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21 जुलाई 2011

मुश्किल में येदियुरप्पा, हेगड़े ने कहा-टेप हो रहा मेरा फोन

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बेंगलुरू. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को नई परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। राज्य के लोकायुक्त ने अवैध खनन मामले में उनकी और उनके चार मंत्रियों की भूमिका की जांच करने की सिफारिश की है। सूत्रों के मुताबिक, लोकायुक्त न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े जल्द ही अपनी यह रिपोर्ट सौंपेंगे। इसी बीच कांग्रेस ने कर्नाटक सरकार पर हमला बोल दिया है. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने और मामले की जांच कराने की मांग की है।
गुरुवार को कर्नाटक के लोकायुक्त जस्टिस संतोष एन हेगड़े ने कहा कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट में अवैध खनन के मामले में मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के खिलाफ ठोस सबूत पेश किए हैं। उन्होंने इसे व्यापक स्तर पर चल रहा अपराध बताते हुए कहा कि मार्च २००९ से मई २०१० के बीच के समय में ही करीब १८०० करोड़ रुपए का अवैध उत्खनन हुआ है और यह सरकारी खजाने का नुकसान है। उन्होंने साफ किया कि करीब ४,००० से ज्यादा पेजों की इस रिपोर्ट में मुख्यमंत्री, मंत्री और अवैध उत्खनन में लगे अन्य व्यक्तियों के खिलाफ उन्होंने ठोस रिपोर्ट पेश की है।
उन्होंने साफ किया कि यह एक बड़ा रैकेट है, जो इस काम में लगा हुआ है।  इसके लिए मुख्यमंत्री सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि बेल्लारी, जो अवैध खनन का मुख्य केंद्र है, के प्रभारी मंत्री जी जनार्दन रेड्डी हैं, जो खुद माइनिंग कंपनी चलाते हैं। लोकायुक्त ने कहा कि जिले में माफिया राज जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इस माफिया में कई अधिकारी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि वे रिपोर्ट सोमवार को सौंपेंगे और इसके लीक होने से रिपोर्ट पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
कांग्रेस का हमला
कांग्रेस के प्रवक्ता शकील अहमद के अनुसार अब मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि उन्हें पद पर बने रहने का कोई नैतिक दायित्व नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार के जानकारी पहले ही जनता को है, लेकिन लोकायुक्त ने इसकी फिर एक बार पुष्टि की है। उन्होंने बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व पर भी हमला बोला और कहा कि यह सब उन्हीं के संरक्षण में चल रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व को पता है कि मुख्यमंत्री अवैध उत्खनन में लिप्त हैं और इसीलिए पार्टी के वरिष्ट नेता धनंजय कुमार ने लोकायुक्त से मिलकर मुख्यमंत्री का नाम रिपोर्ट से हटाने को कहा था।
येदियुरप्पा के बेटे और दामाद का भी नाम
सूत्रों के मुताबिक बीएस येदियुरप्पा के बेटे और दामाद का भी इस रिपोर्ट में  नाम है। हेगड़े ने कहा कि एक खनन कम्पनी ने येदियुरप्पा परिवार के ट्रस्ट को को 10 करोड़ रूपए दान दिए है।
इस रिपोर्ट में पूर्व मुख्यमंत्री तथा जद-एस नेता एचडी कुमारस्वामी तथा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अनिल लाड की भूमिका की भी जांच की सिफारिश की गई है। हालांकि, न्यायमूर्ति हेगड़े ने सिफारिशों के बारे में टिप्पणी करने से इनकार किया। बहरहाल, सूत्रों ने बताया कि जिन चार मंत्रियों के इस रिपोर्ट में नाम हैं, वे हैं जी जनार्दन रेड्डी, जी करुणाकर रेड्डी, बी श्रीरामुलु और वी. सोमन्ना।
हेगड़े ने कहा,‘मेरी रिपोर्ट लीक हुई है। लेकिन मुझे भरोसा है कि यह किसी अंदरूनी व्यक्ति का काम नहीं है। निश्चित तौर पर ऐसे लोग हैं जो बाहर से दिलचस्पी रखते हैं। वे जरूर नजर रख रहे होंगे।’
उन्होंने राज्य में अवैध खनन की दूसरी और अंतिम रिपोर्ट के संदर्भ में कहा, ‘मेरी रिपोर्ट प्रकाशित तक नहीं हुई है। एक या दो दिन में मैं उसे सौपूंगा।’ कहा जा रहा है कि हजारों पृष्ठों वाली इस विस्तृत रिपोर्ट में सीबीआई और आयकर विभाग से मिली जानकारी को भी शामिल कि या गया है। इन दोनों विभागों ने भी राज्य में अवैध खनन के मुद्दे की जांच की थी।
यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो सका है कि क्या लोकायुक्त ने इन वरिष्ठ नेताओं को ‘दोषी’ ठहराया है। हालांकि, निश्चित तौर पर रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि इन नेताओं की भूमिका की ‘आगे की जांच करना जरूरी है।’ उधर भाजपा का कहना है कि लोकायुक्त कि रिपोर्ट में कुछ भी नया नहीं है।
मेरा फोन टेप हो रहा है: हेगड़े 
कर्नाटक के लोकायुक्त और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस संतोष एन. हेगड़े ने यह कहकर सनसनी फैला दी है कि उनका टेलीफोन टेप किया जा रहा था। जस्टिस हेगड़े का कहना है कि प्रणब मुखर्जी के दफ्तर में कथित तौर पर की गई जासूसी के बाद उन्होंने अपने दफ्तर की जांच करने के लिए पेशेवर को बुलाया था। उनके मुताबिक पेशेवर का कहना है कि उनका टेलीफोन टेप किया जा रहा था। फोन पर मेरी बातचीत दो जगहों पर रिकॉर्ड की जा रही थी। लेकिन हेगड़े ने यह भी कहा कि वह इस मामले में कौन, कहां, किसने को लेकर कोई बयान नहीं देना चाहते हैं। हेगड़े का कहना है कि उन्होंने टेलीफोन टेप किए जाने की बात पिछले तीन-चार महीने में नोटिस की है। 
 

पिता की अंतिम इच्छा पूरी, बेटियों ने दिया अर्थी को कंधा

 
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उदयपुर.टेकरी क्षेत्र में बुधवार को दो बेटियों ने पिता की अर्थी को कंधा देकर मुखाग्नि भी दी। घर से लेकर अशोकनगर श्मशान घाट तक लोग इस दृश्य को कौतूक के साथ देखते रहे।
शहर में टेकरी निवासी प्रयाग सिंह गुर्जर (38) का मंगलवार रात्रि को निधन हो गया था। उनकी दो पुत्रियां आरती गुर्जर (कक्षा 11) तथा भावना गुर्जर (कक्षा 9) ने बेटों की भूमिका निभाई। पिता सिक्यूरिटी गार्ड की नौकरी में थे।
कैंसर से पीड़ित प्रयागसिंह ने मृत्यु पूर्व ही अपनी पत्नी विमला से कहा था कि ये बेटियां नहीं मेरे दोनों बेटे हैं। मेरी मौत के पश्चात ये दोनों ही मेरी अर्थी को कंधा देंगी तथा मुखाग्नि भी ये ही देंगी।

कानून की चौखट पर दर्द से कराह उठा परिवार

कानून की चौखट पर दर्द से कराह उठा परिवार

 
बाड़मेर जमीन की रंजिश के चलते एक गुट ने दूसरे गुट पर ऐसा हमला किया कि पूरा परिवार आज बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में भर्ती है। इससे पहले खून से लथपथ ये परिवार एसपी की चौखट पर करीब आधे घंटे तक तड़पता रहा। बाद में वहां मौजूद पुलिस स्टाफ ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
वाकया बुधवार दोपहर पौने दो बजे का है। जिले के बाण्ड गांव के सियोल की बेरी निवासी मोहब्बताराम जाट खून से लथपथ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचा और गश खाकर वहीं गिर पड़ा। उसके शरीर के कई हिस्सों में चोट लगी थी और खून बह रहा था। उसके पास ही चोटिल उसकी पत्नी चुन्नी देवी भी एसपी कार्यालय के बाहर ऐसी ही हालत में पड़ी थी।
मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की जानकारी मिलने के बाद गुड़ामालानी पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन उससे पहले सभी घायल बाड़मेर पहुंच गए। इलाज का पैसा नहीं होने के कारण ये लोग अस्पताल जाने से पहले एसपी कार्यालय जा पहुंचे।
छुट्टी पर थे लेकिन पहल की : एसपी एक ट्रेनिंग में जिले से बाहर गए हुए है लेकिन पीछे से मौजूद उनके स्टाफ ने घायल परिवार की पीड़ा देख उन्हें अस्पताल पहुंचाया। एसपी को भी इस बारे में जानकारी दी गई जिसके बाद तुरंत कार्रवाई हुई और अब घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
क्या है मामला
जमीन तरमीम व बंटवारे को लेकर मोहब्बताराम की भभूताराम, लक्ष्मणराम व अन्य लोगों से पुरानी रंजिश थी। पूर्व में भी दोनों गुटों में जमीन विवाद को लेकर झगड़ा हुआ था। बुधवार की सुबह सामने वाले पक्ष ने मोहब्बताराम जाट और उसके परिवार पर हमला बोल दिया। इस हमले में मोहब्बता राम तथा उसकी पत्नी, दो पुत्र वधु और एक चार माह का बच्चा घायल हो गए। इनमें से मोहब्बताराम, उसकी पत्नी और एक पुत्र वधु को राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मौके पर एक आईओ को भेजा था। बाड़मेर में भी थाने से एक कर्मी को भेजा है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’
ताराराम बैरवा, थानाधिकारी गुड़ामालानी

अस्पताल की पानी टंकी में पड़ा है मरा कबूतर, जिसे पीते हैं मजबू


 
 
कोटा। भास्कर टीम ने जांच की शुरूआत बच्चों और महिलाओं के जेके लोन अस्पताल में पानी की सप्लाई से की तो एक टंकी में मिला मरा कबूतर और बाकी में काई तथा गंदगी। इन्हीं टंकियों का पानी मरीज और उनके परिजन पीते हैं।
बारिश के मौसम में संभाग के सबसे बड़े अस्पताल एमबीएस और जेके लोन के आउटडोर में करीब 300 मरीज प्रतिदिन जलजनित-मौसमी बीमारियों से पीड़ित आते हैं। इनमें से करीब 70 से 80 मरीजों को भर्ती करना पड़ता है। इसके बावजूद ऐसे हाल हैं।
2 साल पहले हुई सफाई!
जेके लोन अस्पताल की छत पर बनी मुख्य टंकी की दो साल से सफाई नहीं हो पाई है, यह टंकी पर लिखे नोट से साबित होता है। इसी टंकी से पूरे कैंपस में जलापूर्ति होती है। छत पर इसके अलावा करीब 30-35 प्लास्टिक की टंकियां हैं। इनमें से एक पर भी ढक्कन नहीं है। टंकियों के अंदर झांकने से पता चलता है कि इनकी सफाई हुए भी जमाने हो गए।
पैंदे से लेकर टंकियों के ऊपर तक काई जमी है तो अंदर कचरा, कीड़े और अन्य गंदगी इन्हीं में से एक टंकी में मरा कबूतर भी तैर रहा है। इसकी स्थिति देखने से पता चलता है कि यह करीब दो-तीन दिन पुराना है। पूरी टंकी बदबू मार रही थी। जेके लोन अस्पताल की मुख्य टंकी से सभी 32 टंकियों में पानी की आपूर्ति होती है। यहां मुख्य बड़ी टंकी को सफाई हुए दो साल बीत चुके हैं। टंकी पर सफाई की तिथि 27 अप्रैल को 2009 लिखी थी। यानी कि मुख्य टंकी की सफाई दो साल पहले हुई थी।

अर्थी पर क्यूँ डाला

यह तुमने
क्या कर डाला
जो फुल थे
आपके हिस्से के
उन फूलों को
मेरी
अर्थी पर क्यूँ डाला
यह कांटे ही हैं
मेरी किस्मत
जिन्होंने
मेरी मृत शय्या को
एक केक्टस बना डाला ...................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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