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19 जुलाई 2011

पेड न्यूज छापने पर आपराधिक मामला!



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जयपुर। भाजपा की चुनाव प्रक्रिया सुधार समिति के अध्यक्ष और राजस्थान के सह प्रभारी किरीट सोमैया के अनुसार अगले चुनावों से पेड न्यूज साबित होने पर अखबार व टीवी चैनल मालिक व पत्रकारों पर आपराघिक मामले दर्ज किए जाएंगे। जयपुर दौरे पर आए सोमैया ने पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में दावा किया कि उनकी समिति ने ही ऎसा सुझाव दिया था, जिसे केन्द्रीय चुनाव आयोग ने मंजूर कर लिया और अगले चुनावों से यहां इस पर अमल हो सकता है।
आयोग ने नई व्यवस्था के तहत चुनाव में पैसे का दुरूपयोग रोकने व पेड न्यूज पर अंकुश लगाने के लिए नई व्यवस्था शुरू की है। उम्मीदवार के खर्चे पर निगरानी के लिए राजस्व विभाग का एक अघिकारी हर निर्वाचन क्षेत्र में नियुक्त होगा। पेड न्यूज रोकने के लिए निर्वाचन क्षेत्रों में डीएवीपी का अघिकारी या कर्मचारी नियुक्त किया जाएगा। डीएवीपी कर्मी नजर रखेंगे और पेड न्यूज साबित होने पर प्रत्याशी की उम्मीदवारी भी रद्द हो जाएगी।

सर्वोच्च न्यायालय ने यौनकर्मियों के लिए समिति बनाई

 
 
 
नई दिल्ली. सर्वोच्च न्यायालय ने यौनकर्मियों के सर्वेक्षण व उनके पुनर्वास के लिए मंगलवार को एक समिति गठित की। सर्वोच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति मरक डे काटजू और न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्रा की खंडपीठ ने कहा कि वरिष्ठ वकील प्रदीप घोष व जयंत भूषण समिति की अध्यक्षता करेंगे। इसमें यौनकर्मियों के लिए काम करने वाले तीन स्वयंसेवी संगठन (एनजीओ) भी शामिल होंगे।

न्यायालय ने केंद्र व राज्य सरकारों और साथ ही साथ संघशासित प्रशासनों को निर्देश दिया है कि वे अपने अधिकार क्षेत्र में यौनकर्मियों का एक सर्वेक्षण कराएं और समिति को अपनी रपट सौंपें।

अदालत ने सरकारों से समिति को पूरा सहयोग व सहायता देने के लिए कहा है।

यह समिति मानव तस्करी रोकने,इस व्यवसाय को छोड़ना चाहने वाले यौनकर्मियों के पुनर्वास व यही व्यवसाय जारी रखने वाले यौनकर्मियों के लिए बेहतर स्थितियां बनाने के सम्बंध में सुझाव देगी।

अदालत द्वारा यौनकर्मियों की पुनर्वास समस्याओं का संज्ञान लेने के बाद समिति की नियुक्ति की गई है। यह मुद्दा तब उठा जब पश्चिम बंगाल में एक यौनकर्मी की हत्या के दोषी आदमी का मामला सामने आया

काल कोठरी में नौ माह तक बंद रही महिला, आंख तक खा गए कीड़े-मकोड़े

 
सीतापुर। जिले के छरेटा थाने के बिजमाऊ गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। यहां एक महिला को उसके पति और ससुराल वालों ने नौ महीने तक कमरे में बंधक बनाकर यातनाएं दीं। महिला के शरीर में कीड़े लग गए। कीड़े-मकोड़े उसकी आंखें तक खा गए। बेटी के पिता ने इस खौफनाक मंजर को देखा तो उनकी भी हत्या कर लाश को पेड़ पर लटका दिया गया। पिता की हत्या के बाद बेटी ने भी दम तोड़ दिया।


जानकारी के मुताबिक, गुड़िया की कुछ साल पहले ही शादी हुई थी। ससुरालवालों ने उसको घर में कैद कर दिया। उसके पूरे शरीर में कीड़े लग चुके थे। आंखें कीड़े कुतर कर खा चुके थे। शरीर पर पड़ा कंबल उठाया गया तो उसके बाहर तक कीड़े निकल रहे थे। आखिरकार उसने दम तोड़ दिया।

गुड़िया का इलाज कर रही डॉक्टर सरला के मुताबिक, लड़की को जब यहां लाए थे तो उसके शरीर में बहुत कीड़े थे। उसकी आंखों को भी कीड़ों ने खा लिया था। उसकी हालत काफी खराब थी।

गुड़िया के भाई के मुताबिक, परिवार इस घटना के बारे में जानता नहीं था। जब पिता को पता चला तो वह बेटी से मिलने उसके घर गए। गुड़िया अंधेरे कमरे में जिंदा लाश की तरह मिली जो धीरे-धीरे कीड़ों का निवाला बन चुकी थी। बिटिया की ये हालत देखकर पिता ने ससुराल वालों को जेल भेजने की धमकी दी। इस पर ससुराल वालों ने पीट-पीट कर उन्हें मार डाला।

एसएसपी बालेंदु भूषण सिंह के मुताबिक, गुड़िया के ससुरालवालों पर केस दर्ज कर लिया गया है। दोषियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।

डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर पेट खोला तो आंखें फटी की फटी रह गईं!


फर्रुखाबाद। जिले के मोहम्मदाबाद निवासी करुन के पेट में बहुत दिनों से दर्द की शिकायत थी। उसने यह बात अपने पिता को बताई। पिता ने पेट का अल्ट्रासाउंड कराया तो उसमें कुछ ठोस चीज दिखाई दी। डॉक्टर की सलाह पर ऑपरेशन के लिए वह थियेटर पहुंचा। वहां जैसे ही उसके पेट को डॉक्टरों ने खोला तो भौंचक्के रह गए। उसके पेट से टार्च निकला। टार्च की लंबाई करीब आठ इंच थी।

दरअसल, करुन कुछ दिन पहले खेत पर गया था। वहां वह अपने साथ प्लास्टिक की 8 इंच लंबी टॉर्च लेकर गया था। किसी तरह टार्च पेट में चली गई। उसने यह बात छुपा ली, लेकिन जब पेट में अधिक दर्द हुआ तो उसने पिता को बताया।

डॉ. एके गुप्त के मुताबिक, जब पेट का अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट देखा तो विश्वास ही नहीं हुआ कि टॉर्च पेट में है। बढ़पुर स्थित उनके नर्सिगहोम में ऑपरेशन कर टॉर्च को पेट से बाहर निकाला। टॉर्च की लंबाई आठ इंच थी।

मुंबई ब्लास्ट: रियाज़ भटकल की मां ने कहा अब बहुत हुआ

 
 
 
बंगलुरु. रियाज भटकल उर्फ ​​रोशन खान उर्फ रियाज़ शबंदरी और उसके दो भाईयों के नाम गत बुधवार को मुंबई में हुए धमाकों के बाद एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं।
पर उसकी मां सईदा बेगम शबंदरी का कहना है कि देश में कुछ भी होने पर ख़ास कर आतंकी घटनाओं से जुड़े मामलों में हमारे बच्चों के नाम बार-बार आने से हमलोग परेशान हो चुके हैं। जबकि हमलोग मीडिया,पुलिस और जिला प्रसाशन से कई बार कह चुके हैं कि हमारे परिवार का रियाज़,इकबाल और यासीन से कोई लेना देना नहीं है।
रियाज़ की मां ने आगे बताया कि रियाज़ अपने तीन छोटे बच्चों को भी देखने नहीं आता है। न ही वह फ़ोन करता है और न ही वह हमारे फोन का जवाब ही देता है। वह कई बार अपने नंबर बदल चुका है। हमें यह भी नहीं पता कि वह और उसके दो भाई इस वक़्त कहां है।
पर रियाज़ के पिता इस्माइल शबंदरी,जिनकी उम्र 70 के करीब है,को अब भी उम्मीद है कि रियाज एक दिन इन सब गड़बड़ियों से बाहर निकल कर आएगा और उसपर लगे आतंकवादी टैग से भी उसे छुटकारा मिल जाएगा।
उन्होंने बताया "मैंने उसे पिछले 14 सालों से नहीं देखा है एक बार मैंने सुना था कि वह 2004 में भटकल आया था,पर वह हमसे मिलने नहीं आया। लेकिन पुलिस और खुफिया एजेंसियां हमारे यहां अक्सर आते रहते हैं। उनके यहां आने पर हम उन्हें उनके बचपन की कहानियां सुनाते हैं और उनके बचपन की तस्वीरें दिखातें हैं। उन्होंने कहा 'अगर उसने लोगों को मारने में महत्वपुर्ण भूमिका निभाई है तो मैं इसकी इजाजत नहीं दूंगा।"
रियाज़ के माता-पिता ठेनगिनागुंदी रोड पर मदीना कोलोनी में रहते हैं।

थाना इंचार्ज को मार दो, नहीं तो तुम्हारा परिवार गया!

 


 
 
जयपुर. दुबई से किसी ने जयपुर में एक व्यक्ति को मोबाइल फोन पर जान से मारने की धमकी दी है। फोन करने वाले का नंबर 501 है। दो बार इस नंबर से फोन आने के बाद मोबाइल धारक ने झोटवाड़ा थाने में लिखित शिकायत दी, जिस पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

संजय नगर निवासी सुधीर कुमार शर्मा मेडिकल की दुकान पर सेल्समैन है। उसने बताया कि 16 जुलाई को सुबह 5 बजे उसके मोबाइल पर 501 नंबर से फोन आया कि या तो इलाके के थाना इंचार्ज को जान से मारकर मुझसे 2 लाख रु. ले लो या फिर मैं तुम्हारे परिवार को जान से मार दूंगा। इसके बाद 18 जुलाई को देर रात 2 बजे फिर वही फोन आया तो सुधीर ने मंगलवार को स्थानीय पार्षद मोहिनी कंवर के निवास पर जाकर माजरा बताया। मोहिनी के पति दिग्विजय सिंह ने झोटवाड़ा थाना प्रभारी चैन सिंह महेचा को जानकारी दी, जिसके बाद सुधीर ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।

20 जुलाई तक का अल्टीमेटम

थाना प्रभारी ने बताया कि फोन करने वाले ने सुधीर को 20 जुलाई तक काम पूरा करने की धमकी दी है। तीन डिजिट वाला फोन नंबर दुबई का है। सुधीर ने जब फोन करने वाले से उसका नाम-पता पूछा तो उसने फोन काट दिया। सुधीर ने पुलिस को बताया कि वह न तो ऐसे किसी व्यक्ति को जानता है और न ही उसका किसी से विवाद है। उसने मेरा मोबाइल फोन नंबर कहां से लिया, पता नहीं।

आज होगी नागदेव की आराधना

 
 
 
नागपंचमी : भक्त करेंगे सर्प की बांबी की पूजा जयपुर . नाग पंचमी पर बुधवार को नागदेव की आराधना की जाएगी। भक्त कालसर्प दोष निवारण के लिए अनुष्ठान करेंगे। इस अवसर पर सर्प की बांबी की पूजा के साथ ही मंदिरों में झांकियां सजाई जाएंगी। मान्यतानुसार कालसर्प दोष निवारण के लिए नागपंचमी का दिन विशेष माना जाता है। शास्त्रों के मुताबिक नागपंचमी पर वर्षा के योग भी अच्छे रहते हैं। कालसर्प दोष वाले जातक चांदी के नाग-नागिन बनाकर व अभिषेक कर नदी के किनारे भगवान शिव को अर्पित करेंगे, जो लोग नदी किनारे नहीं जा सकेंगे, वे शिव मंदिर में नाग-नागिन के स्वरूप को अर्पित कर नाग देवता को मनाएंगे। परिवार की सुख-समृद्धि और आरोग्य की कामना के लिए महिलाएं व्रत रखेंगी। भक्त नाग देव की बांबी पर रोली, मोली, चावल व दूध अर्पित करेंगे व पूजन किया जाएगा। कई भक्त नाग तलाई और गलता घाटी में सर्प के जोड़ों को दूध पिलाकर सपेरों से सर्प के जोड़ों को छुड़वाएंगे।

सजेगी झांकी : क्वींस रोड स्थित झारखंड महादेव मंदिर में भगवान का अभिषेक कर विशेष शृंगार किया जाएगा। पुरानी बस्ती के गोपीनाथजी स्थित शहर के शेषनाग मंदिर में शेषनाग का अभिषेक कर विशेष फूल बंगला झांकी सजाई जाएगी। कूकस के सदाशिव ज्योतिर्लिंगेश्वर महादेव मंदिर में 1 अगस्त को जीवित सर्पों की झांकी सजाई जाएगी। नागदेव की विशेष पूजा-अर्चना के साथ ही जंगल में जाकर नागदेव को छोड़ा जाएगा।

दोस्त बनकर ले गया बिस्किट दिलाने, कर दी मासूम की ह्त्या

 

 
 
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रामगंजमंडी(कोटा). उसकी उम्र महज 6 साल थी, घर पर आए पिता के साथी ने बाजार से बिस्किट दिलाने का प्रलोभन दिया तो वह साथ हो गई। बेटी की जिद पर परिजनों को भी एकाएक कोई एतराज नहीं हुआ। लेकिन, इस भरोसे का अंत जिंदगीभर का गम दे जाएगा, यह शायद किसी ने सोचा भी नहीं था। घर से निकलने के करीब 40 घंटे बाद उसका शव जिस हाल में मिला, वह रोंगटे खड़े करने वाला था। यह रेत के ढेर में दबा था और आवारा जानवर उसे नुकसान पहुंचा रहे थे। यह मामला कुदायला गांव का है और हर कोई इस घटना से स्तब्ध है। बालिका के पिता ने २४ वर्षीय परिचित युवक पर आरोप लगाया है। बच्ची के साथ ज्यादती की आंशका भी जताई जा रही है। बालिका के पिता ने रविवार शाम को थाने में गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज करा दिया था।

मप्र के महिदपुर निवासी गिरधारीलाल यहां कुदायला गांव की एक पत्थर फैक्ट्री में मजदूरी करता है। फैक्ट्री परिसर में ही बने क्वार्टर में ही वह सपरिवार रहता है। गिरधारी ने बताया कि उसकी फैक्ट्री में ही सुल्तानपुर निवासी 24 वर्षीय दीपक भी काम करता था। 15 दिन पहले उसने काम छोड़ दिया और दूसरी जगह काम करने लगा। पुराना परिचय होने के कारण दीपक घर आता-जाता था। रविवार शाम वह घर आया। दीपक उसकी पुत्री मीनाक्षी (6) को दुकान से बिस्कुट दिलाने के बहाने बाजार ले गया। काफी देर तक पुत्री के नहीं लौटने पर उसकी तलाश शुरू हुई। आसपास के मकानों, दुकानों, चौराहे पर भी खोजा गया। काफी खोजबीन के बाद भी पुत्री का पता नहीं चला। दो घंटे बाद ही दीपक मोटरसाइकिल से आता दिखाई दिया। शक होने पर उसे पकड़ लिया गया। दीपक पर संदेह जारी करते हुए थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया। पिता गिरधारी का कहना है कि उसकी पुत्री की ज्यादती के बाद हत्या की गई।

सड़क के किनारे रेत में दबा मिला शव

मंगलवार दोपहर कुदायला-कुंभकोट रोड पर बनी टंकी के पास डाली गई रेती में कोई शव दबे होने की जानकारी मिली। वहां से तेज बदबू आ रही थी। शव के कुछ हिस्से को कुत्तों ने खींचकर रेती से बाहर निकाल दिया था। इस पर क्षेत्रवासी एकत्र हो गए। पुलिस भी सूचना पाकर मौके पर पहुंची। शव को अस्पताल लाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।

बिलख पड़े परिजन

गिरधारी के तीन पुत्रियां और दो पुत्र हैं। बड़ी बेटी ममता गांव में रहती है। पुत्री सीमा, मीनाक्षी, पुत्र रामेश्वर और पुष्कर पिता के साथ ही रहते थे। मीनाक्षी की हत्या के बाद परिजन बिलख पड़े।

अजगर को मुर्गो ने घेरा


कोटा कोटा के अकेलगढ़ में एक अजगर पिछले 6 माह में 40 मुर्गे निकल चुका था लेकिन कल अजगर ने जब फिर ऐसा किया तो मुर्गो ने इस बार एकजुट होकर अजगर को घेर लिया.. । क्या है पूरी घटना और कैसे मुर्गो ने अजगर से बदला लिया इस विजअल स्टोरी को हमारे फोटोग्राफर कमलेश बागड़ी ने अपने कैमरे में कैद किया है।

मुर्गो ने सीना ताना और कुछ ऐसे हार गया अजगर



निगल लिया मुर्गा

स्थान : कोटा का अकेलगढ़। कर्मचारियों के घर। आस-पास अकेला अजगर..और कई मुर्गे। लोगों का कहना है अजगर छह माह में 40 मुर्गे निगल चुका है। सोमवार रात लेखराज का मुर्गा निगल लिया। मंगलवार सुबह लेखराज ने छिपे अजगर को डंडे से बाहर निकाला। मुर्गा अजगर के पेट में प्रतीत हो रहा है।

हार मानी, मुर्गा उगल दिया

लोग इकट्ठा हो गए। आसपास वे मुर्गे भी जमा हो गए, जिनके साथियों को यह चुन-चुन कर खा रहा था। अजगर ने सोचा, अब तो भागने में ही भला है..पर भागूं तो कैसे पेट में इतना भोजन जो है। झटपट निर्णय लिया और मुर्गा उगल दिया। मुंह से आधा मुर्गा बाहर दिखाई दे रहा है।

मुर्गो ने सीना ताना

पेट हलका हुआ। छिपने या भागने की कोशिश की तो कुछ मुर्गे अजगर के सामने इस तरह सीना तानकर खड़े हो गए, जैसे बदला लेने वाले हों। ..आखिरकार कुछ लोग अजगर को नया गांव के जंगल में छोड़ आए।

 

निगल लिया मुर्गा स्थान : कोटा का अकेलगढ़। कर्मचारियों के घर। आस-पास अकेला अजगर..और कई मुर्गे। लोगों का कहना है अजगर छह माह में 40 मुर्गे निगल चुका है। सोमवार रात लेखराज का मुर्गा निगल लिया। मंगलवार सुबह लेखराज ने छिपे अजगर को डंडे से बाहर निकाला। मुर्गा अजगर के पेट में प्रतीत हो रहा है।
 

हार मानी, मुर्गा उगल दिया लोग इकट्ठा हो गए। आसपास वे मुर्गे भी जमा हो गए, जिनके साथियों को यह चुन-चुन कर खा रहा था। अजगर ने सोचा, अब तो भागने में ही भला है..पर भागूं तो कैसे पेट में इतना भोजन जो है। झटपट निर्णय लिया और मुर्गा उगल दिया। मुंह से आधा मुर्गा बाहर दिखाई दे रहा है।
 

मुर्गो ने सीना ताना पेट हलका हुआ। छिपने या भागने की कोशिश की तो कुछ मुर्गे अजगर के सामने इस तरह सीना तानकर खड़े हो गए, जैसे बदला लेने वाले हों। ..आखिरकार कुछ लोग अजगर को नया गांव के जंगल में छोड़ आए।

तैश में आए प्रिंसिपल, कोरे कागज पर लिखी प्रॉपर्टी

 
 
कोटा. मंगलवार को गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में छात्रों के हंगामे से तैश में आए प्रिंसिपल सुनील भार्गव ने कोरे कागज पर अपनी संपत्ति छात्रसंघ अध्यक्ष के नाम पर लिख दी। बाद में कॉलेज के लेक्चरर जोगाराम ने छात्रसंघ अध्यक्ष से वह कागज लेकर प्रिंसिपल की टेबल की दराज में रखा और मामले को रफा दफा किया। छात्रसंघ अध्यक्ष हरिप्रकाश मीणा कॉलेज में कैंटीन शुरू करवाने के लिए छात्रों के साथ आंदोलन कर रहे थे। प्राचार्य ने 10 दिन में इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी करने का आश्वासन दिया तो छात्रसंघ अध्यक्ष ने पूछा कि इस बात की क्या गारंटी। इससे तैश में आए प्राचार्य ने कहा कि कैसे नहीं होगा, मैंने कहा है, नहीं हो तो, ये लो मैं अपनी प्रॉपर्टी तुम्हारे नाम लिख रहा हूं।

गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में मंगलवार को सफाई व्यवस्था के टेंडर जारी करने की प्रक्रिया चल रही थी। छात्रसंघ अध्यक्ष को पता चला तो वे कुछ छात्रों के साथ प्राचार्य के पास पहुंचे और कैंटीन का टेंडर भी इसके साथ ही जारी करने की मांग करने लगे। कैंटीन के मामले को लेकर प्रिंसिपल व छात्रसंघ अध्यक्ष मीणा के बीच काफी देर तक कहासुनी चलती रही। इसी बीच प्राचार्य ने 10 दिन में कैंटीन की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर उसे सफाई के टेंडर के साथ ही खोलने का आश्वासन दिया। छात्र जब सहमत नहीं हुए और कहने लगे कि इस बात की क्या गारंटी। इस पर गुस्साए प्रिंसीपल भार्गव ने तैश में आकर कहा कि कह दिया तो गारंटी ही है, इसके बाद खाली कागज लेकर अंग्रेजी में लिख दिया ‘आई गिव एनी आल प्रॉपर्टी टू हरि’ और छात्रसंघ अध्यक्ष को थमा दिया। बाद में कागज को लेक्चरर जोगाराम ले लिया। समझाइश के बाद छात्र प्रिंसीपल कक्ष से बाहर आए। इस दौरान यहां छात्र नेता जितेंद्र राठौर, शिवप्रकाश मीणा, सोभागमीणा, अखलाक, अतीक मोहम्मद, अजय मेहरा, तूफानसिंह, अजय मीणा, सत्यप्रकाश मीणा सहित अन्य मौजूद थे।

यह था मामला

कॉलेज में मंगलवार को सफाई ठेके लिए टेंडर की प्रक्रिया होनी थी। इसमें छात्रों का कहना था कि सफाई के साथ कैंटीन का भी ठेका दे दिया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया। छात्रों का कहना था कि कुछ महीने पहले तत्कालीन प्रिंसिपल ने कैंटीन खोलने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन राशि जमा होने के बाद टेंडर प्रक्रिया को निरस्त कर दिया गया।

प्रसाद के नाम पर खिला दिया नशा, और युवक को लूट लिया

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कोटा. आगरा से कोटा के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेन में दो अज्ञात युवकों ने एक यात्री को नशीला प्रसाद खिलाकर लूट लिया। लुटेरे यात्री का बैग ले गए। बैग में नकदी व कपड़े रखे थे। यात्री को मंगलवार सुबह उपचार के लिए एमबीएस अस्पताल में लाया गया तो वहां भी उसे न बेड मिला और न ही नर्सिगकर्मियों की देखरेख। उसे फर्श पर ही गद्दा डालकर पटक दिया।

जीआरपी हैड कांस्टेबल कैलाश ने बताया कि यूपी के अलीगढ़ निवासी मुरारी बघेल (20) पुत्र राजेन्द्र प्रसाद बघेल सोमवार रात आगरा रेलवे स्टेशन से कोटा आने के लिए ट्रेन में सवार हो गया। दो युवकों ने उसे प्रसाद दिया, जिसे खाने पर वह बेहोश हो गया। दोनों युवक मुरारी का बैग ले उड़े। बैग में 500 रुपए व कपड़े रखे थे। ट्रेन कोटा पहुंची तो उसे कुछ लोगों ने एमबीएस अस्पताल पहुंचाया। मुरारी के पास से एक मोबाइल मिला है। वह फिलहाल पुलिस को बयान देने की स्थिति में नहीं था।

अस्पताल अधीक्षक डॉ. एआर गुप्ता का कहना था कि इन दिनों मौसमी बीमारियों का जोर है। इसके कारण मेडिसिन वार्ड में रोगियों की संख्या ज्यादा है, इसलिए मुरारी को बेड नहीं मिल पाया ।

मेरी बिटिया सदफ स्कूल क्लास प्रतिनिधि का चुनाव जीती

मेरी बिटिया सदफ जो ६ वर्ष की है और सेंट जोसेफ स्कूल बेराज रोड कोटा में सेकंड क्लास में पढ़ती है  कल उसकी क्लास में हुए क्लास प्रतिनिधि का चुनाव जीत कर उसने जो ख़ुशी ज़ाहिर की वोह देखने लायाक थी उसकी ख़ुशी से हम खुद भी अपनी ख़ुशी नहीं रोक सके ...............दोस्तों मेरी सबसे छोटी बिटिया सदफ शुरू से ही पढने कमाल करती आई है लेकिन अतिरिक्त एक्टिविटी में भी वोह स्कूल के सभी कार्यक्रमों में हिस्सेदार रही है वोह नर्सरी से एच के जी तक मोनिटर रही फिर उनके स्कूल में निर्वाचन के आधार पर क्लास प्रतिनिधि चुनने का प्रावधान है क्लास फर्स्ट में वोह क्लास प्रतिनिधि निर्वाचित हुई लेकिन हमें कोई खास ख़ुशी नहीं थी ..इस बार पिछले सप्ताह स्कूल से जब बिटिया सदफ आई तो उसने मुझ से बढे भाई शाहरुख से , बहन जवेरिया से , मेरी शरीके हयात रिजवाना से और मेरे मम्मी पापा से एक ही बात कही के वोह स्कूल के क्लास प्रतिनिधि यानि सेकंड क्लास के प्रतिनिधि के चुनाव में खड़ी हुई है उसके अलावा एक लडकी और एक लडका और इस चुनाव में खड़ा है इसलिए सभी मिलकर उसके दुआ करे के वोह चुनाव में हर कीमत पर जीत कर आये ...उसका कहना था के पापा जो लड़का उसके मुकाबिल खड़ा है वोह तो बच्चों को चोकलेट देकर वोट मांग रहा है ..हमने बिटिया को समझाया के बेटा तुम तुम्हारे कर्म और तुम्हारे अखलाक से अगर तुम्हारे साथ के बच्चों की पसंद बन कर जीतो तो ठीक रहेगा वरना जो होगा देखा जायेगा .....खेर वक्त निकल गया और कल हमारी बिटिया सदफ क्लास प्रतिनिधि का चुनाव जीत कर जब बेच लायी तो उसकी ख़ुशी का पारावार नहीं था उसने बताया केसे एसेम्बली में सबके सामने उसे बुलाकर तालियों की गडगडाहट के बीच उसकी जीत की घोषणा की गयी और फिर खुशियों की बहार उसके मुख पर देखने लायक थी .................दोस्तों बात तो छोटी सी है लेकिन में स्कूलों में छोटी छोटी क्लासों में नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा देने और सेवा कार्यों का बच्चों में भाव पैदा करने की इस दोस्ताना चुनाव की खूबियों को देखने लगा और सोचता रहा के बच्चों से लेकर बड़ों तक , स्कूल से लेकर कोलेज और फिर लोकसभा तक चनाव जो होते हैं उसमे कितना फर्क हो जाता है ..एक बच्चे का चुनाव जो बिना किसी खर्च के खामोशी से हो गया एक छात्रनेता यानी कोलेज का चुनाव जो काफी खर्चीला और उदंडता का हो गया है और फिर विधायक और लोकसभा के चुनाव में करोड़ों के खरीद फरोख्त के जो खेल होते हैं वोह तो आप सब जानते ही है ऐसे में सियासत बुरी है या उसे करने वाले बुरे हैं कुछ समझ नहीं आ पाता काश सभी चुनाव स्कूल के क्लास प्रतिनिधि की तरह शांत तरीके से हो तो शायद देश में कुछ सुधार आ जाए ...............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हमारी वाणी सबकी वाणी खुशियों और कामयाबी के साथ पूरा हुआ एक साल

Hamari Vaani

                                                                      जी हाँ दोस्तों आज ख़ुशी का दिन है , ख़ुशी का दिन इसलियें के हमारी वाणी यानी सबकी वाणी यानि ब्लोगर्स की वाणी का आज जन्म दिन है आज के ही दिन उन्नीस जुलाई को हमारी वाणी ब्लॉग एग्रीगेटर की शुरुआत हुई थी .हमारी वाणी का  जिम्मा कोटा के हमारे बढे भाई अग्रज अनवरत के दिनेश राय जी द्विवेदी , दिल्ली के भाई शाहनवाज़ ..जन्म दिनों के बादशाह भाई पाबला जी सहित कुछ लोगों को सोंपा गया ..और हमारी वाणी की आज कामयाबी ही कही जायेगी के इसमें १६०२ ब्लॉग शामिल हैं जबकि ८१७९६ पोस्टें लिखी जा चुकी हैं ..........हमारी वाणी के सम्पादकों और साज सज्जाकारों को सभी ब्लोगर भाइयों का प्यार मिला और इन लोगों का स्नेह भी सभी ब्लोगर भाइयों के साथ बना रहा उम्मीद है के यह प्यार आजीवन बना रहेगा .........हमारी वाणी हमारी है इसलियें इसमें कुछ शिकवे शिकायत रहे ..हमारी वाणी के सम्पादन प्रक्रिया से कई लोगों को खासकर तेज़ लिखने वाले  लेखकों     को शिकायत रही पोस्टें लिखने के मामले को लेकर और पोस्टों के चयन करने और उन्हें सेंसर करने के मामले को लेकर एक महाभारत जेसी स्थिति हो गयी ..जो लोग तेज़ लिखने वाले थे ब्लोगिंग के जानकार थे उनकी अपनी वाजिब शिकायतें हो सकती थी और इस मामले में हमारी वाणी के सम्पादक मंडल के लोग खूब समझते थे इसीलियें वोह सभी कुछ dekh kar khamosh  रहे और आज halat badal gaye है blogign में fir से भाई chare और sdbhavne का maahol है और सभी एक dusre को प्यार karne lage हैं हमारी वाणी की इस kaamyabi bhre एक vrsh के liyen smpaadk मंडल को haardik badhaai ............akhtar khan akela kota rajsthan Hamari Vaani
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