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31 जुलाई 2011

हर खता माफ


 

jaipur news
जयपुर। कार्मिक और अन्य विभागों ने रिश्वत लेने, पद के दुरूपयोग और भ्रष्टाचार के मामलों में अभियोजन की स्वीकृति देने के सम्बंध में दोहरा रवैया अपना रखा है। भ्रष्टाचार में लिप्त चपरासी, बाबू, पटवारी, ग्राम सेवक आदि चतुर्थ और तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों के अभियोजन स्वीकृति के आवेदन पर तो तुरत-फुरत मंजूरी मिल जाती है, लेकिन अफसरों के प्रति कार्मिक और अन्य सरकारी विभाग नरम रूख अपनाए रखते हैं।
 प्रदेश में करीब एक सौ से अधिक राजपत्रित अधिकारी ऎसे हैं, जिनके अभियोजन स्वीकृति के मामले कार्मिक, स्वायत्त शासन, राजस्व आदि विभागों में सालों से पड़े हैं। एसीबी की ओर से बार-बार पत्र देने पर भी इनके बारे में फैसला नहीं हो रहा। एक अधिशासी अधिकारी मदन सिंह बुढानिया (जो हनुमानगढ़ व सूरतगढ़ में रहे) के खिलाफ पद के दुरूपयोग संबंधी पांच मामले दर्ज हैं। पांचों मामले कई साल से स्वायत्त शासन और निकाय विभाग के पास अभियोजन स्वीकृति के लिए लंबित हैं।
दबी हैं इनकी फाइलें
एसीबी के मुताबिक कार्मिक और अन्य सरकारी विभागों में एक सौ से अधिक अफसरों की फाइलें अभियोजन स्वीकृति के इंतजार में सालों से पड़ी हैं। सिरोही के तत्कालीन कलक्टर गिरिराज सिंह, एसडीएम शाहपुरा मिरजूराम, राजकीय चिकित्सक (कूकन, सीकर) डॉ. अशोक कुमार महरिया, दी गंगानगर केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड (श्रीगंगानगर) के प्रबंध निदेशक नरेन्द्र कुमार बोहरा, तत्कालीन उप रजिस्ट्रार महाप्रबंधक कॉपरेटिव सोसायटी (नागौर) अशोक कुमार गोयल, मुख्य चिकित्साधिकारी (नीमकाथाना) डॉ. प्रहलाद राय जैफ, एडीएम गंगानगर लालचन्द ओझा, अधिशासी अभियंता पीएचईडी राजगढ़ पी.सी.शर्मा, तत्कालीन एडीएम श्रीगंगानगर लालचन्द ओझा और हरलाल सहारण,  अधिशासी अभियंता नगर परिषद भीलवाड़ा बी.एम. लकवाल, तहसीलदार बिजोलिया करतार सिंह मीणा, उप पंजीयक नाथद्वारा सुरेश कुमार बुनकर, तहसीलदार कोलायत बच्चन सिंह, तहसीलदार जैसलमेर विशन स्वरूप निरानियां, तहसीलदार चित्तौड़गढ़ छीतर लाल वर्मा, नायब तहसीलदार कैलाश चंद, विकास अधिकारी सुजानगढ़ सुजाराम डाबरिया, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कोलायत रणसिंह श्योराण, प्रो.राधामोहन खण्डेलवाल राजस्थान विश्वविद्यालय, अधिशासी अधिकारी किशनाराम सिंगवा, अग्निशमन अधिकारी नगर निगम जयपुर चन्द्र मोहन पारीक, एक्सईएन बीकानेर सुभाष मोगा, अधिशासी अधिकारी हनुमानगढ़ मदन सिंह, उप नगर नियोजक द्वितीय नगर निगम जयपुर चन्द्रशेखर पाराशर, अधिशासी अधिकारी सार्दुलशहर शंकर दास स्वामी, अधिशासी अधिकारी डूंगरपुर दिनेश चन्द शर्मा, अधिशासी अभियंता अलवर पी.के.जैन,  राजसमन्द नगर पालिका के तत्कालीन आयुक्त नारायण सिंह सांदू, शाखा प्रबंधक नैफेड जयपुर सुभाष सिंह, सैक्शन इंजीनियर रेलवे चूरू राधेश्याम, आयकर अधिकारी जोधपुर राजेन्द्र सिंह सिसोदिया, अधीक्षण अभियंता राज.डवलपमेन्ट कार्पोरेशन जयपुर रामेश्वर सिंह आदि के खिलाफ लम्बे समय से अभियोजन स्वीकृति नहीं मिली है।
इन्होंने ले रखा है स्थगन आदेश
केन्द्रीय सहकारी बैंक भीलवाड़ा के निदेशक पी.आर. आमेरिया, एसडीमए श्रीकरणपुर गंगानगर सुभाष महरिया, सहायक वाणिज्य कर अधिकारी बारां महावीर प्रसाद, एसई (खनिज) भीलवाड़ा मोतीलाल मरमट, खनिज अभियंता भरतपुर मधुसूदन पालीवाल आदि ने हाईकोर्ट से स्थगन आदेश ले रखे हैं।
  जवाब तक नहीं भेजते
एसीबी और अन्य जांच एजेन्सी आरोपित अफसर और कर्मियों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति जारी के लिए पत्र लिखती रहती हैं, लेकिन कार्मिक तथा अन्य सरकारी विभाग पत्रों का जवाब तक नहीं देते। पांच-सात साल या इससे अधिक समय बीतने पर एसीबी को मजबूरन अदालत में एफआर पेश करनी पड़ती है।

इन चीजों से आज रात सारी बीमारियों हो जाएंगी स्वाहा..


शिवपुराण के अनुसार शिवजी ही इस संपूर्ण सृष्टि के रचियता हैं। इन्हीं की इच्छा से ब्रह्मा ने यह सृष्टि बनाई और विष्णु इसका पालन-पोषण कर रहे हैं। तीनों ही देव हमारी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं। अभी सावन का महीना चल रहा है और यह माह शिवजी की आराधना के लिए विशेष महत्व रखता है। इन दिनों भोलेनाथ की भक्ति-पूजा से बहुत ही जल्द सभी इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं।

यदि किसी व्यक्ति के पास बहुत सा धन हो लेकिन वह अस्वस्थ हो तो सारा धन व्यर्थ के समान ही है। इसी वजह से अच्छे स्वास्थ्य को ही सबसे बड़ी दौलत माना जाता है। जब कोई गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाए और डॉक्टरी इलाज से पर्याप्त लाभ प्राप्त नहीं हो पा रहा हो तो दवाइयों के साथ-साथ सावन माह के किसी भी सोमवार को यह उपाय अपनाएं-

सावन सोमवार की रात को काला तिल, जौं, शहद, घी एवं बिल्व पत्र को मिलाकर ऊँ रूद्राय नम: स्वाहा मंत्र से आम की लकड़ी की अग्रि में होम करें। इससे आपको सभी प्रकार के गंभीर रोगों में आराम मिलेगा। कम से कम एक सौ आठ आहुतियों को डालें। हवन की भस्म मस्तक पर धारण करें। ऐसा करने पर बहुत जल्द बीमारियों में राहत मिलेगी और व्यक्ति स्वस्थ हो जाएगा। ध्यान रहें डॉक्टर का परामर्श और दवाइयां बंद न करें।

रतन सिंह शेखावत ,हेमंत कुमार ,अमित श्रीवास्तव कोजन्म दिन की मुबारक बाद

रतन सिंह शेखावत ,हेमंत कुमार ,अमित श्रीवास्तव को आज उनके जन्म दिन की मुबारक बाद ...........जी हाँ दोस्तों आज ज्ञान दर्पण हिंदी ब्लॉग के रतन सिंह शेखावत का जन्म दिन है ..भाई रतन सिंह शेखावत राजपूत संस्क्रती के पक्षधर हैं और फेशन के काम से जुड़े हुए हैं सीकर राजस्थान के रहने वाले रतन सिंह शेखावत राजपूतों की आन बान, शान बने है .वोह आम आदमियों की जुबां में जो कुछ भी लिखते हैं सभी का मनपसंद होता है ..उन्होंने राजपूती ठाठ और संस्क्रती को बचाने के महत्वपूर्ण प्रयास किये है ...........................................................
हिंदी ब्लॉग बस यूँ ही के भाई अमित श्रीवास्तव का भी आज जन्म दिन है ..भाई अमित वेसे तो बिजली का करंट कंट्रोल करने और उसे इधर से उधर   दोडाने   के कामों में लगे हैं ..याने भाई अमित जी लखनऊ उत्तरप्रदेश बिजली निगम में अधिशासी अभियंता के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे है ..भाई अमित इंजिनियर से ब्लोगर केसे बने इसकी लम्बी कहानी है लेकिन एक सच तो बस यही है के अमित जी का साहित्यिक और प्रासंगिक लेखन का शोक ही उन्हें इस ब्लोगिंग में ले आया उनका दर्पण ज्ञान की नदिया ही नदियाँ बहाता है ..........................................



भाई रतन सिंह शेखावत
अब हम मिलेंगे क्रिएटिव कोना हिंदी ब्लॉग के सरपरस्त करता धर्ता भाई हेमंत कुमार जी से जो बच्चों से प्यार करते हैं ..जो बच्चों के लियें लिखते हैं बच्चे वोह नहीं जो गोद में आकर   सू सू कर लेते हैं ..बच्चे वोह जो मन के सच्चे होते है और अपने करियर की तलाश में निकल पढ़ते हैं भाई हेमन्त कुमार अपनी संचार मिडिया कंपनी के जरिये ऐसे लडकों को जो जवान होकर अपने करियर की तलाश में हैं उन्हें टी वी पत्रकारिता के गुण सिखा रहे हैं ..भाई हेमंत जी लखनऊ में रहकर जब इस काम को करते हैं तो सभी लडके उन्हें अदब से प्रोफ़ेसर साहब कहते है और वोह अब संचार मिडिया के प्रोफ़ेसर बने हुए हैं ......आज अचानक इन तिन त्रिमुर्तियों के जन्म दिन पर भाई रतन सिंह शेखावत ,,भाई अमित श्रीवास्तव, भाई हेमंत कुमार जी को उनके जन्म दिन पर सेल्यूट के साथ साथ बधाई ..मुबारकबाद ..............................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

जी हाँ में मुंगफली हूँ टाइम पास करने की गली हूँ ...............

जी हाँ में मुंगफली हूँ टाइम पास करने की गली हूँ ...............आप तो सब जानते ही है जब जब आप लोगों को बस में ,ट्रेन में , सिनेमा में इन्तिज़ार करना होता है तो ऐसे में आप मुझे ही खरीद कर लाते हैं ..हँसते हँसते मुझे छीलते हो और मुझे खाते हो ..टाइम पास करके मेरे छिलकों को बाद तहज़ीबी से फेंक जाते हो ..और फिर दुसरे लोग जिन्होंने मुझे नहीं खाया है छिलकों की गंदगी के नाम पर मुझे गाली   सुनाते हैं ....जी हाँ दोस्तों आप गार्डन में बेठे हों अपने किसी दोस्त या प्रेमिका का इन्तिज़ार कर रहे हों तो भी आप मुझे ही खरीद कर टाइम पास करते हो और फिर जब वक्त गुजरने के बाद आपकी प्रेमिका आती है तो मुझे यूँ ही भूल कर आप लोग चले जाते हों ..मेरे ही तेल से आपकी रसोइयाँ बनती है ..जब आप किसी का वक्त बर्बाद कर मामू बनाते हो तो मेरा ही नाम लेकर उसे टाइम पास मुमफली कहते हो और उसे छेड़ कर मज़े लेते हो ...तो भाइयों आपकी माया चाहे हो अपरम्पार लेकिन में भी तो कुछ कम नहीं में भी मूंगफली हूँ तोड़ दुश्मन वक्त की नली हूँ .....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कुत्तों का एक्स-रे रिपोर्ट देख खुद डॉक्टर भी रह गए दंग


कुत्तों को इंसान का वफादार साथी माना जाता है। लेकिन ये वफादार जानवर कई बार ऐसी बेवकूफियां कर बैठते हैं कि खुद के लिए आफत मोल लेते हैं। जानवरों के डॉक्टरों द्वारा किए गए कुत्तों के एक्स-रे में कई बार कुछ ऐसी चीजें उनके पेट में दिखाई दीं जिसे देख खुद डॉक्टर भी दंग रह गए। कुत्तों के शरीर के कुछ ऐसे ही एक्स-रे जिनमें उनके पेट और शरीर में मौजूद चीजें दिखाई दे रही हैं।

रबड़ का खिलौना

10 इंच का खिलौने वाला तीर

13 पत्थर के टुकड़े

मछली कांटे सहित

खिलौना

दो फुट लंबी छड़

15 इंच का चाकू

छड़ी

अंगूठी

130 कीलें

मोबाइल फोन

नौ गोल्फ बॉल्स और बंदूक की गोली

इस मोहतरमा ने पिछले 22 सालों से नहीं काटे नाखून

इस मोहतरमा ने पिछले 22 सालों से नहीं काटे नाखून

 
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अमेरिका के अटलांटा क्षेत्र की महिला जैज सिंकफील्ड आईसॉन का मोह अपने नाखूनों के प्रति इतना ज्यादा है कि उन्होंने पिछले 22 वर्षों से अपने हाथ के नाखून नहीं काटे हैं। इतने लंबें समय से ना काटे जाने की वजह से अब इनके नाखूनों की लंबाई लगभग 61 सेंटीमीटर हो गई है।

आईसॉन के अनुसार इतने लंबे नाखूनों का उन्हें खास ख्याल रखना पड़ता है। सुंदर दिखने के लिए इनपर रंग करवाने और देखभाल में वो हर साल लगभग 250 डॉलर खर्च करती हैं।
 टेलीविजन शो में दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि नाखून महिलाओं के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं। उन्होंने बताया कि लंबे नाखूनों की वजह से उन्हें रोजमर्रा के सभी कामों में दिक्कतें भी होती हैं, लेकिन उन्हें अब इसकी आदत हो चुकी है।
आईसॉन ने बताया कि लंबे नाखूनों की वजह से कई बार उनके पति भी उनसे शिकायत करते हैं और कहते हैं कि मैं उनसे ज्यादा नाखूनों का ख्याल रखती हूं।
लंबे नाखूनों की वजह से आइसॉन अपने जूतों के फीते भी नहीं बांध पाती। उनके कई दैनिक कामों में उनके पति उनकी मदद करते हैं।

सीबीआई के सामने 3 अगस्त को पेश होंगे आचार्य बालकृष्ण

 
हरिद्वार. नई दिल्ली/हरिद्वार. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाने के मामले में आचार्य बालकृष्ण तीन अगस्त को सीबीआई के सामने पेश होंगे। यह जानकारी मीडिया में उनके प्रवक्ता हरिशंकर मिश्रा ने दी है। उन्होंने यह भी बताया कि पतंजलि योगपीठ के कोषाध्यक्ष स्वामी मुक्तानंद को पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के बैंक खातों के संचालन का प्रभार दिया गया है जिन्हें अब तक बालकृष्ण देखा करते थे। दूसरी ओर,  चार अगस्त को जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाए जाने वाले आचार्य बालकृष्ण के जन्मदिन की यहां पतंजलि योगपीठ में व्यापक तैयारियां चल रही हैं।

गौरतलब है कि उत्तराखंड हाई कोर्ट ने 29 अगस्त तक बालकृष्ण की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी और उनसे तीन अगस्त को सीबीआई के सामने पेश होने को कहा था। सीबीआई ने उन्हें पेश होने के लिए चार अगस्त तक की मोहलत दी थी। कई दि‍नों तक 'लापता' रहे बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य रोजमर्रा के कामकाज में सक्रि‍य हो गए हैं। बाबा खुद भी अपने लोगों को खास प्रशि‍क्षण देने की तैयारी में हैं। अगस्त में लगभग पूरे महीने पतंजलि आश्रम में शिविर चलेंगे। शुरुआत एक अगस्त से होगी। नौ अगस्त से पतंजलि से जुड़े वरिष्ठ लोगों का मंथन शिविर चलेगा। पंद्रह अगस्त से बाबा की सेना का प्रशिक्षण शुरू होगा। बाबा अब अपने लोगों को योग सिखाएंगे।

1 अगस्त से पतंजलि फेज-टू में शुरू होने वाले योग शिविर में पतंजलि की देश भर में फैली शाखाओं से करीब 5000 लोग आएंगे। यह शिविर 4 अगस्त तक चलेगा। नौ अगस्त से पतंजलि से जुड़े वरिष्ठ लोगों का मंथन शिविर शुरू होगा। इसमें काला धन वि‍देश से भारत लाने और भ्रष्टाचार के खि‍लाफ मुहि‍म को आगे बढ़ाने पर चर्चा होगी। मंथन शिविर में कई रिटायर्ड जज-आईएएस-आईपीएस व समाज के प्रबुद्ध तबकों से जुड़े लोग शामिल होंगे। यह शिविर भी चार दि‍न चलेगा। फि‍र 15 अगस्त से बाबा अपनी 'सेना' को विशेष प्रशिक्षण देंगे। यह प्रशि‍क्षण शि‍वि‍र युवा भारत संगठन अभियान के तहत चलेगा। इसमें देश भर के युवाओं को जुटा कर एक हफ्ते तक खास ट्रेनिंग दि‍ए जाने की योजना है। 

निशाने पर आए सुब्रमण्यम स्‍वामी

 
 
 

 
नई दिल्‍ली. अल्‍पसंख्‍यकों के बारे में लेख लिखकर विवादों में फंसे जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। केंद्रीय अल्‍पसंख्‍यक आयोग इस मामले में स्‍वामी को नोटिस भेजने पर विचार कर रहा है। वहीं महाराष्‍ट्र अल्‍पसंख्‍यक आयोग ने जनता पार्टी नेता की गिरफ्तारी की मांग कर डाली है।

बीते 16 जुलाई को स्‍वामी ने एक अंग्रेजी दैनिक के लिए यह लेख लिखा था   स्‍वामी ने अपने लेख में इस्लामी आतंकवाद को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी चुनौती बताया था। उन्‍होंने मुसलमानों से वोटिंग का हक नहीं दिए जाने की मांग करते हुए उन्‍हें राष्‍ट्रविरोधी करार दिया था। महाराष्‍ट्र अल्‍पसंख्‍य आयोग के वाइस चेयरमैन अब्राहम मथाई ने मुंबई पुलिस के मुखिया अरुप पटनायक को चिट्ठी लिखकर स्‍वामी के खिलाफ आईपीसी की धारा 153(ए) के तहत आपराधिक मुकदमा चलाए जाने की मांग की है।

केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष वजाहत हबीबुल्ला ने कहा है कि इस बारे में कानूनी सलाह ली जा रही है कि स्‍वामी के लेख से आईपीसी की किस धारा का उल्लंघन हुआ है। इस लेख पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भी नाराजगी व्यक्त की है। हार्वर्ड के छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से इस नेता से संबंध तो़ड़ने के लिए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। स्वामी बतौर 'गेस्‍ट फैकल्‍टी' इस विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र पढ़ाते हैं।

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने स्वामी के लेख की तीखी आलोचना करते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। दिग्विजय ने कहा, ‘मैं सुब्रमण्यम स्वामी के सांप्रदायिक विचारों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं और उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग करता हूं।’ स्वामी ने 13 जुलाई 2011 को मुंबई में सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद भारत में हिंदुओं को आत्मचिंतन करने की जरूरत बताते हुए कहा कि ‘हिंदू हलाल किया जाना कबूल नहीं कर सकते।’ अपने लेख में उन्होंने कथित तौर पर कहा है, कट्टरपंथी मुसलमान हिंदू बहुल भारत पर विजय को अपना ऐसा एजेंडा मानते हैं, जिसे पूरा किया जाना अभी बाकी है।

ओबामा की चली तो आरएसएस पर चलेगा अमेरिकी कानून का डंडा


 
 

 
नई दिल्ली.  अमेरिका एक बार फिर दूसरे देशों के अंदरूनी मामलों में दखल देने की योजना बना रहा है। इस बार उसके निशाने पर भारत समेत पूर्व और दक्षिण मध्य एशिया के देश हैं। अमेरिका इन देशों में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की खुद निगरानी करने के लिए एक विशेष दूत की नियुक्ति की योजना बना रहा है।

अमेरिका के सांसद फ्रैंक वॉल्फ और अन्ना ईशू ने अमेरिकी कांग्रेस (संसद)  की मंजूरी के लिए एक बिल पेश किया है। इस विधेयक का मकसद है पूर्व और दक्षिण मध्य एशिया के देशों में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों पर नज़र रखना। प्रस्तावित विधेयक में भारत का खास तौर पर जिक्र है। बिल के मुताबिक अमेरिका भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर निगाहें रखेगा। अमेरिका इसे कितनी अहमियत दे रहा है, इसका अंदाज इससे लगाया जा सकता है कि वह विशेष दूत के कामकाज पर हर साल चार करोड़ रुपये से ज़्यादा खर्च करेगा।

जानकार मानते हैं कि अगर कानून बना तो अमेरिका विशेष दूत के जरिए भारत में संघ (राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ) परिवार से जुड़े संगठनों की गतिविधियों पर भी नज़र रख सकता है। संघ परिवार से जुड़े कई लोगों पर आतंकवादी और अल्‍पसंख्‍यक विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगे हैं और मुकदमे चल रहे हैं। हालांकि आरएसएस खुद को राष्‍ट्रवादी संगठन बताता है और यह कह चुका है कि वह मुसलमानों के खिलाफ नहीं है।

अमेरिकी संसद में मंजूरी के लिए पेश बिल का नाम है ‘टु प्रोवाइड फॉर द इस्टैब्लिशमेंट ऑफ द स्पेशल ऑनवॉय टू प्रमोट फ्रीडम ऑफ रिलीजियस माइनॉरिटीज इन द नियर ईस्ट एंड साउथ सेंट्रल एशिया’। इस बिल को अमेरिका की दोनों पार्टियों- डेमोक्रैटिक और रिपब्लिकन - का समर्थन हासिल है। खास कर ईसाई परंपरावादी इस बिल को जोरदार समर्थन दे रहे हैं। जानकार मान रहे हैं कि यह बिल जल्द ही कानून की शक्ल ले लेगा। इस बिल में यह कहा गया है कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय में विशेष दूत का पद बनाया जाए। इस बिल में जिन देशों में अल्पसंख्यकों पर निगरानी रखने की योजना तैयार की गई है, उनमें भारत के अलावा पाकिस्तान भी शामिल है। जबकि चीन ने वेटिकन के उस अधिकार को खुले आम चुनौती दी है, जिसके तहत वेटिकन चीन में मौजूद गिरिजाघरों में पदाधिकारियों की नियुक्ति करता है।

क्या करेगा और कौन होगा दूत
प्रस्तावित बिल के मुताबिक अमेरिका का विशेष दूत धार्मिक रूप से अल्पसंख्यकों के धर्म से जुड़े अधिकारों को बढ़ावा देगा। अल्पसंख्यकों के अधिकारों में हनन होने पर दूत अमेरिकी सरकार को उचित कार्रवाई के लिए सिफारिश करेगा। विशेष दूत धार्मिक असहिष्णुता को रोकने और उस पर नज़र रखने का काम करेगा। इसके अलावा धार्मिक तौर पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा भड़काने की कोशिशों पर भी नज़र रखेगा। ऐसे समुदायों की आर्थिक और सुरक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा कराने के लिए यह दूत काम करेगा। वहीं, अल्पसंख्यकों से भेदभाव की गुंजाइश वाले भारतीय कानूनों के मुद्दों को गैर सरकारी भारतीय संगठनों के साथ मिलकर सरकार के सामने उठाएगा। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस गंभीर मुद्दे को उठाएगा। बिल के मुताबिक विशेष दूत के लिए यह जरूरी है कि वह मानवाधिकार और धार्मिक आज़ादी के लिए काम करने वाल जाना पहचाना चेहरा हो। यह दूत अमेरिकी राजदूतों के समकक्ष होगा।

भारत के बारे में भ्रामक है अमेरिकी रिपोर्ट
धार्मिक आज़ादी को लेकर जारी ताज़ा रिपोर्ट में अमेरिका का मानना है कि भारत में धार्मिक आज़ादी को संविधान के तहत मान्यता दी गई है। लेकिन कुछ राज्यों में कानून और नीतियां इस हक का हनन करते हैं। संघीय ढांचे वाले भारत में कानून व्यवस्था राज्य का मसला है। ऐसे में दो कानून का तर्क बिल्कुल गलत है। इस रिपोर्ट में भारत गृह मंत्रालय के आंकड़ों का हवाला देकर सांप्रदायिक दंगों के बारे में बताया गया है।

जंग की तैयारी में जुटा पाक, सीमा पर तैनात करेगा हल्के ऐटम बम!


 
 
 

 
नई दिल्ली. रणनीति तैयार करने वाली एक अमेरिकी संस्था ने आगाह किया है कि पारंपरिक सैन्य ऑपरेशन में भारत से पीछे पाकिस्तान कम क्षमता वाले परमाणु हथियार तैनात कर सकता है। कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस (सीआरएस) की तरफ से जारी ताज़ा रिपोर्ट में इस बारे में चेतावनी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान सरकार इन हथियारों के इस्तेमाल पर विचार कर सकती है।अपनी परमाणु क्षमता को बढ़ाने के अलावा पाकिस्तान उन हालातों की सूची में भी इजाफा कर सकता है, जिसमें वह अपने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को सही ठहरा सकता है।

सीआरएस की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान चाहता है कि भारत समेत पूरी दुनिया यह अंदाजा ही लगाती रहे कि वह कौन सी परिस्थिति होगी जब पाकिस्तान अपने ऐटमी हथियारों का इस्तेमाल करेगा। इनमें पाकिस्तान का एक देश के तौर पर नाकाम हो जाना, किसी बड़े शहर पर हमला होना या फिर सीमा पर हलचल जैसे हालात शामिल हैं।

रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई है कि पाकिस्तान के पास  90-110 की संख्या में परमाणु हथियार हैं। जबकि भारत के पास 60-100 की संख्या में ये हथियार है। रिपोर्ट में इस बात पर भी चिंता जताई गई है कि पाकिस्तान में अस्थिर सरकार और चरमपंथी ताकतों के बढ़ते वर्चस्व के बीच परमाणु हथियारों की असुरक्षा बढ़ गई है।रिपोर्ट के मुताबिक कुछ महीने पहले पाकिस्तान ने दुनिया को तब अचंभित कर दिया था जब सेटेलाइट से ली गई तस्वीरों ने साफ कर दिया था कि पाकिस्तान ने खुशाब परमाणु संयंत्र का काम पूरा कर लिया है। इससे भारत में इस बात को लेकर चिंता बढ़ गई थी कि पाकिस्तान चीन की तर्ज पर कम क्षमता वाले रणनीतिक परमाणु हथियार तैयार कर रहा है, जिसका इस्तेमाल सीमा पर तनाव बढ़ने के समय भारत के खिलाफ किया जा सकता है।

रिपोर्ट के मुताबिक ऐटमी हथियार बनाने के लिए प्लूटोनियम का उत्पादन कर रहा है। इसके अलावा खुशाब में ही पाकिस्तान दो नए वॉटर रिएक्टर बना रहा है, जो उसकी प्लूटोनियम बनाने की क्षमता को कई गुना बढ़ा देंगे। पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को चीन चोरी छिपे मदद कर रहा है। भारतीय अधिकारियों का मानना है कि पाकिस्तान ने जिस तेजी से खुशाब में काम पूरा किया है, उससे लगता है कि चीन ने उसे यूरेनियम की सप्लाई की है। 2009 तक खुशाब रिएक्टर वजूद में भी नहीं था।

तर्क मत करो, क्या मैं अंधा हूं’


 
 
कोटा। शनिवार को क्षेत्रीय लोगों की शिकायत पर सांसद इज्यराज सिंह ने सुबह 11.30 बजे दादाबाड़ी स्थित सरकारी अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वहां अजीबोगरीब स्थिति बन गई। सांसद अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लेकर प्रभारी डॉ. प्रियदर्शन विजय से सवाल कर रहे थे। इस पर प्रभारी डॉ. ने सफाई दी कि आप शिकायतों पर मत जाओ हमारे अच्छे कामों को भी देखो। हमारे यहां सफाई भी बेहद अच्छी है। साथ ही इंचार्ज ने अव्यवस्थाओं को लेकर सांसद द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब भी देने की कोशिश की। इस पर सांसद डॉक्टर की दलीलों से उकता गए और उन्होंने तीखे अंदाज में उनसे कह दिया तर्क मत करो, क्या मैं अंधा हूं ! बेवकूफ हूं ! आप का सही काम होगा तो दिख जाएगा, अच्छे की भी सराहना करूंगा।

सांसद ने यहां प्रभारी डॉक्टर से कहा अस्पताल में इलाज के लिए मरीज आते हैं लेकिन उन्हें सुविधाएं नहीं मिलती। मरीजों को ड्रेसिंग के लिए बेंडेज तक बाजार से लानी पड़ती है। शाम के समय डॉक्टर नहीं मिलते हैं। सीनियर सिटीजन परेशान रहते हैं। अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारो नहीं तो इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा।

एक महीने से डॉक्टर ट्रेनिंग में

सांसद ने अस्पताल में आते ही सबसे पहले डॉक्टर्स का उपस्थिति रजिस्टर जांचा। यहां 10 में से एक डॉक्टर एक माह से ट्रेनिंग में मिले। उन्होंने सीएमएचओ डॉ. गजेंद्रसिंह सिसोदिया से हाथोंहाथ मोबाइल पर बातचीत कर डॉ. विजय को तुरंत रिलीव करने के निर्देश दिए। रजिस्टर जांच में एमडी डॉ. जीएस ताथेड़ का डे ऑफ व डॉ. निरंजन गौतम व डॉ. मीनू बिड़ला अवकाश पर मिले। सांसद ने अस्पताल के एक्सरे मशीन, आउटडोर, ऑपरेशन थियेटर, लैब, वाटर कूलर सहित अन्य स्थानों का निरीक्षण भी किया।

शाम के समय उपस्थित रहने के निर्देश

उन्होंने इंचार्ज को अस्पताल समय शाम 5 से 7 बजे तक सभी डॉक्टर्स को उपस्थित रहने की हिदायत देते हुए सभी का ड्यूटी टाइम रजिस्टर में अंकित करने को कहा।

बेड नजर आए खाली, चद्दरें भी नहीं थी

अस्पताल के निरीक्षण के दौरान यहां दो मरीज भर्ती मिले। सांसद ने इंचार्ज से पूछा कि यहां बेड की सुविधाएं है तो फिर मरीज क्यों नहीं आ रहे। उन्होंने कहा कि मरीजों को सुविधा मिलेगी तो वे आएंगे, इसमें कमी आप लोगों की है। लोगों ने सांसद को बताया कि छोटी-मोटी बीमारियों में ही डॉक्टर मरीजों को एमबीएस रेफर कर देते हैं।

चिकित्सा सेवाओं को किया जाए सुदृढ़

सांसद इज्यराज सिंह ने कहा कि जिले में चिकित्सा सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ किया जाए। सांसद ने कलेक्ट्रेट के टैगोर हॉल में शनिवार को आयोजित जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नियुक्त चिकित्सकों एवं नर्सिग स्टाफ को पाबंद किया जाए कि वे अपने मुख्यालय पर नियमित रूप से उपस्थित रहे। इसमें किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाए। बैठक में जिला प्रमुख विदाशंकर नंदवाना, इटावा प्रधान मानवेन्द्र सिंह, समिति की सदस्य संतोष गुर्जर ने ग्रामीण विकास योजनाओं के सुचारु क्रियान्वयन के संबंध में एवं बिजली, पेयजल, शिक्षा, चिकित्सा व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के संबंध में अपने सुझाव दिए।

फोटो फिचरः जब ब्लैक कोबरा रेंगने लगा सड़क पर

 
कोटा। प्रताप नगर द्वितीय के एक मकान से पकड़कर लाए गए ब्लैक कोबरा को पर्यावरण प्रेमी गोविंद शर्मा चिड़ियाघर लाए। वे उसे स्कूटर की डिक्की से बाहर निकालने लगे। तो छूटकर वह सड़क पर सरपट रैंगने लगा। शर्मा ने उसे फिर पकड़ा और वनकर्मी के हवाले कर दिया। इस नजारे को देखने चिड़ियाघर में आए दर्शको की भीड़ लग गई।
 

 

 

 

देखिए कैसे गुस्साए ग्रामीणों ने सरपंच पति व उपसरपंच को ही बांध दिया गेट से

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हिंडौली (कोटा). विजयगढ़ के सैकंडरी स्कूल में शिक्षकों की कमी से नाराज ग्रामीणों ने शनिवार सुबह विद्यालय पर ताला जड़ वहां पहुंचे सरपंच पति कमलेश मीणा व उपसरपंच नंदलाल मीणा को गेट से बांध दिया। दोनों के इस मुद्दे पर आंदोलन तेज करने व उच्च अधिकारियों से बात करने का आश्वासन देने के बाद मुक्त किया। इस पर सोमवार को बूंदी जाकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने तय किया गया। ग्रामीणों ने स्कूल में पर्याप्त शिक्षक नहीं लगाए जाने तक स्कूल पर तालाबंदी जारी रहने की चेतावनी दी है।

उल्लेखनीय है कि ग्रामीण सुबह 7 बजे ही स्कूल के बाहर एकत्रित हो गए थे। उन्होंने स्कूल खुलने ही नहीं दिया। साढ़े सात बजे करीब स्कूल भवन के मुख्य द्वार पर इन्होंने अपना ताला जड़ दिया। इसी बीच वहां सरपंच पति व उपसरपंच पहुंचे तो उन्हें पकड़ कर बांध दिया।

ग्रामीण छीतर मीणा, भंवरलाल मीणा व बिरधीलाल मीणा ने बताया कि स्कूलों में 10 कक्षाओं में करीब 450 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। मगर इन्हें पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक व एक शारीरिक शिक्षक है। एक शिक्षक का सैकंड ग्रेड टीचर में चयन हो जाने से उनका भी यहां से जाना तय है। यहां के प्रधानाध्यापक को हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा एसएसए में लगा दिया गया है। इससे परेशानी और गंभीर हो गई है।

कोटा देहात महिला भाजपा की अध्यक्ष बनी बहन संगीता माहेश्वरी

कोटा की मुखर समाज सेविका और संघर्ष शील महिला नेता को कोटा देहात में भाजपा महिला प्रकोष्ठ का  अध्यक्ष बनाया गया है .........देहात भाजपा के जिला अध्यक्ष प्रहलाद पंवार ने हाई कमान से सहमती प्राप्त कर कुछ दिन पूर्व यह घोषणा की है .......संगीता माहेश्वरी समाजसेवी संगठनों के माध्यम से जनता की सेवा में लगी रही है .श्रीमती माहेश्वरी चुस्त दुरुस्त संघर्ष शील युवा महिला है और लगातार जन सेवा से जुडी रहने के कारण आम लोगों में इनकी अपनी लोकप्रियता है इसीलियें उनकी इस नियुक्ति से भाजपा सहित सभी वर्ग के लोगों में काफी उत्साह है ...एक तेज़ तर्रार समाज सेविका पढ़ी लिखी महिला को इस पद पर नियुक्त करने पर सभी लोगों द्वारा उन्हें बधाई देने का तांता लगा रखा है .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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