आपका-अख्तर खान

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13 मई 2011

मासूम भाई शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया ..............ऐसा ही प्यार बनाये रखिये

दोस्तों सब जानते हैं, के किसी भी कामयाबी के मामले में, कुछ अपनों ,और कुच्छ, परायों की कई बार नज़र लग जाती है,, मुझे गलत फहमी हुई ,मेरा ब्लॉग थोड़ा बहुत अच्छा चलने  लगा है ,मेरे ब्लोगर भाईयों और बहनों की जिंदगी और हाल के बारे में जब में लिखने लगा तो मुझे कई मुबारकबाद भी मिली, कई उलाहना भी मिली ,लेकिन अचानक, मेरे ब्लॉग की रीडर शिप ठप्प हो गयी, में परेशान ब्लॉग तकनीक में ,में अज्ञानी, सोचा चलो भाई दिनेश राय जी द्विवेदी जी से बात करे,,, भाई द्विवेदी से जब मेने कहा ,के मेरा ब्लॉग डेशबोर्ड और हमारिवानी में नहीं आ रहा है, तो भाई दिनेश जी ने तुरंत शाहनवाज़ जी को फोन लगा डाला, शाहनवाज़ जी ने मेरे ब्लॉग के बारे में समझा और फिर मुझे इस मामले में क्या हो सकता है बताने के लियें आश्वस्त किया .
भाई शाहनवाज़ ने कोशिश की और पता लगाया के तारीख २८ अप्रैल से मेरा ब्लॉग हमारिवानी पर अपडेट नहीं है और कुछ गडबड  है जो समझ में नहीं आई है शाहनवाज़  भाई ने मुझे कुछ निर्देश दिए ,लेकिन मुझे मेरे ब्लॉग को दूसरों को पढाने में सफलता नहीं मिली, मेने हिम्मत तो हारी, में निरुत्साहित तो हुआ ,लेकिन थोड़ी बहुत हिम्मत बाक़ी थी, सांझा ब्लॉग ,,ब्लॉग की खबरें ....प्रगति शील ब्लॉग लेखक संघ ..आल इण्डिया ब्लोगर्स .हिंदी ब्लोगर्स के जरिये में अपने ब्लॉग प्रमोट करने की कोशिश करता रहा,, लेकिन हमारी वाणी पर मेरे ब्लॉग फिर भी में लोगों तक  नहीं पहुंचा सका ,में खुद और एक कम्प्यूटर इंजीनियर इस प्रयास में काफी थक गए, मेने फिर दिनेश भाई को याद किया ,दिनेश भाई ने कहा के फीड बर्नर का कोई मामला होगा, लेकिन मुझे भी इसमें ज्यादा तकनीक जानकारी नहीं है ,खेर ..मेने कम्प्यूटर इंजीनियर जी को बताया,,,लेकिन सारी कोशिशें बेकार में लगातार भाई मासूम   जी को मुंबई के नम्बर पर फोन मिला रहा था लेकिन फोन स्विच और मेने भाई मासूम को संदेश दिया परेशानी बताई लेकिन कोई जवाब नहीं आया मन पापी होता है एक बार तो सोचा के मासूम  भाई बेवफा तो नहीं हो गए ..फिर सोचा अनवर भाई से बात करूं लेकिन भाई अनवर तो ब्लोगिग्न सम्मान में व्यस्त थे हम भी खुश थे के भाई को उनकी महनत का फल मिल रहा है इधर खुशदीप जी के कथित सन्यास को लेकर लपड़ा चल रहा था इसलियें  मुझे कोई भाव नहीं दे रहा था ...खेर बाद में पता चला के अमन का पैगाम जोनपुर लखनऊ  में मजे कर रहे थे .वहां लोगों में प्यार अपनापन और खुशिया बाँट रहे थे,,मेलजोल और भाईचारे वाले कार्यक्रम में बिजी थे,, और अब वापस मुबई लोट आये हैं,मेने फोन मिलाया, मासूम भाई उसी दिन मुम्बई पहुंचे थे, सो उन्होंने अभी हाल ही में मेरा संदेश देखने की बात कही, और  मेरी परेशानी सुनकर सहज कहा के कोई बात नहीं अब में आ गया हूँ ,सब ठीक हो जाएगा ..कल मासूम भाई से बात हुई आज सुबह मेने ब्लॉग अनमने मन से लिखा और फिर देखा तो मेरा ब्लॉग डेशबोर्ड पर आया गया मेने हमारीवाणी  क्लिक  की तो उसमे भी मेरा ब्लॉग आ गया था बस जनाब मेरी तो जान में जान आ ही गयी और मुझे लगा के अब में फिर मुख्यधारा में जुड़ने वाला ब्लोगर हो गया हूँ ,वरना जंगल में मोर नाचा  किसने देखा वाली कहावत थी अब इस मामले में मासूम भाई का शुक्रिया शुक्रिया .................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

फर्जी मुठ भेड़ में फांसी की सजा हो ..........

देश का सर्वोच्च  न्यायालय इन दिनों देश के विभिन्न हिस्सों में फर्जी मुठभेड़ में पुलिस की क्रूरता के किस्से सुन सुन कर परेशान हो गया है और न्याय को बचाए रखने के लियें हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के जजों ने एक फरमान जारी कर कहा है के जो पुलिस कर्मी फर्जी मुठभेड़ में लिप्त पाया जाता हो उसे कम से कम म्रत्युदंड दिया जाना चाहिए ...
कल सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए कहा के अजीब बात है जो रक्षक होते हैं वोह भक्षक हो जाते है ..खाकी वर्दी में अगर कोई गुडागर्दी करता है तो उनके लिए सख्त सजा का प्रावधान होना चाहिए ..सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे सभी आरोपियों को म्रत्युदंड की सजा देने के निर्देश भी दिए हैं ताकि मोत की सजा के दर से देश  में फर्जी मुठ भेड़ों का आतंक खत्म हो सके .....
देश में अचानक दो तीन वर्षों में हर जिले हर राज्य में फर्जी मुठ भेड़ की लम्बी कहानियाँ शुरू हो गयी है और सभ फर्जी मुठ भेड़ों की कहानिया हाईकोर्ट और सुप्रीमकोर्ट के सामने खुल भी गयी है इसी लियें देश की पुलिस और सरकार के गठ बंधन से हो रही इन मोतों से सुप्रीम कोर्ट ने व्यथित होकर यह टिपण्णी की है लेकिन खाकी के भेस में छुपे यह वर्दीवाले गुंडे हैं के सुधरने का नाम ही नहीं लेते हैं ................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मंत्री जी आपका विभाग तो भ्रष्ट है ..............

दोस्तों कल मेरे पास कोंग्रेस पदाधिकारियों के संदेश आये ..संदेश में लिखा था के राजस्थान सरकार के यातायात मंत्री ब्रिज किशोर शर्मा कोटा आ रहे हैं उनके स्वागत सम्मान समारोह में आपको पधारना है  पहले तो मेने सोचा कोंग्रेस के मंत्री है कोंग्रेस कार्यालय में तो जायेंगे ही लेकिन दुसरे मंत्रियों की तरह इन्हें भी कोंग्रेस कार्यालय से दूर रखा गया और तीसरे स्थान पर यह कार्यक्रम रखा गया ...................कार्यक्रम में तो में नहीं जा सका था लेकिन कोंग्रेस के नेता सभी सर्किट हाउस में मंत्री जी के पास मोजूद थे परेशान लोगों की जनसुनवाई हो रही थी कोंग्रेस का एक गुट आल इस वेळ के नारे दे रहा था लेकिन इसी बीच कोंग्रेस के विधायक का चुनाव हारे नईमुद्दीन गुड्डू चलाए और उन्होंने मंत्री जी से उनके पास खड़े यातायात विभाग के कर्मचारियों की तरफ इशारा करते हुए कहा के आपके विभाग के कर्मचारी भ्रष्ट हैं ..यातायात विभाग में रिश्वत का खेल चल रहा है वहां दलालों की पो बारह है कुछ ठीक नहीं है गुड्डू ने कहा के मंत्री जी इस सिस्टम को सुधारो ....बस फिर क्या था कोंग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता पंकज मेहता को भी तेष आ गया वोह भी बोले कहा एके साहब यातायात विभाग में बिना जाए लाइसेंस बन जाना और जाने के बाद भी सेकड़ों चक्कर लगाना भ्रस्ताचार की कहानी कहता है ..इसी बिच कोंग्रेस के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रविन्द्र त्यागी भी बोल पढ़े सही बात है साहब विभाग में दलालों का कब्जा है और हालत नहीं सुधर रहे हैं ......बेचारे मंत्री जी जिनका कोंग्रेसी सम्मान करने वाले थे इस तरह के हमले से एक दम स्तब्ध थे और सोच  रहे थे के क्या ऐसा ही होता है कोटा में सम्मान समारोह जहाँ कर्मचारियों को उनके सामने भ्रष्ट बेईमान बताया जाता है और फिर वोह कर्मचारियों के खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही करने में भी अक्षम रहते हो .......................................तो जनाब इस तरह से कोंग्रेसियों ने खुद मंत्री जी को यह अहसास दिला दिया के मंत्री जी आपका विभाग तो भ्रष्ट है ..............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यह कांटो में जो छुपा है ....

यह कांटो में जो छुपा है ....
वोह खुबसूरत फुल 
जो माहोल को सुंगंधित कर रहा है 
वोह गुलाब है .....
यह गुदड़ी में जो चमकता है 
वोह कोई गरीब नहीं 
गुदड़ी में छुपा लाल है .
यह भ्रस्ताचार में जो डूबा है 
यह बेईमानों का जो सरदार है 
कोई और नहीं 
हमारे अपने देश का 
चुना हुआ नुमाइन्दा सरकार है .................
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान की सुन्दरता मान सम्मान के किस्से सूना रहे हैं रतन सिंह

राजस्थान की सुन्दरता मान सम्मान के किस्से सूना रहे हैं रतन सिंह

  राजस्थान की धरती पर जन्मे ,एक क्षत्रिय परिवार के रतनसिंह शेखावत ,चाहे इन दिनों, दिल्ली में रहकर अपना रोज़गार चला रहे हों ,लेकिन राजस्थानी धरती से ,राजस्थान की मिटटी से, आज भी उनका अनोखा रिश्ता है ,प्यार का समर्पण का रिश्ता है ,और इसीलियें, उन्होंने अपनी लेखनी से राजस्थान की राजपूती आन बान शान के सभी साहसिक किस्से और सोंदर्य का रूप वर्णन अपने ब्लॉग ज्ञान दर्पण  में भर दिया है ..................
रतन सिंह शेखावत ने सीकर के जिले के भगतपुरा गाँव में एक जागीरदार राजपूत परिवार के यहाँ  जन्म लिया और खामा घनी से लेकर राजपूती आन बान शान के सभी तोर तरीके सीखे,सारा देश जानता है के राजाओं का राज्य राजस्थान देश भर में अपनी ताकत,अपना साहस , अपने बलिदान, वफादारी ,राष्ट्रीयता के लियें अलग पहचाना बनाये हुए हैं यहाँ की सुन्दर हवेलियाँ, सुरक्षित दुर्ग, और राजसी ठाठ बाठ वाले महल, देखने के लियें आज भी देश विदेश से पर्यटक आ रहे हैं ,और आपणों राजस्थान के किस्से ,यहाँ से लेकर मदमस्त होकर जा रहे हैं ....................
रतन सिंह शेखावत एक ऐसे ब्लोगर हैं ,जिन्होंने राजस्थान के इतिहास,यहाँ के पर्यटन, यहाँ के सोदर्य को जीवंत कर दिया है ,और ऐतिहासिक धरोहर के साथ साथ ,ऐतिहासिक गाथाओं को जो वर्णन दिया है, उसने तो राजस्थान सरकार ,पर्यटन विभाग और शोधकर्ताओं की सारी मुसीबते खत्म कर दी हैं, कोई छात्र अगर राजस्थान की हवेलियों, यहाँ की लोक कथा ,राजस्थान के राजपूतों की बहादुरी के किस्से,पर शोध ग्रन्थ लिखना चाहता है, तो बस ज्ञान दर्पण देख ले उसकी सारी ख्वाहिशें पूरी हो जायेंगी और इसके लियें भाई रतन सिंह शेखावत जी ने जो महनत जो लगन से इस ज्ञान दर्पण में वर्ष २००८ से ब्लोग्गिं की है ,उससे तो राजस्थान और राजस्थान का राजपूत,क्षत्रिय समाज भाई रतन सिंह शेखावत का ऋणी हो गया है, इनके इस ब्लॉग को देख कर लगता है के भाई रतन सिंह जी ने अपने राजपूत होने ,और राजपूत के घर में जन्म लेने,का ऋण इस ब्लोगिंग से उतार दिया है ..एक ड्रेस डिजायनिंग कम्पनी दिल्ली में काम करने वाले भाई रतन सिंह जी अपनी समस्त जिम्मेदारियों के बाद ब्लोगिग्न का वक्त निकालते हैं ,और इन्होने नोव्म्बर २००८ से जो ब्लोगिग्न की बस फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा इनके आलेख कई अख़बारों में भी प्रकाशित हुए है ,पूर्ण रूप से क्षत्रिय संस्क्रती के समर्थक भाई रतनसिंह शेखावत क्षत्रिय राजपूत समाज के कल्याणकारी सेवा कार्यों से भी जुड़े हुए हैं और सामाजिक कार्यों में लगातार जुड़े रहने से यह राजपूत समाज के हीरो तो है ही ,लेकिन राजपूत ब्लोगिग्न के भी सुपर स्टार हीरो बन गए हैं, अब तक इनका अनुसरण २४८ लोग कर रहे हैं और हजारों हजार र्लोग इनके ब्लॉग को बढ़े चाव ,बढ़े विशवास के साथ पढ़ रहे हैं ,अपने विचार और प्यार की टिप्पणियाँ इस ब्लॉग पर दे रहे हैं ..........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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