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01 जुलाई 2011

आतंकवाद में साम्प्रदायिकता के कारण बढ़ रहा है आतंकवाद

आतंकवाद में साम्प्रदायिकता के कारण बढ़ रहा है आतंकवाद यह बात चाहे आपको अटपटी से लगे लेकिन हमारे भारत में कुछ साम्प्रदायिक राष्ट्रविरोधी ताकतों ने आतंकवाद को  एक धर्म और एक जाती से जोड़ कर दुष्प्रचार किया है ..हमारा देश अगर इस दुष्प्रचार को छोड़ कर अगर इस देश के आतंकवाद से निपटने की कोशिश करता तो शायद आज हमारा भारत आतंकवाद मुक्त होता ..कोई भी अपराध ..कोई भी आतंकवाद प्रायोजित नहीं होता किसी ना किसी गलती या फिर प्रतिकार का नतीजा होता है पुराने कार्यकाल में बीहड़ और जंगलों में डाकुओं की फसल जागीरदारों और राजा महाराजों महाजनों के अत्याचार ने ही उगाई थी आज उसी का दुसरा आधुनिक रूप आतंकवाद हो गया है ..आतंकवाद से निपटने में हमारी स्थति शतुरमुर्ग की तरह रही है जो रेट के ढेर में अपना मुंह छुपा कर सोचता है के उसने दुश्मन से खुद को बचा लिया है बस इसी तरह से नाथूराम गोडसे के आतंकवाद से ही आतंकवाद का धार्मिक वाद पैदा हो गया और किसी भी घटना के लियें पुरे धर्म पूरी जाती पुरे समाज को प्रताड़ित किया जाने लगा सरकार ने कभी भी आतंकवाद के कारणों की खोज कर उनके निवारण का कोई प्रयास नहीं किया कहीं न कहीं आतंकवाद को राजनितिक शाह भी बनी रही ..धर्म के नाम पर आतंकवाद को पनपाया गया आरोप प्रत्यारोप लगाकर आतंकवाद की समस्या से निपटने से बचा गया आज नतीजा यह के देश में किसी के घर बम फटता है तो अगर वोह हिन्दू होता है तो हिन्दू आतंकवाद का नतीजा बताया जाता है अगर वोह मुस्लिम होता है तो मुस्लिम आतंकवाद का नतीजा बताया जाता है नहीं तो सिक्ख आतंकवाद बता दिया जाता है अगर कुछ समझ में नहीं आये तो आई एस आई और पाकिस्तान , दाउद इब्राहिम का हाथ बता दिया जाता है कुल मिलाकर हम आतंकवाद के कारण और निवारण  की जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं हमारे देश में चिन्तक,विचारक , शोधकर्ता हैं जो इस समस्या की जांच पढ्ताल और खोज कर नयी रिपोर्ट दे सकते हैं ..हमारे देश में आज माओवादी ..नक्सली ..कश्मीरी ...लिट्टे और दुसरे आतंकवादियों की घटनाओं को देख कर यह आवश्यक हो गया है के देश में एक आतंकवाद समीक्षा कारण और निवारण मंत्रालय हो इसका प्रथक से मंत्री हो जो सभी प्रकार के आतंकवाद उसके कारण और निवारण के कारणों का पता लगाकर इसे जड़ से खत्म करने के लियें कार्यवाही करे तब कही इस मामले को गंभीरता से सुलझाया जा सकेगा वरना भाजपा कोंग्रेस हिन्दू मुस्लिम सिक्ख लिट्टे विचारधारा में यह आतंकवाद सदियों तक हमारे देश और देश की सुक्ख शान्ति की साँसें बंद कर देगा यह एक गंभीर प्रश्न है यदि आप भी इस विचार को के देश में आतंकवाद शोध..मामलात कारण और निवारण मंत्रालय स्थापित होना चाहिए जो गंभीरता से कार्य करे से सहमत है तो प्लीज़ राष्ट्रहित में इसे आगे बढ़ाएं इस विचार के पक्ष में मतदान कर इसे जाग्रति अभियान के तहत सरकार तक पहुंचा कर इसकी पालना के लियें सरकार को मजबूर करे और इस देश को बढ़ा ले ..अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

लोगों से हाथ मिला रहे थे राष्ट्रपति कि अचानक कुछ ऐसा हुआ...

लोगों से हाथ मिला रहे थे राष्ट्रपति कि अचानक कुछ ऐसा हुआ...

 

 
 
 
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फ्रांस के दक्षिण-पश्चिमी शहर ब्राक्स के दौरे पर गए फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को उस समय मुश्किलों का सामना करना पड़ा जब वे बैरिकेड के पार खड़े लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। सरकोजी आगे बढ़ ही रहे थे कि अचानक एक हाथ आया और उनकी गिरेबां तक जा पहुंचा।
इससे सरकोजी लड़खड़ा गए। वे जमीन पर गिर पाते, इसके पहले ही सुरक्षा गार्डो ने उनको संभाल लिया। उन्हें घसीटने की कोशिश करने वाले व्यक्तिको पुलिस ने पकड़ लिया है। 32 वर्षीय यह व्यक्ति लॉ-ए-गेरों शहर का रहने वाला है और उसका थिएटर का व्यवसाय है। उसके पास कोई हथियार नहीं था।
गौरतलब है कि 2008 में भी एक व्यक्ति ने भीड़ में सरकोजी को अपशब्द कहे थे। इससे पहले 2002 में राष्ट्रपति याक शिराक पर बास्तील डे परेड के दौरान कट्टर दक्षिणपंथी मैक्जिम ब्रुनेरी ने जानलेवा हमला किया था लेकिन वे बच गए थे।

डॉक्टर का खुलासा, एक दिन में कई बार सेक्स के आदी हैं प्रधानमंत्री..

डॉक्टर का खुलासा, एक दिन में कई बार सेक्स के आदी हैं प्रधानमंत्री..


 
 
 
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मिलान.अपने कथित सेक्स स्कैंडलों को लेकर दुनिया भर में बदनाम इटली के पीएम बर्लुस्कोनी को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। इटली के डॉक्टर अमबर्टो स्केपगिनिनी के अनुसार प्रधानमंत्री बर्लुस्कोनी दिन ने एक दो बार नहीं बल्कि पांच बार तक सेक्स करने की ताकत रखते हैं।
इटली के रेडियो पर इस बात का खुलासा करने वाले डॉक्टर अमबर्टो के अनुसार बर्लुस्कोनी भले ही उम्र में 74 साल है लेकिन इसके उलट सेक्स के मामले में वो अब भी जवान हैं।गौरतलब है कि इटली के प्रधानमंत्री पर नाबालिग लड़की करीमा संग कथित सेक्स स्कैंडल का मामला चल रहा है।
इस मामले की सुनवाई मिलान स्थित कोर्ट में चल रही है।कोर्ट में अब तक हुई सुनवाई में अभियोजन पक्ष ने साफ़ किया है कि बर्लुस्कोनी अपने विला पर बुंगा बुंगा पार्टियों का आयोजन करते थे और यहां जमकर लड़कियों द्वारा अश्लील हरकतें की जाती थीं

25 फीसदी बांग्‍लादेशी भारत के खिलाफ, आतंकियों व आईएसआई के साथ

25 फीसदी बांग्‍लादेशी भारत के खिलाफ, आतंकियों व आईएसआई के साथ

 

 
 
 
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नई दिल्ली. प्रधानमंत्री के एक विवादास्पद बयान ने भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में खटास पैदा होने की आशंका पैदा हो गई है। दरअसल, पांच संपादकों के साथ मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था, ‘कम से कम २५ फीसदी बांग्लादेशी जमियत-उल-इस्लामी के प्रभाव में हैं और वे भारत के खिलाफ हैं। आईएसआई जैसी संस्थाओं ने इन लोगों पर पकड़ बना ली है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के असर में हैं।’
प्रधानमंत्री यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा, ‘ऐसे में बांग्लादेश में राजनीतिक परिदृश्य कभी भी बदल सकता है। हम यह नहीं जानते हैं कि ये आतंकवादी कौन हैं, जिन्होंने बांग्लादेश में जमियत-ए-इस्लामी पर पकड़ बना रखी है और वे क्या चाहते हैं।’
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की वेबसाइट पर करीब 30 घंटे बाद अनौपचारिक तौर पर दिए गए डॉ. मनमोहन सिंह के इस बयान को हटा लिया गया है। के चलते भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में खटास की आशंका पैदा हो गई है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब विदेश मंत्री एस.एम.कृष्णा को एक हफ्ते बाद बांग्लादेश जाना है।  पीएम के बयान को बुधवार की रात पीएमओ की वेबसाइट पर जारी किया गया था। विदेश मंत्रालय की भी वेबसाइट से मनमोहन सिंह के बयान को हटा दिया गया है।
आपकी राय
क्या प्रधानमंत्री को ऐसे बयान देना चाहिए? क्या इससे भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में खटास नहीं आएगी? इस मुद्दे पर अपनी राय संतुलित शब्दों में रखें। टिप्पणी के लिए आप जिम्मेदार होंगे।

मंदिर के तहखाने से निकला एक टन सोना, 50000 करोड़ का खजाना


मंदिर के तहखाने से निकला एक टन सोना, 50000 करोड़ का खजाना

 

 
 
 
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 तिरुवनंतपुरम.केरल में 18 वीं सदी में बने पद्मनाभास्वामी मंदिर के तहखाने के एक कमरे से एक टन सोना निकला है। इसमें हजारों साल पुराने सोने के सिक्के और 9 फुट लंबी सोने की चेन शामिल है। साथ ही बड़ी मात्रा में हीरे जवाहरात भी इसमें पाया गया है।
एक अनुमान के मुताबिक मंदिर के एक ही तहखाने से करीब 50 हजार करोड़ रुपये मूल्य का खजाना मिला है। अभी मंदिर का दूसरा तहखाना खोला जाना बाकी है। ऐसे में कहा जा रहा है कि इस दौलत के दम पर पद्मनाभास्वामी मंदिर ट्रस्ट तिरुपति बालाजी ट्रस्ट को दौलत के मामले में पीछे छोड़कर देश का सबसे धनवान ट्रस्ट का खिताब हासिल कर सकता है। 

बैंसला बोले, राजस्थान में ही नहीं पूरे देश में क्रांति होगी

बैंसला बोले, राजस्थान में ही नहीं पूरे देश में क्रांति होगी

 

 
 
 
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कोटा. गुर्जर आरक्षण आंदोलन संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला व सदस्य हरप्रसाद तंवर ने कहा कि सरकार के आश्वासन का समय 5 जुलाई को पूरा हो रहा है। उनकी आरक्षण संबंधी मांगे नहीं मानी गई तो अब राजस्थान में ही नहीं पूरे देश में क्रांति होगी। उन्होंने कहा कि अभी हम हिम्मत नहीं हारे हैं। कोटा आए बैंसला शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

बैंसला के नेतृत्व में होगा आंदोलन: गुर्जर आरक्षण आंदोलन संघर्ष समिति के सदस्य कैप्टन तंवर ने कहा कि प्रशासन पूरी तरह झूठा होता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व गृहमंत्री झूठ बोलते हैं। हम से दो-तीन महीने का वादा किया था, लेकिन अब छह महीने होने को आ गए हैं। अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं संघर्ष समिति के संभाग प्रभारी अशोक रोहर ने कहा कि बैंसला के निर्देश पर चक्का जाम तक किया जाएगा।

हिंडौली में राइस पैटर्न स्कूल के वर्क ऑर्डर जारी: कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा कि हिंडौली में वनस्थली की तर्ज पर बनने वाले छह करोड़ के स्कूल के लिए वर्क ऑर्डर जारी कर दिए हैं। जगह चयन के बाद स्कूल का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हिंडौली क्षेत्र के 71 घायलों को 10 से बढ़ाकर 25 हजार व 25 हजार की सहायता राशि वाले को एक लाख रुपए दिए जाएंगे। साथ ही उन्हें आजीवन पेंशन दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि साथ ही जिन सात लोगों को सूची में नाम नहीं है उन्हें भी इसमें शामिल किया है। प्रदेश को हरा-भरा देखना चाहते हो तो गुर्जरों की सुनवाई करो तंवर ने कहा कि अब गुर्जर चैन से बाबा की चौपाल नहीं होने देंगे।

ना झूम यूँ खुशियों से

ऐ 
इश्क  के दीवाने 
अपनी माशूक के 
वायदे पर 
ना झूम यूँ खुशियों से 
तू न समझ है 
तुझे भी 
तेरी माशुका ने 
हमारी तरह 
वायदे का 
खिलौना देकर 
बस यूँ ही 
बहलाया है ........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

स्कुल की मोज मस्ती के बाद पढाई का बोझ शुरू .....

  जी हाँ दोस्तों देश के बच्चों के ऊपर स्कुल की मोज मस्ती के बाद पढाई का बोझ  फिर से शुरू  हो गया है कल एक जुलाई से देश के सभी अंग्रेजी हिंदी और निजी विचारधारा वाले मदरसे पाठशालाएं खुल गयी हैं ..बच्चों पर वही किताबों और बसते का मनमाना बोझ बच्चों के माता पिता पर युनिफोर्म,स्कुल के मनमानी फ़ीस , मनमानी किताबों का कोर्स , ओटो बस सहित दूसरी लूटे शुरू हो गयी है इसके बाद भी दसवी क्लास तक बिना किसी पढ़ी के प्राथमिकताओं के बगेर पास होने की गारंटी पहले तो बचपन स्कूलों के नाम पर गम है और अब प्रतिभावान बच्चे जबरन पास करने के इस मनमाने कानून में गम हो गए है ....................देश के कई करोड़ बच्चे जो इस उम्र में पढना चाहते हैं या फिर जिन बच्चों को सरकार और सुप्रीमकोर्ट ने पढने के लियें पाबन्द कर सरकार की जिमेदारी देते हुए पढ़ी को शिक्षा के अधिकार में शामिल करवाया है आज इस अधिकार के सरकार के स्कूलों , सरकार के अधिकारीयों और सरकार द्वारा सुख सुविधाए , मान्यता लेकर चलने वाले स्कुल खुद मखोल उदा रहे हैं बच्चे आज भी सड़क पर है उन्हें पढने  के लियें न तो प्रवेश है न कोई सुविधा बड्स ऐसे में यही तो हमारे देश की दुविधा है भाई ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोंग्रेसी युवाओं के दिल की धड़कन हैं इन्द्रमोहन हनी .............

  राजस्थान के कोटा जिले से प्रदेश कोंग्रेस कमिटी के सदस्य इन्द्रमोहन हनी कोंग्रेसी युवाओं के दिल की धड़कन हैं आज युवओं की कोई भी समस्या हो तो इन्द्रमोहन हनी अपना सभी कामकाज छोड़ कर उसकी समस्या के समाधान में लग जाते हैं ..............बचपन से ही छात्र राजनीति से जुड़े इंद्र मोहन हनी कोटा कोमर्स कोलेज के प्रेसिडेंट रहे और इनके छात्र संघ अध्यक्ष कार्यकाल में कोमर्स कोलेज के छात्रों को सुविधाएँ दिलाने के लियें हनी के नेत्रत्त्व में काफी कामयाब आन्दोलन चलाये गए ....छात्र राजनीती से इंद्र मोहन हनी पहले छात्र कोंग्रेस ऍन एस यु आई और फिर युवक कोग्रेस से जुड़े और अब प्रदेश कोंग्रेस कमिटी के सदस्य के रूप में कार्यरत हैं ....इन्द्रमोहन हनी ने अपने छात्र नेता कार्यकाल में स्वर्गीय माधवराव सिधिया की मूर्ति कोटा में स्थापित कर उनके पुत्र ज्योति राजे सिंधिया का दिल जीत लिया  ..हनी अपनी राजनितिक पकड़ के चलते इन दिनों राजनितिक पदों की दोड़ में सरे फहरिस्त हैं इश्वर करे के वोह जो पद चाहते है उन्हें उसमे कामयाबी मिले ऐसे हनी भय्या को सलाम ........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मेरी चाहत तूफान है

तुम से 
मेरे मिलन की 
बेताबी को 
तुम लाख 
दीवारे 
बना कर रोकना चाहो 
मेरी चाहत कोई हवा नहीं 
मेरी चाहत तूफान है 
वोह तुम तक 
पहुंचने के पहले 
थम नहीं सकेगा .........................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बदहाली से हैं वाकिफ

भारत के 
वोह लोग 
जो 
कानून की 
बदहाली से हैं वाकिफ 
बच्चों को 
अपने घर से 
निकलने 
नहीं देते .......................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

तुम्हारे फुर्र से

दुनिया के 
झंझट से हम 
तन्हाई में 
जाकर बेठे थे ...
यादें बन कर 
यहाँ भी 
सताने आ गये ....
जब भी 
बंद करता हूँ 
आँखे 
ऐसा लगता है 
तुम आ गये 
और खोलता हूँ 
तो ना जाने क्यूँ 
तुम्हारे फुर्र से 
उढ़ जाने का गम 
रुला देता हैं ................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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