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01 अगस्त 2011

लद्दाख में घुसे चीनी सैनिक, भारत की जमीन पर दावा?


 
 
नई दिल्‍ली. भारतीय सीमा में चीन किस कदर इंच दर इंच घुसपैठ कर रहा है, इसके सबूत सामने आ रहे हैं। जम्‍मू-कश्‍मीर के लद्दाख इलाके में चीनी सैनिकों की खुलेआम घुसपैठ की खबर है। टीवी चैनल 'टाइम्‍स नाउ' का दावा है कि लेह में एलएसी से सटे भारत के कुछ इलाकों पर अपना कब्‍जा दिखाना शुरू कर दिया है। चैनल का दावा है कि इसके सबूत उसके पास हैं।

टीवी चैनल ने इस इलाके की कुछ तस्‍वीरों का हवाला दिया है जिसमें चीनी सैनिकों को लाल झंडों और बैनरों के साथ दिखाया गया है जिसमें वो दावा कर रहे हैं कि यह जमीन उनकी है। चैनल को ये तस्‍वीरें सीमावर्ती गांव के सरपंच ने मुहैया कराई हैं।

इन तस्‍वीरों में दिखाया गया है कि भारतीय यात्री शेड के पास चीन की सेना के कुछ लोग आते हैं और वहां काम पर लगे भारतीयों मजदूरों को डराते-धमकाते हैं। तस्‍वीर में दिखाई देता है कि दोनों देशों के बीच वास्‍तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के समीप चीन के सैनिक अपने निर्माण कार्यों में लगे हैं जबकि नरेगा के तहत किए जाने वाले कई काम रोक दिए गए हैं। चीनी सैनिक भारतीय मजदूरों से कहते हैं कि यह एलएसी है और तुम लोग चीन की सीमा में हो। यह जमीन चीन की है।

हालांकि गृह मंत्रालय ने ऐसी किसी रिपोर्ट से इनकार किया है। मंत्रालय का कहना है कि ऐसी किसी मामले को रक्षा मंत्रालय के पास सौंपा जाना चाहिए।

पिछले दिनों भी चीनी सैनिकों की भारत में घुसपैठ की खबरें आई थीं। आरोप है कि चीनी सैनिकों ने लद्दाख सीमा पर यात्री शेड का निर्माण कार्य कर रहे ठेकेदारों और मजदूरों को धमकाकर काम रुकवा दिया। इतना ही नहीं, सैनिकों ने जमकर नारेबाजी भी की। चीनी सैनिकों की इस हरकत से मजदूरों में दहशत फैल गई और वे मदद के लिए सेना के पास जा पहुंचे। अब इसी घटना के सबूत होने का दावा उक्‍त टीवी चैनल कर रहा है।

पीओके पर कब्‍जा!
चीन भारत को हर ओर से घेरने की चाल चल रहा है। पाकिस्तान को उसने शीशे में उतार लिया है। उसने पाकिस्‍तान के कब्‍जे वाले कश्मीर (पीओके) में चीन को खुली छूट दे दी है। चीन यहां हाई स्पीड रेल ट्रैक बिछाकर खाड़ी देशों तक पहुंचने की मंशा रखता है। गिलगिट-बल्टिस्तान का यह क्षेत्र सामरिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में पीपुल्स रिपब्लिक आर्मी के सात से 11 हजार सैनिकों की घुसपैठ होने की खबर है। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के रास्ते चीन सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र में बेरोकटोक सड़क और रेल संपर्क सुनिश्चित करने के लिए इस पर अपनी पकड़ बनाना चाहता है। रिपोर्ट के अनुसार चीन इस क्षेत्र में 22 सुरंगों के निर्माण की जुगत में है। संभव है कि ये सुरंगें मिसाइल स्टोर करने के लिए इस्‍तेमाल हों।

चीन ने कब-कब की घुसपैठ?
इससे पहले चीन ने जुलाई 2009 तथा नवंबर 2009 में घुसपैठ कर लद्दाख के डेमचोक क्षेत्र में सड़क निर्माण को रुकवाया था। यहां चुमूर में चीनी सैनिक जगह जगह चीन लिख गए थे। चीनी सैनिकों ने डैमचो में ही न केवलल हमारे लोगों को पीटा था बल्कि उनके टैंट भी उठा कर ले गए थे। अभी हाल ही में चीन ने एलएसी के साथ उच्च क्षमता के ट्रांसमीटर लगाए हैं। इनके जरिए से स्थानीय भाषा में कार्यक्रम पेश कर लद्दाख में सांस्कृतिक घुसपैठ की जा रही है।

भारत को ‘बकवास जगह’, गंगा को ‘कूड़ेदान’ कहने पर ऑस्‍ट्रेलिया में भड़का गुस्‍सा

 
 
 
मेलबर्न. ऑस्‍ट्रेलिया में एक रेडियो शो के एंकर की ओर से भारतीयों और हिंदुओं के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्‍पणी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सिडनी में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों के एक समूह ने इस मामले पर रेडियो स्‍टेशन से माफी मांगने को कहा है।

एंकर काइल सैंडीलैंड्स ने ‘काइल एंड जैकी ओ’ शो के दौरान भारत विरोधी टिप्‍पणी की थी। आरोप है कि इस रेडियो एंकर ने गंगा नदी को ‘जंकयार्ड’ यानि‍ ‘कूड़ा-कचरा फेंकने वाली जगह’ जबकि भारत को 'शिट होल' यानी 'बकवास जगह' कहा था।

काउंसिल ऑफ इंडियन ऑस्‍ट्रेलियंस (सीआईए) ने सैंडीलैंड्स को इन टिप्‍पणियों को ‘बेइज्‍जती’ करने वाला करार दिया है। काउंसिल ने कहा है कि यदि इस मामले को जल्‍द हल नहीं किया गया तो वो इसे ऑस्‍ट्रेलियाई मीडिया नियामक संस्‍था के पास ले जाएंगे।

सीआईए प्रेसिडेंट यदु सिंह ने आधिकारिक बयान में कहा, ‘सैंडिलैंड्स ने भारत और गंगा नदी के लिखाफ टिप्‍पणी कर भारतीयों की बेइज्‍जती की है। उसकी टिप्‍पणी से हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं।’ सिंह ने कहा कि रेडियो एंकर की टिप्‍पणियां ‘असंवेदनशील, बेइज्‍जत करने वाली और आहत करने वाली हैं।

वैसे ऑस्‍ट्रेलिया में भारतीयों और हिंदुओं के अपमान का यह पहला मामला नहीं है। वहां पिछले दिनों एक फैशन शो के दौरान एक मॉडल देवी लक्ष्मी की तस्वीर वाली बिकनी पहनकर रैंप पर उतरी।

मेयर पर उछाला पांच सौ के नोट, लगा गंभीर आरोप


 
 
कोटा। मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर धाकड़खेड़ी की जनता व भाजपा का नगर निगम पर प्रदर्शन उस समय हंगामे में बदल गया, जब महापौर ने जनता के समक्ष यूडी टैक्स की मांग रख दी। विपक्ष के नेता बृजमोहन सेन, भाजपा के किशन पाठक, भाजपा प्रवक्ता योगेन्द्र गुप्ता व क्षेत्रवासी समस्याएं बताने लगे तो महापौर ने कहा कि लोग यूडी टैक्स (नगरीय विकास कर) जमा नहीं करवाते हैं। निगम के पास इतना बजट नहीं है कि सभी की समस्याएं दूर हो जाए। हम तो एक-एक रुपए के जुटाने के लिए भीख मांग रहे हैं। यूडी टैक्स जमा करवाओ।

इस पर आक्रोशित एक युवक ने 500 रुपए का नोट महापौर डॉ. रत्ना जैन पर उछाल दिया। महापौर ने नोट उठाया और उसे फाड़ दिया। वहां हंगामा हो गया। काफी देर बाद वे शांत हुए, तब जाकर महापौर ने उनकी समस्याएं सुनीं और तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया। बाद में महापौर के पीए ने युवक को नया नोट दिया। भाजपा का आरोप है कि महापौर ने भारतीय मुद्रा को जानबूझकर फाड़ा है। संवैधानिक पद पर बैठीं महापौर ने असंवैधानिक कार्य किया है।

ये हैं धाकडख़ेड़ी की समस्याएं

हाल ही में नगर निगम की सीमा में शामिल हुआ धाकडख़ेड़ी गांव मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है। वहां सड़कें आज भी कच्ची है, जिन पर बारिश में इतना कीचड़ हो जाता है कि चलना मुश्किल हो जाता है। बारिश के बाद दो-दो दिन तक छोटे बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं। आए दिन इन सड़कों पर गिरकर ग्रामीण घायल हो जाते हैं। इसके अलावा गांव में रोड लाइटें भी नहीं है। बिजली के पोल लग गए, लाइटें नहीं लगी। पेयजल को लेकर भी परेशानी है।

उद्योगनगर क्षेत्र में कैथून रोड पर स्थित धाकडख़ेड़ी के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर सोमवार को भाजपा के नेतृत्व में नगर निगम पर प्रदर्शन करने पहुंचे। बरसते पानी में लोग महापौर कक्ष के बाहर नारेबाजी करने लगे। महापौर डॉ. रत्ना जैन ने लोगों को बातचीत के लिए अपने चैंबर में बुला लिया। जब नगर में विपक्ष के नेता बृजमोहन सेन, भाजपा के किशन पाठक, भाजपा प्रवक्ता योगेन्द्र गुप्ता व क्षेत्रवासी समस्याएं बताने लगे तो महापौर ने कहा कि लोग यूडी टैक्स (नगरीय विकास कर) जमा नहीं करवाते हैं। निगम के पास इतना बजट नहीं है कि सभी की समस्याएं दूर हो जाए। हम तो एक-एक रुपए के जुटाने के लिए भीख मांग रहे हैं। यूडी टैक्स जमा करवाओ।

इस पर प्रदर्शनकारियों में शामिल कार्यकर्ता महावीर शर्मा ने जेब से 500 रुपए का नोट निकाला और यह कहते हुए महापौर पर उछाल दिया कि पैसा चाहिए तो हमसे ले लो। अचानक हुए इस घटनाक्रम से महापौर भी चौंक गई और तत्काल उन्होंने नोट उठाया और फाड़कर वापस उस युवक की तरफ डाल दिया। इस पर प्रदर्शनकारियों ने फिर से हंगामा कर दिया। काफी देर बाद वे शांत हुए, तब जाकर महापौर ने उनकी समस्याएं सुनी और तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया।

न देखा, न सुना और जिंदा इंसान को बना दिया मुर्दा

 
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कोटा। तलवंडी में सड़क किनारे पड़े एक लावारिस व्यक्ति को जवाहर नगर थाने की पुलिस ने सोमवार को मृत समझ कर पंचनामे की कार्रवाई शुरू कर दी। यहां तक कि बिना चैक करे ही पुलिस ने शव उठाने के लिए कर्मयोगी संस्थान का शव वाहन भी मंगा लिया। हालांकि, कुछ देर बाद ही वह व्यक्ति उठ खड़ा हुआ। तब पुलिस ने शव वाहन को मौके पर आने से रुकवा दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तलवंडी में बरथूनिया अस्पताल के पास गली में दोपहर को एक युवक बेसुध पड़ा हुआ था। किसी ने पुलिस को सूचना दी कि यहां एक व्यक्ति मृत पड़ा है। जवाहर नगर थाने से एएसआई चंद्रभान सिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। पुलिस ने उसे देखने की जेहमत नहीं उठाई। अलबत्ता, पुलिस ने कर्मयोगी संस्थान के राजाराम कर्मयोगी को फोन कर शव वाहन को भेजने के लिए कह दिया।

कर्मयोगी ने पहले कार्रवाई करने के लिए कहा। पुलिस ने आधे घंटे तक वहां पंचनामे की कार्रवाई की। इस दौरान भीड़ भी एकत्र हो गई। पुलिस ने एक बार फिर कर्मयोगी को फोन कर शव वाहन भेजने के लिए कहा और लोकेशन बताई। पुलिस ने बाद में उसे हिला कर देखा तो वह जिंदा निकला। तब पुलिसकर्मियों ने शव वाहन को रास्ते से ही लौटा दिया। पुलिस युवक को उसी जगह छोड़कर लौट गई। एएसआई चंद्रभान सिंह का कहना है कि उन्हें युवक के मृत होने की सूचना मिली थी, इसलिए पहले से ही शव वाहन के लिए फोन कर दिया था। वहां जाकर कोई पंचनामा तैयार नहीं किया। युवक भिखारी था। वह बीमार भी नहीं था, इसलिए उसे वहीं छोड़ आए थे।

रमज़ानुल मुबारक का पहला दिन मुबारक हो ...........

  दोस्तों आप सभी को रमज़ानुल मुबारक का पहला दिन मुबारक हो ...........जी हाँ दोस्तों त्याग ,तपस्या की ट्रेनिंग का मुस्लिम माह रमजान जिसमे हर शख्स रोज़े रख कर इबादत करता है और भूख ,बुराई,झूंठ ,नफरत से लड़ने की  कामयाब कोशिश करता है .कहते हैं के इन दिनों शेतान भी खुदा के यहाँ ज़ंजीरों में केद होता है और इसीलियें हर इंसान बिंदास तरीके से इस माह में इबादत ही इबादत करता है ...........कोई भी धर्म हो सभी में व्रत, उपवास की परम्परा है लेकिन पुरे तीस दिन इस्लाम में ही कुरान के हुक्म से सुबह सूरज उगने से पहले और सूरज डूबने और चाँद के निकलने तक पुरे तीस रोज़े रखने का अलग ही प्रावधान है इन दिनों हर इंसान मुंह के अलावा आँख , नाक , हाथ , पाँव जुबान सहित शरीर के सभी अंगों का रोजा रखता है अर्थात सभी इन्द्रियों पर उसे काबू पाना होता है उसके किसी भी आचरण से किसी का भी दिल न दुखे कोई बेहयाई बद  तहज़ीबी की बात ना हो और बस इबादत ही इबादत का माहोल रहे ...........हमारे देश की मिली जुली संस्क्रती ने इस माहे रमजान को एक दुसरे के साथ मिल बेठ कर इस त्यौहार में खुबसूरत रंग भर दिए हैं लेकिन देश की राजनीति ने रमजान और रोज़े को भी मखोल बना दिया है .राजनितिक स्तर पर सियासत की भूख रखने वाले लोगों को इस्लामिक रीती रिवाज के तहत रोजा अफ्तार के कार्यक्रम कर उसमे बुलाया जाता है और वहां रोजेदारों में खाने और इफ्तार और नमाज़ को लेकर जो भगदड़ का माहोल रहता है वोह देखने लायक होता है ...खेर रमजानुल मुबारक का यह महिना और पहला रोजा सभी को मुबारक हो खुदा से यही दुआ है के सियासत त्यौहार और इबादत के इस खुबसूरत रंग को बेरंग नहीं करे और सियासतदां लोग इस त्यौहार में गन्दी सियासत की बेहूदगी से बाज़ आयें ..आमीन .....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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