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13 अगस्त 2011

राखी पर ससुराल आए दामाद की हत्या


रामगंजमंडी । सुकेत थाना क्षेत्र के जुल्मी में शुक्रवार रात सास से अवैध संबंध के शक में ससुर ने राखी का त्योहार मनाने आए दामाद की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी। मृतक एलआईसी एजेंट था।

पुलिस ने बताया कि मूलत: झालावाड़ जिले के सुनेल थाना क्षेत्र के दुबलिया निवासी भवानीराम (50) जुल्मी में लाइम स्टोन खदान में कारीगरी करता है। भवानीराम ने तीन शादियां की। वर्तमान में वह 35 वर्षीय पत्नी गुड्डी के साथ रहता है। पहली पत्नी से हुई संतानों में एक पुत्री की शादी उसने सुनेल निवासी शोभाराम मेघवाल (35) के साथ की। शोभाराम अक्सर 10-15 दिन में जुल्मी आता था। भवानीराम को बार-बार उसका घर आना पसंद नहीं था।

पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार भवानीराम दामाद को लेकर पत्नी पर शक करता था। शुक्रवार को जब शोभाराम ससुराल आया तो भवानीराम ने विवाहिता पुत्री को भाई के यहां भेज दिया। इसके बाद दामाद व ससुर ने रात को साथ बैठकर शराब पी। रात करीब दस बजे बाद शोभाराम नशे में धुत होकर सो गया तो ससुर ने पलंग पर उसके दोनों हाथ-पैर रस्सियों से बांधे तथा कुल्हाड़ी से हाथ-पैरों व गर्दन पर एक दर्जन वार कर उसकी हत्या कर दी और फरार हो गया। शोभाराम को उसका भतीजा स्थानीय प्राथमिक चिकित्सालय ले गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।

हत्या का मामला दर्ज
मृतक के परिजन देर रात मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस को घटना की जानकारी परिजनों ने शनिवार सुबह दी। पुलिस ने मृतक के भाई बजरंगलाल की ओर से भवानीराम के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया। हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी बरामद कर ली गई।

देश को बेटियों की जरूरत'



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उदयपुर। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवाने वाली महज दो फीट की ज्योति आमगे ने कहा कि इस देश को बेटियों की बहुत जरूरत है। 18 वर्षीय ज्योति ने सभी माता-पिताओं से अपील की है कि वे कन्या भ्रूण हत्या जैसे महापाप से दूर रहें।

उदयपुर में शनिवार को मुनि तरूण सागर के सान्निध्य में कन्या गौरव दिवस मनाया गया। इसमें भाग लेने नागपुर से आई ज्योति ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कन्या भ्रूण हत्या व दहेज के खातिर बेटियों को मारने की घटनाएं सामने आती हैं तो बेहद दुख होता है। तरूण सागर को गुरू मानने वाली ज्योति ने कहा कि वह हर वर्ष उनके दर्शनकर रक्षाबंधन मनाती है। दसवीं में अध्ययनरत ज्योति पहली बार उदयपुर आई। उसके साथ माता-पिता रंजना और किशन भी आए।

ज्योति की 13 वर्षीय सहेली शुभा जैन भी हर कार्यक्रम में उसके साथ रहती है। उसने बताया कि वह सात बार जापान, दो बार इटली व एक बार यूरोप में अपने कार्यक्रम कर चुकी हैं। एक हॉलीवुड फिल्म में भी काम किया है। दो हिन्दी व तमिल फिल्मों में काम कर रही है। ज्योति डिस्कवरी चैनल सहित कई चैनलों पर 'पृथ्वी के आश्चर्य' के रूप में आ चुकी हैं तो ब्रिटेन की मीडिया कम्पनी ब्रॉडकॉस्ट उस पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म बना रही है।

पत्नी के खेतों के बाहर महानरेगा



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जयपुर। खाद्य राज्य मंत्री बाबूलाल नागर ने महानरेगा के नियमों का उल्लंघन करते हुए पत्नी सुनीता नागर के खेतों के बाहर पक्का करवा लिया। लोकायुक्त कार्यालय ने इस मामले को लेकर जांच के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है इसके लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से भी नागर के खिलाफ पुरानी शिकायतों का ब्योरा ले लिया है। साथ ही महानरेगा सम्बंधी इस मामले में अन्य तथ्य जुटाए जा रहे हैं।

रिपोर्ट में गंभीर सवाल
लोकायुक्त कार्यालय के पास पहुंची इस शिकायत के साथ जिला प्रशासन की वह रिपोर्ट भी आई है, जिसमें नागर की पत्नी सुनीता नागर को फायदा पहुंचाने के लिए महानरेगा कार्य करवाने की बात कही गई है। जयपुर जिले के कल्याणपुरा निवासी रामेश्वर लाल चौधरी ने लोकायुक्त कार्यालय को तत्कालीन एडीएम एम.पी. स्वामी की जांच रिपोर्ट सौंपी। इस में सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से कराए गए महानरेगा के कार्य पर गम्भीर सवाल उठाए गए।

एक लाख पानी में डूबे
रिपोर्ट के अनुसार जयपुर की उगरियावास पंचायत क्षेत्र में फुलेरा बालाजी डामर सड़क के सहारे सुनीता नागर को फायदा पहुंचाने के लिए उनकी जमीन के सामने दिसम्बर 09 व जून 10 में पटरी सुदृढ़ीकरण कराया, जिसकी बिलकुल जरूरत ही नहीं था। मजेदार बात तो यह है कि सड़क सुदृढ़ीकरण का कार्य मई 09 में पीडब्ल्यूडी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पहले ही करा चुका था और वह अभी सही सलामत है। जिला प्रशासन ने जब यह कार्य रूकवाया तब तक इस पर एक लाख रूपए खर्च हो चुके थे।

जिला परिषद ने यह राशि वसूलते हुए पीडब्ल्यूडी अघिशाषी अभियंता सहित अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।
यह भी की गई अनदेखी : महानरेगा के तहत कार्य की वित्तीय स्वीकृति के समय सामग्री पर 40 प्रतिशत से अघिक खर्च नहीं होने की शर्त थी, जांच रिपोर्ट के अनुसार सार्वजनिक निर्माण विभाग ने इसकी भी परवाह नहीं की।

यह भी कहा रिपोर्ट में
इस कार्य से जन साधारण को कोई फायदा नहीं था, तकमीने में पक्की पटरी बनाने के लिए बताए कारण भी सही नहीं थे। यह सड़क टूट भी जाती तो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में निर्माणकर्ता ठेकेदार सड़क की देखरेख के लिए जिम्मेदार था। सुनीता नागर के फार्म हाउसों के अलावा स्वयं खाद्य मंत्री बाबूलाल नागर के फार्म हाउस के पास भी ऎसा ही कार्य हो रहा था। नागर के खिलाफ की गई शिकायत पर लोकायुक्त कार्यालय ने पिछले दिनों पूछताछ की, हाल ही कुछ और दस्तावेज भी लोकायुक्त कार्यालय में दिए हैं।
रामेश्वर लाल चौधरी, शिकायतकर्ता

कार्य नहीं हुआ
सड़क पीडब्ल्यूडी की है। वहां महानरेगा के तहत कोई कार्य हो रहा है या नहीं, मुझे इसकी जानकारी नहीं है और ना ही मुझे इससे कोई लेना-देना है। मेरी पत्नी के नाम कोई फार्म हाउस नहीं है। मैं तो वहां से रोज गुजरता हूं वहां सुदृढ़ीकरण का कोई काम नहीं हुआ। कोई सड़क है तो वह हमारी थोड़े ही हो गई। शिकायत अनावश्यक छवि खराब करने के लिए की गई है।
बाबूलाल नागर, खाद्य राज्य मंत्री

कोई ऎसी शिकायत आई तो थी, जो सचिव को सौंप दी थी। मुझे जानकारी नहीं है।
जी.एल. गुप्ता, लोकायुक्त

नागर के खिलाफ पुरानी शिकायतों की रिपोर्ट हमें एसीबी से भी मिल गई है।
राकेश बंसल, सचिव लोकायुक्त

सेक्स की बीमारीः साल में 150 के साथ हमबिस्तर हो गई

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ब्रिटेन की एक महिला में अलग तरह की बीमारी सामने आई है जिसमें महिला में हाइपरसेक्सुएलिटी के लक्षण पाए गए हैं।

40 वर्षीय डोना ग्लोवर को पिछले साल जांच में क्लेन लेविन सिंड्रोम से पीड़ित होने का पता चला। इस बीमारी को 'स्लीपिंग ब्यूटी सिंड्रोम' भी कहा जाता है। इस बीमारी में सेक्स की तीव्र इच्छा होती है। इसी से ग्रस्त महिला ने एक साल में लगभग 150 पुरूषों के साथ सेक्स किया।

इस बीमारी के कारण महिला दिन में लगभग 20 घण्टे सोती थी और नींद से जागने पर उसे सेक्स की तीव्र इच्छा होने लगती थी। सेक्स की इच्छा के साथ ही महिला को जोरों की भूख भी लगती थी।

महिला का इलाज कर रहे डॉक्टर ग्रोवर के अनुसार सेक्स की तीव्र इच्छा के कारण महिला पार्कों और सुपरमार्केट में मिलने वाले अन्जान लोगों के साथ सेक्स करने से भी नहीं कतराती थी।

इस संबंध में डोना ग्लोवर कहती हैं कि "जब मुझे इसकी इच्छा होती थी तो मुझे किसी भी कीमत पर सेक्स चाहिए होता था। उस वक्त मुझे इस बात से मतलब नहीं रह जाता था कि मैं कौन हूं, किसके साथ हूं और कहां हूं।"

डोना ने बताया कि "एक बार मैं सुपरमार्केट में थी और एक पुरूष की नजरें मुझसे मिली। अगले ही कुछ मिनटों में हम पार्क में सेक्स कर रहे थे।"

पढ़िए अन्ना हजारे द्वारा प्रधानमंत्री को लिखा पत्र


डॉ. मनमोहन सिंह 14. 08.2011
प्रधानमंत्री
भारत सरकार
नई दिल्ली


प्रिय डॉ. मनमोहन सिंह जी!


मुझे यह पत्र आपको बेहद अफसोस के साथ लिखना पड़ रहा है। मैंने 18 जुलाई 2011 को लिखे एक पत्र में आपको कहा था कि अगर सरकार संसद में एक सख्त लोकपाल बिल लाने का अपना वादा पूरा नहीं करती है तो मैं 16 अगस्त से फिर से अनिश्चिकालीन उपवास शुरू करूंगा। मैंने कहा था कि इस बार हमारा अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक 'जनलोकपाल बिल' के तमाम प्रावधान डालकर एक सख्त और स्वतंत्र लोकपाल बिल संसद में नहीं लाया जाता।


जंतर मंतर पर अनशन करने के लिए, हमने 15 जुलाई 2011 को पत्र लिखकर आपकी सरकार से अनुमति मांगी थी। उस दिन से लेकर आज तक हमारे साथी दिल्ली पुलिस के अलग-अलग थानों, दिल्ली नगर निगम, एनडीएमसी, सीपीडब्ल्यू डी, और शहरी विकास मंत्रालय के लगभग हर रोज चक्कर काट रहे हैं।


अब हमें बताया गया है कि हमें केवल तीन दिन के लिए उपवास की अनुमति दी जा सकती है। मुझे समझ में नहीं आता कि लोकशाही में अपनी बात कहने के लिए इस तरह की पाबन्दी क्यों? किस कानून के तहत आप इस तरह की पाबन्दी लगा सकते हैं? इस तरह की पाबन्दी लगाना संविधान के खिलाफ हैं और उच्चतम न्यायालय के तमाम निर्देशों की अवमानना हैं। जब हम कह रहे हैं कि हम अहिंसापूर्वक, शांतिपूर्वक अनशन करेंगे, किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे तो यह तानाशाही भरा रवैया क्यों? देश में आपातकाल जैसे हालात बनाने की कोशिश क्यों की जा रही है?


संविधान में साफ-साफ लिखा है कि शांतिपूर्वक इकट्ठा होकर, बिना हथियार के विरोध प्रदर्शन करना हमारा मौलिक अधिकार है। क्या आप और आपकी सरकार हमारे मौलिक अधिकारों का हनन नहीं कर रहे? जिन अधिकारों और आज़ादी के लिए हमारे क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों ने कुर्बानी दी, स्वतंत्रता दिवस के दिन पहले क्या आप उसी आज़ादी को हमसे नहीं छीन रहे हैं? मैं सोच रहा हूं कि 65 वें स्वतंत्रता दिवस पर आप क्या मुंह लेकर लाल किले पर ध्वज फहराएंगे?


पहले हमें जंतर मंतर की इजाज़त यह कहकर नहीं दी गई कि हम पूरी जंतर मंतर रोड को घेर लेंगे और बाकी लोगों को प्रदर्शन करने की जगह नहीं मिलेगी। यह सरासर गलत है क्योंकि पिछली बार हमने जंतर मंतर रोड का केवल कुछ हिस्सा इस्तेमाल किया था। फिर भी हमने आपकी बात मानी, और चार नई जगहों का सुझाव दिया- राजघाट, वोट क्लब, रामलीला मैदान और शही पार्क। रामलीला मैदान के लिए तो हमें दिल्ली नगर निगम से भी अनुमति मिल गई थी लेकिन आपकी पुलिस ने इस मुद्दे पर कई दिन भटकाने के बाद चारों जगहों के लिए मना कर दिया।


मना करने के पीछे एक भी जगह के लिए कोई वाजिब कारण नहीं था। सिर्फ मनमानी भरा रवैया था। हमने कहा आप दिल्ली के बीच कोई भी ऐसा स्थान दे दीजिए जो मेट्रो और बसों से जुड़ा हो, अंततः हमें जेपी। पार्क दिखाया गया, जो हमने मंजूर कर लिया। अब आपकी पुलिस कहती है कि यह भी केवल तीन दिन के लिए दिया जा सकता है। क्यों? इसका भी कोई कारण नहीं बताया जा रहा। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेशों में साफ-साफ कहा है कि सरकार मनमाने तरीके से लोगों के इस मौलिक अधिकार का हनन नहीं कर सकती।


क्या इन सबसे तानासाही की गंध नहीं आती? संविधान के परखच्चे उड़ाकर, जनतंत्र की हत्या कर, जनता के मौलिक अधिकारों को रौंदना क्या आपको शोभा देता है?


लोग कहते हैं कि आपकी सरकार आज़ादी के बाद की सबसे भ्रष्ट सरकार है। हालांकि मेरा मानना है कि हर अगली सरकार पिछली सरकार से ज्यादा भ्रष्ट होती है। लेकिन भ्रश्टाचार के खिलाफ़ आवाज़ उठाने वालो को कुचलना, यह आपके समय में कुछ ज्यादा ही हो रहा है। स्वामी रामदेव के समर्थकों की सोते हुए आधी रात में पिटाई, पुणे के किसानों पर गोलीबारी जैसे कितने ही उदाहरण हैं जो आपकी सरकार के इस चरित्र का नमूना पेश करते हैं। यह बहुत चिंता का विषय है।


हम आपको संविधान की आहूति नहीं देने देंगे। हम आपको जनतंत्र का गला नहीं घोंटने देंगे। यह हमारा भारत है। इस देश के लोगों का भारत। आपकी सरकार तो आज है, कल हो न हो।


बड़े खेद की बात है कि आपके इन ग़लत कामों की वजह से ही अमेरिका के हमारे लोकतंत्र के आंतरिक मामलों में दखल देने की हिम्मत हुई। भारत अपने जनतांत्रिक मूल्यों की वजह से जाना जाता रहा है। लेकिन अंतराष्ट्रीय स्तर पर आज उन मूल्यों को ठेस पहुंची है। यह बहुत ही दुख की बात है।


मैं यह पत्र इस उम्मीद से आपको लिख रहा हूं कि आप हमारे मौलिक अधिकारों की रक्षा करेंगे। क्या भारत का प्रधानमंत्री दिल्ली के बीच अनशन के लिए हमें कोई जगह दिला सकता है? आज यह सवाल मैं आपके सामने खड़ा करता हूं।


आपकी उम्र 79 साल है। देश के सर्वोच्च पद पर आप आसीन हैं। जिंदगी ने आपको सब कुछ दिया। अब आपको जिंदगी से और क्या चाहिए। हिम्मत कीजिए और कुछ ठोस कदम उठाइए।


मैं और मेरे साथी, देश के लिए अपना जीवन कुर्बान करने के लिए तैयार हैं। 16 अगस्त से अनशन तो होगा। लाखों लोग देश भर में सड़कों पर उतरेंगे। यदि हमारे लोकतंत्र का मुखिया भी अनशन के लिए कोई स्थान देने में असमर्थ रहता है तो हम गिरफ्तारी देंगे और अनशन जेल में होगा।


संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करना आपका परम कर्तव्य है। मुझे उम्मीद है कि आप मौके की नज़ाकत को समझेंगे और तुरंत कुछ करेंगे।


भवदीय,
अन्ना हज़ारे

उसकी नीची झुकी नजर

उसकी नीची झुकी नजर
उसकी
इसी अदा पर
दीवानगी हमारी ।
उसकी इसी अदा पर
दीवानगी सभी लोगों की
यह जहरीला अंदाज़ तो
बस
महाभारत बना देती है ...अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यह जो माशुकाएं हैं

मुझे बताओं
को बचा है
बीमार इश्क का ॥
यह जो
माशुकाएं हैं
बीमारे इश्क को
पहले पागल फिर दीवाना
फिर बस मुर्दा बना देती हैं ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

तस्वीरों में देखें कैसे दंगे की आग में जल उठा लंदन


लंदन.लंदन में पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति के मारे जाने के बाद दंगा भड़क गया। इस दंगे में 20 से अधिक पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं जबकि दंगाइयों ने कारों में आग लगाने के साथ ही दुकानों में लूटपाट की।
तस्वीरों में देखें लंदन में भड़की दंगों की आग ..


लंदन में भड़के दंगों के बाद धूं-धूं करके जलती एक इमारत लंदन में दंगे भड़काने के आरोप में सौ से भी ज्‍यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस द्वारा उपद्रवियों को रोकने का प्रयास तो किया गया लेकिन जवाब में कुछ ऐसे पत्थर की बरसात होने लगी।

दंगाइयों ने यहां जहां तहां लूटपाट की और सार्वजनिक संपत्ति को जमकर नुकसान पहुंचाया इस बीच कई जगहों पर आगजनी भी हुई।

उपद्रवियों को रोकने का प्रयास करता एक पुलिसकर्मी दंगे भड़काने के आरोप में सौ से भी ज्‍यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

दंगे की घटना के बाद आज सुबह कुछ ऐसी नज़र आई वो इमारत जिसे दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया था।

दंगे की आड़ में कई लोगों ने दुकानों और अन्य जगहों में जमकर लूटपाट की और कई सारा कीमती सामान उठा ले गए।

पुलिस कर्मी श्वान दल की मदद से दंगा भड़काने वालों को रोकने के प्रयास में

जरा हंस भी लिया जाए ............

एक बच्चा मम्मी से पिटने के बाद पापा से बोला आप कभी जंगल गए हो..। पापा कहते हैं नहीं बेटा। बच्चाः फिर आप इतना खौफनाक आईटम कहां से पकड़कर लाए।


संता को नदी के उस पार जाना था लेकिन कैसे जाए कुछ समझमें नही आ रहा था। इतने में उसे नदी के उस पार बंता दिखाई दिया। संताने बंतासे जोरसे आवाज लगाते हूए पुछा , '' ए बंता... मै नदी के उस पार कैसे आ जाऊं?'' बंता ने नदी के चारो ओर अपनी नजरे दौडाई और फिर कहा, '' अबे तू तो उस पार ही है''

यहां के ऑफिसों में होती थी 'पप्पी-झप्पी', अब लगेगा बैन

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पश्चिमी देशों के समाज में एक दूसरे से मिलने पर चुंबन की प्रथा को तिरछी निगाहों से नहीं देखा जाता मगर जर्मनी में कामकाज की जगहों पर इसे रोकने की माँग उठी है।जर्मनी में शिष्टाचार और सामाजिक व्यवहार को लेकर सलाह देने वाले एक संगठन ने कामकाज की जगहों पर चुंबन पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है।

द निगे सोसाइटी नाम के इस संगठन ने कहा कि अपने सहयोगियों और व्यापारिक साझीदारों से मिलने पर उनके गाल पर चुंबन देने की प्रथा कई जर्मन लोगों को असहज कर रही है।इस संगठन के प्रमुख हांस माइकल क्लाइन का कहना है कि उन्हें इस बारे में कई लोगों से ई-मेल मिले हैं।

वह कामकाज की जगहों पर लोगों को पारंपरिक तौर पर हाथ ही मिलाने की सलाह दे रहे हैं।उन्होंने बीबीसी को बताया, "वैसे हम लोगों को कामकाज की जगह पर चुंबन लेने पर प्रतिबंध तो नहीं लगा सकते।मगर हमें उन लोगों को भी बचाना है जो ये नहीं चाहते कि उनका चुंबन लिया जाए।"

क्लाइन इसलिए लोगों को सलाह दे रहे हैं कि अगर वे बुरा न मानें तो अपनी डेस्क पर इस बारे में काग़ज़ पर एक संदेश लिखकर रख दें।

चौंकिए मत...ये हेलमेट ही हैं !

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कजाकिस्तान के एक डिजाइनर ने ऐसे टूव्हीलर हेलमेट डिजाइन कियें हैं जिन्हें देखकर कोई भी चौंक जाए। फिलहाल ये हेलमेट कजाकिस्तान में काफी प्रसिद्ध हो रहे हैं। तस्वीरों में देखिए हेलमेट के अजीब डिजाइन।




अन्‍ना को कांग्रेस का जवाब- जेल जाना है तो जाएं




नई दिल्‍ली. मजबूत लोकपाल बिल को लेकर आमरण अनशन पर अटल सामाजिक कार्यकर्ता अन्‍ना हजारे का सरकार से एक बार फिर टकराव तय है। अन्‍ना हजारे को 16 अगस्‍त से जयप्रकाश नारायण स्मृति पार्क में अनशन पर बैठने की इजाजत तो मिली है लेकिन दिल्‍ली पुलिस ने उनके सामने शर्तें रखी हैं। दिल्‍ली पुलिस ने अन्‍ना को अनशन की इजाजत से जुड़ी चिट्टी आज सौंप दी जिसके मुताबिक अन्‍ना सिर्फ 60 घंटे तक ही अनशन पर बैठ सकते हैं। लेकिन टीम अन्‍ना ने पुलिस की इन शर्तों को ठुकरा दिया है।

दिल्‍ली पुलिस और सरकार के रवैये से परेशान अन्‍ना ने पीएम पर निशाना साधा है। अन्‍ना ने पीएम को चिट्ठी लिखकर कहा कि 'सरकार का रवैया तानाशाही भरा है। जगह नहीं मिली तो जेल से अनशन करेंगे। क्‍या प्रधानमंत्री हमें अनशन के लिए जगह नहीं दिला सकते। किस कानून के तहत इतनी पाबंदी लगाई जा रही है। हिम्‍मत कीजिए कुछ ठोस कदम उठाइए। देश में आपातकाल की तरह हालात क्‍यों पैदा किए जा रहे हैं। पीएम देश की आजादी की 65वीं सालगिरह पर किस मुंह से झंडा फहराएंगे? हम आपको जनतंत्र का गला नहीं घोंटने देंगे। आपको संविधान की आहुति नहीं देने देंगे। क्‍या देश का पीएम अनशन के लिए देश में एक जगह नहीं दिला सकता? 16 अगस्‍त से अन्‍ना होगा, लाखों लोग आएंगे।'

हालांकि कांग्रेस ने अन्‍ना की इस चिट्ठी का जवाब दे दिया है। कांग्रेस प्रवक्‍ता राशिद अल्‍वी ने आरोप लगाया है कि टीम अन्‍ना अन्‍ना की बलि लेना चाहती है। कांग्रेस ने अन्‍ना पर सरकार को 'ब्‍लैकमेल' करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अन्‍ना जेल जाना चाहते हैं तो जाएं।

इससे पहले टीम अन्‍ना के सदस्‍य प्रशांत भूषण ने कहा कि उन्‍हें दिल्‍ली पुलिस की शर्तें मंजूर नहीं हैं और वह कोई हलफनामा नहीं देंगे। टीम अन्‍ना के एक अन्‍य सदस्‍य अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्‍ली पुलिस की शर्तों को नामंजूर किया है। आज शाम को टीम अन्‍ना की प्रेस कांफ्रेंस होगी जिसमें अनशन को लेकर आगामी रणनीति का खुलासा किया जाएगा।

अन्ना हजारे के 16 अगस्त से प्रस्तावित अनशन को लेकर सरकारी रवैये को लेकर टीम अन्‍ना में रोष है। टीम अन्ना को पुलिस ने शुक्रवार देर रात बताया कि सीपीडब्ल्यूडी उन्हें दो दिन की ही इजाजत देने को तैयार है। तीसरे दिन के लिए पुलिस उन्हें इस शर्त पर अनुमति दे सकती है टीम अन्ना उन्हें लिखित में दें कि वे 18 अगस्त की शाम 6 बजे पार्क खाली कर देंगे। केजरीवाल ने कहा था कि अगर सरकार अनशन की इजाजत नहीं देती है तो अन्‍ना गिरफ्तारी देंगे और जेल से ही उनका अनशन होगा।

क्‍या हैं दिल्‍ली पुलिस की शर्तें—
दिल्‍ली पुलिस ने टीम अन्‍ना के सामने कुल 22 शर्तें रखी हैं। इनमें कुछ प्रमुख शर्तें इस प्रकार है--
अनशन 16 अगस्‍त सुबह आठ बजे से 18 अगस्‍त शाम तक होना चाहिए।
4000 से 5000 हजार लोगों को इस अनशन में शामिल होने की इजाजत।
पार्क में पेड़-पौधों को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए।
अनशन स्‍थल पर 50 कारें और 50 टू-ह्वीलर से ज्‍यादा की अनुमति नहीं।

अन्‍ना अस्‍पताल में

अनशन शुरू होने में कुछ दिन ही बचे हैं कि अन्‍ना को रक्तचाप संबंधी समस्या के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हजारे के सहयोगी मनीष सिसौदिया ने बताया कि अनशन से पहले अन्ना की रक्तचाप से संबंधित नियमित जांच हो रही है। अन्‍ना को शुक्रवार को गुड़गांव के एक अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है।

इस बीच अन्‍ना के सहयोगी स्‍वामी अग्निवेश ने कहा है कि यदि योग गुरू बाबा रामदेव अन्‍ना के अनशन में शामिल हों तो उन्‍हें खुशी होगी। अग्निवेश ने कहा है कि उन्‍हें रामदेव की तरफ से अन्‍ना के आंदोलन को समर्थन देने की चिट्ठी मिली है।

अमेरिका की सलाह पर भड़का भारत

अन्‍ना के आंदोलन को अमेरिका सहित दुनिया भर से समर्थन मिल रहा है। ‘इंडिया अगेंस्‍ट करप्‍शन’ संगठन के सदस्‍यों ने अन्‍ना हजारे के समर्थन में संयुक्‍त राष्‍ट्र की इमारत के बाहर प्रदर्शन किया। इन्‍होंने सरकारी लोकपाल बिल को ‘मजाक’ करार देते हुए इसे भ्रष्‍टाचारियों को संरक्षण देने वाला बताया। अमेरिका की ओर से शुक्रवार को इस बारे में आधिकारिक टिप्‍पणी भी आ गई। इसका भारत सरकार, कांग्रेस और भाजपा ने सख्‍त विरोध किया है।
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने कहा था कि 'हम पूरी दुनिया में शांतिपूर्ण, अहिंसक विरोध-प्रदर्शन के अधिकार का समर्थन करते हैं। भारत एक लोकतांत्रिक देश है। हम चाहेंगे कि भारत शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन से निपटने में लोकतांत्रिक तरीके से उचित संयम बरते।' उनसे पूछा गया था कि भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ अहिंसक प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस अत्याचार कर रही है।
अमेरिकी टिप्पणी पर सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे गैरजरूरी कहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमने अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता की गैरजरूरी टिप्पणी देखी है। भारतीय संविधान में शांतिपूर्वक सभा आयोजित करने के साथ ही भाषण एवं अभिव्यक्ति की आजादी दी गई है। इसका देश के 1.2 अरब लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा ने भी अमेरिकी बयान की निंदा की है।

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