आपका-अख्तर खान

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07 अप्रैल 2011

जन्म से मरण तक लुट भ्रस्टाचार क्या खत्म हो सकेगा ..........

 देश में जन्म से लेकर मरण तक हर व्यक्ति को mere is  देश में भ्रस्ताचार का सफर तय करना होता है किसी का जन्म हुआ उसे खुद को पैदा होना साबित करना होगा इसके लियें सरकार के महकमे में जाकर सारी  फोर्मलिटी पूरी करने के बाद भी उसे बिना भ्रष्टाचार के प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा पेंशन हो गयी तो खुद को जीवित साबित करने के लियें उसे जीवित होने का प्रमाण पत्र बनवाना होगा ,विकलांग हो गया तो उसे विकलांग प्रमाण पत्र बनवाना होगा ,और अगर कोई मर गया तो फिर उसकी म्रत्यु का प्रमाण पत्र उसे बनवाना होगा लेकिन इन जरूरतों में सरकारी सिस्टम केसा है कोनसा प्रमाण्पत्र कितने रूपये में और केसे बनता हे , मुसलमान होने का प्रमाण पत्र, जाति का प्रमाण पत्र , मूल निवासी होने का प्रमाण पत्र इन सभी प्रमाण पत्रों में जो भ्रष्टाचार है अगर उसे दूर कर दिया जाए  तो मेरा भारत  महान हो जाएगा क्या अन्ना हजारे उनके करोड़ों करोड़ समर्थक is  भ्रष्टाचार को खत्म करवा सकेंगे अगर नहीं तो फिर इन सब का क्या फायदा ........   अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान भाजपा में फिर रूठा राठी कुछ नियुक्तिया रोकीं

राजस्थान भाजपा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया और अरुण चतुर्वेदी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के बिच हाल ही में हुई पार्टी पदाधिकारियों की नियुक्तियों को लेकर सहित युद्ध छिड़ गया है और हालात यह है के इसका असर यहाँ पार्टी के ३६ वें स्थापना दिवस पर भी पढ़ा इस दिन भी इनके दिल नहीं मिले और शिकायत हाईकमान दिल्ली जा पहुंची .
राजस्थान में केन्द्रीय भाजपा नेता हमेशा वसुंधरा सिंधिया पर अंकुश लगाने के लियें एक नया गुट नई ताकत को हवा देकर उन्हें परेशान करते रहे हैं लेकिन हर बार वसुंधरा की ताकत और राजस्थान  में उनको मिले समर्थन के आगे हाई कमान को वसुंधरा रणनीति के आगे झुकना ही पढ़ा है इस बार वसुंधरा सिंधिया के हाडोती मे उनके विरोधी रहे पूर्व भाजपा विधायक और कोटा देहात अध्यक्ष प्रहलाद गुंजल को जब प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष बनाया गया और कोटा देहात में प्रहलाद पंवार को अध्यक्ष बनाया तो बस वसुंधरा नाराज़ हो गयी और दिल्ली शिकायत कर डाली आपस में टकराव हुआ आखिर वसुंधरा की चली और इन दो नियुक्तियों को अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है .
राजस्थान भाजपा में हर बार वसुंधरा अपना वर्चस्व अपनी ताकत अपना समर्थन साबित करती रही हैं लेकिन भाजपा के केन्द्रीय नेताओं की नीतियों से राजस्थान में भाजपा की मजबूत स्थिति के वाद भी यहाँ भाजपा बिखरी पढ़ी हे और कमजोर होती जा रही हे जो कोंग्रेस को वोक ओवर दे रहा है . अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

रिश्तों में ऐसी भी पद्धति है दरार .................

एक अटूट रिश्ता ,एक पाकीज़ा रिश्ता, एक जीवन साथ जीने मरने वाला रिश्ता जी हाँ में पीटीआई पत्नी के रिश्ते की बात कर रहा हूँ जिस रिश्ते के बारे में कहा जाता है के पति के बगेर पत्नी और पत्नी के बगेर पति का जीवन अधूरा है लेकिन अगर यही रिश्ते एक दुसरे के जान ,माल और इज्जत के भूखे हो जाए तो फिर रिश्तों का मोल क्या रह जाता है .
दोस्तों दुआ करते हैं खुदा हमारे समाज को ऐसे दरकते जहरीले रिश्तों से बचाए जो बिगढ़ने के बाद एक दुसरे के इज्ज़त के प्यासे हो जाएँ एक पत्नी जब पति के खिलाफ दहेज़ का मुकदमा दर्ज कराती  है तो पत्नी को जेल भेज कर भी वोह सुकून हासिल करती है लेकिन एक पति जो अपनी नोकरी दिलाता हैं उसका संरक्षक होता है अगर वही  अपनी पत्नी को धोखा धडी के मामले में फंसाने के लियें सरकार को सुचना दे मुकदमा दर्ज कराए तो ऐसे रिशों को क्या कहेंगे , जी हाँ दोस्तों राजस्थान के रायपुर के पास सुनेल ग्राम धतुरिया में कार्यरत अध्यापिला श्रीमती सीमा सिसोदिया के खिलाफ उनके पति अशोक राव ने मुकदमा दर्ज कराया है के उनकी पत्नी चित्तोड़ में पिता के साथ निवासित थीं और मध्य प्रदेश से बी एड किया है फिर भी सुनेल का खुद को बताकर फर्जी मूल निवासी प्रमाण पात्र बनवाकर नोकरी प्राप्त कर ली है पति की मांग है के पत्नी को इस कारण से नोकरी से हटायें और फर्जी वादा करने के लियें मुकदमा दर्ज कर जेल भिजवायें , है ना अफ़सोस नाक बात के एक पति एक पत्नी की इज्जत और नोकरी का दुश्मन बन गया है लेकिन समाज में यह बगावत यह दुश्विचार क्यूँ और केसे आ रहे हैं इस पर कोई भी समाजशास्त्री चिन्तन मंथन कर कोई शोध पात्र कोई सुझाव नहीं दे प़ा रहा हे समाज में इन रिश्तों की दरारों को पाटने की जगह अगर और बढाया गया तो एक दिन समाज का वातावरण ही जहरीला हो जाएगा इसलियें इस पर सरकार और गेर सरकारी समाजसेवी संगठनों सहित जनता को भी विचार कर परिवर्तन के लियें कोई फार्मूला सुझाना चाहिए .............. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान की मंत्री कहती है के सरकार भ्रष्ट है

राजस्थान की मंत्री गोलमा देवी उनके सांसद पति किरोड़ी के खिलाफ सरकारी जिलाबदर की कार्यवाही के बाद भड़क गयी हैं और सरकार के मंत्रियों ,अधिकारीयों के खिलाफ भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप लगाये हैं .
कल सांसद किरोड़ी को उदयपुर में गिरफ्तार कर जिला बदर करने की कार्यवाही से राजस्थान सरकार को बनाने और बचाने वाली मंत्री गोलमा जो अभी सरकार में निर्दलीय के रूप में मंत्री बनी बेठी हैं भड़क गयी हैं और सभी मर्यादाओं को भंग कर अपनी ही सरकार के गांधीवादी राजस्थान के गांधी अशोक गहलोत की सरकार पर आरोप जड़ने लगी हैं वेसे तो एक मंत्री का यह कृत्य सरकार का विरोध मंत्री पद पर रहते हुए किया जाना हास्यास्पद हे क्योंकि अगर सरकार भ्रष्ट है तो वोह भी भ्रष्ट हैं और फिर उन्हें भी पद छोड़ कर ही सरकार के खिलाफ धरने प्रदर्शन करना चाहिए . 
इधर राजस्थान सरकार बार बार गोलमा को माफ़ करती रही हे जो सरकार की कमजोरी झलकाती रही है आखिर ऐसी कोनसी मजबूरी है जो अशोक गहलोत गोलमा को उनकी हरकतों की वजह से सरकार से बर्खास्त नहीं करवाते गोलमा सरकार का खाती हैं सरकार पर गुर्राती है और उनके पति राजस्थान भर में सरकार की नाक में दम किये हुए हे फिर भी सत्ता पक्ष पर कोंग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता उन्हें कोंग्रेस में शामिल होने की दावत देते रहे हैं और किरोड़ी है के कोंग्रेस के इन प्रस्तावों को ठुकराते रहे हैं यह सब नजारे देख कर सुनकर ऐसा लगता है के राजस्थान सरकार किरोड़ी और गोलमा के बीच सरकार स्थिर और अस्थिर करने के मामले में कुछ ना कुछ दाल में काला है क्योंकि राजस्थान सरकार किनारे के समर्थन पर ही टिकी हुई है और निर्दलियों के अलावा दल बदल के बल पर ही सरकार को विश्वास मत हांसिल हुआ था तब से सरकार केसी चल रही है इसकी कहानी सब जानते हैं ...... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

अन्ना अन्ना अन्ना आखिर जीत ही गये बिना लाठी भाटा धरने प्रदर्शन के एक उपवास में ............

मेरे हिन्दुस्तानी दोस्तों मेरी हिन्दुस्तानी बहनों माताओं और जो विदेश में रह रहे हिन्दुस्तानी हैं आज उनेह सभी को अन्ना समर्थकों का सलाम एक अन्ना जिसने देश के नेताओं देश के आन्दोलन कारियों की सोच उनकी दिशा और दशा सब कुछ बदल कर रख दिया और इसके लियें किसी हिंसा किसी बंद किसी लाठी भाटा जंग की जरूरत नहीं पढ़ी केवल एक उपवास ने देश में भ्रटाचार की दुनिया बदल कर रख दी . 
आज मेरी बिटिया ने मुझ से पूंछा पापा यह अन्ना हजारे कोन हैं आज लोग इनके दीवाने क्यूँ हैं और भाजपा,कोंग्रेस ,शिवसेना,आर एस एस ,बजरंगदल इनका समर्थन क्यूँ नहीं कर रही है , में खुद इस मासूम सवाल पर चुप्पी साध गया फिर बच्ची ने दुबारा सवाल किया पापा बताओं ना क्या अन्ना देश में अभी इन दिनों ही आये हैं जो इसके पहले के भ्रस्टाचार मामलों में वोह कभी नहीं बोल पाए  उसके इस सवाल पर मुझे जवाब देना जरूरी हो गया .
मेने बिटिया से कहा बेटा यह अन्ना गांधीवादी हैं उपवास पर कई मंत्रियों और कई अधिकारीयों को हटा चुके हैं और यह भ्रस्ताचार के खिलाफ देश में ही रहकर जंग लड़ते रहे हैं लेकिन यह बात सही हे के सर से पानी गुजरने पर ही आज अन्ना देश के एक सिपाही की तरह सार्वजनिक रूप से पहली बार बढ़ी लढाई लढने के लियें निकले हैं जिसमे देश की जनता का उन्हें समर्थन है मेने कहा चलो देर आयद दुरुस्त आयद भ्रस्ताचार के खिलाफ यह मुहीम देर से ही सही लेकिन शुरू तो हुई मेने बिटिया से कहा के एक अन्ना ही हैं जिन्होंने भ्रटाचार के मामले में जनता को एक जुट कर सरकार को हिला कर रख दिया बिटिया का दुसरा सवाल पापा क्या जो जनता जो समाजसेवक जो रिटायर्ड लोग अन्ना के साथ लगे है वोह गारंटी से ईमानदार हैं क्या उन्होंने कभी बेईमानी नहीं की या फिर वोह भविष्य में कभी बेईमानी नहीं करेंगे में फिर चुप लेकिन बिटिया ने फिर मुझे टटोला हार कर मुझे कहना पढ़ा बेटा मुझे पता नहीं लेकिन शिक्षा तो यही है के सभी को पहले अपने गिरेबान  में झाँक कर देखना चाहिए कोई गलती हो तो उसे सूधार कर ही आन्दोलन में उतरना चाहिए मेने बिटिया को पहले खुद गुड खाना छोड़ने और फिर बच्चों को गुड नहीं खाने की नसीहत वाली कहानी सुनाई ,बिटिया ने फिर कहा के पापा एक कहावत खुद तो गूढ़ खाओ और गुलगुलों से परहेज़ करो ऐसा भी तो होता है में झल्ला गया लेकिन मेने खुद को फिर सम्भाला और कहा के बेटा में तो बस अन्ना हजारे की गारंटी ले रहा हूँ वोह तो एक दम साफ़ सुथरी छवि वाले संघर्ष शील आदमी है बिटिया ने फिर पूंछा तो फिर यह हजारे इतने सालों से खुलकर क्यूँ नहीं बोले में फिर झल्लाया अरे तो सवालों की दूकान बन गयी हे चल पढ़ी पढ़ लेकिन वोह कहाँ चुप रहने वाली थी उसने मुस्कुरा कर फिर सवाल किया के कोंग्रेस और भाजपा और दुसरे राष्ट्रभक्त संगठन इसमें अन्ना के साथ क्यूँ नहीं आ रहे हैं इसकी क्या वजह है में फिर झल्लाया अरे मुझे क्या पता तुम तो यह सब उन लोगों से ही पूंछ लेना , बिटिया ने फिर कहा पापा आप वकील हो ,आप पत्रकार हो ,आप समाजसेवक हो भ्रस्ताचार और मानवाधिकार के लियें लड़ते हो तो फिर में किसी और से इन सवालों के बारे में क्यूँ पूंछू में बिटिया को पास बुलाया उसे पुचकारा और बात को टालते हुए कहा के बेटा तुम खुद ही अन्ना को देखलो आज अन्ना के आलावा मिडिया टी वी अखबार में कोई खबर नहीं है और सरकार उनके उपवास अनशन के आगे झुक गयी है देर से ही सही उन्होंने देश को एक नई दिशा नई सोच भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन की एक ताकत तो दी है और अन्ना की लढाई खुद के लियें नहीं किसी राजनितिक पार्टी के लियें नहीं देश के लियें है और इस लढाई में ना कोई रेली,ना कोई धरना ना कोई प्रदर्शन न लाठी ना भाटा  और सरकार झुक गयी तो बेटा यह तो अच्छी  बात है ,बिटिया ने मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखा ........में समझ गया के यह इसके सवालों का जवाब जो में नही दे सका उस पर मुस्कुरा रही है लेकिन फिर भी बिटिया ने पापा का दिल रखने के लियें गर्व से कहा तो पापा ऐसे अन्ना को तो मेरा भी सलाम कहिये .........बिटिया तो स्कुल चली गयी लेकिन उसके यह अंतर्मन को छेड़ते सवाल तीर की तरह आज भी मुझे भेद रहे हैं ...................... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान


एक सफल माँ ही बन सकती है सफल ब्लोगर जो हैं डॉक्टर मोनिका शर्मा

एक सफल माँ ब्लोगर डोक्टर मोनिका शर्मा
जी हाँ दोस्तों एक अच्छा इंसान एक अच्छा व्यक्ति ही अच्छा ब्लोगर बन सकता है लेकिन अगर एक माँ जो अपने बच्चों के लियें कर्तव्यबद्ध हो और उन्हें दुनिया में सबसे ज़्यादा प्यार करती हो अगर ऐसी ममता की मूरत माँ कोई ब्लोगिंग करे तो उसमें तो एक प्यार, एक अपनापन,मधुरता,मिठास , अल्फाजों की जादूगरी और एक नई सोच का आगाज़ होना ही चाहिए और यह सब एक सफल माँ ब्लोगर डोक्टर मोनिका शर्मा में है .
राजस्थान की राजधानी पिंक सिटी जयपुर की मूल निवासी डॉक्टर मोनिका इन दिनों केनेडा में बसी हैं और वोह केनेडा में रहकर हिंदी  से प्यार होने के कारण हिंदी भारत माँ की मात्र भाषा होने के कर्ण हिंदी में ब्लोगिंग कर रही हैं केनेडा के एयर कंडीशन वातावरण में डॉक्टर मोनिका ने नोवंबर २००९ से हिंदी ब्ल्गोगिंग की शुरुआत की और अपने सधे हुए निर्विवाद अल्फाजों से इन्होने जो रचनाएँ जो सारगर्भित लेख ब्लोगिंग की दुनिया को दिए इससे मोंका जी ब्लोगिंग क्वीन बन गयीं और आज ब्लोगिंग की दुनिया में इनका नाम मान सम्मान के साथ लिया जाने लगा है .
प्रारम्भ से ही मीडिया से जुडी रहने के कारण डॉक्टर मोनिक अपना मिडिया का लगाव नहीं छोड़ पायीं और वोह आज भी इसी कार्य में लगी हुई हैं ब्लोगिंग भी वोह करके अपनी इसी विधा की धार लोगों को जता रही हें , एक ख़ास बात डॉक्टर मोनिका में यह है के वोह बहतरीन रचनाकार के साथ गीत लिखने वाली बहतरीन शायर भी हैं और इसी कारण उनके अल्फाजों को अर्चना चाव्जी ने आवाज़ देकर मधुर वाणी बनाकर आज विश्व प्रसिद्ध बना दिया है .
नोवंबर २००९ से विभिन्न मुद्दों पर लिखने वाली महिला ब्लोगर में डोक्टर मोनिका जी सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं और इसीलियें इनकी एक एक रचना पर टिप्पणियाँ बेशुमार होती हैं और सभी टिप्पणियाँ ब्लोगिंग की दुनिया का इनके प्रति प्रेम समर्पण प्यार को प्रदर्शित करती हैं ,वोह खुद कहती है के उनके कर्तव्यों में सबसे पहला और खास कर्तव्य माँ का हे इसीलियें इसके आगे सभी काम बेकार हैं . केनेडा में बैठकर हिन्दुस्तान पर हिन्दुस्तानी भाषा में लिखना इनका हिन्दुस्तान से जुड़ाव हिंदी से लगाव का एक यादगार अनुकरणीय उदाहरण है .
डॉक्टर मोनिका की पमुख लेखनी  में ..............चेतन्य का कोना .......परवाज़ शब्दों  के पंख .......तीज तवार....विश्वास नहीं ...........सबसे अलग ....प्रमुख हैं और इन ब्लोग्स में डोक्टर मोनिका जी ने अपने सारे मरीजों का दर्द अपने सारे साहित्यकारों का शोध उड़ेल कर रख दिया है और इसीलियें डॉक्टर मोनिका एक आदर्श माँ के साथ साथ एक आदर्श निर्विवाद ब्लोगर भी बन गयी हैं जिनका नाम ब्लोगिंग की दुनिया में सम्मान के साथ ही लिया जाता है ..............
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

साहित्य समाज और हमारा समय विषय पर कार्यक्रम नो अप्रैल को कोटा में

साहित्य समाज और हमारा समय विषय पर कोटा राजस्थान में नो अप्रैल को साहित्य दिवस २०११ के रूप में एक साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किया है . इसी क्रम में आगामी ३१ जुलाई को बीकानेर में प्रेमचन्द समारोह का भी आयोजन किया गया है .
कोटा में प्रगितशील लेखक संघ राजस्थान द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता आर पी यादव उप कुलपति तकनीकी विश्विद्यालय कोटा करेंगे जबकि नरेश दाधीच उप कुलपति खुला विश्व विद्यालय रहेंगे .गायत्री शक्ति पीठ महेश्वरी भवन के पीछे विज्ञानं नगर में आयोजित इस कार्यक्रम के संयोजक हमसफर साप्ताहिक के सम्पादक जीनगर दुर्गा शंकर गहलोत ने बताया किकार्यक्रम अध्यक्ष वेड व्यास और सचिव श्याम महर्षि हैं , गहलोत ने बताया कि इस अवसर पर झालावाड के साहित्यकार रघुराज सिंह हाडा ,बशीर एहमद मयूख कोटा ,शचीन्द्र उपाध्याय ,रोशन कोत्वी, रशीद अहमद पहाड़ी , श्रीमती प्रेमलता जेन , श्रीमती कमला कमलेश , ब्रिजेन्द्र कोशिक , रमेश वारिद ,मदन मदिर , दुरगादान सिंह गोड़ को  प्रेम चंद सम्मान के साथ समानित किया  जाएगा . प्रगति शील लेखक संघ के वेदव्यास ने बताया कि आगामी ३१ जुलाई को बीकानेर में प्रेमचंद सम्मान कार्यक्रम होगा वेदव्यास राजस्थान के ही नहीं देश भर के विख्यात साहित्यकार हैं ......... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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