आपका-अख्तर खान

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28 जून 2011

खुद से खुद माफ़ी मांग लो

कुटिल मुस्कान 
किसी को 
अपमानित 
किसी को पीड़ित करने के लियें 
चेहरे पर अगर 
आ भी जाए 
तो 
रोक लो उसे 
खुद से खुद माफ़ी मांग लो 
कल एक बाग़ में 
खुबसूरत फूलों को भी 
ऐसी ही कुटिल मुस्कान लियें 
मेने देखा था 
वोह गुल आज देख लो 
तुम्हारे कदमों में 
मसले से पड़े हैं ...............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान की अदालतें फिर से पटरी पर

राजस्थान की अदालतें फिर से पटरी पर आ गयी है ..आज से राजस्थान हाईकोर्ट में अवकाश खत्म होने के बाद अदालते नियमित रूप से सुनवाई के लियें खुलेंगी ..जबकि जिला अदालतों का वक्त सुबह ७ बजे के स्थान पर १० बजे से अदालतें शुरू हो जायेंगी ....अदालतों में रिश्म्कलिन अवकाश और लू के थपेड़ों से बचाने के लियें समय का बदलाव होता है .लेकिन देखने में यह आता है के यहाँ सुबह की अदालतों में वकील और पक्षकार का सामंजस्य नहीं बेठ पाने से कोई खास काम नहीं हो पता है अब आज से नियमित अदालतों के खुलने और वक्त बदल जाने से अदालतें फिर से पटरी पर आ जायेंगी ......................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

राजस्थान में आज कोंग्रेस ही कोंग्रेस

राजस्थान में आज कोंग्रेस ही कोंग्रेस नज़र आ रही है डोक्टर चंद्रभान के राजस्थान प्रदेश कोंग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद उनका यह पहला शक्तिपरिक्षण  है ..डोक्टर चन्द्र भान इस रेली के माध्यम से अपने कोंग्रेस में ही बेठे विरोधियों को भी जवाब देना चाहते हैं के कोंग्रेस में उनका विरोध नहीं जनाधार है .......इस रेली के पूर्व अचानक राजस्थान मंत्रिमंडल द्वारा रसोई गेस पर २५ रूपये कम कर देने से कोंग्रेस को रेली में कुछ गिनाने के लियें उपलब्धि भी मिल गयी है .....बारिश के माहोल में भी कोंग्रेस के कार्यकर्ताओं में रेली के प्रति काफी उत्साह नज़र आ रहा था ..कोटा से भी कई दर्जन बसे रवाना हुई है ..अज जयौर राजधानी के रामलीला मैदान में कोंग्रेस के इस शक्तिपरिक्षण के बाद राजनितिक और संगठनात्मक पदों पर नियुक्ति भी होगी ..कोटा में कोंग्रेस जिला अध्यक्ष पद पर वर्तमान उपाध्यक्ष गोविन्द शर्मा को कोंग्रेस का कोटा जिला अध्यक्ष बनाया जाना तय है जबकि रविन्द्र त्यागी को कोटा नगर विकास न्यास का अध्यक्ष बनाये जाने की पूरी त्य्यारियों को अंतिम रूप दिया गया है कई अन्य पदों पर भी कोंग्रेसियों को नियुक्तियों का इन्तिज़ार है .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

अपने खुद के पुराने रिश्तों को ..

यह रिश्ते 
कितने अजीब है 
जिन रिश्तों के लियें 
में भागता भाता 
 दूर बहुत दूर 
छोड़ आया 
अपने खुद के पुराने रिश्तों को ..
आज में 
देख लो 
भागा जा रहा हूँ 
उसी रिश्ते की तलाश में 
और मेरे अपने रिश्ते भी छूटे मुझ से 
जिन रिश्तों के पीछे 
भागा था में 
आज वोह रिश्ते भी 
मुझे नहीं मिल सके हैं 
यह रिश्ते भी 
बड़े अजीब होते हैं 
जो पास रहते है 
वोह दूर 
और जो दूर रहते हैं 
वोह करीब होते हैं ...........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

भडकी है आग

जो आग लगी थी 
सीने में मेरी 
उसे तो तुम्हारे आंसुओं से 
बुझा दिया था तुमने ...
इलाही आज 
उनके आंसुओं से 
भडकी है आग 
अब तू ही बता 
इस आग को 
बुझाऊं में केसे ................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

छत्तीसगढ़ के तीन शहीद ...............

दोस्तों हमारे देश की एक राजनितिक पार्टी भाजपा जो खुद को राष्ट्रभक्त और शहीदों की समर्थक बताती है उसी पार्टी के समर्थित मुख्यमत्री के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ जेसी जगह पर शहीद हुए जवानों के शव अगर किसी कचरे के वाहन में ढोये जाएँ तो फिर इसे क्या कहेंगे ..........जी हाँ जनाब छत्तीसगढ़ की जनता की सुरक्षा नक्सलियों से करने के खतरनाक कम में लगे तीन जवानों को नक्सलियों ने बेरहमी से मारडाला था .उनकी इस शहादत से पुलिस जवान और उनके परिजन व्यथित थे और सभी लोग एक शहीद  सिपाही की तरह उनकी अर्थी सजाकर मेला लगाकर उनकी क़ुरबानी को याद करने का ताना  बाना बुन रहे थे ,,तीनों शहीदों के शव एक टूटी फूटी खराब एम्बुलेंस में रख कर भिजवाये  जाने लगे लेकिन छतीसगढ़ सरकार की यह एम्बुलेंस शहीदों को बीच में ही धोखा दे गयी ,,अब छत्तीसगढ़ सरकार की शहीद जवानों के प्रति जो आस्था थी वोह देखिये ..शहीदों की विधवाए और उनके यतीम बच्चे तो उनके शवों का इन्तिज़ार कर रहे थे लेकिन शहीदों के शव पाँच घंटे पुरे पांच घंटे एम्बुलेंस खराब हो जाने के बाद दुसरे वाहन के इन्तिज़ार में खड़े रहे ..शहीदों के शवों के लियें छत्तीसगढ़ सरकार ने इन्तिज़ाम तो किया लेकिन वोह वाहन इंसानों को ढ़ोने वाला नहीं  नगर निगम का कचरा ढ़ोने वाला वाहन था और इसी कचरा वाहन में शवों को बेहुरमती से रख कर शहीदों का अपमान करते हुए शवों को गन्तव्य स्थान तक पहुंचाया गए ऐसे में आज सरकार के इस रवय्ये के खिलाफ ना भाजपा बोली है और न ही कथित राष्ट्र भक्त संगठन से जुड़े लोगों ने इस मामले में सरकार से जवाब माँगा है गलती अपना करे तो माफ़ और दुसरा करे तो आलोचना और आन्दोलन ऐसी राजनीती तो शर्म की बात है ...............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कहीं प्यार यही तो नहीं .

जिन हवाओं के 
झरोखों में 
कभी हम खुद को 
महफूज़ महसूस किया करते थे 
आज उसी हवा ने 
अपना रुख बदल कर 
आंधी बना लिया 
और इस आंधी ने 
हमे , हमारे आसपास के सभी लोगों को 
उजाड़ दिया है 
सोचता हूँ 
कहीं प्यार यही तो नहीं .
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जय जय भारत के अरविन्द सिसोदिया काफी दिनों से देश की तस्वीर बदलने के लियें लिख रहे हैं

अरविन्द सिसोदिया जो पिछले कई दिनों से पत्रकारिता और लेखन कार्यों से जुड़ने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता राजस्थान के पूर्व राज्य मंत्री और सांसद रघुवीर सिंह कोशल के निजी सहायक के रूप में कार्य कर चुके हैं ..भाई अरविन्द सिसोदिया ने अपने इस कार्यकाल में वफादारी से अपना फर्ज़ निभाया और अपना लेखन कार्य भी जारी रखा पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ साथ वोह अपने राजनितिक कार्यों में भी लगे रहे और भाजपा के मिडिया प्रकोष्ट के कोटा के प्रभारी भी रहे ........भाई अरविन्द जी वर्ष २०१० से जय जय भारत के नाम से इंटरनेट पर हिंदी ब्लोगिग्न शुरू की और आज वोह रोज़ जिवंत मुद्दों पर लिखने वाले बहतरीन ब्लोगर बनते जा रहे हैं ..हर गंभीर मुद्दे  पर नियमित लेखन और घटनाओं पर त्वरित टिपण्णी होने से भाई अरविन्द सिसोदिया की ब्लोगिंग की दुनिया में विशिष्ट पहचान बन चुकी है ...भाजपा के पदाधिकारी होने के बाद भी सभी लोगों के साथ हिल मिल कर रहने वाले भाई अरविन्द कोटा राजस्थान के है और यहाँ इनकी लेखनी से एक तरफ तो यह भाजपा विचारधारा के प्रमुख विचारक हैं तो दूसरी तरफ आम जन में क्रान्ति की अलख जगा रहे हैं ...अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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