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12 जुलाई 2011

प्रोडक्ट में गड़बड़ी की ऑनलाइन शिकायत


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नई दिल्ली। किसी भी प्रोडक्ट में शिकायत के लिए अब आपको बार-बार उपभोक्ता अदालत के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यदि सब कुछ ठीक रहा, तो आप अपनी शिकायत अपने कंप्यूटर से ही कर सकेंगे। इसके लिए उपभोक्ता मंत्रालय ने मशक्कत शुरू कर दी है।
सूत्रों के मुताबिक, ऑनलाइन शिकायत सीधे उपभोक्ता अदालत पहुंचेगी। शिकायतकर्ता को शिकायत मिलने की जानकारी भी दे दी जाएगी। शिकायत मिलने के बाद सीधे उसे संबंधित कम्पनी को भेजा जाएगा। कम्पनी के पास यह विकल्प रहेगा कि वह या तो जवाब कंज्यूमर कोर्ट को दे या फिर ग्राहकों से बात करके उनकी समस्या का हल करे। ऎसी हालत में उसे कंज्यूमर कोर्ट को समस्या के हल की सूचना देनी होगी। सूत्रों के अनुसार, अगर मामला बड़ा हो तो कम्पनी चाहे तो ग्राहकों से तमाम दस्तावेज मंगा सकेगी। वह ग्राहकों को कोर्ट में भी बुला सकेगी, ताकि बात आमने-सामने हो सके।
सूत्रों के मुताबिक, मंत्रालय के समक्ष यह प्रस्ताव लम्बे समय से अटका हुआ है। मगर, अब इसे अमल में लाने की तैयारी है। प्रस्ताव के तहत, बेशक उपभोक्ता को अपनी शिकायत कंज्यूमर कोर्ट भेजते समय संबंधित दस्तावेज साथ में भेजना होगा। इसके अलावा उपभोक्ताओं को अपना पता और फोन नम्बर भी देना होगा।

प्रदेश में कांग्रेस की 'सोशल इंजीनियरिंग'

प्रदेश में कांग्रेस की 'सोशल इंजीनियरिंग'


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नई दिल्ली। अलवर सांसद जितेन्द्र सिंह को शामिल कर कांग्रेस ने अनुसूचित जाति के अलावा राजस्थान की अन्य सभी प्रमुख जातियों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रतिनिघित्व दे दिया है। अभी तक केंद्रीय मंत्रियों में ब्राह्मण, जाट, गुर्जर, मीणा जातियों का प्रतिनिघित्व था। राजपूत नेता की कमी खल रही थी। जितेन्द्र सिंह को गृह राज्यमंत्री बना कांग्रेस ने 'सोशल इंजीनियरिंग' का प्रयास किया है।
प्रदेश में कांग्रेस के सभी अग्रिम संगठनों में अध्यक्ष के रूप में जाट समुदाय के नेता कायम हैं। ऎसे में डॉ. चंद्रभान को पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाने का पार्टी आलाकमान का फैसला पार्टी से जुड़े राजपूतों को नागवार गुजरा होगा। जितेन्द्र को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह देकर कांग्रेस ने राजपूतों की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया है।  राजस्थान की कुल 25 लोकसभा सीटों में से 20 पर कांग्रेस काबिज है। दो मीणा सांसदों में से एक नमोनारायण मीणा और गुर्जरों के एकमात्र सांसद सचिन पायलट मंत्रिमंडल में हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के छह सांसद हरीश चौधरी, लालचंद कटारिया, शीशराम ओला, डॉ.ज्योति मिर्घा, बद्रीराम जाखड़ और महादेव सिंह खण्डेला जाट समाज से हैं। इनमें से खण्डेला पहले ही जनजाति मामलों के राज्यमंत्री हैं। लोकसभा में जितेन्द्र, चंद्रेश कुमारी, इज्यराज सिंह और गोपालसिंह शेखावत चार राजपूत सांसद हैं।
इसके बावजूद एक भी राजपूत का मंत्रिमंडल में नहीं होना राजस्थान कांग्रेस की सेहत के लिए ठीक नहीं माना जा रहा था। इससे कांग्रेस आलाकमान भी खासा चिन्तित था। यही कारण था कि राजनीति के जानकार जोधपुर सांसद चंद्रेश कुमारी कटोच के नाम की अटकलें लगा रहे थे। लेकिन राहुल गांधी की यूथ ब्रिगेड के सदस्य जितेन्द्र सिंह को तरजीह दी गई।
सबसे ज्यादा प्रतिनिघित्व : ताजा फेरबदल के बाद केंद्र सरकार में राज्य के छह प्रतिनिघि बतौर मंत्री शामिल हैं। इनमें डॉ.सी.पी.जोशी व आनन्द शर्मा केबिनेट मंत्री तथा सचिन पायलट, नमोनारायण मीणा, महादेवसिंह खण्डेला व जितेन्द्रसिंह राज्यमंत्री हैं। केंद्र में प्रदेश की इतनी भागीदारी सम्भवतया कभी नहीं रही। खास बात यह है कि सरकार में महत्वपूर्ण माने जाने वाले गृह, वित्त, वाणिज्य, कपड़ा,सड़क, संचार व आदिवासी कल्याण मंत्रालयों में राजस्थान के प्रतिनिघि काबिज हैं जिससे राज्य को काफी लाभ की उम्मीद है।

30 फीट गहरे कुएं में गिरा मासूम, बच गई जान

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इटावा। कस्बे शीतला मंदिर क्षेत्र में 7 वर्षीय बालक 30 फीट गहरे सूखे कुएं में गिर गया, लेकिन उसके कोई गंभीर चोट तक नहीं आई। जिसे बाद में कस्बेवासियों की सहायता से सकुशल बाहर निकाल लिया गया।

सोमवार रात्रि को 9 बजे करीब शीतला माता मंदिर के यहां बारात निकल रही थी। वहीं पास में रहने वाले लेखराज सोनी का 7 वर्षीय पुत्र चीनू सोनी बारात को देखने के लिए सड़क के पास स्थित कुएं की मुंडेर पर चढ़ गया और अचानक कुएं में गिर गया। उसके कुएं में गिरने की खबर के बाद कस्बे में हड़कंप मच गया और काफी संख्या में लोग जमा हो गए।

इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने आधे घंटे की काफी मशक्कत के बाद कुएं में रस्सी से बांधकर चारपाई उतारी व चारपाई की सहायता से बालक को सकुशल कुएं से बाहर निकाल लिया। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद थाना प्रभारी पीसी भास्कर भी मौके पर पहुंचे और दुर्घटना की जानकारी ली।

पुत्र के कुएं में गिरने की सूचना मिलने पर बिलख उठे परिजन

बालक चीनू सोनी के कुएं में गिरने की घटना के बाद उसके पिता लेखराज सोनी व उसकी माता बिलख उठे, लेकिन उसके सकुशल बाहर निकाल लिया गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद पीपल्दा विधायक प्रेमचंद नागर, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शिवलाल पारेता, युवक कांग्रेस पूर्व नगर अध्यक्ष मनीष कोठारी, ओम जगरोटिया, गुल्लू भाई, नीरू कोठारी, कैलाश गुप्ता सहित अनेक गणमान्य लोगों ने चिकित्सालय पहुंचकर घटना की जानकारी ली।

भाई सूर्य गोयल ब्लोगर का आज जन्म दिन है उन्हें बधाई

हिंदी ब्लोगिग्न के बहतर लेखक और पत्रकार भाई सूर्य गोयल जी का आज जन्म दिन है उनका परिचय उनकी ही जुबां में हु बहु पेश है भाई सूर्य गोयल को बहतरीन पत्रकारिता और लेखन केलियें मुबारक बाद ...उनका हिंदी ब्लॉग गुफ्तगू आज भी लोगों के लियें अनुकरणीय ब्लॉग है ,,,,,,,,,,,

13 जुलाई 1979 को मेरा जन्म हरियाणा प्रदेश के हिसार शहर में हुआ. परिवार में सबसे बड़ा होने के कारण सबका दुलारा था तो मेरे चाचा ने मेरा नाम सूर्य रख दिया. पढाई में कुछ खास अच्छा नहीं था लेकिन मेरी एक अध्यापिका की एक बात मेरे दिल में घर कर गई थी की मैं जिंदगी में कुछ नहीं कर सकता सो कुछ करने की ठान ली. किसी तरह हिसार के सबसे प्रतिष्ठित लाहौरिया स्कूल से +2 पूरी की और डी.एन. कालेज से बी. ऐ. की डिग्री हासिल की. इस दौरान दोस्तों में प्रेस का क्रेज देखने को मिला जो सिर चढ़ कर बोल रहा था. यही कारण था 1999 में हुए लोकसभा चुनावो के समय मैं कुछ समाचार पत्रों के संपर्क में आ गया था. यही से मेरा पत्रकारिता का सफ़र शुरू हुआ और एक सांध्य दैनिक तीसरा पहर से मैंने सीढ़िय चढ़नी शुरू कर दी. लगभग सात साल तक इस समाचार पत्र में काम करने के बाद मैंने राष्ट्रीय समाचार पत्र पंजाब केसरी दिल्ली, महामेधा, हरी भूमि सहित सांध्य दैनिक जूनून में काम किया. 2007 में मेरी शादी को अभी कुछ समय ही हुआ था की हरी भूमि में मेरे संपादक रहे रोशन लाल शर्मा का मेरे पास आया की क्या राष्ट्रीय हिंदी पाक्षिक समाचार पत्रिका में काम करना है तो मैंने अपने बॉस का आदेश मानते हुए सहमती में सिर हिला दिया. तब से आज तक में प्रथम इम्पैक्ट पत्रिका में कार्यरत हूँ..............तो भाई ऐसे चमकने वाले सूर्य को जो गुफ्तगू से सभी को ललकार रहे हैं सुधार रहे हैं उनके जन्म दिन पर उन्हें  हमारा सलाम बधाई .अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

खुद को राजस्थानी बता लड़कियां मांग रहीं भीख!

खुद को राजस्थानी बता लड़कियां मांग रहीं भीख!


begging child
औरंगाबाद। राजस्थान में भुखमरी फैल गई है। यहां के लोगों के पास खाने को लाले पड़े हैं। यह कहना है लातूर में भीख मांग रही लड़कियों का। ये लड़कियां खुद को राजस्थान का निवासी बता रही हैं। इनकी संख्या करीब 43 है और ये जींस, टी-शर्ट और कैप्री पहने हुए कॉलेज स्टूडेंट जैसी दिखती हैं। ये लड़कियां पुरूषों को रोक कर अपनी समस्या बताती और सहायता के नाम पर 50 रूपया मांगती। एक साथ इतनी अधिक संख्या में लड़कियों के भीख मांगने की घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और सोमवार शाम 43 लड़कियों को धर दबोचा। 

लातूर पुलिस अधीक्षक बीजी गेकर ने कहा कि इन लड़कियों के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है। लड़कियों की ओर से बताए गए पते के आधार पर वहां की स्थानीय पुलिस से संपर्क किया गया है। इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि इन लड़कियों के स्थानीय रिकार्ड कैसे हैं। गंभीर बात यह है कि ये लड़कियां एक साथ इतनी संख्या में एक ही स्थान की निवासी बता रही हैं। हालांकि कुछ ज्यादा उक्र की महिलाएं भी हैं, लेकिन उनका पहनावा भी कॉलेज स्टूडेंट्स जैसा ही है।

एमआईडीसी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर पीएस ककाडे ने बताया कि ये महिलाएं लातूर में रविवार को पहुंची थीं और ये दीपक लॉज में रह रही थीं। ककाडे ने कहा, ' यहां पहुंचते ही ये पूरे शहर में फैल गईं और लोगों को रोक कर अपने दुखड़े सुनाने लगीं। इन्होंने बताया कि राजस्थान में माली हालत बेहद खस्ता होने के कारण इन्हें पूरे देश में कई जगहों पर जा कर भीख मांगना पड़ रहा है।

इनके मुताबिक, उन जगहों पर भीख मांगने में न तो वहां की पब्लिक और न ही वहां की पुलिस ने कोई आपत्ति जताई। हमें इनके साथ कोई पुरूष नहीं मिला है हालांकि इनके साथ कुछ बच्चे जरूर हैं। जब इनके खिलाफ शिकायतें आनी शुरू हुईं तो हमारा ध्यान इस तरफ गया। जींस पहनने वाली लड़कियां अमीर लगती हैं इसलिए इनके भीख मांगने का मकसद संदेह पैदा करता है। 'इन महिलाओं ने बताया कि वे लातूर आने से पहले अहमदाबाद में थीं।

ककाडे ने बताया, 'इन्होंने अभी तक कोई अपराध नहीं किया है। ये बस सड़कों पर भीख मांग रही थीं और लोगों को इससे दिक्कत हो रही थी। ये जहां से आई हैं, हम इनको वहीं भेजने के बारे में सोच रहे हैं।

शपथ समारोह से नदारद कामत-जेना को कांग्रेस की चेतावनी

 

शपथ समारोह से नदारद कामत-जेना को कांग्रेस की चेतावनी

 

 
 
 

 
 
नई दिल्ली. यूपीए-2 सरकार की अगुवाई कर रहे प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की कैबिनेट में फेरबदल हो गया है। लेकिन इसे लेकर दो नेताओं की नाराजगी खुले तौर पर सामने आई है। गुरुदास कामत और श्रीकांत जेना कम महत्‍व का विभाग दिए जाने से खुश नहीं हैं, इसलिए इन्‍होंने शपथ नहीं ली। जेना ने पार्टी नेताओं से मिल कर अपनी बात रखने की बात कही है। लेकिन कांग्रेस ने इन नेताओं को कड़ा जवाब देने का मन बनाया है। सूत्रों के मुताबिक इन नेताओं को अब मंत्री पद नहीं दिया जाएगा।

मंगलवार शाम पांच बजे राष्‍ट्रपति भवन के अशोक हॉल में शपथ ग्रहण समारोह हुआ तो दो नेता नदारद दिखे। श्रीकांत जेना को सांख्यिकीय व कार्यक्रम क्रियान्‍वयन मंत्री की जिम्‍मेदारी सौंपी जा रही थी लेकिन वे असंतुष्‍ट दिखे और उन्‍होंने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्‍कार किया। उन्‍होंने मंत्रिमंडल विस्‍तार पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार किया। समारोह से पहले उन्‍होंने कहा कि वह अपने विभाग को लेकर नेताओं से मिलेंगे। कामत को भी पेय जल और स्‍वच्‍छता विभाग में राज्‍य मंत्री बनना मंजूर नहीं हुआ। वह भी शपथ ग्रहण समारोह में नहीं गए। हालांकि कामत ने अपनी सफाई में कहा कि उन्‍होंने पार्टी अध्‍यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर कह दिया है कि वह अभी मंत्रालय में कोई जिम्‍मेदारी नहीं लेना चाहते हैं और महाराष्‍ट्र में पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं।
पूरा नहीं हुआ फेरबदल
सरकार की एक सहयोगी डीएमके के प्रमुख एम करुणानिधि ने कहा है कि कैबिनेट में फेरबदल अभी पूरी तरह नहीं हुआ है। उन्‍होंने एक इंटरव्‍यू में कहा कि केंद्र सरकार में शामिल होने के बारे में फैसला डीएमके की बैठक में लिया जाएगा। उनकी पार्टी के दो मंत्रियों को 2जी घोटाले में फंसने के कारण कैबिनेट छोड़ना पड़ा है। हालांकि भाजपा ने मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल को नए खिलाड़ी और पुराने मदारी के शामिल होने की बात कह मजाक उड़ाया है। (पूरी खबर पढ़ने के लिए रिलेटेड आर्टिकल पर क्लिक करें)  
मोइली से कानून मंत्रालय छिना, खुर्शीद को जिम्‍मेदारी
मनमोहन की नई कैबिनेट में वीरप्पा मोइली कंपनी मामलों के मंत्री बनाए गए हैं। उन्हें कानून मंत्रालय से हटाया गया। सलमान खुर्शीद नए कानून मंत्री होंगे। उनके पास अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का कामकाज बरकरार रहेगा। वहीं, कपिल सिब्बल का रुतबा बरकरार है। वे केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के साथ-साथ दूरसंचार मंत्रालय का कामकाज देखते रहेंगे। कैबिनेट मंत्री बने जयराम रमेश ग्रामीण विकास मंत्रालय का कामकाज देखेंगे। रमेश की जगह अब कांग्रेस की प्रवक्ता जयंती नटराजन राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार के तौर पर पर्यावरण एवं वन मंत्रालय का कामकाज देखेंगी। किशोर चंद्र देव कैबिनेट मंत्री के तौर पर पंचायती राज एवं जनजातीय मंत्रालय देखेंगे। दयानिधि मारन के हटने के बाद खाली पड़े कपड़ा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा को सौंपा गया है।

मिलिंद देवड़ा संचार एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाए गए हैं।  पवन सिंह घाटोवार बीएस हांडिक की जगह पूर्वोत्तर से जुड़े मंत्रालय का कामकाज देखेंगे। राहुल गांधी के बेहद करीबी भंवर जितेंद्र सिंह नए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री होंगे। राजीव शुक्ला संसदीय मामलों के राज्य मंत्री बनाए गए। विलास राव देशमुख नए केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री होंगे।
मुकुल रॉय से छिना रेल मंत्रालय, दिनेश त्रिवेदी को कमान
रविवार को हुए रेल हादसों को लेकर आलोचना झेल रहे मुकुल रॉय की रेल मंत्रालय से छुट्टी कर दी गई है। मुकुल रॉय जहाजरानी मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाए गए हैं। छत्तीसगढ़ से कांग्रेस के एकमात्र सांसद डॉ. चरणदास महंत कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय का काम राज्य मंत्री के रूप में देखेंगे।

नई कैबिनेट में चार नए मंत्री, दो राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पांच राज्य मंत्रियों को जगह दी गई है। इसमें आठ नए नेताओं को शामिल किया गया है। वहीं, पिछली कैबिनेट में शामिल रहे सात मंत्रियों को नई कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई है। अपने राजनीतिक जीवन में पहली बार केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा बनने वालों में राजीव शुक्ला, चरणदास महंत, मिलिंद देवड़ा, सुदीप बंदोपाध्याय, जीतेंद्र सिंह शामिल हैं।
घंटों पहले जगजाहिर हुई मंत्रियों सूची

मंत्रियों के नाम की जानकारी शपथ ग्रहण समारोह से कई घंटे पहले ही प्रधानमंत्री कार्यालय की वेबसाइट के जरिए सार्वजनिक कर दी गई थी। यह देश के संसदीय इतिहास में पहला मौका है जब शपथ ग्रहण से कई घंटे पहले कैबिनेट में बदलाव की सूची सार्वजनिक कर दी गई। राजीव शुक्ला, जयंती नटराजन, किशोर चंद्र देव, मिलिंद देवड़ा कैबिनेट में नए चेहरे हैं। वहीं, मुरली देवड़ा, एमएस गिल, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव, ए साई प्रताप की कैबिनेट से छुट्टी हो गई है।

लोग कहते हैं ..........

लोग कहते हैं
हाँ लोग कहते हैं
उन्हें मुझ से
मुझे उनसे प्यार है ..
यकीन मानिए
में भी सोचता हूँ
खुदा करे
लोगों की यह सोच
जल्दी से सच साबित हो ..
लेकिन
ऐसा नसीब हमारा कहाँ
सच तो यही है
आज तक
जब भी मिले हैं हम
ना नज़र उनकी उठी
ना नज़र हमारी उठी
बस नजदीक से निकल जाने पर
एक खुशबु  , एक अहसास
हर बार
वोह छोड़ कर जाते हैं
और कई दिनों तक
नींद हमारी उढ़ा जाते हैं ....................
फिर भी
ना जाने
लोग क्यूँ और किस्लियें
कहते हैं
उन्हें हमसे
हमें उनसे प्यार हैं .............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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