आपका-अख्तर खान

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10 जून 2011

हाँ तुमने सही कहा सही समझा था ..........

हाँ तुमने 
सही कहा था 
हाँ तुमने 
सही समझा था ..
के में पागल हूँ ..
में पागल हूँ 
तभी तो 
तुम्हारे हर वायदे को 
पत्थर की लकीर समझ बेठा था 
तुमने कहा था 
तुम मुझ से 
जिंदगी से भी 
ज्यादा प्यार करते हो 
हाँ तुमने कहा था 
तुम 
मेरे बगेर एक पल एक क्षण 
नहीं रह सकते 
मेने तुम्हारे 
इन सब वायदों को 
सच ही तो माना था 
मुझे क्या पता था 
तुम सोना नहीं 
तुम तो पत्थर हो 
शायद इसीलियें 
आज 
यूँ ही 
अंतिम क्षणों में 
लाश को मेरी
 यूँ ठोकर मारकर 
फिर से तुम 
अपने लियें 
नयीं खुशियाँ 
तलाशने निकल पढ़े हो 
इसलिए
तो में कहता हूँ 
तुमने सही कहा था 
सही समझा था 
के में पागल हूँ ..............
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

इंसान का एक सच .......

इंसान का एक सच .......
जो सबको सुनना है .........
इंसान 
एक दूकान है 
और 
जुबान 
उसका ताला 
ताला 
खुलता है 
तभी 
मालूम पढ़ता है 
के दुकान 
सोने की है 
या कोयले की 
इसलियें 
सोने की दूकान के 
दुकानदार बनो .
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हाँ मेने देखा है ...........

हाँ मेने देखा है ...........
कुछ गुस्से में तुमने कलम उठाई 
सफेद कागज़ पर चलाई 
नाम उस पर मेरा लिखा 
फिर 
चेहरे पर गुस्सा आया 
तुमें मेरा नाम लिखा 
यह पन्ना 
अपने दोनों हाथों से 
बेरहमी से 
मसल कर फाड़ दिया .
जी हाँ मेने देखा है 
तुमने पेन्सिल उठाई 
कागज़ फिर से उठाया 
उस पर फिर से 
मेरा नाम लिखा 
फिर गुस्से में 
रबड़ को 
मेरे नाम पर घिस कर 
उसे बेरहमी से 
कागज़ के पन्ने से 
मिटा दिया ..
में देखता हूँ 
में सोचता हूँ 
में जानता हूँ 
तुम यूँ ही ऐसा कर के 
वक्त अपना बर्बाद कर रही हो 
कागज़ .कलम दवात से तो यूँ ही 
रोज़ नाम लिख कर 
तुम मिटा दोगी
लेकिन दिल में खुद के 
जो मेरा नाम तुम लिख डाला है 
उसे कोनसे रबड़ से 
और केसे मिटा पाओगी 
इसीलियें कहता 
सच यही है 
के हम आपके दिल में रहते हैं 
और इस सच को तुम 
यूँ ही मानलो .................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

शब्द साधकों की साधना स्थली है...अवनीश सिंह चोहान

                                         दोस्तों पूर्वाभास के अवनीश  सिंह चोहान जिनका अपना मानना है के शब्द साधकों की साधना स्थली है और इसी फार्मूले को लेकर भाई अवनीश जी एक नई ब्लोगिंग की दुनिया बनाने का सपना देख रहे हैं जिसमे कविताये,छोटी रचनाएँ,कहानिया खबरें ,पुस्तके गजले और देश भर विभिन्न रचनाकारों का परिचय इस ब्लॉग में शामिल करना चाह रहे हैं करना चाह क्या रहे हैं कर चुके है आप को ताज्जुब होगा के भाई अवनीश  सिंह जी चोहान अब तक दर्जनों लोगों से अपने ब्लोगर भाइयों की मुलाक़ात करा चुके हैं और इनका एक ही मकसद है प्यार दो प्यार लो और बस बस इसीलियें इनका पूर्वाभास बढ़ता जा रहा है बढ़ता जा रहा है भाई अवनीश जी का परिचय उनकी ही ज़ुबानी पेश हैं ............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान                                                                                                                      

४ जून १९७९ को इटावा (उ.प्र.) के एक छोटे से गाँव चंदपुरा में जन्मे अवनीश सिंह चौहान के आलेख, समीक्षाएँ, साक्षात्कार, कहानियाँ, कविताएँ एवं नवगीत देश-विदेश की अनेकों पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशित। साप्ताहिक पत्र ‘प्रेस मेन’, भोपाल, म०प्र० के ‘युवा गीतकार अंक’ (३० मई, २००९) तथा ‘मुरादाबाद जनपद के प्रतिनिधि रचनाकार’ (२०१०) में आपके गीत संकलित। एक दर्जन हिंदी एवं अँग्रेजी पुस्तकों का लेखन, सह लेखन एवं संपादन। अंग्रेजी नाटककार विलियम शेक्सपियर द्वारा विरचित दुखान्त नाटक ‘किंग लियर’ का हिन्दी अनुवाद प्रकाशित। आयरलेंड की कवयित्री मेरी शाइन द्वारा सम्पादित अंग्रेजी कविता संग्रह 'ए स्ट्रिंग ऑफ वर्ड्स' में आपकी रचनाएँ संकलित। आपका एक नवगीत संग्रह, एक कहानी संग्रह तथा एक गीत, कविता और कहानी से संदर्भित समीक्षकीय आलेखों का संग्रह प्रकाशनाधीन। प्रख्यात गीतकार, आलोचक, संपादक श्री दिनेश सिंहजी (रायबरेली, उ०प्र०) की चर्चित एवं स्थापित कविता-पत्रिका ‘नये-पुराने’ (अनियतकालिक) के कार्यकारी संपादक पद पर अवैतनिक कार्यरत। वेब पत्रिका ‘गीत-पहल’ के समन्वयक एवं सम्पादक तथा वेब पत्रिका 'ख़बर इण्डिया' के साहित्यिक संपादक। आपके साहित्यिक अवदान के परिप्रेक्ष्य में आपको 'ब्रजेश शुक्ल स्मृति साहित्य साधक सम्मान' (वर्ष २००९ ), 'हिंदी साहित्य मर्मज्ञ सम्मान' (वर्ष २०१०) तथा 'प्रथम पुरुष सम्मान' (२०१०) से अलंकृत किया जा चुका है।



जन्म: 4 जून, 1979, चन्दपुरा (निहाल सिंह), इटावा (उत्तर प्रदेश) में


पिता का नाम: श्री प्रहलाद सिंह चौहान


माताका नाम: श्रीमती उमा चौहान


शिक्षा: अंग्रेज़ी में एम०ए०, एम०फिल० एवं पीएच०डी० (शोधरत्) और बी०एड०


प्रकाशन: अमर उजाला, देशधर्म, डी एल ए, उत्तर केसरी, प्रेस-मेन, नये-पुराने, गोलकोण्डा दर्पण, संकल्प रथ, अभिनव प्रसंगवश, साहित्यायन, युग हलचल, यदि, साहित्य दर्पण, परमार्थ, आनंदरेखा, आनंदयुग, कविता कोश डॉट कॉम, सृजनगाथा  डॉट कॉम, अनुभूति डाट काम, हिन्द-युग्म डॉट कॉम, रचनाकार, साहित्य शिल्पी, पी4पोएट्री डॉट कॉम, पोयमहण्टर डॉट कॉम, पोएटफ्रीक डॉट कॉम, पोयम्सएबाउट डॉट कॉम, आदि हिन्दी व अंग्रेजी के पत्र-पत्रिकाओं में आलेख, समीक्षाएँ, साक्षात्कार, कहानियाँ, कविताओं एवं नवगीतों का निरंतर प्रकाशन। साप्ताहिक पत्र ‘प्रेस मेन’, भोपाल, म०प्र० के ‘युवा गीतकार अंक’ (30 मई, 2009) तथा ‘मुरादाबाद के प्रतिनिधि रचनाकार’ (2010) में गीत संकलित मेरी शाइन (आयरलेंड) द्वारा सम्पादित अंग्रेजी कविता संग्रह ' स्ट्रिंग ऑफ वर्ड्स' में रचनाएँ संकलित


प्रकाशित कृतियाँ: स्वामी विवेकानन्द: सिलेक्ट स्पीचेज, किंग लियर: ए क्रिटिकल स्टडी, स्पीचेज आफ स्वामी विवेकानन्द एण्ड सुभाषचन्द्र बोस: ए कॅम्परेटिव स्टडी, ए क्विन्टेसेन्स आफ इंग्लिश प्रोज (को-आथर), साइलेंस द कोर्ट इज इन सेशन: ए क्रिटिकल स्टडी (को-आथर), फंक्शनल स्किल्स इन लैंग्वेज एण्ड लिट्रेचर, ए पैसेज टु इण्डिया: ए क्रिटिकल स्टडी (को-आथर)


अप्रकाशित कृतियाँ: एक नवगीत संग्रह, एक कहानी संग्रह तथा एक गीत, कविता और कहानी से संदर्भित समीक्षकीय आलेखों का संग्रह आदि


अनुवाद: अंग्रेजी के महान नाटककार विलियम शेक्सपियर द्वारा विरचित दुखान्त नाटक ‘किंग लियर’ का हिन्दी अनुवाद भवदीय प्रकाशन, अयोध्या से प्रकाशित ।


संपादन: प्रख्यात गीतकार, आलोचक, संपादक श्री दिनेश सिंहजी (रायबरेली, उ०प्र०) की चर्चित एवं स्थापित कविता-पत्रिका ‘नये-पुराने’ (अनियतकालिक) के कार्यकारी संपादक पद पर अवैतनिक कार्यरत। प्रबुद्ध गीतकार डॉ०बुद्धिनाथ मिश्र (देहरादून) की रचनाधर्मिता पर आधारित उक्त पत्रिका का आगामी अंक शीघ्र ही प्रकाश्य। वेब पत्रिका ‘गीत-पहल’ के समन्वयक एवं सम्पादक ।


सह-संपादन: कवि ब्रजभूषण सिंह गौतम ‘अनुराग’ अभिनंदन ग्रंथ (2009) के सह-संपादक ।


संपादन मण्डल: प्रवासी साहित्यकार सुरेशचन्द्र शुक्ल ‘शरद आलोक’ (नॉर्वे) अभिनंदन ग्रंथ (2009) के सम्पादक मण्डल के सदस्य ।


सम्मान :
अखिल भारतीय साहित्य कला मंच, मुरादाबाद (उ०प्र०) से ब्रजेश शुक्ल स्मृति साहित्य साधक सम्मान, वर्ष 2009
हिंदी साहित्य मर्मज्ञ सम्मान, मुरादाबाद, उ.प्र., 2010
प्रथम पुरुष सम्मान, उत्तरायण, लखनऊ , उ.प्र., 2010

संप्रति तीर्थंकर महावीर यूनीवर्सिटी (मुरादाबाद) में प्राध्यापक (अंग्रेज़ी)


स्थायी पता: ग्राम व पो.- चन्दपुरा (निहाल सिंह), जनपद-इटावा (उ.प्र.)-२०६१२७, भारत ।


मोबा० व ई-मेल: 09456011560, abnishsinghchauhan@gmail.com

 प्रकाशित कृतियाँ:










 अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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