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17 जुलाई 2011

'कोई पुलिस को पीटे तो उसे सबक सिखा दो'




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कोटा। 'यदि कोई पुलिस को पीटे तो उन्हें सबक जरूर सिखाना चाहिए ताकि पुलिस का इकबाल कायम रहे। जब भी कभी अखबारों में पुलिस की पिटाई की खबरें छपती हैं तो बुरा लगता है।' यह बात राज्य के गृहमंत्री शांति धारीवाल ने रविवार को यहां पुलिस की रेंज स्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों से कही।
उन्होंने कहा कि यदि किसी गांव में दो-चार पुलिसकर्मी किसी को पकड़ने जाते हैं और वहां उनके साथ मारपीट कर दी जाती है तो लवाजमे को वहां जाकर सबक जरूर सिखाना चाहिए। ऎसे लोगों की गिरफ्तारी भी तत्काल हो। इसके अलावा उन्होंने अपराधियों से पुलिस की साठ-गांठ को बेहद गंभीर विषय माना और कहा कि यदि ऎसा कहीं सामने आता है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गृहमंत्री सहित पुलिस महानिदेशक हरीश मीणा, अतिरिक्त मुख्य सचिव [गृह] पी.के. सिंह देव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक [क्राइम] प्रदीप व्यास की मौजूदगी में हुई इस बैठक में रेंज के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक व वृत्ताधिकारी मौजूद रहे। बैठक में अन्य विषयों पर भी चर्चा की गई।

कर्नाटक के मंत्री का फरमान: गीता पढ़ाने का विरोध करने वाले छोड़ दें हिंदुस्‍

 
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बेंगलुरु. कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा स्कूलों में 'भगवत गीता' पढ़ाने का समर्थन किए जाने को लेकर शुरू हुआ विवाद गहरा गया है। इस कार्यक्रम की शुरुआत गंगाधरेंद्र सरस्वती स्वामी ने की है। राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री विश्वनाथ हेगड़े कागेरी के इस बयान ने विवाद को एक नया मोड़ दे दिया कि गीता पढ़ाने का विरोध करने वालों को भारत छोड़ देना चाहिए। ये बातें उन्होंने कोलार में एक कार्यक्रम के दौरान कही और छात्रों में नैतिक मूल्य सृजित करने के लिए इसे जरूरी बताया।

इससे पहले 8 जुलाई को बेंगलुरु में उन्होंने घोषणा की थी कि सरकार स्कूलों में 'भगवत गीता' की शिक्षा को आवश्यक करने के लिए तैयार है, लेकिन उच्च शिक्षा मंत्री वी. एस. आचार्य ने यह कहते हुए कागेरी के इस बयान का बचाव किया था कि इसे धार्मिक शिक्षा के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

सरकार के इस प्रयास को शिक्षा का 'साम्प्रदायीकरण' करार देते हुए कर्नाटक हाई कोर्ट में 14 जुलाई को एक याचिका भी दायर की गई, जिस पर अदालत ने राज्य और केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। कागेरी ने यह कह कर स्कूलों में गीता पढ़ाने के कार्यक्रम को सरकार द्वारा समर्थन देने के फैसले का बचाव किया है कि यह शिक्षा स्कूल समाप्त होने के बाद दी जाती है और पूरी तरह ऐच्छिक है। साथ ही सरकार न तो इसे आयोजित कर रही है और न ही इसे वित्तीय मदद दे रही है, बल्कि सरस्वती स्वामी के कार्यक्रम को बस समर्थन दे रही है, लेकिन इसे लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) की छात्र इकाई भारतीय छात्र संघ (एसएफआई) के सदस्यों ने 6 जुलाई को कोलार में छात्रों को गीता का पाठ पढ़ाने के लिए आयोजित सरस्वती स्वामी के कार्यक्रम के विरोध में रैली भी निकाली। इस दौरान कोलार इकाई के एसएफआई अध्यक्ष वी. अम्बरीश को गिरफ्तार कर लिया गया और 5 दिन बाद जमानत पर रिहा गया।अम्बरीश ने सरस्वती स्वामी पर आरोप लगाया कि 6 जुलाई को कोलार में निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद उन्होंने सभा की। एसएफआई का कहना है कि वह 2007 में इसे शुरू किए जाने के समय से ही इसका विरोध कर रहा है।
 

दिग्विजय ने भाजपाइयों को मारा चाटा, आरएसएस पर लगाया बम बनाने का आरोप |


उज्‍जैन. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आरएसएस पर हमला तेज कर दिया है। रविवार को उज्‍जैन में उन्‍होंने आरएसएस पर 'बम बनाने के कारखाने' तैयार करने का आरोप लगाया। साथ ही, उन्‍होंने कहा कि 13 जुलाई को मुंबई में हुए बम धमाकों की जांच के दायरे में हिंदू संगठनों सहित तमाम आतंकी संगठनों की भूमिका को जांच के दायरे में लेना चाहिए।
सिंह ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं कहता रहा हूं कि आरएसएस देश में आतंकवाद फैलाता रहा है और यह बम बनाने के कारखाने तैयार करता रहा है।'

उन्‍होंने मुंबई धमाकों में आरएसएस की भूमिका बताने संबंधी अपने बयान पर सवाल पूछे जाने पर कहा कि मैंने सिर्फ इतना कहा था कि हिंदू आतंकी संगठनों सहित सभी आतंकी संगठनों की भूमिका की जांच हो।

'दिग्विजय ने मारा चांटा'
दिग्विजयसिंह को उज्जैन व शाजापुर में रविवार को काले झंडे दिखाए गए। इस दौरान भाजयुमो कार्यकर्ताओं व कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई, जिसमें भाजयुमो के पांच कार्यकर्ता घायल हो गए। इनमें एक की हालत गंभीर है। भाजयुमो का आरोप है दिग्विजयसिंह ने भी कार्यकर्ताओं को चांटे मारे। गुस्साए भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने शहर में हंगामा मचाया व एक होटल में तोड़फोड़ की।

भाजपा की प्रतिक्रिया
कांग्रेस महासचिव के इस बयान पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा है कि दिग्विजय सिंह ऐसा बयान देकर पाकिस्‍तान की मदद कर रहे हैं। जोशी ने भोपाल में पत्रकारों से कहा, ‘चंद वोटों की खातिर दिग्विजय सिंह का यह बयान देश को खतरे में डाल सकता है। क्‍योंकि इससे पाकिस्‍तान को अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर आतंकवाद के मसले पर खुद को बचाने का मौका मिलता है।’ वहीं भाजपा अध्‍यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि दिग्विजय सिंह के बयान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। गडकरी ने कहा, ' मैं उनकी (दिग्विजय सिंह की) बात को गंभीरता से नहीं लेना चाहता हूं। अच्‍छा यही होगा कि मैं उनके बारे में कोई टिप्‍पणी नहीं करूं।'
दिग्विजय को दिखाए काले झंडे, कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का जवाबी हमला

दस साल में 260 गुना बढ़ा भ्रष्‍टाचार, 1555 हजार करोड़ स्‍वाहा

 

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नई दिल्ली बीते एक दशक में देश में 1555 हजार करोड़ रुपए भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए हैं। इसमें से बड़ी राशि को अवैध रूप से देश से बाहर पहुंचा दिया गया है। इंडियाफोरेंसिक नामक संस्था की इस रिपोर्ट के अनुसार 2009 में औसतन एक व्यक्ति ने भ्रष्टाचार पर 2000 रुपए खर्च किए। 10 साल पहले के मुकाबले यह आंकड़ा 260 गुना ज्यादा है।
‘एसरटेनिंग साइज आफ करप्शन इन इंडिया विद रेस्पेक्ट टू मनी लांडरिंग’ नामक इस रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 2000 से 2009 के बीच में मनी लांडरिंग के द्वारा भारत से 1886 हजार करोड़ रुपए भारत से बाहर भेज दिया गया। जीडीपी के आधार पर यदि इस पैसे का आकलन किया जाए तो इसमें सबसे ज्यादा 1555 हजार करोड़ रुपए भ्रष्टाचार के जरिए आया। पुणो की संस्था इंडिया फोरेंसिक जालसाजी, सुरक्षा, जोखिम प्रबंधन जैसे कई मामलों में सीबीआई की मदद करती है।
कैसे किया अध्ययन : जोशी मॉडल पर आधारित यह रिपोर्ट प्रॉपर्टी रिकवरी, क्राइम और जीडीपी के आधार पर तैयार की गई। एंटी फ्रॉड और मनी लांडरिंग विशेषज्ञ मयूर जोशी का कहना है कि इन तीन मॉडल्स से पता चलता है कितना काला धन वैध हुआ। इसके आंकड़े नेशनल क्राइम रिकॉर्डस ब्यूरो (एनसीआबी) पर आधारित हैं। इंडिया फॉरेंसिक ने सत्यम घोटाले में सीबीआई को मदद दी थी।
तीन सौ पार्टियों ने आज तक नहीं भरा टैक्स रिटर्न
आयकर विभाग की जांच में खुलासा हुआ है कि देशभर की करीब 300 पंजीकृत राजनीतिक पार्टियों ने आजतक कभी भी अपना आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया। इस खुलासे के बाद चुनाव आयोग ने विभाग को इन पार्टियों को नोटिस जारी करने को कहा है।

आपकी राय
भ्रष्‍टाचार देश में सबसे बड़ा मुद्दा है, इसमें कोई दो राय नहीं। एक के बाद एक घोटाले सामने आने का मतलब क्‍या यह समझ लेना चाहिए कि सरकार के लिए घोटालेबाजों पर लगामा लगाना नामुमकिन है? जनता के पैसे पर डाका डालने वाले भ्रष्‍टाचारियों के लिए सरकार-समाज में कहां जगह होनी चाहिए? भ्रष्‍टाचार पर आप क्‍या सोचते हैं, नीचे कमेंट बॉक्‍स में लिख कर सबमिट करें और अपनी बात दुनिया भर के पाठकों से शेयर करें....

पाकिस्तानी के शरीर में धड़का हिंदुस्तानी दिल

 
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चेन्नई. पाकिस्तान के 54 वर्षीय रियाज मोहम्मद के शरीर में इस वक्त एक हिंदुस्तानी का दिल धड़क रहा है। चेन्नई के एक अस्पताल में हाल ही में यह हृदय प्रत्यारोपण किया गया। रियाज मोहम्मद की 2003 में बायपास सर्जरी हुई थी। लेकिन वे स्वस्थ नहीं हुए और उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई।

स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने पर उनके परिजन उन्हें जून में चेन्नई लेकर आए और यहां के फ्रंटियर लाइफलाइन अस्पताल में भर्ती कराया। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. केएम चेरियन ने बताया कि रेडो बायपास सर्जरी के इस मामले में रियाज के लिए हृदय प्रत्यारोपण ही एक मात्र विकल्प बचा था।

अस्पताल की ओर से जारी बयान में डॉ. चेरियन ने बताया कि रियाज को तमिलनाडु नेटवर्क फॉर ऑरगन शेयरिंग (टीएनओएस) में पंजीकृत किया गया। उन्हें उचित डोनर मिलने तक इंतजार करना पड़ा।

8 जुलाई की रात को उपनगरीय पुरुम्बक्कम स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल में एक डोनर का हृदय उपलब्ध होने की जानकारी मिली। एक सड़क हादसे में इस व्यक्ति की मौत हुई थी। डॉ. चेरियन ने बताया, ‘मृतक के परिजनों की सहमति और राज्य संयोजक के दफ्तर से हरी झंडी मिलने के बाद पहले पूरे देशभर में ऐसे मरीज की तलाश की गई जिसे हृदय प्रत्यारोपण की जरूरत हो। लेकिन तमिलनाडु और देश के अन्य हिस्सों में ऐसा कोई भी भारतीय मरीज नहीं मिला जिसे यह हृदय प्रत्यारोपित किया जा सकता हो। अंतत: हमारे अस्पताल को प्रस्ताव दिया गया।’

हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. केएम चेरियन के मुताबिक,करीब साढ़े पांच घंटे की सर्जरी के बाद रियाज के शरीर में हृदय सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित कर दिया गया। उनकी हालत अब स्थिर है और दो हफ्ते के भीतर अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे पाक नागरिक रियाज मोहम्मद ने कहा,‘शुक्रिया, भारत शुक्रिया।’

तेजी से हुआ काम

> सड़क दुर्घटना में मारे गए व्यक्ति का 19 जुलाई की रात 1:47 बजे हृदय निकाला गया।
> फिर 24 मिनट के भीतर इसे 34.8 किमी दूर स्थित लाइफलाइन अस्पताल लाया गया।
> तेज गति के लिए पुलिस की मदद ली।
> उसने हृदय को तेजी से पहुंचाने के लिए ‘ग्रीन कॉरिडोर’ की व्यवस्था की।

शाहाबाद में मिले आदिम कालीन मानव सभ्यता के अवशेष

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बारां. मानव सभ्यता के विकास के शुरुआती दौर में करीब दस हजार वर्ष पूर्व शाहाबाद के जंगलों में भी मानव के रहने के प्रमाण मिले हैं। यहां करई नदी के किनारे आगर व कुंडा खोह में पुरा अवशेषों के साथ पत्थर से बने वे औजार भी मिले हैं, जिनसे मानव शिकार किया करते थे।

बूंदी के प्रसिद्ध पुरातत्व विशेषज्ञ ओमप्रकाश शर्मा कुक्की ने तीन दिन तक इस क्षेत्र में जानकारी जुटाने के बाद गुरुवार को इसका खुलासा किया। शर्मा ने बताया कि शाहाबाद में किले के आगे कुंडा खोह के आसपास पत्थर से बने कोर ब्लेड और तीर के फलक मिले हैं। इनसे मानव शिकार किया करता था। यहां पत्थर से बनी हंटिंग बॉल्स भी मिली हैं। यह बॉल्स समूह में बड़े जानवर का शिकार करने के काम आती थीं। कुंडा खोह के अलावा कस्बाथाना के आगे आगर नामक स्थान पर भी करई नदी के किनारे ऐसे अवशेष मिले हैं। आगर में ही रंगीन पत्थर के मणके, टोंटीदार बर्तन के अवशेष, पत्थर की बॉल्स व पाषाण उपकरण मिले हैं।

नवोदय विद्यालय, अटरू के इतिहासविद डॉ. टीके शुक्ला ने इससे सहमति जताते हुए बताया कि इस प्रकार के पाषाण औजार करीब दस हजार वर्ष पूर्व मानव काम में लेते थे। यह औजार चर्ट, एगेट और चाल्सी डोनी पत्थरों के बने हुए हैं। उस समय मानव बड़े जानवर का समूह में शिकार किया करता था। एक समूह में 20-25 मानव रहते थे। डॉ. शुक्ला के अनुसार यहां मिले पुरावशेष देश में अन्य स्थानों पर मिले आदिम काल के अवशेषों जैसे ही हैं। बारां कलेक्टर नवीन जैन का कहना है कि इस संबंध में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को लिखा जाएगा। साथ ही और खोज भी कराई जाएगी।

आगर में मिले सफेद पीठ वाले गिद्ध: शाहाबाद के समीप आगर गांव में दुर्लभ सफेद पीठ वाले गिद्ध (व्हाइट रंप्ड वल्चर) देखे गए हैं। यहां करई नदी की कराइयों में सामान्य लंबी गर्दन वाले गिद्धों की बस्ती है। इससे थोड़ी दूरी पर ही सफेद पीठ वाले गिद्ध देखे गए हैं। इन गिद्धों के पंखों पर अंदर की ओर सफेद रंग होता है और गर्दन पर भी सफेद रिंग बनी हुई होती है।

कलेक्टर नवीन जैन ने बताया कि जहां सामान्य गिद्ध पहाड़ों व नदियों की कराइयों में रहते हैं, वहीं सफेद पीठ वाले गिद्ध पेड़ों पर ही रहते हैं। आगर के समीप इस प्रकार के तीन-चार गिद्ध देखे गए हैं। गिद्धों की सात प्रजातियां होती हैं, जिनमें से सफेद पीठ वाले गिद्ध लुप्त होने के कगार पर हैं। आगर में इन गिद्धों को सबसे पहले शाहाबाद एसडीएम मुक्तानंद अग्रवाल ने देखा और कलेक्टर को सूचना दी।

ऐसे की पहचान: बूंदी निवासी ओमप्रकाश शर्मा वर्षो से पुरातत्व क्षेत्र में काम कर रहे हैं। उनके अनुसार शाहाबाद के आसपास जैसे पुरावशेष मिले हैं, वैसे ही पुरावशेष बूंदी क्षेत्र में भी मिल चुके हैं। इसी के आधार पर शाहबाद में मिले पुरावशेषों का कालखंड व उनका महत्व निर्धारित किया जा सका।

‘ई-सुगम’ से ऑनलाइन शिकायत

 
कोटा। यदि आप सरकारी विभागों से संबंधित भ्रष्टाचार अथवा गड़बड़ी काम की शिकायत करना चाहते हैं, तो इसके लिए कलेक्ट्रेट के चक्कर काटने की जरूरत नहीं। घर बैठे इंटरनेट के जरिए राज्य सरकार की ‘ई-सुगम’ ऑनलाइन सुविधा से किसी भी विभाग से संबंधित अपनी शिकायत वेबसाइट पर दर्ज करा सकते हैं। एक निश्चित समय के बाद उसका जवाब भी आपको ऑनलाइन ही मिल जाएगा। राज्य सरकार ने इस माह से यह वेब पोर्टल सुविधा राज्य के हर जिले में लागू कर दी है। इसमें शिकायतकर्ता अपने शिकायत नंबर से उस पर कार्रवाई की स्थिति भी ऑनलाइन देख सकेंगे। राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) की जयपुर टीम ने यह वेबसाइट तैयार की है। भविष्य में मोबाइल पर ई-सुगम के जरिए शिकायत और एसएमएस से जवाब देने का विकल्प भी दिया जा सकता है।

अभी यह था सिस्टम
सरकारी विभागों से संबंधित काम की शिकायत अभी कलेक्ट्रेट में जन अभाव अभियोग प्रकोष्ठ में मैन्युअल दर्ज कराई जाती थी। कर्मचारी नहीं मिलने पर शिकायतकर्ता को ऑफिस के कई चक्कर काटने पड़ते थे। यह शिकायत संबंधित विभाग को भेजने में 3 से 5 दिन लगते थे, उसके बाद जवाब आने में 7 से 15 दिन तक लग जाते थे। इससे कई शिकायतों का समाधान नहीं हो पा रहा था।

सीएम की नजर में सारी शिकायतें
राज्य में किसी भी सरकारी महकमे से जुड़ी जन शिकायत व्यक्तिगत या समूह स्तर पर अधिकतम 4 हजार शब्दों में की जा सकती है, यह शिकायत उस विभाग के अधिकारी के बाद कलेक्टर, संबंधित शासन सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय और गवर्नर हाउस में भी ऑनलाइन दिखेगी। मुख्यमंत्री कभी भी किसी विभाग की जनशिकायतों को ऑनलाइन देख सकेंगे।

जरूरी होगा समाधान करना
"यह ऑनलाइन मल्टीचैनल सिस्टम है, जिसमें शिकायत कलेक्टर से सीएमओ तक सभी के पास पहुंचेगी, जिससे विभाग को उसका त्वरित निस्तारण करना जरूरी हो जाएगा।"
बीएल कोठारी, नोडल अधिकारी व एडीएम सिटी

सिस्टम में बढ़ेगी पारदर्शिता
"ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने से सरकारी सिस्टम में पारदर्शिता बढ़ेगी। इसकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि किसी भी शिकायत को दबाया नहीं जा सकेगा।"
मुकेश झा, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी

हैकिंग के आगे कुछ भी सैफ नहीं

 
 
कोटा पुलिस व कई आईटी एक्सपर्ट की मौजूदगी के बीच 25 साल के अंकित फाडिया ने बीएसएनएल की वेबसाइट हैक कर ली। उस पर बिल संबंधी गोपनीय जानकारी भी उजागर कर दी। फिर एक पुलिसकर्मी को मंच पर बुलाया और उनके सामने उन्हीं की आईडी खोल दी।

लगातार एक के बाद एक लाइव डेमो से फाडिया ने बता दिया कि साइबर क्राइम के इस दौर में कुछ भी सैफ नहीं है, इसलिए अब हमें अलर्ट व अपडेट होने की जरूरत है।

प्रख्यात एथिकल हैकर अंकित फाडिया ने सोमवार को दैनिक भास्कर और गुरुकुल इंजीनियरिंग कॉलेज के साझा तत्वावधान में इंद्रविहार स्थित आइनॉक्स में हुई हैक्टिविटी सेमिनार में हैकिंग के लाइव डेमोस्ट्रेशन दिए। उन्होंने कई महत्वपूर्ण वेबसाइट हैक करके सबको चौंका दिया। उन्होंने प्राइवेसी ऑन, आतंकी स्टेगनोग्राफी, ईमेल स्पूर्फिग, पासवर्ड क्रेकिंग, रोड साइन क्रेकिंग और एटीएम मशीन हैकिंग के बारे में उपयोगी जानकारी देते हुए हैकिंग के लाइव डेमो भी दिखाए।

सेमिनार के मुख्य अतिथि एएसपी लक्ष्मण गौड़ थे, अध्यक्षता गुरुकुल इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक डॉ. बीएल गोचर ने की। निदेशक शैलेंद्र सिंह, राकेश गौतम व आदित्य कौशिक ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रिंसीपल प्रो.आरसी मिश्रा ने कहा कि हैकिंग एक एक्टिविटी है, जिसके बारे में इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को उपयोगी जानकारी मिली है। सेमिनार में पुलिस उपअधीक्षक संजय गुप्ता,पंकज चौधरी,चंद्रशील सिंह, पारस जैन सहित कई अधिकारियों व पुलिसकर्मियों ने साइबर क्राइम के बारे में जानकारी ली।


नासा के सैटेलाइट की दिशा बदल दी

फाडिया ने बताया कि कुछ साल पहले नासा ने जैसे ही एक सैटेलाइट लांच किया, रूस के 11 साल के हैकर ने बेडरूम में बैठकर नासा के नेटवर्क को हैक करके अंतरिक्ष में उनकी दिशा ही बदल दी और कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया था।

साइबर क्राइम रोकने के दिए टिप्स

फाडिया ने सेमिनार में साइबर क्राइम की पहचान करने के लिए उपयोगी जानकारी दी। साइबर अपराधी ट्रोजन (रिमोट एडमिनिस्ट्रेटिव टूल्स) के सहारे संवेदनशील डाटा चुरा सकते हैं। win backdoor सबसे लेटेस्ट ट्रोजन टूल है। जिसे एंटीवायरस भी ट्रेस नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने सेमिनार में एक पुलिसकर्मी का ईमेल पासवर्ड हैक करके दिखाया।

90 फीसदी नहीं जानते हैकिंग के बारे में

जनवरी, 09 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की ट्विटर हैक करके क्रिमिनल हैकर्स ने अपने इरादे बता दिए थे। इसके बाद भी स्थिति यह है कि आज भी 90 फीसदी इंटरनेट यूजर्स नहीं जानते हैं कि उनके कंप्यूटर का आईपी एड्रेस और पासवर्ड हैक किया जा सकता है।



ऐसे बचें हैकिंग से

१ फायर बॉल (साफ्टवेयर) का उपयोग करें।

२.एंटीवायरस अपडेट करते रहें।

३.एंटी स्पाईवेयर (साफ्टवेयर) का प्रयोग भी करें।

४.हर 15 दिन में ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट करें व पासवर्ड बदले।

५.स्ट्रांग पासवर्ड में केरेक्टर, सिंबल व न्यूमेरिक का प्रयोग करें।

६. वायरलैस नेटवर्क में डब्ल्यूपीए सिक्योरिटी-2 काम में लें।

रघुनाथ मिश्र की कविता ...जरा खुलो तो ...

जरा खुलो तो बात बने
साफ़ धुलो   तो बात बने
बुझे बुझे खोए खोए हो
मिलो जुले तो बात बने
हे हांसिल क्या ,पड़े पड़े यूँ
हिलो डुलो तो बात   बने
भारी मन इकले हो यूँ ही
साथ चलो तो बात बने
हे मंशान उनके दिल की
तुम उबलो तो बात बने
भाता ही है यदि जलना
लो से जलो तो बात बने ...................रघुनाथ मिश्र ३ के ३० तलवंडी कोटा राजस्थान ..

मां की हत्या कर स्वंय को फांसी लगाई




murder

जोधपुर। शास्त्री नगर इलाके में एक बेटे ने अपनी मां की गला रेत कर हत्या कर दी। मां को मौत के घाट उतारने के बाद युवक ने खुद को भी फांसी पर लटका
लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार शरद अग्रवाल नामक व्यक्ति पेशे से वकील था। उसने सुबह अपनी मां कौशला देवी की हत्या कर दी तथा पिता ओमप्रकाश अग्रवाल को
गंभीर रूप से घायल करने के बाद स्वंय भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घायल को मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार
अभी हत्या एवं आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।

रामदेव के बाबा बनने की पूरी कहानी

 
 
 
नई दिल्ली.  योग गुरु बाबा रामदेव कभी हरिद्वार में साइकिल से चलते थे, लेकिन आज उनके ट्रस्ट के पास अरबों की संपत्ति है। अब वह 2014 में होने वाले लोकसभा चुनावों में सभी 543 सीटों पर  अपना उम्मीदवार उतारने का एलान कर चुके हैं। 
कभी साइकल पर चलते थे बाबा रामदेव
बाबा रामदेव हरिद्वार में गुरु शंकर देव के शिष्य थे लेकिन गुरु शंकर देव का अब कुछ पता नहीं है। आज बाबा रामदेव के सबसे विश्वस्त साथी बालकिशन महाराज हैं। बाबा के पीछे रहने वाले बालकिशन महाराज ने बाबा के आयुर्वेद का साम्राज्य खड़ा किया हैं। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता बाबा हठ योगी ने हाल ही में बाबा रामदेव पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि एक दशक पहले रामदेव साइकिल पर चलते थे और उनके पास इतना पैसा भी नहीं रहता था कि वे साइकिल का पंचर बनवा सकें। लेकिन आज वे हेलीकॉप्टर में चलते हैं। इसलिए हम उनकी संपत्ति की जांच की मांग करते हैं।
करोड़ों की संपत्ति है बाबा रामदेव के पासबाबा रामदेव के आश्रमों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हरिद्वार से दस किलोमीटर की दूरी पर मौजूद आश्रम के अलावा हरियाणा में अरावली की पहाड़ियों के नजदीक और स्कॉटलैंड में रामदेव के आश्रम बन चुके हैं। उनका ट्रस्ट दुनियाभर में दवाइयां और 'स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाले' कई उत्पाद बेचता है।  बाबा रामदेव ने कहा था कि वह आयुर्वेद और योग का दुनिया का सबसे बड़ा केंद्र बनाना चाहते हैं जहां इलाज, शोध और अध्यापन किया जाए। बाबा रामदेव ने स्कॉटलैंड में बीस लाख पाउंड स्टर्लिंग में एक टापू खरीदा है। कुंब्रे द्वीप विदेशों में उनके मुख्य केंद्र के तौर पर काम करेगा। इस द्वीप का अधिग्रहण भारतीय मूल के स्कॉटिश दंपती सैम और सुनीता पोद्दार ने सितंबर, 2009 में किया था। इस द्वीप का कामकाज रामदेव के पतंजलि योगपीठ (यूके) ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
बाबा ने 21वीं सदी में देश में योग को नई पहचान दिलाई और घर घर में लोकप्रिय बनाया।टीवी के विभिन्न चैनलों ने उनकी लोकप्रियता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सत्ता के गलियारों में पैठ रखने वाले बड़े लोग उनके संपर्क में आए। इसी दौरान बाबा रामदेव ने योग के लिए पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट बनाया तथा भारत स्वाभिमान के नाम से आंदोलन की शुरुआत की। इसके बाद से बाबा की लोकप्रियता और उनके ट्रस्ट की संपत्ति दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ती ही जा रही है। 

अब कलमाड़ी को जेल वैन में ले जाते वक़्त हमले का हुआ डर

 
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नई दिल्ली. पूर्व संचार मंत्री ए राजा के बाद तिहाड़ जेल में बंद राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति के बर्खास्त अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी ने अदालत में सुनवाई के दौरान जेल वैन में ले जाते वक़्त दूसरे कैदियों द्वारा हमले की आशंका व्यक्त की है।
कलमाड़ी की इस याचिका पर विचार करते हुए सीबीआई के विशेष न्यायाधीश तलवंत सिंह ने जेल अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि वह अदालत में सुनवाई की तारीखों पर कलमाड़ी और दूसरों को अगल वैन में लाने की सम्भावना तलाशें और इस सम्बन्ध में कोर्ट को 21 जुलाई तक अपने निर्णय से अवगत कराएं।
इस मामले में दूसरे सहारोपी है-आयोजन समिति के पूर्व महानिदेशक वीके वर्मा,आयोजन समिति के पूर्व महासचिव ललित भनोट,आयोजन समिति के पूर्व अधिकारियों एम जयचंद्रन,सुरजीत लाल और एएसवी प्रसाद ने भी कोर्ट के सामने इसी तरह की आशंका जताई है।
इसके पहले 2जी आवंटन घोटाले के मुख्य आरोपी राजा खूंखार कैदियों के साथ भीड़ भड़े जेल वैन में ले जाने पर चिंतित था। उसने मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत से दरख्वास्त की कि सुरक्षा कारणों से उसकी रिमांड कार्यवाही को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की जाए।
2G घोटाले में सभी आरोपियों को अब एक अलग जेल वैन में अदालत लाया जाता है।

आज शबे बरात यानी इबादत की रात है

दोस्तों हिन्दू सनातन धर्म में श्राद्ध और मुस्लिम धर्म में शबेबरात करीब एक ही तरह के मिलते जुलते त्यौहार है इस दिन मुस्लिम भाई अपने पूर्वजों की रूह कीइच्छित  खाद सामग्री बनाते है और फातिहा दिलवाते है ..दूसरी बात यह है के इसी दिन मुस्लिम भाइयों के हिसाब किताब की रात होती है गुनाह और सवाब के खाते खुलते हैं पुराने खाते बंद होते है और इस दिन और रात को इबादत की रत होती है रोज़े रखे जाते हैं अपने गुनाहों की माफ़ी मांगी जाती है ..तो दोस्तों शबेबरात के इस त्यौहार पर में भी अप सभी भाई बहनों से मेरी गुस्ताखियों और नादानियों की माफ़ी चाहता हूँ उम्मीद है आप मुझे माफ़ करेंगे ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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