, नीरज गुप्ता , जगेंदर  भटनागर, श्याम सुन्दर शर्मा , अख्तर खान अकेला ,गिरीश गुप्ता गजेंदर व्यास सहित कई लोगों ने कवियों और शायरों अतिथियों का सम्मान किया .

फेस बुक से जुड़े आग के अंगारे

दोस्तों आप माने या ना माने होली के रंग ही अजीब होते हे जो दूर होते महीनों से वोह दिल के करीब होते हें अगर बिछड़ता हे कोई तो वोह कोई रंग नहीं सिर्फ बेरंग आंसू होते हें और इसी धमाल के साथ बुरा ना मानों होली के नारे के बाद पेश हे आपके सामने अख्तर खान अकेला की फेसबुक से जुड़े कुछ अंगारों की आग ................
अरुण चतुर्वेदी ....राजस्थान में भाजपा फिर से आ रही हे लेकिन सन्गठन के पदाधिकारी की लिस्ट पूरी नहीं हो रही हे ....इन्द्रेश कुमार जी ..बुरे फंसे अजमेर बाबा के श्राप में ... ओम कृष्ण बिरला ...जनता की सेवा ही मुझे मेवा देती हे ....भवानी सिंह राजावत ......आने वाले कल में फिर हीरो बनूंगा ..... प्रताप सिंह सिंघवी ...में तो भगत हूँ वसुंधरा देवी का ...... .महेश विजयवर्गीय .... कितना ही पीछे छोड़ दो सिद्धांत नहीं छोडूंगा ...... प्रमोद माहेश्वरी ..... कोटा को प्रतिभाएं देता रहूंगा .... अनिल दासवानी ....यह दांत का दर्द भी अजीब होता हे ...संगीता माहेश्वरी ...फिर समर केम्प आ रहे हें .......कुंती मेवाडा .....घर पर मेवाडा जी से पुन्छुंगी .....अतुल कनक ......कोटा का लाडला हूँ इसलियें कोटा में चिराग रोशन करता हूँ ......धीरज गुप्ता तेज .......लो बंद कर लिया कोटा प्रेस क्लब फिर मुट्ठी में ......प्रद्युम्न शर्मा ...... जननायक का महानायक हूँ .... आशीष जेन ....कुछ तो लेखन में गर्मी हे ......अशोक चक्रधर ...... आजकल भास्कर में भी देखने को रोज़ मिल जाता हूँ ... अरविन्द सिसोदिया ....सोनिया को बदल कर ही दम लूंगा .......राजेश त्रिपाठी ....ओपरेशन खबर हे अस्पताल की .....जय प्रकाश सिंह ..... इस बार फिर पत्रिका पुरस्कार जीतूंगा..........सुनील माथुर ........ हरफन मोला पत्रकार हूँ ...........अली सोहराब .....सुचना का अधिकार दिलवाकर रहूंगा....अनिल भारद्वाज ...शरीर लुधियाना में दिल कोटा में हे ...........नीरज गुप्ता .......में आपकी हर बात का साक्षी हूँ .....गजेंदर जी व्यास ..मुझ से क्या छुपा हे यारों ...सेफ खान ....टोंक को सर पर उठा रखा हें ....मुमताज़ उर्फ़ व्क्कास ...एक आदमी दो नाम सब असली एक चीज़ नकली बताओ क्या .....अभिषेक मलेठी ...........सब के दिलों में रहता हूँ .....भारत तिवारी ....भारत मेरा महान हे ...धरमेंदर सोनी ... में वोह धरमेंदर नहीं ......जाग्दिश गुप्ता ..बी एस ऍन एल का हीरो हूँ .....इमरान खान ....अब मेरी भी शादी की बारी हे .आनन्द पाटनी ...अभी तो पार्षद हूँ कल का कोटा का भविष्य बन जाउंगा ....संजय सेन ......यद् उनकी कभी कभी आती हे .... पंकज झा ...मुझे सब ही तो पढ़ते हें .....शायर अशोक ..बहतरीन शायर हूँ .....अख्तर खान उदयपुरी .....झीलों की नगरी के प्रेस क्लब को जीत लिया हे .... हाजी शरीफ पठान ....में झूंठ नहीं बोलता कसाटा आइस क्रीम पहुंचा दूंगा ......विवेक नंदवाना ...आदर्श वकालत हे ...शोभराज प्रभाकर ......खूब देख रहा हूँ में .....म्र्युन्जय कुमार ..मेरा लिखा सब पढ़ते हें .....सबा हिजाब ...हिजाब ही तो हे जो सब कुछ हे .....तन्हा अजमेरी ...मेरी शायरी के सब शोकिन हें ....वन्दना राग ...मेरा भी अपना राग हे ....अशोक पांडे ....मेरी भी आवाज़ सुनो ...अशोक पुनमिया ...में भी कुछ लिख रहा हूँ जो सबसे बहतर हे ....प्रवीन अधिवक्ता .हे कोई वकालत का काम ...आबिद सुरती ...जिसको सलाह चाहिए तय्यार हूँ ....आमिर पठान .. पापा जब से पार्षद बने हें मेरे बारे में सोचते ही नहीं ..एडवोकेट जगदीश सोनी ...कानून का डंडा चलेगा ....आसिफ अली हाश्मी ........... खुबसूरत चेहरा खुबसूरत  ....भागीरथ आकोदिया ,......मानवाधिकार भी कुछ चीज़ हे यारों ......बीना जेन ........किसकी कुंडली देखना हे .........बिपाशा बासु ...मुझे बचाओ ....भवानी जोशी ...मेरी तो सब जगह चलती हे ....इंजिनियर आर ऍन अग्रवाल .कोई पुल मिलन का फिर बनाना हे ..फेंकू हिन्दुस्तानी ....हे कोई मुझ से बढ़ी फेंक नहीं ना ..... डॉक्टर गजेंदर सिसोदिया ...कोटा के स्वस्तय को सुधरने की कोशिशों में जुटा  हूँ .....डॉक्टर अनिल गुप्ता ....इलाज चाहिए ....डॉक्टर सलमान .... हर दिल अज़ीज़ हूँ ...गोविन्द हान्क्ला ....कविता सुनोगे ....इन्दर मोहन हनी ..जो मुझ से टकराएगा चूर चूर हो जाएगा ....गुरमीत बग्गा ......अच्छी जगह लग गया हूँ ....कमला गुप्ता ...एक अच्छा कवि हूँ .....डोक्टर इकबाल ........ हड्डी पसली जुडवा लो ...डोक्टर सरदाना .......लाइलाज बीमारी का मानवीयता से इलाज करता हूँ ........संजय जायसवाल ..गरीबों का भी मुफ्त इलाज होता हे ..........मोंटो खान ...उदयपुर के अख्तर खान का शरारती फोटू छापा था ......यशस्वी गोतम ..मेरे इलाज का यश हे ....योगेश जोशी ...................प्रेस क्लब का टीम मेनेजर जिंदाबाद .................. दोस्तों मेरे और भी फेस बुक भाई बहन हें जिनके लियें अगला अनक आ रहा हे .. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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