आपका-अख्तर खान

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26 अप्रैल 2011

तितली की तरह ....

वोह आये और 
तपाक से 
कुछ लिपटे 
मुझसे 
इस तरह 
जेसे 
लिपटती है 
तितली 
किसी गुल से 
रस चूसने के लियें 
में भी 
एक गुल की तरह 
ठगा सा 
बस यूँ ही 
उसे देखता रहा .............................. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

एक अखंड ज्योंति हो तीसरी सदी से जल रही है ...........

राजस्थान के हाडोती में बूंदी जिले के केशोराय पाटन का एक जेन तीर्थ जहां मन्दिर के गर्भ में अखंड ज्योति संवत ३३६ से जल रही है श्रद्धालु प्रतिवर्ष इस मन्दिर पर इखट्टे होकर पूजा अर्चना करते हैं .
चम्बल तट पर कोटा के पास बसे इस केशोरय पाटन के बारे में मान्यता है के यह मन्दिर शनी निवारक है शनी अमावस्या के दिन जब पहली सदी में प्लेग फेलने से यहाँ से लोग चले गए थे गाँव खाली था तब एक मुनि महाराज ने शानिनिवारण  के लियें मन्दिर के गर्भ में जाकर आस्था की इस ज्योति को प्रज्वलित किया था बस तबसे आज तक १७३२ साल गुज़र जाने के बाद भी यह अखंड ज्योति लगातार जल रही है . 
लोगों की मान्यता है के मुनि सुव्र्त्त नाम की इस मूर्ति को महमूद गजनवी ने भी आक्रमण कर खंडित करने का प्रयास किया था लेकिन उसके सभी प्रयास और ताकत के बाद भी मूर्ति खंडित नहीं हुई उलटे पेरों के उँगलियों से ऐसी धारा बह निकली के महमूद गजनवी के फोजी डर के भाग गए , अपनी चमत्कारिक शक्तियों के कारण यह मन्दिर और मूर्ति अखंड ज्योति सहित लोगों की आस्था का केंद्र बना है जहां लाखों श्रद्धालु प्रतिवर्ष जाते हैं ..... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भ्रमर का दर्द और दर्पण उनकी लिखने में भरा पढ़ा है .......

ब्लोगिंग की दुनिया में एक रोज़ लिखने और फिर लोगों तक पोस्ट करने वाला एक ही नाम सुरेंदर चान्वला   भ्रमर इन दिनों काफी चर्चित ब्लोगर और फेसबुक फ्रेंड है , गुडगाँव हरियाणा में टेलीकम्युनिकेशन के व्यवसाय से जुड़े भाई भ्रमर लगातार दिल को छूने वाली लेखनी और वर्तमान परिस्थितियों पर टिप्पणी करने वाले ब्लोगर हैं  
ख्वाबों का तसव्वुफ़ इनका अपना ब्लॉग है जो वर्ष २००९ से इंटरनेट की दुनिया में धूम मचा रहा है , प्यार दो प्यार लो के संदेश देने वाले भ्रमर जी जो भी लिखते हैं दिल से लिखते हैं और इसीलियें वर्तमान में समाज में बिखरे पढ़े माहोल पर इन्होने खूब कलम उठायी है और अपने ब्लॉग जेसा नाम है ख्वाबों के तसव्वुफ़ पर खूब दाद लुटी है , भ्रमर का दर्द और दर्पण इनकी अपनी फलसफे वाली  रचना है और हंस को कोआ बना डालते हैं रचना तो इनकी खूब पढ़ी जा रही है ........................... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भाजपा की भूली बिसरी राम लाला की यादें ........

उत्तर प्रदेश के चुनाव में भाजपा को कई साल पहले भुला देने वाली राम लाला जी की भूली बिसरी याद फिर से बरसाती मेंडक की तरह आ गयी है . फेजाबाद में भाजपा के अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष सहित कई भाजपा नेताओं ने रामलला की इस जन्म भूमि पर रामजी को एक बार फिर या कर चुनावी बिगुल बजाया है . 
रामजी वाही रामजी जो भगवान है जो लोगों के दिल में बसते हैं जिनके नाम पर राजनीति करना कानूनन और धर्म के एतेबार से भी अपराध है लेकिन भाजपा ने इस नाम को भुनाया और २ से अस्सी फिर अस्सी से सत्ता तक पहुंच गए रामजी के नाम पर खुद ने खुद को पुजवाया ,मालाएं पहनी लोगों को दर्शन दिए और फिर जब दो बार सत्ता में आये तो बस रामजी कोन रामजी सभी लोग रामजी को भूल गए , अब फिर चुनाव आ गये है  और भाजपा को चुनावी मुद्दे के लियें एक बार फिर जितने की कोशिश करने के लियें रामजी के सहारे की जरुररत है और इसीलियें भाजपा को रामजी एक बार फिर फेजाबाद में याद आ गये हैं लेकिन मतदाताओं के मन में इस मुद्दे पर भाजपा के खिलाफ गुस्सा जरुर झलक रहा था .................... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यह भ्रष्ट और मक्कारों की महफिल है ...................

यह भ्रष्ट  और मक्कारों की महफिल है ...................भ्रस्ताचार के खिलाफ बोले तो तुम भी यूँ ही भरी महफ़िल से निकाले जाओगे , दोस्तों आज भ्रष्टाचारियों के बहुसंख्यक हो जाने के कारण देश में यही चलन चल रहा है जो कोई भी भ्रस्ताचार के खिलाफ एक जुट होता है उसके खिलाफ एक अभियान योजनाबद्ध तरीके से चलाया जाता है चाहे वोह राजिव गांधी हों , चाहे जय प्रकाश हों ,चाहे धर्म गुरु हो , चाहे मोरारजी देशी हों ,चाहे इस अभियान में भूषण परिवार शामिल हों या फिर किरण बेदी शामिल हो , चाहे अन्ना हजारे हों ,चाहे बालठाकरे हों चाहे इमाम्बुखरी हों .चाहे योगगुरु रामदेव हो जो कोई भी भ्रस्ताचार के खिलाफ बोला है उसकी शामत ही आई है . 
लेकिन देश में एक चप्पल भ्रस्ताचार के खिलाफ ऐसी उछली है के उसने भ्रस्ताचार के खिलाफ  बोलने वालों को होसला दिया है , पिछले दिनों एक बच्ची को परेशान कर आत्महत्या के लियें मजबूर कर देने वाले दी जी पी राठोड को एक शख्स द्वारा अदालत में चाकू मारा गया फिर उसी शख्स ने दिल्ली की अदालत में आरुषी के पिता पर हमला किया  कहने को तो यह शख्स पागल लगता है लेकिन आज देश को ऐसे ही नोजवानों की ज़रूरत है और आज एक नोजवान ने भ्रस्ताचार के खिलाफ भ्रष्टाचारियों के खिलाफ अपनी एक चप्पल उछल कर अपने नफरत का परिचय दे दिया है आज अदालत में पेशी पर जाते वक्त अचानक एक शख्स की चप्पल कलमाड़ी की तरफ उछलती है और उन्हें बचाने के लियें पुलिस कर्मी उस युवक को गिरफ्तार कर लेते है कहने को यह एक अपराध है लेकिन आप ही जरा बताइए जो गले तक बर्दाश्त करते करते थक गया हो वोह नो जवान वोह भारतीय ऐसे लोगों के खिलाफ अपनी नफरत का इज़हार ऐसे  नहीं करेगा तो केसे करेगा तो दोस्तों भ्रटाचार तो अब दूर हो ही जाएगा लेकिन इसके लियें भ्रष्ट लोगों की तरफ एक चप्पल तो नफरत से उछालो यारों वाला नारा बुलंद करना होगा ................. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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